Monday, July 27, 2020
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July 27, 2020
चंडीगढ़। हरियाणा में हुए एससी-बीसी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (छात्रवृत्ति) घोटाले की जांच के बीच प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों की दो साल से रुकी हुई स्कालरशिप देने का बड़ा निर्णय लिया है। विजिलेंस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 2012 से 2018 तक हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रहा है। इसके बाद से वर्ष 2018-19 और वर्ष 2019-20 की छात्रवृत्ति विद्यार्थियों को आवंटित नहीं की जा सकी। अब सरकार ने तय किया है कि इन दोनों सालों की स्कालरशिप की राशि विजिलेंस तथा ईडी की जांच के दायरे में नहीं है। इसलिए विद्यार्थियों को रुकी हुई स्कालरशिप की राशि प्रदान की जा सकती है।
हरियाणा के अनुसूुचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग को इस स्कालरशिप आवंटन कार्य का नोडल विभाग बनाया गया है। इस विभाग के मंत्री डा. बनवारी लाल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने दो साल से वंचित छात्र-छात्राओं को स्कालरशिप आवंटित किए जाने का प्रस्ताव रखा, जिस पर विभागीय अधिकारियों की बैठक में चर्चा के बाद इसके आवंटन को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। अनुसूुचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग की ओर से स्कालरशिप की राशि सीधे विद्याॢथयों को देने की बजाय संबंधित विभाग को दी जाएगी, जिसे विभाग आगे विद्यार्थियों को आवंटित करेंगे।
हरियाणा के सहकारिता एवं एससी-बीसी वेलफेयर मंत्री डा. बनवारी लाल ने सरकार के इस निर्णय की पुष्टि की है। बता दें कि राज्य में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला हुआ है, जिसे विभाग के निदेशक रहते हुए आइएएस अधिकारी संजीव वर्मा ने उजागर किया। इस छात्रवृत्ति घोटाले में एक तत्कालीन राज्य मंत्री, एक एसीएस स्तर के अधिकारी और तत्कालीन निदेशक समेत विभिन्न अधिकारियों व शिक्षण संस्थानों की भूमिका संदेह के दायरे में आई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दबाव के चलते प्रदेश सरकार ने विजिलेंस ने छात्रवृत्ति घोटाले की विजिलेंस जांच कराई, जिसने रिपोर्ट दी कि बच्चों के आधार कार्ड नंबर और बैंक खाते बदलते हुए फ्राड किया गया है। सोनीपत और रोहतक समेत तीन जिलों में ही 26 करोड़ रुपये का घपला हुआ है। पूरे प्रदेश में जांच होने पर यह राशि कई करोड़ हो सकती है। विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट में ईडी से जांच कराने की सिफारिश की थी। अब ईडी ने बिना किसी औपचारिकता के यह जांच आरंभ कर दी है। ईडी अधिकारियों ने विभाग के अधिकारियों से रिकार्ड तलब कर लिया तथा संबंधित जिलों के अधिकारियों तथा शिक्षण संस्थाओं से पूरी जानकारी मांगी है। स्कालरशिप घोटाले की ईडी जांच के बाद संबंधित अधिकारियों व राजनेताओं के हाथ पैर फूले हुए हैं, जबकि विभाग के मौजूदा मंत्री डा. बनवारी लाल का कहना है कि पात्र लोगों के साथ अन्याय करने वालों को न तो सरकार बख्शेगी और न ही जनता माफ करेगी।
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July 27, 2020
झंडी के प्रस्ताव को स्पीकर ने दी मंजूरी पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट अब विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी
झंडी के प्रस्ताव को स्पीकर ने दी मंजूरी पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट अब विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी
हरियाणा। लाल बत्ती हटने के बाद वीआईपी कल्चर से बाहर हुए विधायकों की गाड़ी की अब दूर से पहचान हो सकेगी। जल्द मंत्रियों की तरह अब इन गाड़ियों पर भी झंडी लगेगी। अभी गाड़ी में कौन बैठा है, इसकी जानकारी विधायक की ओर से न दिए जाने तक न तो किसी कर्मचारी-अधिकारी को होती है और न ही आम आदमी को। इसलिए अब एमएलए लिखी झंडी गाड़ी पर लगेगी तो माननीयों को कुछ वीआईपी ट्रीटमेंट शुरुआत में ही मिलने लग जाएगा।
इन झंडियों का डिजाइन तैयार हो चुका है। इसे स्पीकर ने मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि मॉनसून सत्र से पहले विधायकों की गाड़ियों पर ये झंडियां लग जाएंगी। विधायकों को हालांकि अभी विधानसभा से एमएलए लिखा स्टीकर जारी किया है, जो गाड़ियों के शीशे पर लगा है। पुलिस कर्मचारी हो या अन्य कोई, इस पर जल्दी नजर नहीं जाती। इसलिए कई उन्हें पार्किंग से लेकर रास्ते तक में रोक लिया जाता है। इससे कई बार विधायकों व पुलिस की बहस होने की खबरें भी आती रहती हैं।
विधायकों ने पहचान के लिए झंडी की मांग थी। इसके अलावा गाड़ी की मांग भी की जाती रही है, जिसके लिए सरकार इनकार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों आगे पद नाम की झंडी लगी होती है। इधर, विधानसभा भवन परिसर में अब विधायक लॉबी के बाहर श्रीकृष्ण का अर्जुन को गीता का उपदेश देते की तस्वीर बनाई जाएगी। यह तस्वीर पीतल से उकेरी जाएगी। मानसून सत्र में इसका अनावरण कराया जाएगा। इसके साथ गीता की तस्वीर भी बनाई जाएगी।
पंजाब, राजस्थान व हिमाचल में स्टीकर ही लगता है
पड़ोसी राज्यों में ऐसा नहीं है। पंजाब में गाड़ियों पर एमएलए का स्टीकर लगा होता है,जबकि राजस्थान में भी इसी प्रकार स्टीकर लगाया जाता है,जबकि हिमाचल प्रदेश में जहां गाड़ी के सामने शीशे पर स्टीकर होता है, वहीं पीछे भी एमएलए लिखा स्टीकर चस्पा होता है। हरियाणा में विधायकों की गाड़ी पर लगाई जाने वाली झंडी महरून कलर की होगी। इस पर एमएलए लिखा होगा। इस झंडी पर हरियाणा सरकार का लोगो भी होगा।
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Sunday, July 26, 2020
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July 26, 2020
हरियाणा में अब चीनी मिलों में तैयार होगा गुड़, लेगा मिठाई की जगह,होटलों में होगी सप्लाई
हरियाणा में अब चीनी मिलों में तैयार होगा गुड़, लेगा मिठाई की जगह,होटलों में होगी सप्लाई
चंडीगढ़। हरियाणा में चीनी मिलों का घाटा कम करने के लिए प्रदेश सरकार एक साथ कई नये प्रयोग करने जा रही है। प्रदेश सरकार सहकारी चीनी मिलों में जहां मिठाई के पीस के आकार में गुड़ तैयार कराएगी, वहीं शक्कर भी बनवाई जाएगी। यह गुड़ और शक्कर आम मार्केट के साथ-साथ होटलों व रेस्टोरेंट में सप्लाई होगा। लोग अब खाने के बाद मिठाई के स्थान पर गुड़ या शक्कर खाना ज्यादा पसंद करते हैं।
घाटे से उबारने के लिए नए प्रयोग कर रही सरकार
हरियाणा सरकार अपनी चीनी मिलों में तैयार होने वाली रिफाइंड शुगर (चीनी) भी मार्केट में उतारने की तैयारी में है। यह चीनी एक और पांच किलो की पैकिंग में होगी। इसके साथ ही, होटलों व रेस्टोरेंट में इस्तेमाल के लिए रिफाइंड शुगर के पांच से दस ग्राम के पैकेट तैयार कराए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार की इस तैयारी के साथ ही दूसरी प्राइवेट कंपनियों ने मार्केट में गुड़,शक्कर और रिफाइंड शुगर के रेट दो से पांच रुपये किलो कम कर दिए हैं, लेकिन सरकार इससे भी कम रेट पर यह उत्पाद मार्केट में बेचने की तैयारी में है।
प्राइवेट प्लेयर्स ने रेट कम किए
हरियाणा में कुल 14 चीनी मिलें हैं। इनमें 10 सहकारी चीनी, मिल, एक हैफेड की और तीन चीनी मिलें प्राइवेट हैं। इन चीनी मिलों का घाटा करीब पांच सौ करोड़ रुपये है, जिसे खत्म करने की दिशा में सरकार काफी प्रयासरत है। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल के अनुसार कैथल और पलवल की सहकारी चीनी मिलों में नवंबर से आरंभ होने वाले पेराई सत्र के दौरान गुड़ व शक्कर तैयार कराया जाएगा। यह क्यूब (पीस) की शक्ल में होगा, ताकि इसे तोडऩे में दिक्कत न आए। चीनी का रेट कम होने, लागत अधिक आने तथा गन्ने के दामों में लगातार बढ़ोतरी की वजह से प्रदेश सरकार ने नए उत्पाद तैयार कराने का निर्णय लिया है।
इन प्रयोगों की मंजूरी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इन प्रयोगों की मंजूरी प्रदान कर दी है। शाहबाद चीनी मिल में इथोनाल बनाने का प्लांट लगभग पूरा हो चुका है। राज्य की बाकी चीनी मिलों में भी इथोनाल बनाने के प्लांट लगाने की योजना है। रोहतक की चीनी मिल में रिफाइंड शुगर तैयार हो रही है, जिसे इस बार गोहाना में भी बनाया जाएगा। खुले बाजार में इस शुगर का रेट 40 से 42 रुपये किलो था, जिसे प्राइवेट कंपनियों ने घाटकर 38 से 39 रुपये किलो कर दिया है। हरियाणा सरकार की योजना इस रिफाइंड शुगर को 37 रुपये किलो तक बेचने की योजना है।
मिलों में नियुक्त होंगे प्रोफेशनल प्रबंध निदेशक
हरियाणा की सहकारी क्षेत्र की चीनी मिलों में एक्सपर्ट का अभाव है। इसलिए प्रदेश सरकार ने प्रयोग के तौर पर पलवल, असंध और महम चीनी मिलों में प्रोफेशनल प्रबंध निदेशक लगाने का निर्णय लिया है। चूंकि इन चीनी मिलों के प्रशासक और एमडी की भूमिका में एचसीएस अधिकारी होते हैं तो उन्हेंं तकनीकी तौर पर बहुत अधिक जानकारी नहीं होती। विभिन्न शर्तों के साथ प्रोफेशनल प्रबंध निदेशक लगाए जाने के बाद यदि नतीजे अच्छे रहे तो बाकी चीनी मिलों में भी यह नियुक्तियां की जाएंगी।
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July 26, 2020
रेलवे के नाम जुड़ा नया कीर्तिमान विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग तैयार
रेलवे के नाम जुड़ा नया कीर्तिमान विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग तैयार
हरियाणा। सोहना के पास तावडू के भूतलाका गांव की अरावली हिल्स की पहाड़ी के भीतर चट्टानों को काटकर एक किलोमीटर लंबी सुरंग से होकर गुजरने वाली विश्व की दोहरी कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग बन कर तैयार है। विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन बिछाकर भारतीय रेल ने नया इतिहास अपने नाम जोड़ लिया।
शुक्रवार को खोला गया टनल
शुक्रवार को रेलवे के आलाअधिकरियों की मौजूदगी में रोजका मेव तक बनी एक किलोमीटर लंबी रेल टनल को दोनों ओर खेल दिया गया। यह विश्व की सबसे ऊंची सुरंग होगी। इसकी ऊंचाई ११.७ मीटर तथा चौडाई १५ मीटर है। रोजका मेव पर बने १० मीटर ऊंचे ब्रिज का जोडने के लिए ही इस सुरंग की ऊंचाई ११ मीटर रखी गई है। यह सुरंग इतनी चौड़ी है कि के भीतर से डबल डेकर की दो माल गाडियां १०० किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से दौड़ सकेंगी।
बहुत ऊंची है सुरंग
ये सुरंग इतनी ऊंची है कि ऊपर ओवरहेड इलेक्ट्रिक इक्यूपमेंट लगे होने के बावजूद इसमें डबल डेकर फ्रेट ट्रेन रेक पर दौड़ सकेगी। यह रेल टनल वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर डब्लयू डी एफ सी का हिस्सा है। यह विश्व की पहली ऐसी टनल है,जिसमें मालगाड़ियाें के लिए दोहरी रेलवे लाइन बिछाई गई है। इस एक किलोमीटर बन रही इस सुरंग की फिनीसिंग का काम जोर-शोर से चल रहा है। पिछले डेढ़ साल पहले रेल टनल बनाने का काम शुरू किया गया था।
देश का पहला होगा फ्रेट कॉरिडोर
यह देश का पहला ऐसा कॉरिडोर होगा जिसमें डबल डेकर की दो माल गाडियां एक साथ दौड़ेंगी। रेल पटरी पर नेटवर्क पर लोड रहता था पहले देश में उसी पटरी पर यात्री रेल चलती थी जिस पर माल गाड़ी चलती थी। देश में दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बन रहे हैं दोनों को नोएडा के दादरी में लिंक किया जायेगा। एक का नाम वेस्टर्न डेडिकेटड फगेट कॉरिडोर जो नोएडा के दादरी से गुरूग्राम और गुजरात होते हुए मुबंई तक जायेगा। दूसरे का नाम ईस्टर्न डेडिकेटड फ्रेट कॉरिडोर है, जो पंजाब के लुधियाना से दादरी होते हुए कोलकता जायेगा। दोनों ओर काम चल रहा है। एक बरस का समय और लगेगा।
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July 26, 2020
संस्कार भारती हरियाणा के चित्रकला प्रमुख बने दीपक कौशिक
संस्कार भारती हरियाणा के चित्रकला प्रमुख बने दीपक कौशिक
जींद, 26 जुलाई ( संजय तिरँगाधारी )
अखिल भारतीय संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की नई कार्यकारिणी में शहर के व्यंग्य चित्रकार दीपक कौशिक को प्रांत चित्रकला प्रमुख का दायित्व सौंपा गया है। रंगमंच कलाकार पवन आर्य को नाट्य विधा प्रमुख और वरिष्ठ साहित्यकार रामपाल सिंह खटकड़ को साहित्य टोली का सदस्य बनाया गया।
इस संबंध में ऑनलाइन साधारण सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय मंत्री अमीर चंद ने की। इस मौके पर उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री अनुपम भाटिया व सह संगठन मंत्री नवीन शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। इस बैठक में संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की नई कार्यकारणी की घोषणा की गई। जिसमें जीन्द के व्यंगय चित्रकार दीपक कौशिक को प्रान्त चित्रकला प्रमुख का दायित्व दिया गया। दीपक कौशिक जींद संस्कार भारती में कई वर्षों से विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रांत चित्रकला प्रमुख का दायित्व जो संगठन ने दिया है वह पूर्ण निष्ठा से इसका निर्वाह करेंगे। हरियाणा प्रान्त में कला व कलाकारों के विकास की सोच से वह संगठन को आगे ले जाने का हर संभव प्रयास करेंगे। संस्कार भारती की जींद इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र अत्री व युवा मित्र मंडल, सेवा भारती, रंग अर्पण कलामंच, हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था, सोल एंड स्पीरिट आर्ट सोसाइटी व कई सामाजिक संगठनों ने जींद से प्रांत टोली में गए सभी सदस्यों को बधाई दी।
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July 26, 2020
मोटर साईकिल व अन्य सामान चोरी करने के गैंग को सफीदों पुलिस ने किया गिरफ्तार, चोरी के 6 आरोपी काबू,
मोटर साईकिल व अन्य सामान चोरी करने के गैंग को सफीदों पुलिस ने किया गिरफ्तार, चोरी के 6 आरोपी काबू,
मोटर साईकिल व अन्य सामान चोरी करने के गैंग को सफीदों पुलिस ने किया गिरफ्तार, चोरी के 6 आरोपी काबू, 2 स्कूटी, 5 मोटर साईकिल, 3 बैटरे, 1 एसी, 12 कट्टे मक्का, 6 कट्टे खाद किया बरामद,
डीआईजी अश्विन शैणवी के दिशा निर्देशन पर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी,
जींद/ सफीदों, 26 जुलाई
गैंगवार बना कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के आरोप में सफीदों सिटी थाना पुलिस ने 6 आरोपियों आकाश, गुरजीत, दिनेश, विजय, प्रदीप व अभिषेक सफीदों निवासी को काबू कर भारी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जहां से आकाश को 1 दिन के रिमांड पर लिया व अन्य 5 को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया । पुलिस पूछताछ के दौरान सामने आया कि सभी आरोपियों ने गैंगवार तरीके से पानीपत व जींद जिलों में चोरी की अनगिनत घटनाओं को अंजाम दिया हैं । सभी के खिलाफ चोरी के 15 मामलें दर्ज हैं। चोरी के इस गैंगवार को पकड़ने के लिए सफीदों पुलिस को डीआईजी कम एसएसपी अश्विन शैणवी के दिशा निर्देशन व सफीदों एएसपी अजित सिंह शेखावत व सिटी एसएचओ देवीलाल की कार्यशैली पर भारी सफलता मिली हैं। एसएचओ देवी लाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 2 स्कूटी, 5 मोटरसाइकल, 3 बैटरे, 1 एसी, 12 कट्टे मक्का, 6 कट्टे खाद बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि चोरों ने 2 स्कूटी व 2 मोटरसाइकल पानीपत से, 2 मोटरसाइकल सफीदों से 1 मोटर साईकिल सिविल लाइन जींद से चोरी किया था। जिन्हें बरामद कर लिया गया हैं। वही 3 बैटरे, 1 एसी व 12 कट्टे मक्का सफीदों से चोरी किया था। जिन्हें बरामद किया गया है। पुलिस अब रिमांड पर लिए गए आरोपी से गहनता से पूछताछ कर चोरी की और घटनाओं का पता लगाने का काम करेगी।
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फ़ोटो:-पुलिस हिरासत में चोरी के सभी आरोपी
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July 26, 2020
मात्र दस रुपये में किसी भी प्रदेश में राखी पहुंचाएगा डाक विभाग, विभाग ने जारी किया लिफाफा
मात्र दस रुपये में किसी भी प्रदेश में राखी पहुंचाएगा डाक विभाग, विभाग ने जारी किया लिफाफा
हिसार : डाक विभाग ने भाई-बहनाें काे एक और ताेहफा दिया है। मात्र दस रुपये में देश के किसी भी प्रदेश में राखी पहुंचाई जा सकेगी। इसके लिए डाक विभाग ने एक लिफाफा जारी किया है। इसका लाभ प्रतिदिन बहनें ले रही हैं। यही नहीं राखी पहुंचाने के लिए प्रतिदिन बढ़ती जा रही लाेगाें की भीड़ काे देखते हुए डाक विभाग के अधिकारी सभी डाकघराें में एक और काउंटर खाेलने की तैयारी में हैं।
दरअसल, इस बार 3 अगस्त काे भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। इसकाे लेकर भाई और बहनाें ने तैयारी शुरू कर दी है, हालांकि काेराेना का असर भी इस बार रक्षाबंधन पर्व पर भी देखने काे मिल रहा है। इस बार घर से दूर रहने वाले भाइयाें काे राखी पहुंचाने के लिए बहनाें और परिवार के अन्य सदस्याें की भीड़ भी डाकघराें में उमड़ रही है। ताकि कोरोना काल में त्योहार पर ट्रेवल न करना पड़े।
हिसार डाक मंडल के अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि भाई-बहन काे रक्षाबंधन के पर्व पर ताेहफा दिया गया है। इसके तहत इस बार मात्र दस रुपए में राखी एक से दूसरे स्थान पर पहुंचाई जा सकेगी। इसके लिए लिफाफा जारी किया है। हालांकि विदेशाें में राखी भेजने के रेट अलग है। मंडल अधीक्षक का कहना है कि प्रयास है कि राखी पहुंचाने में लाेगाें काे किसी भी तरह की परेशानी न हाे।
भीड़ काे देखते हुए बढ़ाया जा सकता है एक और काउंटर
हिसार के अलावा फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी के डाकघराें में प्रतिदिन लाेगाें की बढ़ रही भीड़ काे देखते हुए एक की बजाय काउंटर दाे करने पर मंथन चल रहा है। भीड़ बढ़ते ही काउंटरों की संख्या दाे कर दी जाएगी।
कोरोना के चलते मास्क का भी किया जा रहा वितरण
काेराेना से बचाव के मद्देनजर सभी डाकघराें में सेनिटाइजर की उचित व्यवस्था की गई है। मास्क पहनकर नहीं पहुंचने वालाें काे मास्क भी उपलब्ध कराया जा रहा है। सभी लाेगाें काे भी सेनिटाइजर से लेकर मास्क का प्रयाेग करने के निर्देश दिए गए हैं।
राखियाें काे समय पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले विभाग के कर्मचारियों का ब्याेरा जुटाया जा रहा है। ऐसे कर्मचारियाें काे रक्षाबंधन के बाद सम्मानित किया जाएगा, ताकि उनका हाैसला बढ़े। साथ ही अन्य कर्म चारी भी सीख ले सकें।'' -संजय कुमार , मंडल अधीक्षक
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July 26, 2020
भ्रष्टाचार और गोलमाल: अनाज कम व खराब होने पर खाद्य विभाग के क्लास-1, 2 के 32 अफसरों की जांच रिपोर्ट मांगी
भ्रष्टाचार और गोलमाल:अनाज कम व खराब होने पर खाद्य विभाग के क्लास-1, 2 के 32 अफसरों की जांच रिपोर्ट मांगी
हरियाणा। सरकारी विभागों में अफसरों ने जहां भ्रष्टाचार को लेकर कई तरह के कारनामे किए हैं, वहीं उनके कार्यकाल में किसानों की खून पसीने की कमाई अनाज खराब हो गया। यही नहीं कई जगह ऐसी शिकायतें भी हैं कि अनाज पूरा ही नहीं मिला। यानी मिलीभगत कर अनाज को खुर्द बुर्द कर दिया या बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया।
सबसे बड़ी बात यह है कि वर्ष 2016 तक के केस अभी तक पेंडिंग पड़े हैं। विभाग के एसीएस ने पहले क्लास-1 और क्लास-2 के अधिकारियों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 29 जुलाई को चंडीगढ़ में बैठक बुलाई गई है। ताकि आरोपी अफसरों पर शिकंजा कसा जा सके। इसके लिए विभाग के आला अधिकारी बैठक कर जल्द बड़ा निर्णय लेंगे। इनमें 32 क्लास-2 और एक अफसर क्लास-1 हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कहा कि 32 क्लास-2 और एक क्लास-1 ऑफिसर पर चार्ज-7 के आरोप हैं। इनकी जांच के लिए 29 जुलाई को चंडीगढ़ में बैठक बुलाई गई है। बैठक में हर फाइल को लेकर मंथन होगा। कुछ अफसर रिटायर हो चुके हैं। इनमें अधिकांश डीएफएससी और डीएफएसओ हैं,जिन पर आरोप हैं। जांच के बाद आरोपी काे बख्शा नहीं जाएगा।
चार्ज-7 के तहत होगी कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि जो 33 अफसर सरकार की राडार पर हैं, इनकी जांच पहले से चल रही है। फाइलें खंगालकर फाइनल रिपोर्ट तैयार हो रही है। इन पर चार्ज-7 के तहत कार्रवाई की जानी है। अधिकारियों पर जो आरोप लगे हैं,वे भी काफी गंभीर हैं। भ्रष्टाचार यदि हुआ है तो कितने करोड़ का हुआ है,यह जांच होगी। 29 जुलाई की बैठक में संबंधित विभाग के सभी आला अफसर बैठक में भाग लेंगे।
कितने का भ्रष्टाचार या गोलमाल,जांच जारी
फिलहाल खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जिन 32 सेकेंड क्लास यानी डीएफएससी या डीएफएसओ की लिस्ट तैयार की है, उन अधिकारियों ने किस जिले में अपने कार्यकाल में कितना भ्रष्टाचार या गोलमाल किया है, इसकी कुंडली बन रही है। जो आरोप लगे हैं,उनकी फाइल भी विभाग के पास हैं और इन फाइलों को खंगाला जा रहा है। क्योंकि 29 जुलाई काे बैठक से पहले सभी तरह की जानकारी जुटाने को कहा गया है। जिन अफसरों की जांच होगी, उनमें क्लास-2 के 32 अधिकारी हैं, जबकि क्लास-1 का एक अधिकारी शामिल है।
कई अफसर हो चुके हैं रिटायर
इस पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 33 अफसरों में से कई तो रिटायर भी हो चुके हैं। उन पर भी कार्रवाई के लिए तैयारी चल रही है। हालांकि वर्ष 2016 के बाद इन पर किसी तरह कार्रवाई अफसरों की ओर से नहीं की गई। कई पेंडिंग केस हैं। क्योंकि राजनीतिक लोगाें के भी इनमें रिश्तेदार बताए जा रहे हैं।
एक-एक अधिकारी की फाइल तलब
विभाग के एसीएस ने इन सभी 33 अफसरों की फाइलें मांगी हैं। जांच में किसी तरह की कमी रह गई है तो इसके लिए पूरी योजना बनाकर काम किया जाएगा। 29 जुलाई की बैठक से पहले विभाग में बड़े स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सरकार चाहती है कि विभाग में भ्रष्टाचार न रहे और लोगों को समय पर सभी तरह की सुविधाएं मिल सकें।
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Saturday, July 25, 2020
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July 25, 2020
जेड प्लस सुरक्षा के साथ गुरुग्राम में शिफ्ट हुईं प्रियंका गांधी वाड्रा
गुरुग्राम : जेड प्लस सुरक्षा के साथ गुरुग्राम में शिफ्ट हुईं प्रियंका गांधी वाड्रा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार देर रात गुरूग्राम में सेक्टर -43 डीएलएफ अरलियास सोसायटी के एक फ्लैट में शिफ्ट हो गईं हैं। इस दौरान वे जेड प्लस सुरक्षा के साथ थीं। प्रियंका के आने की सूचना के बाद सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस को भी तैनात किया गया था। एनसीआर सुरक्षा के लिहाज से अरलिया को सबसे मजबूत समाज माना जाता है।
शहरी विकास मंत्रालय ने एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद प्रियंका गांधी को लोदी रोड पर बंगला खाली करने का नोटिस दिया। इसके बाद उन्होंने बंगला खाली करने का फैसला किया था। प्रियंका अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहेंगी, लेकिन उनके द्वारा चुने गए घर में मरम्मत का काम चल रहा है, जो लगभग 2 महीने तक चलेगा। ऐसी स्थिति में, वह पति रॉबर्ट वाड्रा और बच्चों के साथ 2-3 महीने गुरुग्राम के इस समाज में रहेंगी।
प्रियंका को SPG सुरक्षा के कारण 1997 से नई दिल्ली क्षेत्र में लोदी एस्टेट के 35 सरकारी बंगले का आवंटन किया गया था। केंद्र सरकार ने उनकी एसपीजी सुरक्षा को जेड प्लस कर दिया। इसके बाद, केंद्र सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 1 जुलाई को एक नोटिस जारी कर सरकारी आवास को 31 जुलाई तक खाली करने का नोटिस दिया। प्रियंका को यह बंगला खाली करना होगा।
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Thursday, July 23, 2020
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July 23, 2020
चप्पल कांड मामला : महिला आयोग ने सीएम व कृषि मंत्री को सौंपी रिपोर्ट, कृषि मार्केटिंग बोर्ड प्रशासक व बिनैन खाप पंचायत प्रधान के खिलाफ कार्रवाई करने की भेजी सिफारिश
चप्पल कांड मामला : महिला आयोग ने सीएम व कृषि मंत्री को सौंपी रिपोर्ट, कृषि मार्केटिंग बोर्ड प्रशासक व बिनैन खाप पंचायत प्रधान के खिलाफ कार्रवाई करने की भेजी सिफारिश
रोहतक। टिक-टॉक (Tik-Tok) स्टार चप्पल कांड मामले में वीरवार को एक नया मोड़ और आ गया। घटना के पहलू पर उठाए प्रशासन के हर कदम पर महिला आयोग ने नाराजगी भी जताई और कई सवाल भी किए। अब महिला आयोग ने रिपोर्ट को सीएम मनोहर लाल व कृषि मंत्री जेपी दलाल के दरबार में पेश किया है, जिसमें महिला आयोग ने कृषि मार्केटिंग बोर्ड प्रशासक, बिनैन खाप पंचायत के प्रधान सहित दूसरे पक्ष सुल्तान सिंह को आरोपी मानते हुए कार्रवाई करने की सिफारिश तक कर दी है। अब देखना यह है कि सीएम व कृषि मंत्री इस मसले पर अपना क्या रूझान देते हैं। वीरवार को हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष प्रतिभा सुमन ने अपनी जांच रिपोर्ट में छह सवाल कर प्रशासन के रवैये पर नाराजगी जताई है, जोकि इस प्रकार निम्नलिखित है।
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July 23, 2020
फसल बीमा योजना करवाना किसान की इच्छा पर छोड़ा,घोषणा पत्र का समय दिया महज 1 दिन
फसल बीमा योजना करवाना किसान की इच्छा पर छोड़ा,घोषणा पत्र का समय दिया महज 1 दिन
चंडीगढ़। हरियाणा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसलों का बीमा करवाना अब पूरी तरह से किसानों की इच्छा पर निर्भर करेगा। राज्य सरकार ने बाकायदा एक अधिसूचना जारी करके किसानों की सुविधा के लिए इस योजना को पूर्णत: स्वैच्छिक करने का निर्णय लिया है। हालांकि इसमें एक नियम ये जोड़ा गया है कि बीमा न करवाने वाले किसान को एक घोषणा पत्र 24 जुलाई तक बैंक में देना होगा। ऐसे में किसानों के पास महज एक दिन है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि फसलों को प्राकृतिक आपदा व जोखिम से बचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2016-17 से चल रही है। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिसूचना खरीफ 2020 से रबी 2022-23 तक कर दी है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने बैंक के माध्यम से फसली ऋण लिया हुआ है और वे इस स्कीम में शामिल नहीं होना चाहते तो उन्हें एक घोषणापत्र बैंक में देना होगा।
उन्होंने बताया कि बैंक में अपनी फसल बीमा न करवाने का घोषणापत्र संबंधित बैंक मैनेजर को 24 जुलाई 2020 से पहले लिखित में देना होगा। इसके अतिरिक्त,जिन किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड नहीं है, वे सांझा सेवा केंद्र अथवा बैंक के माध्यम से आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं। बीमा करवाने के लिए जमीन की फर्द, आधार कार्ड, बैंक की कॉपी, जमीन का किरायानामा, फोटो व फसल बिजाई का प्रमाण पत्र देना होगा।
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July 23, 2020
हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, औद्योगिक प्लाटों की बोली लगा पीछे हटने वाले होंगे ब्लैक लिस्ट
हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला,औद्योगिक प्लाटों की बोली लगा पीछे हटने वाले होंगे ब्लैक लिस्ट
चंडीगढ़। औद्योगिक प्लाटों की बोली लगाकर पीछे हटने वाले उद्यमियों को सरकार ब्लैक लिस्ट करेगी। सफल बोलीदाता द्वारा प्लॉट नहीं लेने पर जमा कराई गई पांच फीसद संचित आय निधि (ईएमडी) को भी जब्त कर लिया जाएगा। ईएमडी पहले प्लाट के आरक्षित मूल्य की दो फीसद होती थी जिसे अब तीन फीसद बढ़ाया गया है।
डिफाल्टर बोलीदाताओं की राशि होगी जब्त
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) के चेयरमैन राजेश खुल्लर की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बोर्ड ने प्रत्येक आबंटी की इकाई के भीतर श्रमिकों के इन-सीटू आवास के लिए दस फीसद अतिरिक्त तल क्षेत्र अनुपात (एफएआर) की अनुमति के लिए नीति को भी मंजूरी दी। एच-1 (उच्चतम) बोली लगाने वाले को अब भूखंड दर्ज (बुक) करने के लिए दस मिनट का समय दिया जाएगा।
यदि वह प्लॉट को निश्चित समय में दर्ज (बुक) नहीं करता है तो सॉफ्टवेयर अगले एक मिनट में बिना किसी क्रम के (रेंडमली) प्लॉट आवंटित करेगा। इसके बाद का दौर एच-2 बोलीदाता की उच्चतम बोली से शुरू होगा। यदि बोली नहीं होती है तो एच-2 बोलीदाता को उसकी पिछली एच-2 बोली में उसके भूखंड का चयन करने के लिए 30 मिनट का समय दिया जाएगा। तीसरा दौर एच-3 बोलीदाता की उच्चतम बोली से शुरू होगा।
सफल बोली लगाने वालों के लिए 10 प्रतिशत भुगतान के समय को 24 घंटे से बढ़ाकर 72 घंटे किया जाएगा। सभी असफल बोलीदाताओं को 24 घंटे के भीतर उनकी ईएमडी राशि वापस कर दी जाएगी। औद्योगिक आवास के लिए दस फीसद अतिरिक्त एफएआर की अनुमति से उन इकाइयों को फायदा होगा, जिन्होंने पहले से ही उपलब्ध एफएआर को समाप्त कर लिया है। आनुपातिक वृद्धि शुल्क के भुगतान और जोनिंग या बिल्डिंग योजनाओं को संशोधित करने के पश्चात सुविधा प्रदान की जाएगी। पांच एकड़ तक के भूखंडों के आबंटी स्व-प्रमाणीकरण के माध्यम से दस फीसद अतिरिक्त एफएआर प्राप्त कर सकते हैं।
आइआइएम निदेशक ने सुझाए वैकल्पिक तरीक
रोहतक स्थित आइआइएम के निदेशक प्रो.धीरज पी शर्मा ने उद्यमियों की प्रतिक्रिया के आधार पर औद्योगिक भूखंडों की बिक्री के वैकल्पिक तरीकों पर एक प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में नाममात्र अग्रिम भुगतान (नोमीनल अपफ्रंट पेमेंट) और आस्थगित भुगतान आधार (डेफर्ड पेमेंट बेसिस) पर भूमि की पेशकश शामिल थी। बैठक में बोर्ड ने प्रो. धीरज पी. शर्मा की अध्यक्षता और एचएसआइआइडीसी के कार्यकारी निदेशक,मुख्य वित्त अधिकारी और कंपनी सचिव को सदस्यों के रूप शामिल करके एक समिति का गठन भी किया। यह समिति छोटे उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए पट्टे के आधार, किराया खरीद आधार सहित भूमि के आवंटन के लिए विभिन्न विकल्पों पर काम करेगी।
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July 23, 2020
रोहतक पीजीआई में खुले पहले प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन करने के बाद गृहमंत्री ने थपथपाई अधिकारियों की पीठ
रोहतक पीजीआई में खुले पहले प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन करने के बाद गृहमंत्री ने थपथपाई अधिकारियों की पीठ
चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य और गृहमंत्री अनिल विज ने रोहतक पीजीआई में प्रदेश के पहले प्लाज्मा बैंक का उदघाटन अंबाला छावनी स्थित अपने आवास से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल इंफेक्शन कंट्रोल मैन्युअल फॉर कोविड19 और अस्पताल मैन्युअल पुस्तक का विमोचन भी किया। उन्होंने कोरोना काल मे प्रदेश की जनता को महामारी से बचाने के लिए जुटे स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों की पीठ थपथपाई। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि पीजीआई रोहतक में राज्य का पहला प्लाज्मा बैंक स्थापित किया गया है, जिसका अंबाला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो कोरोना की बीमारी से ठीक हो चुका है और स्वस्थ है वो 14 दिन के बाद अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। उन्होंने सभी लोगों से अपील भी की कि जो लोग कोरोना की बीमारी से ठीक हो चुके हैं जिनकी हरियाणा में आज तक की संख्या 21 हजार से ज्यादा है उन लोगों को अपने नजदीकी प्लाज्मा बैंक में जाकर प्लाज्मा डोनेट करना चाहिए ताकि उससे और लोगों की जिंदगियों को बचाया जा सके।
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July 23, 2020
दरिंदगी की हद, पालन पोषण न कर सका तो बेरहम पिता ने पांचों बच्चों को उतार दिया मौत के घाट
दरिंदगी की हद, पालन पोषण न कर सका तो बेरहम पिता ने पांचों बच्चों को उतार दिया मौत के घाट
जींद। जिले के गांव डिडवाड़ा में वीरवार को दिल-दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिस सुनकर किसी के पैरों तले जमीन खिसक सकती है। वीरवार को गांव में हुई पंचायत में जब एक बेरहम पिता ने सच उगला तो हर कोई स्तब्ध रह गया। कारण था एक पिता ने अपने ही पांच बच्चों को मौत के घाट उतार दिया वो भी इसलिए क्योंकि वह अपने बच्चों का पालन पोषण करने में असमर्थ था। मामला से पर्दा तब उठा जब पूछताछ के दौरान पुलिस को पिता के दिए बयान पर शक हुआ। हैरानी की बात यह भी थी कि बेरहम पिता ने पांचों बच्चों की हत्या कर सभी को गुमराह तक करने का प्रयास भी किया। बीते दो दिन पहले पिता ने अपनी दोनों बेटियों का कत्ल कर नहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंक दिया और पुलिस के पास जाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ दो बेटियों को बंधक बनाने का मामला दर्ज करवा दिया।
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July 23, 2020
शादियों में मेहमानों की संख्या और कम करने की तैयारी कर रही है हरियाणा सरकार
शादियों में मेहमानों की संख्या और कम करने की तैयारी कर रही है हरियाणा सरकार
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार शादियों में मेहमानों की संख्या पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। अभी तक शादियों में 50 लोगों के शामिल होने की छूट है। जल्द ही यह संख्या और कम की जाएगी। यह जानकारी हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका पर सुनवाई के दौरान दी।
सरकार ने इस बाबत कोर्ट से कुछ समय देने की भी मांग की ताकि सरकार याची की मांग पर उचित फैसला लेकर कदम उठा सके। सरकार के इस जवाब पर हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई 7 अगस्त तक स्थगित कर दी।
हाईकोर्ट के वकील एच. सी. अरोड़ा ने अवमानना याचिका में बताया था कि उसने शादियों में 50 लोगों के शामिल होने की केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइड लाइन पर पुनर्विचार किए जाने की मांग को लेकर पहले हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
याचिका का निपटारा करते हुए हाईकोर्ट ने हरियाणा, पंजाब व चंडीगढ़ प्रशासन को याची की मांग पर उचित फैसला लेने का आदेश दिया था। उसकी मांग पर पंजाब सरकार ने 13 जुलाई को एक अधिसूचना जारी कर शादियों में 50 लोगों के बजाय केवल 30 लोगों को शामिल होने की इजाजत दी,लेकिन हरियाणा व चंडीगढ़ ने अभी तक इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया था। इसलिए याची को अब अवमानना याचिका दायर करनी पड़ी।
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July 23, 2020
हरियाणा के 32 शहरों में रजिस्ट्री घोटाला, 30 हजार से ज्यादा गलत रजिस्ट्रियां
हरियाणा के 32 शहरों में रजिस्ट्री घोटाला, 30 हजार से ज्यादा गलत रजिस्ट्रियां
चंडीगढ़। हरियाणा में अवैध तरीके से रजिस्ट्रियों का खेल हालांकि बरसों से चल रहा है, लेकिन लॉकडाउन की अवधि में जमकर रजिस्ट्रियां हुई। ये रजिस्ट्रियां करने में न तो नियमों का ध्यान रखा गया और न ही जिला नगर योजनाकारों (डीटीपी) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लिए गए। प्राथमिक तौर पर हरियाणा के 32 शहरी निकायों के कंट्रोल एरिया में हुई रजिस्ट्रियों में गड़बिडय़ां पाई गई हैं।
ग्रामीण इलाकों में कृषि भूमि तथा शहरी इलाकों में अवैध कालोनियों के प्लाटों की हुई रजिस्ट्रियां
प्रदेश सरकार हालांकि इसे घोटाला मानने को तैयार नहीं है और इन्हेंं अनियमितताएं देकर अपना पल्ला झाड़ रही है,लेकिन पूरे प्रदेश में करीब 30 हजार रजिस्ट्रियां गलत ढंग से होने की रिपोर्ट है। इन रजिस्ट्रियों में करोड़ों रुपये के घोटाले की बू आ रही है।
रजिस्ट्री घोटाले में डीसी से लेकर रजिस्ट्रेशन क्लर्क तक आधा दर्जन अधिकारियों की बड़ी चेन शामिल
प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कृषि भूमि तथा शहरी इलाकों में अवैध कालोनियों के प्लाटों की अवैध रजिस्ट्रियां हुई हैं। इन रजिस्ट्रियों को अंजाम तक पहुंचाने में पूरी 'चेन' ने काम किया है। इस चेन में डीसी, डीटीपी, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो और रजिस्ट्रेशन क्लर्क (आरसी) तक शामिल हैं। सबसे महत्वपूर्ण कड़ी तहसीलदार, नायब तहसीलादर और रजिस्ट्रेशन क्लर्क को माना जाता है।
एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, बहादुरगढ़, पलवल और सोनीपत में जमीन काफी महंगी है। इसलिए यहां बड़े खेल हुए हैं, जबकि बाकी शहरों करनाल, अंबाला, हिसार, सिरसा, कुरुक्षेत्र और जींद में भी रजिस्ट्रियों में भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आई हैं।
किसी भी रजिस्ट्री में पहले तहसीलदार की फोटो लगनी अनिवार्य थी, मगर लाकडाउन में जितनी रजिस्ट्रियां हुई हैं, उनमें अधिकतर में तहसीलदारों की फोटो नहीं लगी है। हरियाणा शहरी कंट्रोल एरिया एक्ट की धारा सात ए में प्रावधान है कि 1200 गज से ऊपर की जमीन की बिना एनओसी रजिस्ट्री हो सकती है, जबकि इससे कम जमीन की रजिस्ट्री के लिए एनओसी जरूरी है। अवैध कालोनियों में प्लाटिंग करने के बाद उन्हेंं 1200 गज से ऊपर की जमीन दिखा दिया गया और उस जमीन के अलग-अलग पार्टनर दर्शाते हुए उसकी रजिस्ट्रियां कर दी गई।
तहसीलदारों ने तय कर रखे रजिस्ट्रियों के रेट
हरियाणा में रजिस्ट्रियों के लिए तहसीलदारों ने रेट तय कर रखे हैं। कई तहसीलदार जमीन की कुल कीमत का दो प्रतिशत लेते हैं, जबकि कई ऐसे हैं, जो 200 से 300 रुपये प्रति गज की दर से अपना हिस्सा लेते हैं। आरोप लगाया जाता है कि यह पैसा विधायकों व सांसदों के साथ-साथ विभाग के उच्च अधिकारियों में बांटा गया है। कई ऐसे विधायक, जिन्हेंं अपना हिस्सा लेने में दिक्कतें आई, उन्होंने इस घोटाले की पोल खोल दी। हालांकि राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि भले ही घोटाला सामने आया, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी जांच कराने की पहल कर अच्छे संकेत दिए हैं।
पोस्टिंग के लिए मोटा माल खर्चते हैं अफसर
हरियाणा का कोई जिला ऐसा नहीं है, जहां रजिस्ट्रियों में गड़बड़ नहीं हुई है। अकेले फरीदाबाद में करीब डेढ़ हजार तथा गुरुग्राम जिले में करीब दो हजार रजिस्ट्रियां हुई हैं। फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, बहादुरगढ़, पलवल, मेवात, अंबाला, पानीपत, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिले ऐसे हैं, जिनमें पोस्टिंग के लिए तहसीलदारों व जिला राजस्व अधिकारियों में मारामारी रहती है। गुरुग्राम व फरीदाबाद दो जिले ऐसे हैं, जहां से रजिस्ट्रियों के रूप में मोटा पैसा लिया जाता है। यहां जमीनें महंगी हैं। अधिकारी भी मोटा माल-पानी देकर इन जिलों में पोस्टिंग हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं।
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July 23, 2020
पोते ने खोला राज, मम्मी ने ही दिया था दादी को धक्का, हो गई मौत
पोते ने खोला राज, मम्मी ने ही दिया था दादी को धक्का, हो गई मौत
फरीदाबाद। एनआइटी थाना क्षेत्र की भगत सिंह कॉलोनी में झगड़े के दौरान बहू ने सास को धक्का दे दिया। इससे वह बेड पर गिर पड़ी और मौत हो गई। पुलिस ने ससुर की शिकायत पर बहू के खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एनआईटी थाना क्षेत्र की भगत सिंह कॉलोनी निवासी सत्यपाल ने पुलिस को बताया है कि उसके बड़े बेटे की शादी बरखा के साथ साल 2000 में हुई थी। बरखा व उसकी सास सुदर्शन के बीच मकान के बंटवारे को लेकर रार कई दिन से चल रही थी। शाम को बरखा और सुदर्शन के बीच झगड़ा हो गया। उस वक्त सत्यपाल घर के बाहर खड़े होकर किसी से फोन पर बात कर रहे थे, तभी उन्हें चीखने की आवाज सुनाई दी। वे अंदर गए तो कमरे में सुदर्शन बेड पर अचेत पड़ी थी। सत्यपाल के मुताबिक वहां मौजूद पोते ने उन्हें बताया कि मम्मी ने दादी को तेज धक्का देकर बेड पर गिरा दिया। सुदर्शन को लेकर सत्यपाल तुरंत बादशाह खान अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद सुदर्शन को मृत घोषित कर दिया। बरखा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि सुदर्शन के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है। ऐसे में मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट व जांच के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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July 23, 2020
हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला,पंचायत चुनावों में महिलाओं को मिलेगा 50 फीसदी आरक्षण
हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला,पंचायत चुनावों में महिलाओं को मिलेगा 50 फीसदी आरक्षण कैबिनेट मंजूरी के बाद विधानसभा में पारित कराया जाएगा विधेयक,भाजपा-जजपा सहमत
चंडीगढ़। हरियाणा में पंचायती राज चुनावों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण मिलेगा। यह व्यवस्था 2021 में होने वाले पंचायत चुनावों से शुरू होगी। हरियाणा सरकार के इस फैसले की जानकारी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को दी। वह सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा विधायक दल इस पर सहमति जता चुके हैं।
यह गठबंधन सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम का भी हिस्सा है। जल्दी ही कैबिनेट बैठक में मंजूरी के लिए इसका एजेंडा लाया जाएगा। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। कैबिनेट मंजूरी के बाद सरकार विधानसभा के अगले सत्र में विधेयक पारित कराकर 50 फीसदी आरक्षण का कानून बना देगी। पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को यह आरक्षण मिलने से ग्रामीण विकास तेजी से हो सकेगा।
बकौल दुष्यंत,पूरे देश में करीब दो तिहाई हिस्से में पंचायती चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण पहले से है। हरियाणा के पड़ोसी राज्यों में भी यह व्यवस्था है। अब हरियाणा सरकार ने भी लागू करने का मन बनाया है। उत्कृष्ट कार्य करने वाली 100 महिला प्रतिनिधियों को स्कूटी देने जा रहे हैं। इनमें दस जिला परिषद सदस्य, 20 ब्लॉक समिति सदस्य,40 वार्ड सदस्य व 30 सरपंच शामिल होंगी।
हरियाणा में 6204 पंचायतें
प्रदेश में कुल 6204 ग्राम पंचायत हैं। इनमें से 2565 में महिला सरपंच हैं। करीब 1400 पंचायतें अनुसूचित जाति के लिए, 1671 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हैं तो करीब 3079 पंचायतें सामान्य श्रेणी की हैं। 416 जिला परिषद सीटों में से 181 महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, 96 अनुसूचित जाति व 74 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
पढ़ी-लिखी पंचायतों का पहले उठा चुके कदम
हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने पंचायत चुनाव के लिए शैक्षणिक योग्यता की शर्त लगाई थी। चाहे महिला हो या पुरुष सभी के लिए शैक्षणिक योग्यता की सीमा निर्धारित है। इसका विरोध भी हुआ था और मामला अदालत में पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के इस फैसले पर अपनी मुहर लगाई थी। इससे पंचायतों के विकास कार्य में काफी तेजी आई है।
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July 23, 2020
हरियाणा मे कैसे मनाई गई तीज ? देखे हरियाणा की हरियाली तीज .... आई तीज बिखेरगी बिज ....
सावन का महीना मस्ती, प्रेम और उत्साह का महीना माना जाता है। यह त्यौहार उत्तर भारत के अनेक प्रांतों में बहुत जोश और उमंग के साथ मनाया जाता है। हरियाली तीज मुख्यतः स्त्रियों का त्यौहार है जो श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। सावन का महीना आते ही आसमान काले मेघों से आच्छादित हो जाता है और वर्षा की फुहारें पड़ते ही हर वस्तु नवरूप को प्राप्त करती है,इस समय पृथ्वी चारों तरफ हरियाली की चादर ओढ़ लेती है। तीज का सम्पूर्ण रंग प्रकृति के रंग में मिलकर अपनी अनुपम छठा बिखेरता है प्रकृति भी अपने सौंदर्य में लिपटी मानो इसी समय का इंतज़ार कर रही होती है।
हरियाली तीज की पौराणिक मान्यताएं
पौराणिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी, इससे प्रसन्न होकर शिव ने हरियाली तीज के दिन ही माँ पार्वती को पत्नी रूप में स्वीकार किया था। अखंड सौभाग्य का प्रतीक यह त्यौहार भारतीय परंपरा में पति-पत्नी के प्रेम को और प्रगाढ़ बनाने तथा आपस में श्रद्धा और विश्वास कायम रखने का त्यौहार है इसके आलावा यह पर्व पति-पत्नी को एक दूसरे के लिए त्याग करने का संदेश भी देता है। इस दिन कुंवारी कन्याएं व्रत रखकर अपने लिए शिव जैसे वर की कामना करती हैं वहीं विवाहित महिलाएं अपने सुहाग को भगवान शिव तथा पार्वती से अक्षुण बनाये रखने की कामना करती हैं।
हरियाली तीज पूजा विधि
हरियाली तीज में हरी चूड़ियाँ, हरे वस्त्र पहनने,सोलह शृंगार करने और मेहंदी रचाने का विशेष महत्व है। इस त्यौहार पर विवाह के पश्चात पहला सावन आने पर नवविवाहित लड़कियों को ससुराल से पीहर बुला लिया जाता है। लोकमान्य परंपरा के अनुसार नव विवाहिता लड़की के ससुराल से इस त्यौहार पर सिंजारा भेजा जाता है जिसमें वस्त्र,आभूषण, श्रृंगार का सामान, मेहंदी, घेवर-फैनी और मिठाई इत्यादि सामान भेजा जाता है। इस दिन महिलाएं मिट्टी या बालू से मां पार्वती और शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा करती हैं। पूजन में सुहाग की सभी सामिग्री को एकत्रित कर थाली में सजाकर माता पार्वती को चढ़ाना चाहिए।
नैवेध में भगवान को खीर पूरी या हलुआ और मालपुए से भोग लगाकर प्रसन्न करें। तत्पश्चात भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाकर तीज माता की कथा सुननी या पढ़नी चाहिए। पूजा के बाद इन मूर्तियों को नदी या किसी पवित्र जलाशय में प्रवाहित कर दिया जाता है।शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव और देवी पार्वती ने इस तिथि को सुहागन स्त्रियों के लिए सौभाग्य का दिन होने का वरदान दिया है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो सुहागन स्त्रियां सोलह श्रृंगार करके भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं,उनको सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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July 23, 2020
हाई कोर्ट का बड़ा व महत्वपूर्ण आदेश दुष्कर्म में डीएनए रिपोर्ट के नहीं मिलने से अपराधी निर्दोष नहीं
हाई कोर्ट का बड़ा व महत्वपूर्ण आदेश दुष्कर्म में डीएनए रिपोर्ट के नहीं मिलने से अपराधी निर्दोष नहीं
चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने दुष्कर्म के मामले में बुधवार को बड़ा व महत्वपूर्ण आदेश दिया। हाई कोर्ट ले स्पष्ट किया कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में डीएनए रिपोर्ट आरोपित के साथ मेल नहीं खाने पर यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता कि आरोपित व्यक्ति निर्दोष है।
हाई कोर्ट के जस्टिस विवेक पुरी ने यह आदेश हरियाणा के चरखी दादरी जिले से सामूहिक दुष्कर्म के एक मामले के आरोपित नवीन की जमानत याचिका खारिज करते हुए जारी किए। आरोपित ने हाई कोर्ट में पोक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण करने संबंधी अधिनियम),सामूहिक दुष्कर्म और संबंधित आरोपों के संबंध में जमानत की मांग की थी।
आरोपित ने डीएनए न मिलने के आधार पर मांगी थी हाई कोर्ट से जमानत
4 मई 2018 को महिला पुलिस स्टेशन चरखी दादरी में पीडि़ता के पिता द्वारा की गई शिकायत के अनुसार,उनकी बेटी को 3 और 4 मई 2018 की रात को तीन व्यक्तियों द्वारा अगवा कर लिया गया था। बाद में, पीडि़ता ने अपने पिता को सूचित किया कि उसके साथ नवीन ने दुष्कर्म किया गया था और दो अन्य लड़कों और उसने उसे मारने की धमकी दी। बाद में सभी आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
जमानत याचिका में याचिकाकर्ता नवीन ने दलील दी कि जांच के दौरान वह निर्दोष पाया गया। याचिकाकर्ता द्वारा यह भी दावा किया गया था कि डीएनए रिपोर्ट उसके साथ मेल नहीं खाती। जमानत याचिका का कड़ा विरोध करते हुए हरियाणा सरकार व शिकायतकर्ता की ओर से पेश वकील ने दलील दी कि यह सामूहिक दुष्कर्म का मामला है और पीडि़ता ने अपने खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म के मामले के संबंध में गंभीर और स्पष्ट आरोप लगाए थे।
सभी पक्षों को सुनने के बाद हाई कोर्ट ने कहा कि केवल डीएनए रिपोर्ट का नहीं मिलना यह साहित नहीं करता कि आरोपित अपराध में शामिल नहीं था। पीडि़ता ने उसे पहचाना है और ट्रायल में अपने बयान दर्ज करवाए है। ऐसे में केवल डीएनए रिपोर्ट का सहारा लेकर अपने को निर्दोष साबित करने की आरोपित की मांग नहीं मानी जा सकती। ऐसे में हाई कोर्ट उसकी जमानत की मांग खारिज करता है। डीएनए रिपोर्ट का न मिलना उसे राहत का हकदार नहीं बना सकता।
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Unnamed Road, 110000, Kazakhstan
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July 23, 2020
हरियाणा सरकार द्वारा मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को 40 प्रतिशत तथा महिला और अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों को 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है।
हरियाणा सरकार द्वारा मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को 40 प्रतिशत तथा महिला और अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों को 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है।
चंडीगढ़, 22 जुलाई- हरियाणा सरकार द्वारा मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को 40 प्रतिशत तथा महिला और अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्तियों को 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। मत्स्य पालन में आई नई व आधुनिक तकनीक रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस) से 30 से 35 टन मछली की पैदावार करके बेहतर आय अर्जित की जा सकती है। इसलिए बेरोजगार युवा अब मत्स्य पालन व्यवसाय अपनाकर बेहतर आजीविका कमा सकते हैं।
विभाग के एक प्रवक्ता ने मत्स्य पालन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए किसी भी तरह की योग्यता की आवश्यकता नहीं है। व्यवसाय शुरू करने वाले व्यक्ति के पास केवल एक एकड़ भूमि होनी चाहिए। खुद की जमीन या पट्टे पर ली हुई जमीन पर भी व्यवसाय की शुरुआत की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि एक एकड़ भूमि पर मछली उत्पादन के लि ए एक विशेष तालाब का निर्माण करना होता है। इसके बाद निर्माण लागत राशि की भरपाई सब्सिडी के तौर पर डीबीटी के माध्यम से सीधी लाभार्थी के बैंक खाते में कर दी जाती है। उन्होंने रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहले मछली की खेती पोंड टेक्निक यानि तालाब में की जाती थी, जिसमें लगभग 5 से 7 टन मछली की पैदावार होती थी। लेकिन अब एक निर्धारित भूमि के ऊपर टैंक बनाकर रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस) के माध्यम से यह खेती 5-7 टन से बढकऱ 30 से 35 टन हो जाएगी। इससे मत्स्य पालक का मुनाफा भी कई गुना तक बढ़ जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह खेती मीठे और खारे पानी, दोनों में की जा सकती है। मीठे पानी में मुख्यत: रोहू, केटला, मिरगल, कॉमन कार्प, ग्रास कार्प व इंडियन मेजर कार्प किस्म की मछलियों की खेती की जाती है। इसी प्रकार, खारे पानी में सफेद झींगा की खेती कर सकते हैं। झींगा मछली बाजार में लगभग 300 से 350 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकती है। प्रति हेक्टेयर जमीन में लगभग 30 टन मत्स्य पालन किया जा सकता है, जो एक अच्छे मुनाफे का व्यवसाय हो सकता है।
प्रवक्ता ने बताया कि वर्तमान समय में मत्स्य उत्पादन में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में अधिक से अधिक युवाओं को मछली पालन व्यवसाय के बारे में जानकारी हो, इसके लिए विभाग द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं ताकि युवाओं को इस व्यवसाय की बारीकियों के बारे में पता चल सके।
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July 23, 2020
हरियाणा सरकार ने राज्य के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों से उनकी पिछले चार वर्षों की खेल उपलब्धियों के आधार पर भीम पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
हरियाणा सरकार ने राज्य के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों से उनकी पिछले चार वर्षों की खेल उपलब्धियों के आधार पर भीम पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
हरियाणा सरकार ने राज्य के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों से उनकी पिछले चार वर्षों की खेल उपलब्धियों के आधार पर भीम पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक खिलाड़ी 15 अगस्त 2020 तक अपने-अपने जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकते
चंडीगढ़,- हरियाणा सरकार ने राज्य के उत्कृष्ट खिलाडिय़ों से उनकी पिछले चार वर्षों की खेल उपलब्धियों के आधार पर भीम पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक खिलाड़ी 15 अगस्त 2020 तक अपने-अपने जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकते हैं। आवेदन पत्र विभागीय वेबसाइट www.haryanasports.gov.in से डाउनलोड कर या किसी भी कार्य दिवस को कार्यालय से भी प्राप्त किया जा सकता है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2017-18 के लिए भीम पुरस्कार हेतु केवल नेत्रहीन व बधिर खिलाड़ी ही आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए पहली अप्रैल, 2013 से 31 मार्च, 2017 के बीच की उनकी उपलब्धियों को आधार माना जाएगा।
उन्होंने बताया कि अन्य खिलाडिय़ों से वर्ष 2018-19 के लिए भीम पुरस्कार हेतु पहली अप्रैल, 2014 से 31 मार्च, 2018 के बीच की उपलब्धियों, वर्ष 2019-20 के लिए भीम पुरस्कार हेतु पहली अप्रैल, 2015 से 31 मार्च, 2019 के बीच की उपलब्धियों तथा वर्ष 2020-21 के लिए भीम पुरस्कार हेतु पहली अप्रैल, 2016 से 31 मार्च, 2020 के बीच की खेल उपलब्धियों के आधार पर आवेदन किये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त, 2020 के बाद किसी भी खिलाड़ी का आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि आवेदन पत्र के साथ खेल उपलब्धियों की सत्यापित प्रतियां, राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने का प्रमाण-पत्र, जन्मतिथि प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण-पत्र, बैंक पास बुक की कॉपी एवं पासपोर्ट आकार के तीन रंगीन फोटोग्राफ के साथ खिलाड़ी अपना आवेदन जमा करा सकता है।
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July 23, 2020
कुरुक्षेत्र में चाय वाला 50 हजार का लोन लेने बैंक पहुंचा तो उड़ गए होश, 51 करोड़ रुपये का कर्ज निकला
कुरुक्षेत्र में चाय वाला 50 हजार का लोन लेने बैंक पहुंचा तो उड़ गए होश, 51 करोड़ रुपये का कर्ज निकला
कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र में चाय का काम करने वाले दयालपुर गांव निवासी राजकुमार ने एक फाइनेंस कंपनी में 50 हजार का पर्सनल लोन एप्लाई किया। फाइनेंस कंपनी ने उसको यह कहकर लोन देने से इन्कार कर दिया कि आपका सिबिल स्कोर ठीक नहीं है। उन्होंने इसकी डिटेल निकलवाई तो उनके नाम 50 करोड़ 76 लाख 20 हजार रुपये का लोन दिखाया गया जोकि उसने लिया ही नही। दरअसल राजकुमार लॉकडाउन के दौरान करियाना व दूध वाले का कर्ज चुकाने के अलावा अपना चाय का काम फिर से शुरू करने के लिए 50 हजार रुपये के पर्सनल लोन के लिए एक फाइनेंस कंपनी में एप्लाई किया था। कंपनी ने लोन देने से मना करने के बाद इसका कारण पता करने पर मिली जानकारी से इस व्यक्ति के होश उड़ गए। उस पर 50 करोड़ 76 लाख रुपये के बैंक लोन निकले। दरअसल इनमें सबसे बड़ी राशि 50 करोड़ 50 लाख रुपये है। यह लोन 27 अप्रैल 2013 का दिखाया गया है। अब चाय वाला परेशान है।
16 लोन उसकी सिबिल रिपोर्ट में दिखाए गए गांव दयालपुर के राजकुमार ने बताया कि वह कुरुक्षेत्र के थानेसर शहर में आहुवालिया चौक पर चाय की रेहड़ी लगाता है। उसने लॉकडाउन में उसकी चाय की दुकान बंद रही थी। उसने घर चलाने के लिए करियाने और दूध की उधार की थी। अब अनलॉक-1 से चाय की रेहड़ी लगानी शुरू की, लेकिन चाय की मांग अपेक्षाकृत कम है। करियाना व दूध की उधार देनी थी। उसने जुलाई के पहले सप्ताह में रेलवे रोड कुरुक्षेत्र स्थित एक फाइनेंस कंपनी में 50 हजार रुपये के पर्सनल लोन के लिए एप्लाई किया था। 16 जुलाई को उसको फोन कर बताया कि आपका सिबिल स्कोर ठीक न होने पर लोन नहीं दिया जा सकता। राजकुमार ने बताया कि उसने अपना सिबिल रिकॉर्ड निकलवाया तो वह हैरान रह गया। उसके रिकॉर्ड में 16 लोन दिखाए गए हैं। इनमें 50.50 करोड़ का 27 अप्रैल 2013 का कॉमर्शियल व्हीकल लोन दिखाया गया है। कई लोन तो हर महीने दिखाए गए हैं। इसके अलावा किसान क्रेडिट, ऑटो व ट्रैक्टर लोन दिखाया गया है। उसकी सिबिल रिपोर्ट में 57 करोड़ 75 लाख 20 हजार रुपये के लोन दिखाए गए हैं।
रोजाना साइकिल से शहर आते हैं राजकुमार राजकुमार ने बताया कि उसके पास साइकिल है और इसी पर हर रोज गांव से शहर आता-आता है। पिता पूर्ण सिंह को सरकार की योजना में 100 गज का प्लॉट मिला था। उसमें तीसरा हिस्सा उसको मिला हुआ है। उसने इसमें अपना मकान बनाया हुआ है। परिवार का गुजर बसर मुश्किल से चल पाता है। उसकी रिपोर्ट में किसान क्रेडिट कार्ड पर 1,86,808 रुपये का लोन दिखाया जा रहा है। जबकि उसके पास घर के सिवाय खेती के लिए कोई जमीन नहीं है। सिबिल रिपोर्ट में उसका लोन को नहीं दर्शाया राजकुमार ने बताया कि उसके साथ बड़ा खेल खेला जा रहा है। उसने 30 सितंबर 2015 को 20 हजार रुपये का मुद्रा लोन लिया था। इस राशि में अपनी चाय की दुकान शुरू की थी। इसका 17119 रुपये इसका जमा कराना बाकी है। सिबिल रिपोर्ट में उसका लोन को नहीं दर्शाया गया, जबकि बाकी मोटी राशि के लोन उसकी रिपोर्ट में दिए गए हैं। उसके गांव के पड़ोसी पवन कुमार ने उसके साथ ही एप्लाई किया था। उसको लोन दे दिया गया, जबकि उसकी एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी गई। तकनीकी खामी के चलते हुआ : एलडीएम जिला अग्रणी बैंक के एलडीएम हरिसिंह गुमरा ने कहा कि उनके पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। जिले में किसी के लोन की इतनी बड़ी आउट स्टेंडिंग नहीं है। इसमें तकनीकी खामी रही होगी। राजकुमार को संबंधित बैंक मैनेजर से मिलकर अपना सिबिल ठीक करा सकता है। अगर बैंक में उसको परेशानी होती है तो वह उनसे संपर्क कर सकता है। उनको किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
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July 23, 2020
नौल्था में डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाले
नौल्था में डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाले
नौल्था में डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाले पद्मश्री अवाॅर्डी ग्राम सचिव नरेंद्र भ्रष्टाचार के चाैथे मामले में भी कसूरवार मिले बीडीपीओ की जांच में सरपंच अजमेर भी कसूरवार,दोनों पर कार्रवाई की सिफारिश
पानीपत। पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त डिडवाड़ी के नरेंद्र सिंह ग्राम सचिव रहते हुए नौल्था डूगरान में 1.78 करोड़ के डिवेलपमेंट वर्क में हुई धांधली में भी कसूरवार पाए गए हैं। इसराना के ब्लॉक डिवेलपमेंट पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) की जांच में बतौर ग्राम सचिव रहते हुए नरेंद्र सिंह ने नौल्था के सरपंच अजमेर सिंह संग मिलकर 1.30 करोड़ की गड़बड़ी की। बीडीपीओ ने डीसी को जो जांच रिपोर्ट सौंपी है, काम अधूरे पड़े हैं लेकिन ग्राम सचिव और सरपंच ने पंचायत के खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाल लिए।
बीडीपीओ ने दोनों पर कार्रवाई की सिफारिश की है। इससे पहले तीन अन्य गांवों में बतौर ग्राम सचिव रहते भी नरेंद्र सिंह बीडीपीओ की जांच में कसूरवार करार दिए जा चुके हैं। इस कारण उसे डीसी ने चार्जशीट करते हुए जांच बिठा दी। हालांकि, दो माह बाद भी जांच पूरी नहीं हो पाई है। पशु पालन के लिए नरेंद्र को राष्ट्रपति ने 11 मार्च 2019 को पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया था। फिलहाल, नरेंद्र सिंह सनौली खुर्द में ग्राम सचिव हैं।
गबन छुपाने के लिए रिकॉर्ड नहीं दिया
बीडीपीओ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि सीएम विंडाे पर नौल्था डूगरान पंचायत में डिवेलपमेंट वर्क में गड़बड़ी की शिकायत आई थी। इसकी जांच के लिए जब सरपंच अजमेर और ग्राम सचिव नरेंद्र से रिकॉर्ड मांगा तो दोनों ने नहीं दिया। जांच में यह भी पाया गया कि गलियाें और चौपालों के काम अधूरे हैं। इतना ही नहीं मेजरमेंट बुक भी नहीं भरी गई। न ही जेई व सरपंच के हस्ताक्षर मिले। दोनों ने विकास के लिए आए 79.50 लाख में से 70 लाख और पंचायत की एफडी 98.72 लाख में से 60 लाख रुपए निकाल लिए, जबकि इसके काम अधूरे थे।
1. हड़ताड़ी में 1.51 करोड़ रुपए के डिवेलपमेंट वर्क में गड़बड़ी में फंस चुके हैं ग्राम सचिव- इसी तरह से डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना ही हड़ताड़ी ग्राम पंचायत के खाते से 1.51 करोड़ रुपए निकाल लिए गए। जिसमें बतौर ग्राम सचिव नरेंद्र सिंह और सरपंच गुरमीत सिंह बीडीपीओ की जांच में कसूरवार पाए गए थे।
2. काकोदा में काम पूरा किए बिना 44 लाख लिए- बीडीपीओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि काकोदा पंचायत में 1 करोड़ के डिवेलपमेंट वर्क होने थे। ग्राम सचिव नरेंद्र सिंह और सरपंच शलेंद्र ने डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत के खाते से 44 लाख रुपए निकाल लिए।
3. मांडी में 24 लाख की गड़बड़ी में भी नाम- मांडी पंचायत में भी डिवेलपमेंट वर्क होने थे। यहां भी बीडीपीओ की जांच में ग्राम सचिव नरेंद्र सिंह और सरपंच ज्योति कसूरवार पाई गईं। दोनों ने डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना ही पंचायत के खाते से 24.28 लाख निकाल लिए।
हड़ताड़ी का सरपंच मान चुका है गलती
हड़ताड़ी गांव का सरपंच गुरमीत सिंह अपनी गलती मान चुका है। सरपंच ने लिखित में दिया कि जो भी रिकवरी बनेगी वह देगा। अन्य सरपंचों व ग्राम सचिव नरेंद्र के जवाब के बाद एक्सईएन पंचायत राज को इसकी जांच दी गई। डेढ़ माह बाद भी आज तक जांच पूरी नहीं हुई है।
ग्राम सचिव ने खुद को निर्दाेष बताया
पद्मश्री अवाॅर्ड ग्राम सचिव नरेंद्र ने इस बारे में कहा कि नौल्था की रिपोर्ट ओके है। कोई गड़बड़ी न तो हुई और न ही की है। वहीं,सरपंच अजमेर सिंह ने कहा कि काम पूरे हो चुके हैं। पूरी रिपोर्ट ठीक से नहीं बनाई गई, इसलिए गड़बड़ी बताई जा रही है।
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July 23, 2020
हरियाणा मुख्यमंत्री से अधिकारियों तक अब ऑनलाइन मिलेगा मुलाकात का समय
हरियाणा मुख्यमंत्री से अधिकारियों तक अब ऑनलाइन मिलेगा मुलाकात का समय
चंडीगढ़। हरियाणा में अब मुख्यमंत्री,उप-मुख्यमंत्री, मंत्रियों व अन्य विभागाध्यक्षों के साथ वर्चुअल बैठकों के लिए मुलाकात का समय ऑनलाइन ही मिलेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनता को पारदर्शी व सहज तरीके से नागरिक सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को 'ई-सचिवालय' https://esachivalaya.edisha.gov.in पोर्टल लांच किया। उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सरकार से संबंधित अपने कार्यों के लिए इस पोर्टल का उपयोग करें। कोरोना संकट के समय सरकारी कार्यालयों में आने के लिए यात्रा करने का जोखिम न उठाएं, बल्कि स्टे एट होम का पालन कर इस पोर्टल से जुड़ कर अपनी समस्याओं व कार्यों का समाधान पाएं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रशासनिक सचिवों, मंडलायुक्तों और डीसी को कहा कि ई-सचिवालय पोर्टल से लोगों को चंडीगढ़ आने की आवश्यकता नहीं होगी।
वे मंत्रियों व अधिकारियों से मिलने का टाइम स्लॉट अपने मोबाइल फोन,लैपटॉप किसी भी माध्यम से ले सकते हैं। उन्हें 24 घंटों के अंदर-अंदर बातचीत करने के लिए समय की जानकारी दी जाएगी। कोविड-19 के दौरान एमएसएमई की सुविधा के लिए हरियाणा उद्यम सहयोग (एचयूएम) पोर्टल भी लांच किया गया है। लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध करवाई गई है। कोविड-19 के दौरान चाहे वह किसान है, दुकानदार है, मजदूर है, कर्मचारी है या आमजन है, हर किसी के लिए ऑनलाइन सुविधा प्रदान करने के लिए विभिन्न पोर्टल शुरू किए हैं।
सीएम ने कहा कि वर्तमान में 6 हजार अटल सेवा केंद्र ग्रामीण क्षेत्र व शहरों में 115 सरल व अंत्योदय केंद्र हैं, जिन पर 39 विभागों की 542 सेवाएं व योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इन केंद्रों के माध्यम से भी ई-सचिवालय के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ली जा सकती है। मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने सभी डीसी से आग्रह किया कि वे अपने कर्मचारियों को ई-सचिवालय का प्रशिक्षण दिलवाएं। इसके लिए एनआईसी ने प्रशिक्षण कार्यक्त्रस्म तैयार किया है। एनआईसी ने कार्यक्रम की जानकारी सभी डीसी को मंगलवार शाम दे दी है।
ऑनलाइन प्लाज्मा के लिए भी पोर्टल लांच
मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन प्लाजमा दान करने के लिए भी पोर्टल लांच किया है। इसके लिए जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ठीक हो गए हैं, ऐसे व्यक्तियों के पास प्लाजमा दान करने के लिए उनके मोबाइल पर एसएमएस आएगा। उन्हें प्लाज़मा दान करने का आग्रह किया जाएगा। वर्तमान में राज्य के गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक व पंचकूला में प्लाजमा बैंक खोले गए हैं। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ठीक होने वाले कोविड-19 संघर्ष सेनानियों की संख्या 20 हजार है।
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July 23, 2020
टीजीटी 1035 पदों की भर्ती नहीं होगी रद्द, चार से 11 अगस्त तक दस्तावेज सत्यापन
टीजीटी 1035 पदों की भर्ती नहीं होगी रद्द,चार से 11 अगस्त तक दस्तावेज सत्यापन
चंडीगढ़। हरियाणा में टीजीटी अंग्रेजी के 1035 पदों की भर्ती प्रक्रिया रद्द नहीं होगी। कर्मचारी चयन आयोग ने 4 से 11 अगस्त तक दस्तावेज सत्यापन कराने का निर्णय लिया है। जिससे चयनित अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 2015 में यह पद विज्ञापित किए थे। सर्व कर्मचारी संघ के लगातार मामला उठाने से बना दबाव अभ्यर्थियों के काम आया।
कर्मचारी चयन आयोग ने 13 मई 2020 को मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अंतिम चरण में पहुंच चुकी 1035 टीजीटी व 503 अन्य पदों की इस भर्ती को रद्द करने का आग्रह किया था। जिसके खिलाफ संघ ने मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को पत्र लिखकर भर्ती को रद्द करने की बजाय प्रक्रिया पूरी कर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग की थी। इसे लेकर एक जुलाई को आयोग के पंचकूला कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया गया। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने टीजीटी (अंग्रेजी) की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि काफी किरकिरी के बाद आयोग ने यू टर्न लेते हुए भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि टीजीटी से अलग विज्ञापित 503 पदों में से कई श्रेणियों के पदों की ज्वाइनिंग हो गई है। 4 से 11 अगस्त तक पहले अनुपस्थित अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन किया जाएगा। प्रदेश महासचिव सतीश सेठी ने बताया कि टीजीटी अंग्रेजी के अलावा जिन पदों की भर्ती रद्द करने का प्रस्ताव भेजा गया था,उनमें एक्साइज इंस्पेक्टर के 35 पद, टैक्सेशन इंस्पेक्टर के 171,सोशल एजुकेशन व पंचायत अफसर के 61, फूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर के 38, जिला परिषद में क्लर्क के 26, साइकलिंग जूनियर कोच 12 व फोरेस्टर के 112 पद शामिल हैं। उन्होंने आयोग से चल रही भर्ती प्रक्रिया की गति तेज करने की भी मांग की है।
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July 23, 2020
जवाहर सैनी व हरिंदर उर्फ काला सैनी दुर्व्यवहार व सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में नामजद
जवाहर सैनी व हरिंदर उर्फ काला सैनी दुर्व्यवहार व सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में नामजद
नगर परिषद के ईओ सुरेश चौहान की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में दर्ज हुआ मुकदमा
जींद, 22 जुलाई ( संजय तिरँगाधारी )
करीब एक सप्ताह की जद्दोजहद के बीच आखिरकार सिविल लाइन थाना पुलिस ने नगर परिषद के ईओ डा. सुरेश चौहान की शिकायत पर नप अध्यक्षा के पति व भाजपा जवाहर सैनी तथा पार्षद हरेंद्र उर्फ काला के खिलाफ दुर्व्यवहार करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने तथा धमकी देने का मामला दर्ज किया है।
गत 17 जुलाई को नप ईओ डा. सुरेश चौहान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वे अपने कार्यालय में कामकाज को निपटा रहे थे। उसी दौरान वार्ड न बर 26 का पार्षद हरेंद्र उर्फ काला तथा नप अध्यक्षा के पति एवं भाजपा नेता जवाहर सैनी कार्यालय में आए उनके साथ दुर्व्यवहार किया और जातिसूचक गालियां देते हुए उसे बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई। आरोप यह भी है कि कार्यालय में हरेंद्र उर्फ काला असलहा के साथ घुसा हुआ था। नप ईओ ने पूरे प्रकरण की सीसी टीवी फूटेज पुलिस व अन्य अधिकारियों को उपलब्ध करवाई हुई थी।
पार्षदों और ईओ के बीच तनातनी के चलते परिषद के कर्मचारी ईओ के पक्ष में आ डटे, जबकि करीब 22 पार्षद ईओ के विरोध में डटे है। इन पार्षदों ने प्रस्ताव पारित कर ईओ के तबादले की मांग उठाई हुई है। नगर परिषद कर्मियों ने मुकदमा दर्ज न करने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी दी थी। ईओ सुरेश चौहान के खिलाफ 20 से अधिक पार्षद डीसी आदित्य दहिया से भी मिले थे, इन्होंने ईओ के खिलाफ जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी।
पिछले कई दिन से नगर परिषद में चल रही तनातनी के बीच आखिरकार सिविल लाइन थाना पुलिस ने बुधवार को नप अध्यक्षा पूनम सैनी के पति एवं भाजपा नेता जवाहर सैनी तथा पार्षद हरेंद्र उर्फ काला के खिलाफ दुर्व्यवहार करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, धमकी देने का मामला दर्ज किया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि नप ईओ की शिकायत पर जवाहर सैनी तथा पार्षद हरेंद्र उर्फ काला के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Wednesday, July 22, 2020
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July 22, 2020
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग कर जनता को पारदर्शी व सहज तरीके से नागरिक सेवाएं उपलब्ध
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग कर जनता को पारदर्शी व सहज तरीके से नागरिक सेवाएं उपलब्ध
चंडीगढ़ 21 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग कर जनता को पारदर्शी व सहज तरीके से नागरिक सेवाएं उपलब्ध कराने की सुशासन संकल्प की अपनी प्रतिबद्धता में आज एक और अध्याय जोड़ते हुए 'ई-सचिवालय' https://esachivalaya.edisha.gov.in पोर्टल को लॉन्च किया, जो लोगों को मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, मंत्रियों व अन्य विभागाध्यक्षों के साथ वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के लिए आसानी से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की सुविधा प्रदान करेगा।
उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि सरकार से संबंधित अपने कार्यों के लिए इस पोर्टल का उपयोग करें और इस कोरोना संकट के समय में सरकारी कार्यालयों में आने के लिए यात्रा करने का जोखिम न उठाएं बल्कि स्टे एट होम का पालन करके इस पोर्टल से जुड़ कर अपनी समस्याओं व कार्यों का समाधान पाएं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रशासनिक सचिवों, मंडल आयुक्तों, और उपायुक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि ई-सचिवालय अवधारणा के साथ ही लोगों को चंडीगढ़ आने की आवश्यकता नहीं होगी और वे मंत्रियों व अधिकारियों से मिलने का टाइम स्लॉट अपने मोबाइल फोन, लैपटॉप किसी भी माध्यम से ले सकते हैं और 24 घंटों के अंदर-अंदर उन्हें बातचीत करने के लिए समय की जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में ई-गर्वनेंस के जरिए सुशासन की दिशा में अनेक ऑनलाइन सेवाएं शुरू की गई हैं। कोविड-19 के दौरान एमएसएमई की सुविधा के लिए हरियाणा उद्यम सहयोग (एचयूएम) पोर्टल का भी लॉन्च किया गया है। इसी प्रकार, शिक्षा के लिए लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध करवाई गई है। कोविड-19 के दौरान चाहे वह किसान है, दुकानदार है, मजदूर है, कर्मचारी है या आमजन है, हर किसी के लिए ऑनलाइन सुविधा प्रदान करने के लिए विभिन्न पोर्टल लॉन्च किए गए हैं। आमजनता को कोविड के दौरान मुख्यमंत्री व मंत्रियों और मुख्यालय चंडीगढ़ से संपर्क करने में कठिनाई आ रही थी, इसी को देखते हुए आज ई-सचिवालय पोर्टल लॉन्च किया गया है।
उद्घाटन अवसर पर इस बात की भी जानकारी दी गई कि वर्तमान में 6 हजार अटल सेवा केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में तथा शहरों में 115 सरल व अंत्योदय केंद्र हैं, जिन पर 39 विभागों की 542 सेवाएं व योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इन केंद्रों के माध्यम से भी ई-सचिवालय के लिए ऑन्लाइन अपॉइंटमेंट ली जा सकती है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा ने सभी उपायुक्तों से आग्रह किया कि वे अपने सचिवालय के कर्मचारियों को ई-सचिवालय का प्रशिक्षण दिलवाएं, जिसके लिए एनआईसी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया है। आज सायं 4 बजे नए सचिवालय, सेक्टर-17, चण्डीगढ़ में एनआईसी द्वारा कार्यक्रम की जानकारी सभी उपायुक्तों को दी जाएगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन प्लाजमा दान करने के लिए भी पोर्टल लॉन्च किया। इसके लिए जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ठीक हो गए हैं, ऐसे व्यक्तियों के पास प्लाजमा दान करने के लिए उनके मोबाइल पर एसएमएस आएगा, जिसके द्वारा उन्हें प्लाज़मा दान करने का आग्रह किया जाएगा। वर्तमान में राज्य के गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक व पंचकूला में प्लाजमा बैंक खोले गए हैं। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ठीक होने वाले कोविड-19 संघर्ष सेनानियों की संख्या 20 हजार है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्तायुक्त राजस्व श्री विजय वर्धन, चिकित्सा शिक्षा व अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर, उप-प्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव श्री अंकुर गुप्ता, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव श्री विजयेंद्र कुमार, श्रम विभाग के प्रधान सचिव श्री विनीत गर्ग, कार्मिक, प्रशिक्षण, सतर्कता और संसदीय मामलों विभाग के सचिव श्री नितिन यादव सहित एनआईसी के अधिकारी उपस्थित थे।
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July 22, 2020
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद द्वारा सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर विश्वविद्यालय में किया पौधारोपण
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद द्वारा सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर विश्वविद्यालय में किया पौधारोपण
जींद : ( संजय तिरँगाधारी )चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद द्वारा सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर विश्वविद्यालय में पौधारोपण किया गया। पौधारोपण कार्यक्रम मे विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर राजबीर सोलंकी ने कहा की इस वर्ष विश्वविद्यालय ने जीरो स्कोप प्लांटेशन का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसका अर्थ यह है कि इस वर्ष विश्वविद्यालय में इतने पेड़ लगा दिए जाएंगे की इसके पश्चात ओर नए पेड़ लगाने की गुंजाइश नहीं रहेगी । उन्होंने कहा कि श्रावण मास में पौधारोपण करना भारतीय परंपरा एवं संस्कृति का प्रतीक है इस मास में पौधे जल्दी फलते फूलते हैं। हम सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी लोगों को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे तभी पर्यावरण को संरक्षण की दिशा में सार्थक परिणाम सामने आ सकेंगे। विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजेश पुनिया ने पर्यावरण जागरूकता की आवश्यकता बताते हुए कहा कि बदलते समय के साथ एवं भावी पीढ़ियों के भविष्य के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण कर पेड़ों की रक्षा करने की जरूरत है पर्यावरण की संभाल हर नागरिक की जिम्मेदारी है मौसम में हो रहे बदलाव का कारण पर्यावरण का प्रदूषण होना ही है। इस कार्यक्रम के दौरान कोरोना काल के समय सामाजिक संस्थाओं द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों के बारे में अवगत कराया गया जिनमें सेवा भारती ने कोरोना काल में 900 जरूरतमंद परिवारों को सूखा राशन, कोरोना योद्धाओं पुलिस एवं सफाई कर्मियों को सुबह शाम चाय पिलाना एवं सुभाष ढीगाना द्वारा 345 यूनिट रक्तदान जैसे अन्य सेवा कार्यो की भी प्रशंसा की गई। इस दौरान मुख्य रूप से घनश्याम, आचार्य देवी दयाल, सत्यवान, सुखेंद्र ,लवली चावला ,डॉ अनुपम भाटिया,दलबीर सिंह एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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July 22, 2020
घाटे से उबरने को नई पहल,हरियाणा में अब वीटा और हैफेड के आउटलेट पर बिकेगी पैक्ड चीनी
घाटे से उबरने को नई पहल,हरियाणा में अब वीटा और हैफेड के आउटलेट पर बिकेगी पैक्ड चीनी
चंडीगढ। प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए प्रदेश सरकार एक नई पहल करने जा रही है। इन सहकारी चीनी मिलों मैं तैयार होने वाली चीनी को अब थोक के साथ-साथ रिटेल पैकिंग के साथ में भी बेचा जाएगा। इसके लिए 1 किलो और 5 किलो चीनी के पैक बना कर उन्हें वीटा और हैफेड के आउटलेट्स पर बिक्री हेतु रखा जाएगा।
अभी तक वीटा और हैफेड दोनों अपने आउटलेट्स पर अपने-अपने उत्पादों की ही बिक्री करते हैं। मगर अब वहां सहकारी मिलों में तैयार पैक्ड चीनी भी बिकेगी। दरअसल,यह योजना सहकारी चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिहाज से एक और पहल स्वरूप की जा रही है। हरियाणा में कुल 14 चीनी मिलें हैं। जिनमें से 10 सहकारी विभाग की, 1 हैफेड की और 3 प्राइवेट चीनी मिलें शामिल हैं।
किसान अपना गन्ना इन मिलों में लेकर आता है और यहां गन्ने की पेराई के बाद चीनी तैयार की जाती है। जो विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से थोक में बेची जाती है। दरअसल,चीनी के कंट्रोल रेट की वजह से इसका दाम अमूमन ज्यादा नहीं बढ़ता। मगर समय-समय पर किसानों के गन्ने का रेट जरूर बढ़ जाता है। ऐसे में ये चीनी मिलें करोड़ों रुपये के घाटे में चली जाती हैं। आज भी हरियाणा की चीनी मिलें करोड़ों रुपये के घाटे में हैं।
चीनी मिलों को घाटे से उबारने के विकल्प ढूंढे
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारीलाल भी विभाग के आला अफसरों को ये निर्देश दे चुके हैं कि वे चीनी मिलों को घाटे से उबारने के विकल्प ढूंढे और उन पर तेजी से काम करें। इसी संदर्भ में विभाग ने यह निर्णय लिया है कि मिलों में बनने वाली चीनी को आउटलेट्स पर अब छोटी पैकिंग में बेचा जाए। जिससे सहकारी मिलों का बिजनेस और बढ़े।
पैक इक्षु के नाम से लॉन्च
एक किलो और पांच किलो पैकिंग के साथ-साथ सहकारिता विभाग चीनी का 5 ग्राम का पाउच पैक इक्षु के नाम से लॉन्च करेगा। विभाग द्वारा इक्षु शब्द संस्कृत से लिया गया है जिसका मतलब होता है अभिलाषी एवं इच्छुक। इस पाउच पैकिंग ट्रायल लॉन्चिंग कर दी गई है। जिसे कुछ होटल और रेस्त्रां में सप्लाई किया गया है। हरियाणा सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के एमडी शक्ति सिंह ने बताया कि हमें उम्मीद है कि 5 ग्राम का चीनी का ये छोटा सा पाउच पैक विभाग के लिए बड़ा बिजनेस बन सकता है,क्योंकि आज सभी बड़े और छोटे होटलों और रेस्त्राओं में इस पाउच शुगर की बड़ी डिमांड है। इस पाउच पैक की खास प्लानिंग के साथ अच्छी मार्केटिंग भी की जाएगी। विभाग अपना यह पाउच पैक इक्षु के नाम से लांच करेगा। मगर यदि कोई बड़ा एवं नामी होटल या रेस्त्रां अपने ब्रांड नेम इस पैकिंग पर चाहता है। तो उसका नाम भी पैकिंग पर अंकित किया जा सकता है।
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July 22, 2020
शिक्षा विभाग की योजना: प्रदेश में आंगनबाड़ी की जगह खुलने हैं प्ले स्कूल, एनटीटी,जेबीटी,बीए,एमए पास को देंगे प्राथमिका,रिकॉर्ड मांगा
शिक्षा विभाग की योजना: प्रदेश में आंगनबाड़ी की जगह खुलने हैं प्ले स्कूल, एनटीटी,जेबीटी,बीए,एमए पास को देंगे प्राथमिका,रिकॉर्ड मांगा
चंडीगढ़। प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की जगह शुरू किए जा रहे एक हजार प्ले स्कूलों में जाने वाले बच्चों को मासिक फीस देनी होगी। इसके लिए बाकायदा अधिकारियों की हुई बैठक में निर्णय हो चुका है। सरकार पहले चरण में चालू वित्त वर्ष में एक हजार आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में तब्दील करेगी। राज्य में चार हजार आंगनबाड़ी केंद्रों के चरणबद्ध तरीके से प्ले स्कूल में बदला जाएगा। प्रदेश में 4500 आंगनबाड़ी केंद्र इस समय स्कूलों की बिल्डिंग में संचालित हो रहें हैं। इन्हें धीरे-धीरे प्ले स्कूल में तब्दील किया जाएगा। इन प्ले स्कूलों में पाठ्यक्रम की सामग्री देने, पुस्तकें, कार्य पुस्तकें देने जैसे काम करेगा। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने अब आंगनबाड़ी वर्करों की स्क्रिनिंग को लेकर कागजी कार्रवई शुरू कर दी है।
मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक प्रदीप कुमार ने बताया कि सभी अधिकारियों से जिलों में ऐसी 100-100 आंगनबाड़ी वर्करों की सूची भेजें, जिनके पास एनटीटी, जेबीटी, बीए, एमए और बीएड की शैक्षणिक योग्यताएं हैं। पिछले दिनों शिक्षा विभाग के एसीएस की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2019 की सिफारिशों के अनुसार 3 से 6 साल के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिए जाने के कुछ सुझाव भी सरकार को दिए थे।
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July 22, 2020
डीएसपी व एसआई लगवाने का झांसा दे 1.18 करोड़ ठगे,केंद्रीय मंत्री का बताया रिश्तेदार
डीएसपी व एसआई लगवाने का झांसा दे 1.18 करोड़ ठगे,केंद्रीय मंत्री का बताया रिश्तेदार
सोनीपत। शहर के हलवाई हट्टा की रहने वाली महिला ने चंडीगढ़ के व्यक्ति पर परिचितों को पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर एक करोड़ 18 लाख रुपए ठगने का आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि 16 रिश्तेदारों को डीएसपी,एसआई, चपरासी की नौकरी लगवाने का झांसा देकर यह ठगी की गई। आरोपी ने खुद को एक केंद्रीय मंत्री का रिश्तेदार बताया। साथ ही उन्हें बताया कि वह चंडीगढ़ विधानसभा में उच्च पद पर नियुक्त है। लेकिन आरोपी की असलियत का पता चला तो वह दंग रह गए। पुलिस ने तीन के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महिला सुनीता हलवाई हट्टा शहर सोनीपत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि पंचकूला निवासी चैन सिंह ने नौकरी लगवाने के नाम पर उनके साथ एक करोड़ 18 लाख की ठगी की है। आरोपी ने झांसा दिया कि वह किसी भी राज्य में पुलिस महकमे में गारंटी के साथ भर्ती करा देगा। महिला ने बताया कि उसने अपने परिचितों और रिश्तेदारों को भर्ती कराने के लिए कागजात आरोपी को सौंप दिए थे। लेकिन रकम लेने के बाद भी आरोपी ने काम नहीं किया।
डीएसपी लगवाने के नाम पर 40 लाख, एसआई के नाम पर 20 लाख रुपए लिए
महिला ने बताया कि आरोपी ने उनसे डीएसपी लगवाने के नाम पर 40 और एसआई के लिए 20 लाख रुपए लिए। जबकि चपरासी के लिए चार लाख और क्लर्क के लिए आठ लाख रुपए।
16 लोगों को लगवाने के नाम पर की ठगी
शिकायतकर्ता सुनीता के बताया कि आरोपी ने उसके रिश्तेदारों व परिवार के 16 लोगों को भर्ती करवाने का झांसा देकर ठगी की है। आरोप लगाया कि चैन सिंह के साथ उसके दो बेटे भी इस ठगी को करने में शामिल हैं।
पीड़िता ने कहा- आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत महिला ने दावा किया उनके पास आरोपी की ऑडियो रिकार्डिंग के ठोस सबूत हैं। आरोपी ने खुद को केंद्रीय मंत्री का रिश्तेदार बताने के साथ ही प्रदेश के एक मंत्री से भी अच्छे संबंध होने की बात कही थी। पुलिस अब इन सबूतों की भी जांच करेगी।
सोनीपत के सिटी थाना प्रभारी संदीप ने कहा कि मामले में शिकायत मिलने के बाद केस दर्ज कर लिया है। जल्दी ही मामले की गहनता से जांच कर सच्चाई का पता किया जाएगा। महिला ने जो आरोप लगाए हैं उसमें एक करोड़ 18 लाख ठगने का आरोप है। नौकरी लगवाने के नाम पर यह ठगी की गई।
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July 22, 2020
फैसला:भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद 5 अगस्त तक रजिस्ट्रियां रहेंगी बंद,5 अगस्त तक सिर्फ वही रजिस्ट्री होगी, जिसका सेल एग्रीमेंट रजिस्टर्ड हो चुका है।
चंडीगढ़ : तहसील में बढ़ रहे भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद सरकार ने प्रदेश में 22 जुलाई से रजिस्ट्रियां बंद कर दी है। 5 अगस्त तक नगर निगम और नोटिफाइड शहरी क्षेत्र में कोई रजिस्ट्री नहीं होगी। 5 अगस्त तक सिर्फ वही रजिस्ट्री होगी, जिसका सेल एग्रीमेंट रजिस्टर्ड हो चुका है। और जिसकी तारीख 15 अगस्त के बीच है।
6 अगस्त से नगर निगम एरिया की रजिस्ट्री होगी। 21 जुलाई तक जारी टोकन रद कर दिए गए हैं। आगे जब रजिस्ट्री शुरू होगी तो जिनके टोकन रद होंगे, उन्हें वरीयता दी जाएगी।
ये है नोटिफिकेशन में
22 से 29 जुलाई तक कोई भी ट्रांसफर ऑफ डीड नहीं होगा, लेकिन 5 अगस्त तक सिर्फ उनकी रजिस्ट्री होंगी, जिसमें सेलर और बायर के बीच सेल एग्रीमेंट रजिस्टर्ड हो चुका है। जिन्हें 22 जुलाई से 15 अगस्त के बीच समय मिला था। सिर्फ ऐसे केस में डीसी से परमिशन के बाद रजिस्ट्री होगी।
5 अगस्त तक निगम और हरियाणा डिवेलपमेंट एंड रेगुलेशन ऑफ अर्बन एरिया एक्ट 1975 में नोटिफाइड शहरी क्षेत्र में रजिस्ट्री नहीं होगी।
22 जुलाई से 15 अगस्त तक सेक्टर-7ए में नोटिफाइड शहरी एरिया में रजिस्ट्री नहीं होगी।
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