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Thursday, July 30, 2020

July 30, 2020

गायब हुए घी व्यापारी का शव जमीन में दबा मिला,भतीजे ने प्रॉपर्टी विवाद में मार डाला

गायब हुए घी व्यापारी का शव जमीन में दबा मिला,भतीजे ने प्रॉपर्टी विवाद में मार डाला

रोहतक। रोहतक जिले के महम कस्बे से 27 जुलाई को गायब हुए घी व्यापारी रामपाल सैनी का शव बुधवार को पुलिस ने बरामद कर लिया। शव नेशनल हाइवे-9 के पास खेतों में दबा मिला। रामपाल सैनी अचानक से गायब हो गया था। जब उसके परिजन ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो उसका भतीजा अमन अपनी बाइक पर बैठाकर ले जाता नजर आ रहा था। पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद इस हत्या केस में खुलासा किया है।
पुलिस का कहना है कि अमन को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने अपने दो दोस्त राहुल और पंकज के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। अमन अपने चाचा को बाइक पर बैठाकर घटनास्थल पर ले गया और उसके दोस्तों ने पहले से वहां गड्ढा खोद रखा था।
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने रामपाल सैनी के सिर में रॉड मारकर हत्या की और शव को गड्ढे में दबा दिया। अमन ने हत्या की वजह प्रॉपर्टी विवाद बताया। उसके पिता की मौत के बाद वह अपने चाचा से प्रॉपर्टी का हिस्सा मांग रहा था, जिस पर विवाद था। इसके चलते उसने हत्या करना कबूला है। डीएसपी शमशेर सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर करीब पांच घंटे बाद शव को बाहर निकाला। रामपाल की हत्या प्रोपर्टी विवाद मे उसके भतीजे ने दो दोस्तों के साथ की है। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
July 30, 2020

हरियाणा में स्कूल खोलने को लेकर प्लान तैयार 15 अगस्त के बाद प्रदेश मे शुरू हो सकती है, 10वीं,11वीं और 12वीं की पढ़ाई

हरियाणा में स्कूल खोलने को लेकर प्लान तैयार 15 अगस्त के बाद प्रदेश मे शुरू हो सकती है, 10वीं,11वीं और 12वीं की पढ़ाई


हरियाणा। कोरोना काल के दौरान ही शिक्षा विभाग हरियाणा 10वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) तैयार की है। शिक्षा विभाग एसओपी को सरकार के पास भेजेगा। सरकार से अनुमति मिलते ही 15 अगस्त के बाद स्कूल खोले जा सकते हैं। इन तीनों कक्षाओं में प्रदेश में करीब 4.60 लाख विद्यार्थी हैं। स्कूलों में पढ़ाई के लिए मात्र 3 घंटे का समय निर्धारित होगा।
तीनों कक्षाओं के विद्यार्थी स्कूल में 30-30 मिनट के गैप में आएंगे, यही नहीं, इतने ही गैप में छुट्‌टी भी होगी। जैसे- जिस क्लास के बच्चे 8:30 बजे आएंगे, उनकी छुट्‌टी 11:30 बजे होगी। 9 बजे आने वाले बच्चों की छुट्‌टी 12 बजे होगी। शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने के लिए बाकायदा सर्वे भी कराया है। इसके तहत 1.53 लाख लोगों की राय जानी गई है।
कोरोना की वजह से प्रदेश में करीब 51 लाख विद्यार्थियों के स्कूल नहीं खुल पाए हैं, इनमें से 21.50 लाख विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते हैं। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बुधवार को शिक्षा विभाग के एसीएस महावीर सिंह सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें स्कूल खोलने के प्लान पर विचार किया गया। मंत्री ने आदेश दिए कि स्कूल खोलने की तैयारी जारी रखी जाए।

3 कक्षाएं ही बुलाई जाएंगी


10वीं,11वीं, 12वीं के विद्यार्थी बुलाए जाएंगे। एक कमरे में 15 से अधिक विद्यार्थी नहीं होंगे। हर कक्षा के विद्यार्थियों के आने-जाने का समय अलग-अलग होगा।

एक डेस्क पर विद्यार्थी होगा, दूसरा डेस्क खाली होगा। कमरे के सारे खिड़की-दरवाजे खुले रहेंगे।
भोजन नहीं कर सकेंगे, पानी घर से लाएंगे। किसी से शेयर नहीं करेंगे।

सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग होगी

बाहर से काेई व्यक्ति बिना तापमान चेक किए एंट्री नहीं कर पाएगा।
बिना मास्क बच्चे की एंट्री नहीं होगी।
जो भी व्यक्ति या विद्यार्थी स्कूल आएगा, उनका रिकाॅर्ड मेनटेन होगा।
स्कूलों को दिन में दो बार सैनिटाइज कराया जाएगा।
बच्चे पेन-काॅपी शेयर नहीं करेंगे।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे।
प्रार्थना सभा और अन्य गतिविधियाां नहीं होंगी।

हर रोज पढ़ाए जाएंगे तीन सब्जेक्ट

स्कूल टाइम 3 घंटे का होगा। प्रैक्टिकल कक्षाएं लगेंगी। विद्यार्थी मुश्किल कंटेंट पूछ सकेंगे और टेस्ट भी लिए जाएंगे।
जो अभिभावक बच्चों को नहीं भेजना चाहते, वे घरों पर ऑनलाइन पढ़ाई करा सकेंगे।
न तो किसी बच्चे का नाम कटेगा और न ही गैर हाजिरी लगेगी। जो बच्चे बीमार होंगे,वे फोन पर छुट्‌टी ले सकेंगे।

*विभाग के सर्वे में 39.3% बोले अगस्त में खोलें स्कूल


प्रदेश में स्कूल खोले जाने को लेकर शिक्षा विभाग ने सर्वे भी कराया है। सर्वे में 1,53,970 अभिभावक को शामिल किया गया। इनमें से 39.3 फीसदी ने कहा है कि स्कूल अगस्त में ही खोल देने चाहिए। जबकि 15 फीसदी ने सितंबर में स्कूल खोले जाने की बात कही है। 14.7 फीसदी ने अक्टूबर में स्कूल खालने पर सहमति दी है, 31.1 फीसदी ऐसे हैं जो फिलहाल स्कूल खोले जाने के पक्ष में नहीं हैं।

हरियाणा के शिक्षा मंत्री,कंवर पाल ने कहा कि 10वीं से 12वीं कक्षा तक स्कूल खोले जाने की तैयारी की जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को प्रपोजल तैयार करने को कहा है। कोरोना के बीच पढ़ाई बाधित न हो, इसके तेजी से प्रयास चल रहे हैं।
July 30, 2020

चावल घोटाला: 8.13 करोड़ का चावल श्रीराम एग्रो फूड्स ने एफसीआई को नहीं दिया, गबन का केस दर्ज

चावल घोटाला: 8.13 करोड़ का चावल श्रीराम एग्रो फूड्स ने एफसीआई को नहीं दिया,गबन का केस दर्ज

यमुनानगर : एफसीआई को सप्लाई पहुंचाने का हैफेड से करार कर छछरौली के फतेहगढ़ की श्रीराम एग्रो फूड्स मिल द्वारा 8.13 करोड़ के चावल में हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। तय समय 15 जुलाई तक मिल से एफसीआई को 28468.38 क्विंटल में सिर्फ 5796.68 क्विंटल चावल की ही आपूर्ति की गई। 22671.70 क्विंटल चावल नहीं दिया।
हैफेड के खरीदे चावल की बड़ी मात्रा में गबन के संदेह में कमेटी गठित कर मिल में फिजिकल वेरीफिकेशन की, जिसमें मिल में 30217.81 क्विंटल जीरी कम पाई गई। इस पर हैफेड के डीएम अनिल अहलावत ने बहादुरगढ़, जिला पटियाला निवासी मिल मालिक दिनेश कुमार पर गबन व धोखाधड़ी के आरोप में छछरौली थाने में केस दर्ज कराया है।

इस तरह से हैफेड के सामने आया मामला


हैफेड के डीएम अनिल अहलावत ने बताया कि 2019-20 के खरीफ सीजन में पहले 30 अप्रैल और फिर अवधि बढ़ने पर 15 जुलाई तक एफसीआई को मिलर से धान की सप्लाई होनी थी। इस दौरान 31 अक्टूबर 2019 को श्रीराम एग्रो फूड्स फतेहगढ़ ने पॉलिसी के तहत हैफेड से करार किया, जिसके तहत हैफेड से ली गई 42490.12 क्विंटल जीरी का चावल तय सीमा में एफसीआई को दिया जाना था, लेकिन 28468.38 क्विंटल में से मिल से सिर्फ 5796.68 क्विंटल चावल दिए जाने पर विभाग ने कमेटी बनाई और मिल में 25 जून को फिजिकल वेरिफिकेशन कराई। इसमें 30217.81 क्विंटल जीरी कम मिली।
जांच रिपोर्ट में कहा गया कि यह सब मिलर द्वारा जानबूझकर हैफेड के स्टॉक में गड़बड़ी कर गबन किया गया है। यही नहीं, चावल गबन के साथ हैफेड के 29449 जूट बैग, 662 लकड़ी के क्रेट व 74 तिरपाल भी मिल ने वापस नहीं दिए। अहलावत ने बताया कि इस तरह मिलर ने सरकार के आठ करोड़ 13 लाख 95 हजार 797 रुपए के चावल का गबन किया। हैफेड के डीएम अनिल अहलावत की शिकायत पर थाना छछरौली पुलिस ने बहादुरगढ़, पटियाला निवासी मिल मालिक दिनेश कुमार पर गबन व धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है। अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

इधर, पानीपत में धान के बदले 1475 मीट्रिक टन चावल नहीं लाैटाने पर वर्धमान राइस मिल के मालिक रामभज जैन पर केस दर्ज

पानीपत | धान के बदले 1475 मीट्रिक टन चावल नहीं लौटाने पर श्री वर्धमान राइसमिल के मालिक रामभज जैन कानून के शिकंजे में फंस गए। हैफेड के डिस्ट्रिक मैनेजर किरपाल ने उनके खिलाफ मॉडल टाउन थाना में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
29 सितंबर 2019 को हैफेड के साथ श्री वर्धमान राइस मिल के मालिक का एग्रीमेंट हुआ था कि धान के बदले 67 प्रतिशत चावल देना होगा। तब 15 अक्टूबर 2019 को डिस्ट्रिक मिलिंग कमेटी के चेयरमैन कम डीसी ने श्री वर्धमान राइसमिल को 5700 मीट्रिक टन धान अलॉट किया। तक राइसमिल ने विभिन्न मंडियों से 5066 मीट्रिक टन धान उठाया। इसके बदले 20 अप्रैल 2020 तक 3394 मीट्रिक टन चावल देना था। लेकिन राइस मिल ने ऐसा नहीं किया।
अब तक 1919 मीट्रिक टन ही चावल दिया, जबकि 1475 मीट्रिक टन चावल एफसीआई को नहीं दिया। इस बारे में मालिक को रिमाइंडर भेजे गए। इसके बाद मामला चेयरमैन के संज्ञान में लाया गया। तब उन्होंने 6 जुलाई को राइस मिल के मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराने की अनुमति दे दी। इसके बाद मैनेजर किरपाल ने एसपी को शिकायत भेजी। इस पर राइस मिल के मालिक रामभज जैन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
July 30, 2020

हरियाणा:सीनियर आईपीएस आलोक मित्तल को बनाया क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट का एडीजीपी

हरियाणा:सीनियर आईपीएस आलोक मित्तल को बनाया क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट का एडीजीपी

हरियाणा:सीनियर आईपीएस आलोक मित्तल को बनाया क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट का एडीजीपी जुलाई महीने में एनआईए से डेपुटेशन खत्म करके लौटे थे हरियाणा आते ही सीआईडी का ओएसडी किया गया था नियुक्त

चंडीगढ़ : जुलाई महीने में नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) में डेपुटेशन पूरा करके लौटे हरियाणा कैडर के सीनियर आईपीएस आलोक मित्तल को क्रिमिनल इनवेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) का एडीजीपी बनाया गया है। हालांकि जब वे लौटे थे तो उन्हें सीआईडी का ओएसडी नियुक्त किया गया था। इस संबंध में नए आदेश गुरुवार को गृह विभाग के एसीएस विजय वर्धन ने जारी किए हैं।
कौन है आईपीएस आलोक मित्तल
इलाहाबाद में 1969 में पैदा हुए आलोक मित्तल ने आईआईटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग, उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पुलिस मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री, नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ से सायबर लॉ में पीजी डिप्लोमा भी किया है। वे 1993 में यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण करके आईपीएस बने थे। पुलिस में आने से पहले उन्होंने करीब साल भर तक जमशेदपुर में टाटा मोटर्स में नौकरी की थी।
उन्होंने हरियाणा कैडर ज्वाइन किया था। आईपीएस आलोक ने ही देश में सबसे पहले 2007 में फरीदाबाद में बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महिला पीसीआर शुरू की थी। जब तेलगी स्टाम्प मामला हुआ था, तब आलोक सीबीआई में एसपी थे। उन्होंने ही इस मामले में बाद में आयकर विभाग को शामिल किया, ताकि तेलगी की संपत्ति और आय का आकलन विधिवत हो सके।
इसके अलावा सायबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ रक्षित टंडन के साथ उन्होंने ही गुड़गांव में साइबर सेफ कैंपेन शुरू किया था। इसमें छात्रों, टीचर और माता-पिता को साइबर सुरक्षा से संबंधित मामलों के बारे में शिक्षित किया गया था। उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी नवाजा गया है।
July 30, 2020

पहल:रामायण, महाभारत और भारत की सांस्कृतिक विरासत, पाैधाें काे बचाने के प्रति युवा वर्ग को जागरूक करेंगे डाक टिकट

पहल:रामायण, महाभारत और भारत की सांस्कृतिक विरासत, पाैधाें काे बचाने के प्रति युवा वर्ग को जागरूक करेंगे डाक टिकट

डाक विभाग द्वारा रामायण के जारी किए गए डाक टिकट डाक विभाग और सरकार की अनूठी पहल, 65 से लेकर 70 रुपये में मिलेगा 11 टिकटाें का सेट


हिसार : युवाओं काे भारतीय संस्कृति से जाेड़ने, पेड़-पाैधाें काे बचाने, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटराें के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से डाक विभाग ने विशेष टिकट जारी किए हैं। युवा पीढ़ी अपनी परंपरा, विरासत से जुड़ सकें इसलिए रामायण से लेकर महाभारत के पात्राें काे भी डाक टिकटाें पर साकार किया गया है। इन 11 टिकटाें का सेट 65 रुपये में मिलेगा। इनमें भगवान राम की राजगद्दी वाला टिकट 15 जबकि बाकि दस टिकट पांच पांच रुपये के मिलेंगे।
हिसार डाक विभाग के मंडल अधीक्षक संजय कुमार ने डाक टिकट मंगवाने के लिए दिल्ली के अधिकारियाें से संपर्क किया है। जल्द ही टिकट हिसार के साथ भवानी, फतेहाबाद, सिरसा आदि में भी मिल सकेंगे। ये डाक टिकट पत्राें पर देश से लेकर विदेशों में भी भेजे जा सकेंगे। इससे विदेशों में भी रामायण से लेकर महाभारत और पेड़-पाैधाें काे बचाने की भारतीय संस्कृति का भी प्रचार-प्रसार हाेगा।
हिसार डाक मंडल के अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि टिकटाें में सीता स्वयंवर, राम वनवास, भरत मिलाप, केवट प्रसंग, जटायू संवाद, सबरी संवाद, अशाेक वाटिका, राम सेतू निर्माण, राज तिलक का प्रसंग आदि है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, एमएस धाेनी व अन्य के भी टिकट जारी किए गए हैं। साथ ही पेड़-पाैधाें काे बचाने, पानी देने, पाैधे लगाने के टिकट भी जारी किए गए हैं। बताया कि जल्द ही हिसार के लाेगाें के भी टिकट मिल सकेंगे। टिकटाें के प्रति जानकारी देने के लिए लाेगाें काे भी जागरूक किया जाएगा।
पिछले वर्ष इंडोनेशिया ने जारी किए थे डाक टिकट
90 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी वाले इंडोनेशिया पर रामायण की गहरी छाप पिछले वर्ष दिखाई दी थी, जब वहां डाक टिकट भारत के साथ राजनयिक संबंधाें के 70 साल पूरे हाेने पर जारी किए गए थे। इंडोनेशिया ने रामायण की थीम पर विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए थे। डाक टिकट पर रामायण की घटना भी अंकित की गई थी।
July 30, 2020

ठगी की पांच वारदात:साइबर ठगों से रहें सावधान; मार्केट कमेटी के रिटायर्ड सचिव की पुत्रवधू समेत 4 लोगों के खाते से 93 हजार निकाले

ठगी की पांच वारदात:साइबर ठगों से रहें सावधान; मार्केट कमेटी के रिटायर्ड सचिव की पुत्रवधू समेत 4 लोगों के खाते से 93 हजार निकाले


पानीपत जिले में ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मार्केट कमेटी के रिटायर्ड सचिव की पुत्रवधू समेत 4 लोगों से साढ़े 93 हजार रुपए ठग लिए। ओएलएक्स से सोफा खरीदने का झांसा देकर मॉडल टाउन के व्यक्ति से 30 हजार, गृहिणी के एटीएम का क्लोन बनाकर 24 हजार रुपए ठग लिए। वहीं रिटायर्ड सचिव की पुत्रवधू के खाते से बिना जानकारी के 6 हजार निकल गए। दो पीड़ितों ने मॉडल टाउन और पुत्रवधू ने सिटी थाने में अज्ञात के खिलाफ ठगी का केस दर्ज किया है।
मॉडल टाउन के अंकित शर्मा ने पुलिस को शिकायत दी कि उसने पुराना सोफा बेचने के लिए फोटो ओएलएक्स पर डाला था। 28 जुलाई को फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि सोफा उसे पसंद आया है। उसने सोफे के लिए 10 हजार रुपए ऑनलाइन भेजने की बात कही। तब उसने अंकित से पेटीएम का नंबर पूछ लिया और एक कोड भेजा। अंकित ने कोड स्कैन किया तो उसके खाते से 3 बार में 30 हजार रुपए निकाल लिए।
असंध रोड पर कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से निकाले 24 हजार
असंध रोड पर सौदापुर के सुनील सैनी की गांव में ही हार्डवेयर की दुकान है। उन्हाेंने बताया कि पत्नी रीता का पंजाब नेशनल बैंक में खाता है। 20 जुलाई को रामलाल चौक के पास एटीएम कार्ड से रीता ने 15 हजार रुपए रुपए निकाले थे। ठगों ने कार्ड का क्लोन बनाकर 21 जुलाई को 3 बार में 24 हजार रुपए निकाल लिए।
रीता का बैंक वाला नंबर बंद हो गया, इसलिए उसके पास रुपए निकलने के मैसेज नहीं आए। रीता 26 जुलाई को रुपए निकाले गई तो खाते में केवल 242 रुपए थेे। पति ने कहा कि 20 जुलाई को रुपए निकालने के लिए 3 एटीएम मशीन में कार्ड लगाया था। ठगों ने क्लोन बनाकर रामलाल चौक के एक एटीएम से रुपए निकाले हैं।
ठगों ने ड्राइवर की पत्नी के खाते से दो बार में 33500 रुपए निकाले
थर्मल के गांव अहर निवासी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि वह देवगिरी एक्सपोर्ट में ड्राइवर है। गांव के स्टेट बैंक में पत्नी रीना का बचत खाता है। ठगों ने 24 व 26 जुलाई को खाते से दो बार में 33500 रुपए निकाल लिए। रुपए हिसार में किसी एटीएम से निकाले गए थे।
वह मामले की शिकायत के लिए उरलाना पुलिस चौकी गया तो वहां पर पुलिसकर्मियों ने मामला दर्ज करने की बजाय उससे कहा कि पैसे हिसार से निकले हैं, इसलिए वहीं मामला दर्ज होगा। उसने मामले की शिकायत एसपी मनीषा चौधरी को दी। जसमेर का आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने जबरदस्ती उससे यह लिखवा लिया कि वह कार्रवाई नहीं करवाना चाहता। उरलाना चौकी प्रभारी रामनिवास ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है।
खाते से 6 हजार रु. निकले, बैंक ने नहीं दी जानकारी
असंल निवासी भारती पत्नी विकास मग्गु की इंसार बाजार में विज मार्केट में बेबी जोन के नाम से शॉप है। उनके ससुर मार्केट कमेटी के रिटायर्ड सचिव रवि कुमार ने बताया कि भारती का जीटी रोड पर यूनियन बैंक में खाता है। 24 जुलाई को पुत्रवधू घर पर थीं। तभी उसके खाते से 6 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। इसके तुरंत बाद भारती ने कार्ड और खाता ब्लॉक करा दिया। ये रुपए कैसे कटे, इसके बारे में बैंक वाले कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं।
July 30, 2020

मौसम अपडेट:प्रदेश भर में झमाझम बारिश, कहीं सड़कें बनी तालाब तो कहीं वाहन धंसे

मौसम अपडेट:प्रदेश भर में झमाझम बारिश, कहीं सड़कें बनी तालाब तो कहीं वाहन धंसे


करनाल : प्रदेशभर में हो रही झमाझम बारिश ने मौसम सुहाना कर दिया है। हालांकि कुछ इलाकों में तेज बारिश भी हुई है, जिस वजह से उन इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग के अनुसार 1 अगस्त तक ऐसे ही सावन की बारिश जारी रह सकती है। बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दिन का तापमान 30 डिग्री के पास दर्ज किया गया है। जुलाई में प्रदेश में 144.2 एमएम बरसात हुई, जो सामान्य से एक फीसदी कम रही है।

तेज बरसात में करनाल शहर की सड़कों की ये हालत थी। ऐसा लग रहा था मानों सड़कें तालाब बन गई हों।

Wednesday, July 29, 2020

July 29, 2020

हेपेटाइटिस बीमारी से बचाव की जानकारी दी

हेपेटाइटिस बीमारी से बचाव की जानकारी दी


जींद, 28 जुलाई (संजय तिरँगाधारी )
जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में मंगलवार को वल्र्ड हेपेटाइटिस-डे पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीएमओ डॉ मनजीत सिंह, डा. नरेश वर्मा, डा. गोपाल गोयल, डा. राजेश भोला, डा. पालेराम, डा. राजेंद्र, डा. पूनम लोहान व डा. सुरेंद्र ने हेपेटाइटिस को लेकर जानकारी दी।
सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने बताया कि पूरे विश्व में विश्व हेपेटाइटिस दिवस 28 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिवस लोगों में इस बीमारी की रोकथाम, परीक्षण और उपचार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। हेपेटाइटिस को आसान भाषा में तो यह लीवर में होने वाली सूजन है जिसका मुख्य कारण वायरस का संक्रमण है। जो आमतौर पर दूषित भोजन खाने या पानी पीने, संक्रमित चीजों के इस्तेमाल से फैलता है। इस कारण हेपेटाइटस के 5 वायरस ए, बी, सी, डी और ई हैं। इनमें टाइप बी व सी घातक रूप लेकर लिवर सिरोसिस और कैंसर को जन्म देते हैं। शुरुआती इलाज न मिलने पर स्थिति गंभीर हो जाती है और लिवर पूरी तरह से डैमेज भी हो सकता है। 
डा. नरेश ने बताया कि हेपेटाइटिस के मुख्य लक्षण में व्यक्ति की आंखें और शरीर का रंग पीला पडऩे लगता है। इस संक्रमण की मुख्य पहचान पीलिया, दस्त, अतिसंवेदनशील त्वचा, भूख मिट जाना, अपच और उल्टी, पेट में दर्द, पेट में सूजन, थकान शरीर का वजन एकदम से कम होना, आंखे पीली होना, पेशाब पीला होना, बीमार महसूस करना, सिरदर्द होना, चिड़चिड़ापन बढऩा, अचानक शरीर नीला पडऩा इत्यादि भी हो सकते है। 
एमएस डा. गोपाल गोयल व डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने बताया कि हेपटाइटिस मानसून के दौरान अधिक फैलता है। इसलिए इस मौसम में तैलीय, मसालेदार, मांसाहारी और भारी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। हेपेटाइटिस के बारे में जागरूक होकर हम स्वयं अपना, अपने परिवार का तथा अपने समान का हेपेटाइटिस रोग से बचाव कर सकते हैं। 
लिवर की सुरक्षा के लिए फल, सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर खाएं,  स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। अधिक गर्म, तेल और मसाले वाले फूड, रिफाइंड, डिब्बाबंद फूड, अल्कोहल वाले प्रोडक्ट लेने से बचें। इसके अलावा मांसाहारी खानों से दूरी बना ली जानी चाहिए। इस बीमारी के लक्ष्ण नजर आने पर तुरंत चिकित्स्क की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा समय पर नवजात शिशू का संर्पण टीकाकरण करवा कर, संक्रमित सुई व संक्रमित सीरिंज का प्रयोग ना करके, आश्यकता पडऩे पर मान्यता प्राप्त ब्लड बैंक से लिए हुए ब्लड का इस्तेमाल करके, हेपेटाइटिस को वेक्सीनेशन करवा कर हम स रोग से बचाव कर सकते हैं।
July 29, 2020

सालों से अधर में लटका है यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के रेट का मुद्दा, हाईकोर्ट ने कहा

सालों से अधर में लटका है यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम के रेट का मुद्दा, हाईकोर्ट ने कहा- इससे जुड़े लोग बैठकर इसे देख लें वरना फिर हम तो देखेंगे ही


चंडीगढ़: 2008 में लांच हुई यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग स्कीम अभी तक पूरी तरह से सिरे नहीं चढ़ पाई है।अधर में लटकी इस स्कीम को कब आधार मिलेगा इस आस में न जाने कितने यूटी इम्प्लाइज जाने कबसे बैठें हैं।दरअसल, हाउसिंग स्कीम के अधर में लटकने का एक सबसे बड़ा कारण है इसके रेट जो हैं वो तय नहीं हो पा रहे हैं।बताया जाता है कि, हाउसिंग बोर्ड की ओर से निकाली गई इस स्कीम में 7827 लोगों ने एप्लाइ किया था जिसमें साल 2010 में हाइकोर्ट के दखल देने पर ड्रा कराया गया आए 3930 इम्प्लाइज स्कीम में नामित हुए।

अब तो हाइकोर्ट के सहारे इम्प्लाइज..


यूटी इम्प्लाइज हाउसिंग वेल्फेयर
 सोसायटी चण्डीगढ के महासचिव डॉ० धर्मेन्द्र का कहना है कि, हाउसिंग स्कीम के रेट का मुद्दा अब हाइकोर्ट पहुँच गया है।डॉ० धर्मेन्द्र ने बताया कि, हाइकोर्ट ने बीते मार्च महीने में इस मामले पर इससे जुड़े लोगों को बैठकर निष्कर्ष निकालने को कहा था।हाइकोर्ट ने निर्देशित किया था कि केन्द्र सरकार के एडिशनल सोलिसीटर जनरल एवं वरिष्ठ अधिवक्ता भारत सरकार के गृहसचिव से निर्देश लेकर एक मीटिंग कन्वीन करें जिसमें चण्डीगढ प्रशासन के सलाहकार और चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन के साथ-साथ याचिकाकर्ताओं की तरफ से उनके तीन प्रतिनिधि भी शामिल हों। यह छह सदस्यीय कमेटी मीटिंग में रेट के मामले का हल निकालें अन्यथा हाईकोर्ट  इस पर अपना फैसला करेगा और फिर सम्बन्धित दोषी अफसरों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

कोरोना के चलते न हो सकी मीटिंग और न ही सकी सुनवाई


डॉ० धर्मेन्द्र के अनुसार, कोई निष्कर्ष न निकलने पर हाइकोर्ट ने जा चुकी तारीख 12 मई को सुनवाई करने को कहा था लेकिन कोरोना के चलते न मीटिंग हो सकी और न ही सुनवाई।फिलहाल अब फिर से 1 सितम्बर को हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई होनी है जहां उससे पहले केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने लम्बित मामले की गम्भीरता को समझते हुए रेट के मुद्दे पर फैसला करने के लिए 04-08-2020 तारीख निर्धारित की है।अब देखना यह है कि इस 6 सदस्यीय टीम की मीटिंग में क्या फैसला होता है।डॉ० धर्मेन्द्र ने बताया कि पटीशनर्स की तरफ से वह, डॉ ब्रह्म प्रकाश यादव, और सरदार बलविन्दर सिंह शामिल होंगे ।

हमें पुराने रेट पर ही फ्लैट चाहिए, हमारे पास नई कीमतों में पैसा नहीं


डॉ धर्मेन्द्र ने बताया कि लगभग सभी इम्प्लाइज ब्राशर रेट/पुराने रेट पर फ्लैटों की मांग कर रहे हैं क्योंकि 2008 में स्कीम के लांच करने के समय कर्मचारियों के वेतन के हिसाब से फ्लैटों के रेट तय किये गये थे लेकिन अब अचानक से रेट बढ़ा दिए गए हैं।अब नए रेट के अनुसार इम्प्लाइज करोडों रुपये कहाँ से दें।इतने महंगे फ्लैट तो आई.ए.एस अधिकारी भी नहीं खरीद सकते । डॉ धर्मेन्द्र ने कहा कि समय इतना निकल चुका है कि इस बीच हमारे दो से तीन दर्जन के करीब इम्प्लाइज तो अपने इन फ्लैटों की उम्मीद में दुनिया ही छोड़ गये हैं और 300 के लगभग स्कीम में सफल उम्मीदवार /इम्प्लाइज रिटायर हो चुके हैं।

स्कीम जब लांच हुई तो इम्प्लाइज ने इतना पैसा जमा किया था


स्कीम लांच होने के समय इम्प्लाइज ने चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के पास 57 करोड़, 82 लाख,30 हजार 400/- रुपये जमा कराए थे लेकिन चण्डीगढ प्रशासन के 4-5 सलाहकार और चण्डीगढ हाउसिंग बोर्ड के 4-5 चेयरमैन बदलने के बाद भी आज तक स्कीम सिरे नहीं चढ़ी ।
डॉ० ब्रह्मप्रकाश यादव, डॉ० धर्मेन्द्र और सरदार बलविन्दर ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि भारत सरकार के गृह सचिव के साथ 04-08-2020 को होने वाली मीटिंग में फलदायी नतीजे सामने आएंगे ।
July 29, 2020

गुरमीत राम रहीम ने रोहतक जेल से फिर मां और समर्थकों को लिखी चिट्ठी,जानें क्या दी नसीहत

गुरमीत राम रहीम ने रोहतक जेल से फिर मां और समर्थकों को लिखी चिट्ठी,जानें क्या दी नसीहत


सिरसा, ( हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ ) । सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने एक बार फिर अपनी मां और समर्थकों के नाम चिट्ठी लिखी है। गुरमीत राम रहीम ने पत्र में मां को कोरोना को लेकर कई सलाहें दी हैं और सावधानी बरतने को कहा है। उसने जेल से आकर मां को इलाज कराने का भरोसा दिलाया है। गुरमीत डेराप्र‍ेमियों से कोरोना पर सरकार के निर्देशोें का पूरा पालन करने को कहा है।
बता दें कि गुरमीत राम रहीम दाे साध्वियों से दुष्‍कर्म व रामचंद्र छत्रपति हत्‍याकांड में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है। गुरमीत ने करीब दो महीने और 11 दिनों के बाद अपनी मां व डेरा की संगत के नाम दूसरा पत्र लिखा है। डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन ने इस सोशल मीडिया पर वायरल किया है। इस पत्र में डेरा प्रमुख ने कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाने व सात फीट की दूरी रखने की नसीहत दी है।

गुरमीत राम रहीम ने इसके साथ ही डेरा प्रबंधन को लिखा है कि सरकार ब्लड डोनेट करने को कहें तो ब्लड डोनेट करें। डेरा प्रमुख गुरमीत ने लिखा है कि गुरु के रूप में संसार की भलाई के लिए प्रार्थना करते थे और ताउम्र करते रहेंगे। डेरा में किसी तरह की गुटबाजी से इन्‍कार करते हुए लिखा कि खुशी है कि हमारे बच्चे जसमीत, चरणप्रीत, हनीप्रीत व डेरा के सेवादार आज भी एक हैं। डेरा सच्‍चा सौदा मेें किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है। अगर कोई किसी की निंदा करता है और खुद को हमारा शिष्य बताता है तो यह गलत है। ऐसा करने वाला हमारा शिष्य नहीं हो सकता।

पत्र की शुरूआत में गुरमीत राम रहीम ने मां नसीब कौर को समय पर दवाइयां लेने को कहा है। गुरमीत ने लिखा है कि परमात्मा ने चाहा तो वह जल्दी आकर उसका इलाज करवाएगा। सुनारिया जेल से यह चिट्टी 25 जुलाई को भेजी गई है। मंगलवार शाम को यह चिट्टी सोशल मीडिया पर खूब वायरल रही।
इससे पहले डेरा प्रमुख राम रहीम ने 14 मई को भी पत्र लिखा था, जिसमें उसने डेरा अनुयायियों को कोरोना से बचने के लिए काढ़ा पीने का आह्वान किया था। आज वायरल पत्र में गुरमीत राम रहीम ने लिखा है कि उसने 14 मई के पत्र में जिस तरह का काढ़ा बनाकर पीने को कहा था उसको अभी भी प्रयोग करें।
July 29, 2020

इनसो के स्थापना दिवस पर इसबार कोरोना से बचाव के लिए बांटे जाएंगे 60 हजार मास्क और सेनिटाईजर : दिग्विजय

इनसो के स्थापना दिवस पर इसबार कोरोना से बचाव के लिए बांटे  जाएंगे 60 हजार मास्क और सेनिटाईजर : दिग्विजय

वेबीनार के माध्यम से 5 अगस्त को इनसो के संस्थापक अजय चौटाला व डिप्टी सीएम करेंगे कार्यकर्ताओं को संबोधित


जींद, 29 जुलाई ( संजय तिरँगाधारी )
इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजिय सिंह चौटाला ने जाट धर्मशाला में इनसो की प्रदेश और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ली। इसमें उन्होंने पांच अगस्त को इनसो का स्थापना दिवस सोशल डिस्टेंस की पालना करने के नियमों पर काम करते हुए लोगों को कारोना सेेे बचाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि  पांच अगस्त को इनसो की टीम 60 हजार मास्क और सेनिटाइजर बांटने का काम करेगी, इसके अलावा रक्तदान शिविर का आयोजन कर प्रदेश के अस्पतालों में रक्त  की मात्रा को जरूरमंदों के लिए पूरा करेगी। 
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि कुछ समय पहले इनसो के साथियों में बिल्कुल विपरित दिशा में काम करना शुरू किया था। जब दुष्यंत चौटाला को पार्टी से निकाला गया था, तब इस संगठन में अपनी अह्म भूमिका निभाकर जजपा संगठन के लिए काम कर सगठन को बेहद मजबूत बनाया था। अब इस संगठन का लक्ष्य डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को सीएम बनाना ही नहीं बल्कि वह उसे लाल किले पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इसके लिए उनको कितना भी समय लगे और कितनी भी मेहनत करे। वह इसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को वेबीनार के माध्यम से इनसो के संस्थापक डॉ. अजय सिंह चौटाला व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सभी इनसो के साथियों को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि विरोधियों को आज प्रदेश में कोई भी नेता नहीं दिखाई दे रहा, हर समय दुष्यंत चौटाला की बेहतर कार्यशैली का ही खोफ़ बना हुआ है। दुष्यंत चौटाला देश और प्रदेश की राजनीति में आज सबसे उपरी सिरे पर हैं। इसलिए आज कांग्रेस दुष्यंत चौटाला के  नाम से खौफ़ में है। उन्होंने कहा कि आज दुष्यंत चौटाला अपने सभी चुनावी वायदों को पूरा कर रहा है। युवाओं के लिए उद्योगों में 75 प्रतिशत आरक्षण लागू करवाने की बात हो या फिर गृह जिले में परीक्षा करवाने की बात हो। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष तक बुजुर्गों की बुढापा पेंशन 5100 रुपये करवाने का उनका वायदा है। इसे हर हाल में पुरा किया जाएगा।
इनसो नेता दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि अब बरौदा उपचुनाव में जजपा और भाजपा का सांझा उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेगा और भारी मतों से विजय होगा।
इस अवसर पर इनसो के प्रभारी रणधीर चीका, प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देशवाल, गौतम नैन, दीपक देशवाल भी मौजूद रहे। 

दिग्विजय ने खुद चुनाव लडऩे से नकारा


दिग्विजय सिंह चौटाला ने बरौदा उपचुनाव में उनके चुनाव लडऩे की चल रही चर्चाओं पर पूर्ण विराम लगाते हुए कहा  कि वह बरौदा से चुनाव नहीं लड़ंगे। बल्कि भाजपा व जजपा का सांझा उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा। इस चुनाव को गठबंधन पूरी तरह मजबूती से लड़ेगा। 

इनसो की राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी भंग


इससे पहले दिग्विजय चौटाला ने छात्र संगठन इनसो की राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया। बैठक में उन्होंने बताया कि नई ऊर्जा के साथ 15 अगस्त तक इनसो का पुनर्गठन किया जाएगा। इसमें ज्यादा से ज्यादा छात्राओं, मेहनती तथा नए मजबूत साथियों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी। वहीं अन्य राज्यों में भी मजबूती के साथ इनसो का विस्तार किया जाएगा और मेहनती पदाधिकारियों को पहचान पत्र दिए जाएंगे। बैठक में इनसो ने अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए।
July 29, 2020

स्कूली से लेकर उच्च शिक्षा तक में आमूलचूल बदलाव,एमफिल कोर्स को किया गया खत्म

स्कूली से लेकर उच्च शिक्षा तक में आमूलचूल बदलाव,एमफिल कोर्स को किया गया खत्म


नई दिल्‍ली। कैबिनेट ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को मंजूरी दे दी है। इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में 21वीं सदी की नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई। यह बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि 34 सालों से शिक्षा नीति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ था। मुझे उम्मीद है कि देशवासी इसका स्वागत करेंगे।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार ने नई शिक्षा नीति को लेकर 2 समितियां बनाई थीं। एक टीएसआर सुब्रमण्यम समिति और दूसरी डॉ. के कस्तूरीरंगन समिति बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के लिए बड़े स्तर पर सलाह लिया गया। इसके लिए देश की 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 6600 ब्लॉक और 676 जिलों से सलाह लिए गए। लोगों से पूछा गया कि आप नई शिक्षा नीति में क्या बदलाव चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सवा 2 लाख सुझाव आए थे। उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थी।  
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मानव संसाधन मंत्रालय का नाम बदल कर अब शिक्षा मंत्रालय किया गया है। शुरुआत में इस मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय ही था लेकिन 1985 में इसे बदलकर मानव संसाधन मंत्रालय नाम दिया गया। नई शिक्षा नीति के मसौदे में इसे फिर से शिक्षा मंत्रालय नाम देने का सुझाव दिया गया था। उच्च शिक्षा में प्रमुख सुधारों में 2035 तक 50 फीसद सकल नामांकन अनुपात का लक्ष्य रखा गया है। इसमें एकाधिक प्रवेश/ निकास का प्रावधान शामिल है।

जानें कैसे होगा 10+2 का नया फार्मेट 

नई शिक्षा नीति में 10+2 के फार्मेट को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। अब इसे 10+2 से बांटकर 5+3+3+4 फार्मेट में ढाला गया है। इसका मतलब है कि अब स्कूल के पहले पांच साल में प्री-प्राइमरी स्कूल के तीन साल और कक्षा एक और कक्षा 2 सहित फाउंडेशन स्टेज शामिल होंगे। फिर अगले तीन साल को कक्षा 3 से 5 की तैयारी के चरण में विभाजित किया जाएगा। इसके बाद में तीन साल मध्य चरण (कक्षा 6 से 8) और माध्यमिक अवस्था के चार वर्ष (कक्षा 9 से 12)। इसके अलावा स्कूलों में कला,वाणिज्य,विज्ञान स्ट्रीम का कोई कठोर पालन नहीं होगा,छात्र अब जो भी पाठ्यक्रम चाहें, वो ले सकते हैं।

उच्‍च शिक्षा में सुधार 

उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने कहा कि उच्‍च शिक्षा में कई सुधार किए गए हैं। सुधारों में ग्रेडेड अकैडमिक,प्रशासनिक और वित्‍तीय स्‍वायत्‍त्‍तता आदि शामिल है। नई शिक्षा नीति और सुधारों के बाद हम 2035 तक 50 फीसद सकल नामांकन अनुपात (GER) प्राप्त करेंगे।

अमित खरे ने कहा कि मल्टिपल एंट्री और एग्ज़िट सिस्टम में पहले साल के बाद सर्टिफिकेट, दूसरे साल के बाद डिप्लोमा और तीन-चार साल बाद डिग्री दी जाएगी। नए सिस्टम में ये रहेगा कि एक साल के बाद सर्टिफिकेट,दो साल के बाद डिप्लोमा, तीन या चार साल के बाद डिग्री मिल सकेगी। 4 साल का डिग्री प्रोग्राम फिर M.A. और उसके बाद बिना M.Phil के सीधा PhD कर सकते हैं। नई शिक्षा नीति के तहत एमफिल कोर्सेज को खत्म किया गया। अमित खरे ने कहा कि भारत सरकार के अनुसार,नई शिक्षा नीति में सभी उच्च शिक्षा के लिए एक एकल नियामक (सिंगल रेग्युलेटर) का गठन किया जाएगा। कई 'निरीक्षणों' के स्थान पर अनुमोदन के लिए स्व प्रकटीकरण आधारित पारदर्शी प्रणाली के तहत काम करना शामिल है।
अमित खरे ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं में ई-कोर्स शुरू किए जाएंगे। वर्चुअल लैब्स विकसित किए जाएंगे। एक नेशनल एजुकेशनल साइंटफिक फोरम (NETF) शुरू किया जाएगा। देश में 45,000 कॉलेज हैं। ग्रेडेड स्वायत्तता के तहत कॉलेजों को शैक्षणिक,प्रशासनिक और वित्तीय स्वायत्तता दी जाएगी।
अमित खरे ने कहा कि नए सुधारों में टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन एजुकेशन पर जोर दिया गया है। अभी हमारे यहां डीम्ड यूनविर्सिटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटीज और स्टैंडअलोन इंस्टिट्यूशंस के लिए अलग-अलग नियम हैं। नई एजुकेशन पॉलिसी के तहते सभी के लिए नियम समान होगा। 
अमित खरे ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए कई प्रस्ताव नई एजुकेशन पॉलिसी में है। बोर्ड परीक्षाओं के महत्व के कम किया जाएगा। इसमें वास्तविक ज्ञान की परख की जाएगी। कक्षा 5 तक मातृभाषा को निर्देशों का माध्यम बनाया जाएगा। रिपोर्ट कार्ड में सब चीजों की जानकारी होगी।  
अमित खरे ने कहा कि हमने लक्ष्य निर्धारित किया है कि GDP का 6 फीसद शिक्षा में लगाया जाए जो अभी 4.43 फीसद है। अमेरिका की NSF (नेशनल साइंस फाउंडेशन) की तर्ज पर हम NRF (नेशनल रिसर्च फाउंडेशन) ला रहे हैं। इसमें न केवल साइंस बल्कि सोशल साइंस भी शामिल होगा। ये बड़े प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग करेगा। ये शिक्षा के साथ रिसर्च में हमें आगे आने में मदद करेगा।  

New Education Policy 2020 की खास बातें

- पांचवी तक पढ़ाई के लिए मातृ भाषा या स्थानीय भाषा के जरिए होगी
- छठी कक्षा के बाद से ही वोकेशनल एजुकेशन की शुरुआत
- यूनिवर्सिटीज और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए कॉमन एन्ट्रेंस एग्जाम होंगे
- लीगल और मेडिकल कॉलेजों को छोड़कर सभी उच्च शिक्षण संस्थानों का संचालन एकल नियामक (सिंगल रेग्युलेटर) के जरिए होगा
- नई शिक्षा नीति के तहत एमफिल कोर्सेज को खत्म किया गया
- सभी सरकारी और निजी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए एक तरह के मानदंड होंगे
- बोर्ड परीक्षा रटने पर नहीं बल्कि ज्ञान के इस्तेमाल पर अधारित होगी
- संस्थानों के पास ओपन डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन कार्यक्रम चलाने का विकल्प होगा
- उच्च शिक्षा के लिए बनाए गए सभी तरह के डीम्ड और संबंधित विश्वविद्यालय को सिर्फ अब विश्वविद्यालय के रूप में ही जाना जाएगा

 नई शिक्षा नीति के खास प्वाइंट्स

-हर छात्र की क्षमताओं को बढ़ावा देना प्राथमिकता होगी
-छात्रों के लिए कला और विज्ञान के बीच कोई कठिनाई, अलगाव नहीं होगा।
-शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों को भी जागरूक करने पर जोर
-वैचारिक समझ पर जोर होगा, रचनात्मकता और महत्वपूर्ण सोच को बढ़ावा मिलेगा।
-नैतिकता, संवैधानिक मूल्य पाठ्यक्रम का प्रमुख हिस्सा होंगी
July 29, 2020

जाट धर्मशाला में एक अगस्त को होगी पेंशनर ज्वाइंट एक्शन कमेटी की बैठक

जाट धर्मशाला में एक अगस्त को होगी पेंशनर ज्वाइंट एक्शन कमेटी की बैठक


जींद, 29 जुलाई ( संजय तिरँगाधारी )
राजकीय पैंशनरज कर्मचारी-अधिकारी एसोसिएशन जींद के प्रधान एवं ज्वाइंट एक्शन कमेटी के संयोजक किताब सिंह भनवाला ने बताया कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के आधार पर केंद्रीय सरकार ने अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों से पूर्व रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों की पैंशन एक विशेष फार्मूले के तहत संशोधित करने के आदेशों के अनुसार 31 दिसंबर 2017 तक सभी कर्मचारियों की पैंशन संशोधित कर दी थी। उनसे कोई परफोर्मा या रिकार्ड भी नहीं मांगा था। इसी तर्ज पर हरियाणा सरकार ने भी अपने रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन संशोधित करने के आदेश 10 जनवरी 2018 को कर दिये थे। उसके बाद चार बार अलग-अलग आदेश देकर केस मंगवाये गये, परंतु वित्त विभाग और महालेखाकार हरियाणा के बीच सही सांमजस्य न होने के कारण मामले लटके हुए हैं। अब पांचवीं बार नया परफोर्मा भेजाग या है। इसके अनुसार सभी पैंशनरों ने पुन: अपने केस भेजने हैं। यह परफोर्मा पैंशनरज के लिए 31 कालम का है और पारिवारिक पैंशन के लिए 32 कालम का है, जिसको भरना सरल नहीं है। पैंशन संशोधन के नाम पर बूढ़े वरिष्ठ नागरिकों को इतना परेशान किया गया है कि ब्यान करना कठिन है। इस पैंशन संशोधन प्रक्रिया में अनेक प्रकार की समस्याएं और विसंगतियां सरकार ने पैदा कर दी है। बार-बार मांग पत्र देने के बावजूद सरकार तथा वित्त विभाग, मंत्रियों तथा मुख्यमंत्री ने कोई ध्यान नहीं दिया हैं। अब नये परफोर्मा तथा सरकार द्वारा की गई अनदेखी बारे विचार-विमर्श करने के लिए ज्वाइंट एक्शन कमेटी की बैठक एक अगस्त को जाट धर्मशाला में बुलाई गई है।

Tuesday, July 28, 2020

July 28, 2020

1983 पीटीआई भर्ती का मामला: एचएसएससी ने 29 जुलाई तक दिया आवेदन करने का अंतिम मौका, 15 मई को आवेदन के लिए जारी हुआ था नोटिस

1983 पीटीआई भर्ती का मामला:एचएसएससी ने 29 जुलाई तक दिया आवेदन करने का अंतिम मौका, 15 मई को आवेदन के लिए जारी हुआ था नोटिस

कमीशन ने पहले आवेदन के लिए 26 मई से 10 जून तक आवेदन मांगे थे


चंडीगढ़ : पीटीआई भर्ती को लेकर भले ही पूरे हरियाणा में सियासी घमासान मचा है, लेकिन सरकार की सिफारिश के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से लगातार नए सिरे से भर्ती की प्रक्रिया जारी है।
कमीशन ने अब आवेदन के लिए पात्र अभ्यर्थियों को 3 दिन का मौका दिया है, जो किसी वजह से आवेदन नहीं कर पाए, वे 29 जुलाई तक कर सकते हैं। कमीशन ने पहले आवेदन के लिए 15 मई को नोटिस जारी किया 26 मई से 10 जून तक आवेदन मांगे थे। बाद में समय बढ़ाकर 26 जून किया था। तब तक करीब 8974 आवेदन जमा हुए थे। अब फिर 29 जुलाई तक का वक्त दिया है।
कमीशन चेयरमैन भारत भूषण भारती ने कहा कि जो भी कोई आवेदन से वंचित रह गया है, उसे आखिरी मौका दिया गया है।
July 28, 2020

रजिस्ट्री में गड़बड़ी के बाद स्पीकर ने मांगी सभी विभागों के दागी अफसरों पर कार्रवाई की रिपोर्ट दागी अफसरों पर अब और शिकंजा कसा जाएगा

रजिस्ट्री में गड़बड़ी के बाद स्पीकर ने मांगी सभी विभागों के दागी अफसरों पर कार्रवाई की रिपोर्ट दागी अफसरों पर अब और शिकंजा कसा जाएगा

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा की कमेटियां ऐसे अफसरों की एक्शन टेकन रिपोर्ट तलब करेंगी, ताकि पता लगाया जा सके कि पिछले सालों में इन पर किस तरह की कार्रवाई हुई है। कहां कितने दागी अफसरों पर कार्रवाई हुई और कितनों पर कार्रवाई नहीं हो पाई। यदि पेंडिंग है तो कारण क्या है। स्पीकर ने इसके लिए विधानसभा की सभी कमेटियों के चेयरमैनों की बुधवार को बैठक बुला ली है। पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद कमेटी के चेयरमैन आगामी रणनीति तैयार करेंगे।
हाल ही में रजिस्ट्री को लेकर गड़बड़ी हुई है, जिनकी जांच चल रही है। हर डीसी को 15 दिनों में सरकार ने रिपोर्ट देने को कहा है। विधानसभा की 12 कमेटियां हैं,जो विभिन्न विभागों की मॉनिटरिंग करती हैं। कमेटियों की ओर से हर सप्ताह संबंधित महकमों के अधिकारियों के साथ बैठकें की जाती हैं।
विधानसभा कमेटियों के चेयरमैन पिछले दिनों में एससी, एसटी के मामलों की जानकारी तलब कर चुके हैं। विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि दागी अफसरों पर सरकार कार्रवाई करती है। पिछले सालों में ऐसे कितने अफसरों पर कार्रवाई के लिए विधानसभा कमेटियों ने रिकमंडेशन दी है। जानेंगे कि इस पर विभाग ने किस तरह की कार्रवाई की है।

खाद्य-आपूर्ति विभाग में 2016 के मामले पेंडिंग


हर विभाग में इस तरह के अधिकारियों के नामों की लिस्ट तैयार होगी। कई विभागों में काफी समय में इस तरह के अफसरों पर कार्रवाई नहीं हुई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में 2016 के मामले पेंडिंग हैं, जबकि राजस्व विभाग में भी विधानसभा कमेटी ने कई अफसरों पर कार्रवाई के लिए पहले तैयारी की थी।
July 28, 2020

सीएम का टॉपर्स को पत्र:लिखा- सुनें सबकी, करें अपने मन की , आपको अपनी रूचि और दक्षता के आधार पर करियर का चुनाव करना है

सीएम का टॉपर्स को पत्र:लिखा- सुनें सबकी, करें अपने मन की ,आपको अपनी रूचि और दक्षता के आधार पर करियर का चुनाव करना है


चंडीगढ़ :  हरियाणा शिक्षा बार्ड की 12वीं कक्षा में शानदार अंक हासिल किए हैं। यह सफलता आपकी कड़ी मेहनत का फल है। इससे आपने माता-पिता, विद्यालय और शिक्षकों का नाम रोशन किया है। आप अपने से छोटे विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल भी बने हैं। आज आप जीवन के नए मोड़ पर हैं।
आपको अपनी रूचि और दक्षता के आधार पर करियर का चुनाव करना है। कई बार कुछ विद्यार्थी सहपाठियों, माता-पिता के दबाव में कॉलेज में ऐसे विषयों का चयन कर लेते हैं, जिसमें रूचि नहीं होती। ऐसा निर्णय कई बार बाद में पछतावा लगता है। आप सुनें सबकी, पर करें अपने मन की। ये पंक्तियां सीएम मनोहर लाल ने 12वीं कक्षा की परीक्षा में टॉपर रहने वाले विद्यार्थियों को भेजे अर्ध-सरकारी पत्र में लिखी हैं।

जिन स्कूलों का 100% रिजल्ट उनको भी भेजे जाएंगे पत्र


सीएम ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, पलवल, झज्जर, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, भिवानी, चरखी दादरी, कुरुक्षेत्र और कैथल के टॉपर विद्यार्थियों को यह पत्र लिखा है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने संबंधित जिला के शिक्षा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है कि पत्र ऐसे टॉपर विद्यार्थियों को घर पर भेजा जाए। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों की ड्यूटी होगी।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में अबकी बार करीब 14000 बच्चों ने मेरिट में स्थान पाया है। इन बच्चों को शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह पत्र भेजेंगे। जिन स्कूलों का 100 फीसदी रिजल्ट आया है, उनको भी इसी  तरह के पत्र भेजे जाएंगे।

सभी स्ट्रीम के बच्चों को पत्र


यह पत्र सीएम की ओर से सभी स्ट्रीमों के टॉपर बच्चों को लिखा गया है। इनमें करीब 22 विद्यार्थी शामिल हैं। अधिक संख्या बेटियों की है। सीएम ने सभी बच्चों का आहवान किया है कि वे अपनी पसंद का सब्जेक्ट ही कॉलेज में लें, ताकि भविष्य में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इनमें कॉमर्स के आठ, साइंस के 10, आर्टस के चार बच्चे शामिल हैं।

अफसर चंडीगढ़ से रवाना

शिक्षा विभाग के प्रोग्राम अफसर सभी बच्चों के घर भेजे गए हैं। इनके साथ में खंड शिक्षा अधिकारी होंगे। नॉन मेडिकल, मेडिकल, कामर्स, आर्ट आदि के बारे में सारी जानकारी दी जाएगी। कहां इंस्टीटयूट हैं, कहां कितनी फीस है यह जानकारी भी बताई जाएगी। 4 प्रोग्राम अफसर स्टेट मुख्यालय चंडीगढ़ से रवाना किए गए हैं। ये चार डिवीजनों में विद्यार्थियों को जाकर मिलेंगे।
July 28, 2020

बिना आनलाइन क्लास भी हरियाणा में निजी स्कूूूल ले सकते वार्षिक व ट्यूशन फीस

बिना आनलाइन क्लास भी हरियाणा में निजी स्कूूूल ले सकते वार्षिक व ट्यूशन फीस

चंडीगढ़। पंजाब के बाद अब हरियाणा में भी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने निजी स्कूलों को बड़ी राहत दी है। हाई कोर्ट ने निजी स्कूलों को वार्षिक शुल्क और ट्यूशन फीस लेने की इजाजत दे दी है। लॉकडाउन के दौरान चाहे किसी स्कूल ने ऑनलाइन क्लास की सुविधा दी है या नहीं सभी स्कूल इस दौरान की ट्यूशन फीस अभिभावकों से वसूल सकते हैं। हाई कोर्ट के जस्टिस रामेंद्र जैन ने पंजाब के एक मामले में हाई कोर्ट की एकल बेंच द्वारा दिए गए निर्णय के आधार पर निजी स्कूलों को यह राहत दी है। 
बता दें,इससे पूर्व हाई कोर्ट की एकल बैंच ने पंजाब के निजी स्कूलों को राहत देते हुए ट्यूशन फीस के साथ एडमिशन फीस लेने की भी मंजूरी दी थी। कोर्ट ने कहा है कि लॉकडाउन की अवधि के लिए स्कूल अपने एनुअल चार्ज भी वसूल सकते हैं, लेकिन इस साल फीस नहीं बढ़ा सकते हैैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि ऑनलाइन न पढ़ाने वाले निजी स्कूल भी ट्यूशन फीस व एडमिशन फीस ले सकते हैं।
पंजाब से जुड़े केस में जस्टिस निर्मलजीत कौर ने सभी याचिकाओं का निपटारा करते हुए स्पष्ट किया था कि एनुअल चार्ज के तौर पर स्कूल वास्तविक खर्च ही वसूलें। लॉकडाउन की अवधि के लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट फीस या बिल्डिंग चार्ज के तौर पर सिर्फ वही फीस वसूलें जितने खर्च वास्तविक तौर पर वहन करने पड़ते हों। स्कूल खुलने के बाद की अवधि के लिए वे पूर्व निर्धारित दरों के हिसाब से एनुअल चार्ज ले सकते हैं। हाई कोर्ट के इन आदेशों से सरकार व अभिभावकों को झटका लगा है जो इस बात का इंतजार कर रहे थे कि लॉकडाउन के अवधि की स्कूल फीस उन्हें नहीं देनी पड़ेगी।
हाई कोर्ट ने कोविड-19 के कारण उन अभिभावकों को जरूर राहत दी है जो फीस देने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे अभिभावक अपनी वित्तीय स्थिति की जानकारी देकर स्कूलों को फीस में कटौती या फीस माफी के आवेदन दे सकते हैं। हाई कोर्ट ने चेतावनी भी दी है कि लोग इस रियायत का गलत लाभ न उठाएं। स्कूलों से रियायत न मिलने पर अभिभावक अपनी शिकायत रेगुलेटरी बॉडी को करें।
July 28, 2020

5 बच्चों की हत्या का मामला: बेटी होने पर 9 माह की निशा को मारा, नहीं बताई 3 बच्चों की कब्र,

5 बच्चों की हत्या का मामला: बेटी होने पर 9 माह की निशा को मारा, नहीं बताई 3 बच्चों की कब्र, जींद के गांव डिडवाड़ा की वारदात निशानदेही के लिए गांव के कब्रिस्तान में पहुंची पुलिस, तांत्रिक वाला एंगल कमजोर


जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) 8 साल पहले मारी गई 9 माह की निशा की जान केवल इसलिए गई कि वह लड़की थी। अगर लड़का होती वह आज 9 वर्ष की होती। यह खुलासा आरोपी जुम्मादीन ने पुलिस के सामने किया है। बाकी चारों बच्चों की हत्या साली के प्यार में पड़ने के बात की गई है। दूसरी ओर दो बेटियों से पहले मारे तीन बच्चों को दफनाने की जगह की निशानदेही करवाने के लिए आरोपी जुम्मादीन उर्फ जुम्मा को लेकर पुलिस गांव के कब्रिस्तान में पहुंची। परंतु आरोपी दो घंटे तक पुलिस को यहां-वहां घुमाता रहा लेकिन यह नहीं बता सका कि तीनों बच्चों को कहां दफनाया था। मंगलवार को पुलिस फिर से आरोपी को कब्रिस्तान लेकर जाएगी।
वहीं अब बच्चों की हत्या के पीछे तांत्रिक वाला एंगल कमजोर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है लेकिन साली वाले एंगल पर पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। एएसपी अजीत शेखावत का भी कहना है कि फिलहाल हत्या का कोई दूसरा मकसद दिखाई नहीं दे रहा है इसलिए बार-बार साली व आरोपी जुम्मा से पूछताछ की जा रही है।
15 जुलाई को दो बेटियों की हत्या कबूलने के बाद आरोपी पिता जुम्मादीन उर्फ जुम्मा ने पुलिस के सामने खुलासा किया था कि इन दोनों बेटियों से पहले भी उसने अपने ही तीन बच्चों की हत्या की थी। इस खुलासा के बाद पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी को बच्चों को दफनाने की जगह की निशानदेही करवाने गांव में लेकर गई थी। यहां आरोपी ने 15 जुलाई को मारी गई दोनों बच्चियों की कब्र तो बता दी लेकिन पहले मारे गए तीन बच्चों बच्चों की कब्र नहीं बता पाया।
कब्र की सही जानकारी ना मिलने के कारण हत्या के आरोपी जुम्मादीन के भाइयों गुलाब, आसिन व रोशन को मौके पर बुलाया गया लेकिन उन्होंने भी सही स्थान बताने में असमर्थता जाहिर की। फिलहाल पुलिस ने तय किया है कि आरोपी को दोबारा कब्रिस्तान में ले जाकर कब्रों की पहचान करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट रामपाल शर्मा, एसएचओ थाना सदर सफीदों धर्मवीर सिंह भी उपस्थित थे।
पुलिस ने आरोपी जुम्मा को शनिवार को कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने पुलिस की मांग पर आरोपी को तीन दिन के रिमांड पर भेज दिया था जो मंगलवार को समाप्त हो रहा है। वहीं पुलिस का कहना है कि अगर मंगलवार तक हत्या का मकसद साफ नहीं होता है तो आरोपी को दोबारा रिमांड पर लिया जा सकता है।
सफीदों के एएसपी अजीत शेखावत ने बताया कि आरोपी ने बताया है कि उसने अपनी बेटी 9 माह की निशा की हत्या इसलिए कि थी उसको दो-दो बेटियां हो गई थीं। मंगलवार को दोबारा फिर से कब्रों की पहचान करवाने का प्रयास किया जाएगा। साली वाले एंगल पर आगे बढ़ रही है जांच

पुलिस ने क्राइम सीन करवाया


 रीक्रिएट- कब्रिस्तान के बाद पुलिस आरोपी को नहर के किनारे उस जगह पर लेकर गई जहां पर दोनों बच्चियों को नहर में फेंका गया था। यहां पुलिस ने पूछा कि आरोपी ने कैसे बच्चियों को नहर तक लेकर आया और कैसे फेंका। इस सीन रिक्रिएशन के दौरान जो बातें सामने आई वे हत्यारोपी जुम्मादीन द्वारा बताई गई बातों से हूबहू मेल खा रही थी। जुम्मादीन ने पुलिस को बताया था कि वह मोटरसाइकिल की टंकी पर तकिया रखकर उस पर छोटी लड़की
ग्रामीणों को तांत्रिक की तो पुलिस को साली की कहानी- आरोपी जुम्मादीन ने पुलिस और ग्रामीणों के सामने हत्या की अलग-अलग कहानी सुनाई थी। पंचायत के समक्ष पेश होने पर जुम्मादीन ने कहा कि उसने अपने बच्चों की हत्या तांत्रिक के कहने पर ही है। परंतु पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आरोपी ने साली के साथ अपने रिश्तों की कहानी बताई थी। हालांकि पुलिस ने दोनों एंगलों पर जांच की लेकिन पुलिस फिलहाल साली वाले एंगल पर ही अपनी जांच आगे बढ़ा रही है।
July 28, 2020

हरियाणा में रजिस्ट्रियों का खेल- उपायुक्तों से सेटिंग कर रहे तहसीलदार, सियासी ढाल व राजनीतिक संरक्षण ढूंढते फिर रहे

हरियाणा में रजिस्ट्रियों का खेल-उपायुक्तों से सेटिंग कर रहे तहसीलदार, सियासी ढाल व राजनीतिक संरक्षण ढूंढते फिर रहे


चंडीगढ़। हरियाणा के विभिन्न जिलों में चल रही रजिस्ट्री घोटाले की जांच के बीच तहसीलदार अब जिला उपायुक्तों से अपनी सेटिंग बैठाने की फिराक में हैं। कई तहसीलदार ऐसे हैं,जो अपने बचाव के लिए राजनीतिक संरक्षण ढूंढते फिर रहे हैं। कुछ तहसीलदारों ने जिला उपायुक्तों को भरोसे में लेने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। कई जिलों में खुद जिला उपायुक्त और एसडीएम इस रजिस्ट्री घोटाले की बड़ी कड़ी के रूप में काम कर रहे हैं। इससे बड़ा सवाल यह पैदा हो रहा कि जिला उपायुक्त अपने ही विरुद्ध रजिस्ट्री घोटाले की निष्पक्ष जांच को किस तरह से अंजाम दे सकेंगे।

ऐसे में कैसे होगी निष्पक्ष जांच
हरियाणा सरकार ने रजिस्ट्रियों में अनियमितताओं की शिकायत के बाद 32 कंट्रोल एरिया में लाकडाउन के दौरान हुई रजिस्ट्रियों की जांच कराने का निर्णय लिया है। जांच की जिम्मेदारी जिला उपायुक्तों को सौंपी गई है। तब तक रजिस्ट्रियां बंद रहेंगी। प्रदेश सरकार की कोशिश 15 अगस्त से दोबारा रजिस्ट्रियां आरंभ करने की है। उस समय तक जिला उपायुक्तों की रिपोर्ट भी प्रदेश सरकार के पास पहुंच जाएगी।

एनसीआर के जिलों में सबसे ज्यादा लूटमारी

रजिस्ट्रियों के अवैध खेल में जिला उपायुक्तों से लेकर एसडीएम, जिला राजस्व अधिकारी, टाउन एंड कंट्री प्लानर, तहसीलादर, नायब तहसीलदार और रजिस्ट्री क्लर्क तक शामिल होते हैं। एसडीएम को जिला उपायुक्त का प्रतिनिधि मानकर खेल किया जाता है। प्रदेश में कई तहसीलदार मुख्यालय ऐसे हैं,जहां अवैध रजिस्ट्री कराने वाले दलालों के नाम तय हैं। यह दलाल रजिस्ट्री कराने वालों से एक साथ कागज और रकम ले लेते हैं और फिर किसी एक दिन तहसील मुख्यालय में सारी रजिस्ट्रियों को एक बार में ही अंजाम दिया जाता है।

सबसे अधिक दिक्कत छोटे प्लाट धारकों के लिए

सबसे अधिक दिक्कत छोटे प्लाट धारकों,छोटे मकान मालिकों और अवैध कालोनियों में प्लाट लेने वालों के लिए है। नियम के अनुसार इस श्रेणी के लोगों को यदि रजिस्ट्री करानी है तो पहले उन्हेंं जिला नगर योजनाकार के कार्यालय से एनओसी लेनी पड़ेगी। जिला नगर योजनाकार अवैध कालोनियों में प्लाटों व मकानों की रजिस्ट्री के लिए एनओसी नहीं देते। यदि दे भी दी जाती है तो उसकी मोटी रकम वसूल की जाती है। तहसील कार्यालयों के बाहर बैठा दलालों का रैकेट बिना एनओसी के ही रजिस्ट्री कराने की गारंटी लेता है।  इसकी एवज में दो लाख से दस लाख रुपये तक वसूल किए जाते हैं, जिसकी बाद में हिस्सेदारी होती है।

राजनीतिक आकाओं और अधिकारियों से सेटिंग

हरियाणा में रजिस्ट्रियों में गड़बड़ का सबसे बड़ा खेल दिल्ली से सटे बड़े शहरों गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, झज्जर, बहादुरगढ़ और सोनीपत में होता है। गुरुग्राम में बेशकीमती जमीन है। यहां अवैध जमीनों की रजिस्ट्री कराने में मोटा खेल चलता है। यही स्थिति फरीदाबाद व बहादुरगढ़ की भी है। अंबाला, पंचकूला, करनाल, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद और रोहतक में भी अवैध रजिस्ट्रियों की रिपोर्ट सरकार के पास पहुंची है।
एनसीआर के जिलों में पोस्टिंग के लिए तहसीलदार अपने राजनीतिक आकाओं को भी खुश करने का कोई तरीका नहीं छोड़ते। इनके तार चंडीगढ़ में बैठे उच्च अधिकारियों तक भी जुड़े हैं। ऐसे में जिला उपायुक्तों की बजाय एसीएस स्तर के अधिकारी को ही जांच सौंपी जानी चाहिए थी।

सीएम मनोहलाल चाह रहे पारदर्शी बने सिस्टम

मुख्यमंत्री मनोहर लाल चाहते हैं कि सिस्टम में सुधार हो। इसलिए ही उन्होंने रजिस्ट्रियों में अनियमितताओं की जांच खुद कराने का फैसला लिया है,लेकिन जिस तरह से विपक्ष हमलावर उससे सरकार को जवाब देना भारी पड़ रहा है। शराब घोटाले की जांच रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आई है।
बताते हैं कि इस रजिस्ट्री घोटाले का पता तब चला, जब एक बड़े अधिकारी के रिश्तेदार से पैसे मांगे गए। उसने डिप्टी सीएम और सीएम दोनों से शिकायत की तो वह शिकायत बाकी विधायकों द्वारा पूर्व में की गई शिकायत से मेल खा गई, जिसके आधार पर सरकार मामले की तह में जाकर सिस्टम को पारदर्शी बनाने के लिए तैयार हुई है।
July 28, 2020

5 जेट करेंगे अम्बाला एयरबेस पर लैंड: करगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाली 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन को ही मिली फाइटर प्लेन रफाल की जिम्मेदारी

5 जेट करेंगे अम्बाला एयरबेस पर लैंड: करगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाली 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन को ही मिली फाइटर प्लेन रफाल की जिम्मेदारी


नई दिल्ली : चौथी प्लस पीढ़ी के जंगी जहाज रफाल के 29 जुलाई को अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर जमीन छूते ही 41 साल पुराना इतिहास दोहराया जाएगा। 27 जुलाई 1979 को जगुआर फाइटर जेट की पहले खेप ब्रिटेन से सीधे अम्बाला CVएयरफोर्स स्टेशन पर पहुंची थी। अब रफाल की पहली खेप फ्रांस से सीधे अम्बाला पहुंचनी है। पुराना इतिहास देखते हुए पहले 27 जुलाई को रफाल को अम्बाला लाने की योजना थी। बाद में मौसम और तकनीकी कारणों से तारीख 2 दिन खिसक गई। एयरफोर्स प्रवक्ता के मुताबिक 29 जुलाई को 4 से 6 जेट अम्बाला में लैंड करेंगे।

स्क्वाड्रन लीडर आहूजा को 1999 में शहीद होने के बाद मिला था वीर चंक्र

17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का इतिहास वीर गाथाओं से भरा है। 1999 के करगिल युद्ध के दौरान ऑपरेशन सफेद सागर के समय स्क्वाड्रन बठिंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात थी। तब पूर्व एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ विंग कमांडर थे और इसी स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे। 27 मई 1999 को स्क्वाड्रन के लीडर अजय आहूजा मिशन पर थे, जब एक स्टिंगर मिसाइल ने उनके विमान को निशाना बनाया।
स्क्वाड्रन लीडर आहूजा विमान से इजेक्ट (बाहर निकलना) कर गए थे, मगर वे शहीद हो गए थे। उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र सम्मान प्रदान किया गया था। इस घटना के बाद स्क्वाड्रन के पायलटों ने पाकिस्तान सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया और महत्वपूर्ण ठिकानों पर बम बरसाए, जिसमें विंग कमांडर बीएस धनोआ भी शामिल थे।
करगिल युद्ध में अदम्य प्रदर्शन करने पर विंग कमांडर बीएस धनोआ को युद्ध सेवा मेडल, स्क्वाड्रन लीडर ए चौधरी को वायुसेना मेडल, फ्लाइट लेफ्टिनेंट आरएस धालीवाल को वायुसेना मेडल एवं अन्य सम्मान हासिल हुए। इस स्क्वाड्रन की स्थापना 1 अक्टूबर 1951 में हुई। 2016 में भंग करने से पहले स्क्वाड्रन मिग-21 विमानों का संचालन कर रही थी, जिन्हें एयरफोर्स के बेड़े से अब धीरे-धीरे बाहर किया जा रहा है। अब रफाल विमानों का संचालन इस स्क्वाड्रन को ही सौंपा गया है।

रफाल के स्वागत के लिए स्टेशन पर हैंगर बनाने की तैयारी में जुटा एयरबेस

मिग 21 बाइसन की स्क्वाड्रन अम्बाला से 2019 में नाल (जोधपुर) एयर बेस शिफ्ट हुई थी। उन्ही की जगह रफाल की तैनाती हो रही है। अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन काफी समय से मिग-21 के हैंगरों के स्थान पर रफाल के लिए हैंगर बनाने का काम चल रहा है। रफाल के लिए नया ढांचा तैयार किया जा रहा है। फिलहाल 29 जुलाई को सादे समारोह में ही रफाल को रिसीव किया जाएगा।
20 अगस्त को विधिवत कार्यक्रम के दौरान इन्हें एयरफोर्स में शामिल करने की योजना है। रफाल के लिए एयरफोर्स की 17वीं गोल्डन एरो स्क्वाड्रन को पिछले साल सितंबर में अम्बाला में पुन: खड़ा किया जा चुका है। इस स्क्वाड्रन की स्थापना 1 अक्टूबर 1951 में हुई। 2016 में भंग करने से पहले स्क्वाड्रन मिग-21 विमानों का संचालन कर रही थी। अम्बाला में जगुआर की दो स्कवाड्रन नंबर 5 व 14 हैं।

Monday, July 27, 2020

July 27, 2020

अपहरण बाद बर्खास्त पुलिसकर्मी की हत्या मामले में बड़ी कार्रवाई, एसआई समेत सात पुलिसवाले सस्पेंड

अपहरण बाद बर्खास्त पुलिसकर्मी की हत्या मामले में बड़ी कार्रवाई, एसआई समेत सात पुलिसवाले सस्पेंड

रोहतक। रोहतक कोर्ट से अग्रिम जमानत के लिए आए खेड़ी महम कस्बे के बर्खास्त पुलिसकर्मी की कोर्ट परिसर से अपहरण के बाद हत्या की वारदात के मामले में ड्यूटी में लापरवाही पाए जाने पर सात पुलिसकर्मियों को एसपी राहुल शर्मा ने सस्पेंड कर दिया है। जिनमें कोर्ट सुरक्षा इंचार्ज एसआई समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल है।
साथ ही सभी के खिलाफ विभागीय जांच भी खोल दी है। इसके अलावा अपराध शाखा 1 ने  चार नामजद आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी सुनील, नन्हा, धर्मवीर सहित चार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है। 
ज्ञात रहे कि खेड़ी महम गांव का रहने वाले 50 वर्षीय वीरेंद्र हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही था। जिसे काफी साल पहले लंबे समय तक अनुपस्थित रहने के कारण बर्खास्त कर दिया गया था। वीरेंद्र ने वर्ष 2009 में अपने परिचित विजय के साथ मिलकर 4700 गज का प्लाट सत्यवान से खरीदा था। उसका एग्रीमेंट हो चुका था लेकिन अभी रजिस्ट्री नहीं हुई थी। 2015 तक प्लाट पर वीरेंद्र व विजय का कब्जा था। पूरे रुपये नहीं मिलने पर सत्यवान ने प्लॉट की चारदीवारी गिरा दी थी। तभी से दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा है।
करीब एक माह पहले भी उनके बीच मारपीट हुई थी, जिसमें वीरेंद्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। उस पर मारपीट के कई अन्य मामले भी दर्ज थे। शुक्रवार यानि 24 जुलाई सुबह वह रोहतक कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आया था।
इसी दौरान कैंटीन के पास कई नकाबपोश आए, जिन्होंने सरेआम उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और गेट नंबर दो की तरफ खड़ी गाड़ी में डालकर ले गए। पुलिस भी उसकी तलाश में लगी हुई थी। दोपहर के समय वीरेंद्र का शव टिटौली रोड पर पड़ा मिला था।
July 27, 2020

जींद में हादसा:सड़क किनारे खड़ी कार पर चढ़ा ट्रक, मां-बेटे की मौत, नानी गंभीर, मामा बाल-बाल बचा

जींद में हादसा:सड़क किनारे खड़ी कार पर चढ़ा ट्रक, मां-बेटे की मौत, नानी गंभीर, मामा बाल-बाल बचा

अनूपगढ़ बाईपास के फ्लाईओवर के नीचे यमराज बनकर आया तेज रफ्तार ट्रक

मां को वैद्य को दिखाकर ला रहा था लीलू, बहन और भांजे भी साथ हो लिए


जींद-रोहतक राजमार्ग पर सोमवार शाम को अनूपगढ़ बाईपास के फ्लाईओवर के नीचे साइड में खड़ी खराब कार पर तेज रफ्तार से पीछे से आया ट्रक चढ़ गया। इसमें कार में सवार एक 12 वर्षीय बच्चे लक्की की मौके पर ही माैत हाे गई, जबकि उसकी मां पूनम देवी (40) ने पीजीआई रोहतक में उपचार के दौरान दम ताेड़ दिया।
हादसे में बच्चे की नानी गंभीर रूप से घायल हो गई। कार के पास खड़े मामा को भी इस दौरान चोट आई हैं। आसपास के लोगों ने करीब 20 मिनट बाद क्रेन मंगवाकर कार पर चढ़े ट्रक को हटाया और घायल को अस्पताल पहुंचाया। सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जांच शुरू कर दी है।
सोमवार को जुलाना के वार्ड 6 निवासी लीलू अपनी 60 वर्षीय मां सुनहरी देवी जिसे अधरंग की शिकायत थी उसको एक देसी वैध से दिखाने के लिए अपनी बहन की ससुराल बनियाखेड़ा गांव गया हुआ था। शाम को उसके साथ उसकी बहन पूनम देवी व भांजा 12 वर्षीय लक्की भी जुलाना आने के लिए कार में सवार में हो लिए। जब वे जींद-रोहतक राजमार्ग पर अनूपगढ़ गांव के पास बाईपास फ्लाईओवर के नीचे पहुंचे तो अचानक लीलू की कार खराब हो गई। लीलू कार से नीचे उतर कर फोन पर बात करने लगा। इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार से आया एक ट्रक उसकी कार पर चढ़ गया।
इस दौरान लीलू ने भागकर जान बचाई और उसे चोटें भी आई। इस हादसे के बाद लीलू चिल्लाया और आसपास में मौजूद ट्रक बॉडी फैक्ट्री से लोग मौके की तरफ दाैड़े और क्रेन को मंगवाकर कार पर चढ़े ट्रक को हटाया और घायलों को बाहर निकाला। इस दौरान 12 वर्षीय बच्चे लक्की की मौत हो चुकी थी। जबकि मां-बेटी की हालत गंभीर बनी हुई थी। बाद में दोनों को पीजीआई रोहतक रेफर किया गया जहां पर पूनम देवी की मौत हो गई। सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार का कहना है कि परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

साइड में खड़ी थी कार, ट्रक की थी तेज स्पीड


मैं सोमवार शाम को अपनी मां को बनियाखेड़ा से दवा दिलाकर कार से घर लौट रहा था। अनूपगढ़ गांव के पास पहुंचते ही अचानक कार खराब हो गई। कार में उसका भांजा, मां व बहन बैठे हुए थे, जबकि वह हादसे से एक मिनट पहले ही कार से नीचे उतरकर फोन पर मिस्त्री से बात कर रहा था। इसी दौरान एक तेज रफ्तार से पीछे से आ रहा ट्रक उनकी कार पर चढ़ गया। उसने पहले खुद को बचाया और फिर ट्रक के नीचे दबी मां, बहन व भांजे को निकालने के लिए शोर मचाया।
कुछ ही देर में लोगों की मौके पर भीड़ लग गई और नीचे दबी मां, बहन व भांजे को निकालने के प्रयास किए गए लेकिन इस दौरान निकाला नहीं जा सका। बाद में पास की एक फैक्ट्री से क्रेन मंगवाई गई और उसके बाद ट्रक को हटाया गया। उसके भांजे की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि मां व बहन गंभीर थीं। (जैसा हादसे के चश्मदीद एवं कार चालक लीलू ने हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ संवाददाता को बताया)
July 27, 2020

सुबह की सैर पर निकले तीन लड़कों को वाहन ने कुचला,गुस्साए परिजनों ने हाइवे किया जाम अज्ञात वाहन को तलाशने में जुटी रोहतक पुलिस दो लड़कों की उम्र 15 साल,एक की उम्र थी 18

सुबह की सैर पर निकले तीन लड़कों को वाहन ने कुचला,गुस्साए परिजनों ने हाइवे किया जाम अज्ञात वाहन को तलाशने में जुटी रोहतक पुलिस दो लड़कों की उम्र 15 साल,एक की उम्र थी 18 


रोहतक। रोहतक के भाली आनंदपुर गांव के तीन लड़कों को आउटर बाइपास पर अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। वे सुबह सैर के लिए निकले थी, तीनों की मौके पर मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने रोहतक-हिसार रोड पर जाम लगा दिया। पुलिस अब वाहन चालक की तलाश कर रही है और गुस्साए परिजनों को समझा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भाली आनंदपुर गांव का सौरभ (15), प्रवीण (15), प्रमोद (18) सुबह 6 बजे सैर के लिए निकले थे। रोहतक आउटर बाइपास पर अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। इससे तीनों की मौके पर मौत हो गई। कुछ समय बाद ग्रामीणों ने देखा कि सड़क पर तीनों के शव खून से लथपथ पड़े थे। किसी के देखने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी।
घटना का पता चलने पर काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए और इसी बीच मृतकों के परिजन भी घटना स्थल पर पहुंचे और शवों की शिनाख्त की। बहु अकबरपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। घटना के विरोध में ग्रामीणों ने रोहतक-हिसार रोड जाम कर दिया और आरोपी चालक की गिरफ्तारी पर अड़ गए। मौके पर एसडीएम व पुलिस अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
July 27, 2020

राम मंदिर की नींव के लिए भेजा गया सरस्वती नदी, कपालमोचन सरोवर और हथनीकुंड बैराज का जल साधु पवित्र जल लेकर अयोध्या के लिए हुए रवाना 5 अगस्त को मोदी रखेंगे राम मंदिर की आधारशिला

राम मंदिर की नींव के लिए भेजा गया सरस्वती नदी, कपालमोचन सरोवर और हथनीकुंड बैराज का जल साधु पवित्र जल लेकर अयोध्या के लिए हुए रवाना 5 अगस्त को मोदी रखेंगे राम मंदिर की आधारशिला


यमुनानगर। अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर की नींव में पवित्र सरस्वती नदी, कपाल मोचन सरोवर और हथनीकुंड बैराज का जल भी उपयोग होगा। यमुनानगर से रविवार को संत यह जल लेकर अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। इस जल का इस्तेमाल 5 अगस्त को राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के दौरान होगा। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
हथनी कुंड बैराज से क्षेत्र के प्रमुख संत,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पवित्र यमुना जल लेकर अयोध्या के लिए रवाना हुए। वहां पर स्वामी महेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि लंबे संघर्ष व प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य 5 अगस्त को पूजा अर्चना के उपरांत शुरू कर दिया जाएगा।
देश की सभी पवित्र नदियों का जल पूजा में शामिल किया जाएगा। यमुना नदी,आदिबद्री से सरस्वती नदी और कपाल मोचन से पवित्र सरोवर का जल लेकर अयोध्या पहुंचेंगे। हथनी कुंड बैराज पर सुबह पूजा अर्चना के बाद यमुना नदी का जल कलश लेकर विश्व हिंदू परिषद के अधिकारी और संत रवाना हुए। आरएसएस के जिला संघचालक एडवोकेट मुकेश गर्ग ने बताया कि यमुना नदी, सरस्वती नदी, कपाल मोचन सरोवर का पवित्र जल लेकर विश्व हिंदू परिषद के अधिकारी व संत 4 अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे।
July 27, 2020

पुलिस कर्मचारी को हनीट्रैप में फंसाया, 2 लाख रुपए ऐंठे, 50 हजार लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

पुलिस कर्मचारी को हनीट्रैप में फंसाया, 2 लाख रुपए ऐंठे 50 हजार लेते रंगे हाथों गिरफ्तार


फतेहाबाद। सिटी पुलिस ने पुलिस कर्मचारी को हनी ट्रैप के जाल में फंसा लाखों रुपए ऐंठने के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला को पुलिस कर्मचारी से 50 हजार रुपये लेते रंगेहाथों पकड़ा है। पुलिस ने आरोपी महिला को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
सिटी थाना एसएचओ यादविंद्र सिंह ने बताया कि एक पुलिस कर्मचारी के साथ टोहाना निवासी पिंकी की कोर्ट में मुलाकात हुई थी। इसके बाद डेढ़ साल तक दोनों रिलेशनशिप में रहे। शारीरिक संबंध बनाने के बाद पिंकी ने पुलिस कर्मचारी से दो लाख रुपए की मांग की। रुपए न देने पर उसे झूठे दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। पुलिस कर्मचारी ने पिंकी को पहले चार खाली चैक दिए। पुलिस की माने तो आरोपी महिला पुलिस कर्मचारी से दो चैक बैंक में लगाकर दो लाख रुपए ऐंठ चुकी है।

महिला को पुलिस ने 50 हजार लेते रंगे हाथों पकड़ा


पीड़ित पुलिस कर्मचारी ने महिला के खिलाफ सिटी थाना में शिकायत दी। इसमें उसने महिला द्वारा उसे झूठे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देने बारे में बताया। वहीं बताया कि महिला उससे शनिवार को 50 हजार रुपये ले चुकी है। अब 50 हजार रुपए की ओर मांग कर रही है। शिकायत मिलते ही सिटी एसएचओ ने अपनी टीम तैयार की। जैसे ही पिंकी रविवार को फतेहाबाद के एमएम कॉलेज के पास रुपए लेने पहुंची तो टीम ने रुपए लेते हुए आरोपी महिला को रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस आरोपी महिला से पुलिस कर्मचारी द्वारा दिए गए दो खाली चैक भी बरामद किए है। पुलिस महिला से अब तक एक लाख रुपए बरामद कर चुकी है। पुलिस के अनुसार पकड़ी गई महिला ने सदर थाने में भी एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म संबंधित शिकायत दर्ज करवा रखी है,इसकी जांच पुलिस कर रही है। अभी तक महिला के साथ अन्य कोई व्यक्ति शामिल नहीं पाया गया है।
July 27, 2020

हरियाणा में 43,293 स्टूडेंट्स ने छोड़े प्राइवेट स्कूल,सरकारी में बढ़े दाखिले,

हरियाणा में 43,293 स्टूडेंट्स ने छोड़े प्राइवेट स्कूल,सरकारी में बढ़े दाखिले, हिसार में हुए सबसे ज्यादा 3434 एडमिशन 21.50 लाख पहुंची सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या,सबसे अधिक नौवीं कक्षा में 9800 दाखिले


चंडीगढ़। कोरोना वायरस का असर हरियाणा की शिक्षा प्रणाली में साफ दिखाई देने लगा है। राज्य में 43 हजार 293 स्टूडेंट्स ने कोरोना काल के दौरान प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में एडमिशन ले लिया है। बता दें कि सरकारी स्कूलों में आठवीं क्लास तक फीस नहीं लगती, जबकि नौवीं से 12वीं कक्षा तक 700 रुपए सालाना फीस है। वहीं विद्यार्थियों को हजारों रुपए स्कॉलरशिप की राशि भी मिलती है। इस कारण लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा दिलाने का मन बना चुके हैं। अब सरकारी स्कूलों में पिछले साल की अपेक्षा विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई है। स्कूल खुलने पर आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।

नौवीं कक्षा में सबसे ज्यादा एडमिशन

इस बार प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर जो विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में आए हैं। उनमें सबसे अधिक नौवीं कक्षा में आने वाले विद्यार्थी हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार इनका आंकड़ा करीब 9800 तक जा चुका है। जबकि 11वीं कक्षा में अब एडमिशन प्रक्रिया शुरू होनी है,इस कक्षा में भी विद्यार्थी बड़ी संख्या में आ सकते हैं।

21.50 लाख हुई संख्या

सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अब तक करीब 21 लाख थी, लेकिन अब यह बढ़कर करीब 21.50 लाख हो चुकी है। जिन विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है, वे प्राइवेट स्कूलों से बाकायदा स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट लेकर आए हैं। जबकि फिलहाल 82 हजार के करीब ऐसे विद्यार्थी हैं, जो एसएलसी लेने की लाइन में हैं।

जिला वाइज कहां कितने स्टूडेंट्स ने लिया दाखिला

 जिला   स्टूडेंट
अम्बाला  1655
भिवानी  1950
चरखी दादरी  546
फरीदाबाद  2074
फतेहाबाद  2604
गुड़गांव  2453
हिसार  3434
झज्जर  1502
जींद 2132
कैथल  2249
करनाल 2876
कुरुक्षेत्र  1840
महेंद्रगढ़  1206
नूंह    929
पंचकूला  1400
पलवल  1290
पानीपत  2301
रेवाड़ी  2122
रोहतक  1555
सिरसा  2369
सोनीपत  2502
यमुनानगर  2299
कुल  43293 विद्यार्थी

अच्छा रिजल्ट भी बना रुझान

शिक्षा विभाग के अनुसार 10वीं कक्षा में जहां वर्ष 2019 में 9563 विद्यार्थियों ने मेरिट हासिल की थी, वर्ष 2020 में यह संख्या बढ़कर 15246 हो गई है। इसमें 54 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि वर्ष 2019 में 12वीं कक्षा में 13223 विद्यार्थी मेरिट में आए थे, अबकी आर आंकड़ा 23385 हो गया है। 12वीं कक्षा में मेरिट में 77 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जबकि प्राइवेट स्कूलों में 10वीं में 18 और 12वीं में 70 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है।

टेब देने की तैयारियों में जुटा शिक्षा विभाग

अबकी बार शिक्षा विभाग रोजाना लाखों विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहा है। कुछ ऐसे विद्यार्थी हैं जिनको पढ़ाई में आगे लाने के लिए टेब की दरकार होगी। ऐसे में सरकार नौंवी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को टेब देने की तैयारी कर रही है। सरकार ने वित्त एवं शिक्षा विभाग के एसीएस को इसके लिए योजना तैयार करने को कहा है, ताकि सरकार को पहले से यह पता लग जाए कि कितना खर्च उठाना पड़ेगा।
July 27, 2020

अभय चौटाला बोले, मंत्री एक-घोटाले अनेक

अभय चौटाला बोले, मंत्री एक-घोटाले अनेक

चंडीगढ़। लोकदल नेता और विधायक अभय चौटाला  ने लाॅकडाउन के दौरान चार पांच बड़े घोटालों को लेकर हमने राज्य सरकार से मांग की थी कि इन मामलों में जांच का काम सीटिंग जज से कराई जाए। लोकदल विधायक ने डिप्टी सीएम की तरफ इशारा करते हुए कहा कि एक ही मंत्री के विभाग में बार बार घोटाले सामने क्यों आ रहे हैं, इन पर मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं। पहला घोटाला धान बाद में शराब, चावल और अब रजिस्ट्ररी संबंधी मामला आ गया है। मुख्यमंत्री ने खुद ही रजिस्ट्ररी पर रोक लगा दी है। एक-एक रजिस्ट्ररी में भारी गोलमाल हुआ है, जिसके कराण रोक लगी है। लाक डाउन के दौरान पहले चरण में रजिस्ट्री बंद थी, लेकिन इसको सशर्त खोला गया ताकि राजस्व मिल सके। लेकिन इसकी आड़ में लोगों को लूटने का काम हुआ।

1199 इस दौरान रजिस्ट्ररी हुई इस दौरान एक एक रजिस्ट्ररी में पैसा लिया गया है, एक इस तरह का गांव भी है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट की ओऱ से रोक लगाई गई थी। चीमा गांव गुरुग्राम में रजिस्ट्ररी पर रोक थी, जहां पर पैसे की लूट हुई है। तहसीलदार ने भी खुद आरोप लगाया है कि हमें ऊपर तक पैसा भेजना होता है। अभय चौटाला ने कहा कि आठ माह में एक ही मंत्री के विभाग में घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं। जिससे पूरे प्रदेश की जनता दुखी है, करप्शन को लेकर मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं. इस मामले में दोषी मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं करते। अभय चौटाला ने दावा किया कि लोकदल पर लोगों का भरोसा कायम है, बरौदा विधानसभा का उपचुनाव भी लोकदल ही जीतेगा। लोकदल विधायक ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से फेल हो चुकी है, भाजपा और जजपा से लोग दुखी हैं।
July 27, 2020

कुछ तो गड़बड़ है : प्रदेश में 6 माह में 3 लाख मतदाता बढ़े, अब 4 माह में 1.21 लाख घटे, अधिकारी बोले- घर-घर जाकर करते हैं सर्वे

कुछ तो गड़बड़ है : प्रदेश में 6 माह में 3 लाख मतदाता बढ़े, अब 4 माह में 1.21 लाख घटे, अधिकारी बोले- घर-घर जाकर करते हैं सर्वे


चंडीगढ : प्रदेश में विधानसभा चुनाव के वक्त करीब 3 लाख मतदाता बढ़ने के बाद मात्र 4 माह में ही करीब सवा लाख मतदाता घट गए हैं। हालांकि वोटर कैसे बढ़े और कैसे घटे, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। चुनाव आयोग के अधिकारी भी यही कह रहें हैं कि हम घर-घर सर्वे कराकर वोट बनाते हैं, सबकुछ ठीक होने पर ही पहचान पत्र बनता है। पिछले साल अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद फरवरी में ड्राफ्ट जारी किया गया था।
इस ड्राफ्ट में विधानसभा चुनाव के वोटर संख्या की अपेक्षा 1.21 लाख मतदाता घट गए हैं। हालांकि फाइनल ड्राफ्ट अभी आना बाकी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि अप्रैल-मई, 2019 के बाद से अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए बनी फाइनल मतदाता सूची में 3 लाख से ज्यादा मतदाता बढ़े थे। उस वक्त सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने खूब मेहनत कर हर वोटर का पहचान पत्र बनाने का दावा किया गया था, लेकिन अक्टूबर-2019 और फरवरी-2020 के बीच अर्थात चार माह में हरियाणा के कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 21 हजार465 घटने हैरत करने वाली है। 

ऐसे घटते-बढ़ते रहे हरियाणा में मतदाता


सीईओ कार्यालय से सभी जिलों में कुल रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या अनुसार इस वर्ष एक जनवरी की योग्यता तिथि को आधार मानते हुए 10 फरवरी को ड्राफ्ट जारी किया गया। इसके अनुसार प्रदेश में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 82 लाख 60 हजार है। इनमें 98 लाख 12 हजार 35 पुरुष और 84 लाख 56 हजार 772 महिला मतदाता है। जबकि जबकि मतदाता 253 ट्रांसजेंडर है।

करीब 9 माह पहले अक्टूबर-2019 में जब हरियाणा विधानसभा के 13वें आम चुनाव हुए उस वक्त 4 अक्टूबर को प्रकाशित प्रदेश के मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 83 लाख 90 हजार 525 थी, जिनमें 98 लाख 78 हजार 42 पुरुष व 85 लाख 12 हजार 231 महिला और 252 ट्रांसजेंडर मतदाता थे।

करीब सवा साल पहले अप्रैल-मई 2019 में हुए 17 वीं लोकसभा आम चुनावों के दौरान 23 अप्रैल को प्रकाशित मतदाताओं के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में इनकी संख्या एक करोड़ 80 लाख 56 हजार 896 हो गई थी। इनमें 97 लाख 16 हजार 516 पुरुष व 83 लाख 40 हजार 173 महिला और 207 ट्रांसजेंडर मतदाता थे।

खास बात

अप्रैल 2019 से अक्टूबर 2019 अर्थात करीब 6 माह में मतदाताओं की संख्या 3 लाख 33 हजार 629 बढ़ गई थी।

अक्टूबर-2019 और फरवरी-2020 के मध्य अर्थात चार माह में हरियाणा के कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 21 हजार और 465 घट गई है।

बरोदा विधानसभा में भी घट गए 1689 मतदाता


अभी बरोदा उपचुनाव होने हैं। 10 फरवरी के ड्राफ्ट इस विधानसभा क्षेत्र में में एक लाख 76 हजार 305 मतदाता हैं, जिसमें 96 हजार 889 पुरुष और 79 हजार 416 महिला मतदाता हैं। अक्टूबर, 2019 विधानसभा आम चुनावों में यहां एक लाख 77 हजार 994 मतदाता थे। अप्रैल 2019 लोकसभा आम चुनावों के आंकड़ों के अनुसार उस वक्त इस सीट पर एक लाख 75 हजार 949 मतदाता थे, जो पहले 6 महीने में 2045 बढ़े और फिर चार माह के दौरान 1689 कम हो गए हैं।

बड़ा सवाल- कुछ माह में कैसे घट-बढ़ सकते हैं लाखों मतदाता अप्रैल माह में जारी होगी फाइनल सूची : सीईओ


प्रदेश में फरवरी में ड्राफ्ट जारी किया था, जिस पर ऑब्जेक्शन मांगे हुए हैं। अप्रैल में फाइनल सूची जारी करनी थी। परंतु कोरोना की वजह से ऐसा नहीं हुआ। अभी ऑब्जेक्शन आने हैं। इसके बाद सही संख्या का पता लग पाएगा। अनुराग अग्रवाल, सीईओ, हरियाणा।
July 27, 2020

कोरोना का असर:14 साल में पहली बार रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा नहीं कर पाएंगी बहनें

कोरोना का असर:14 साल में पहली बार रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा नहीं कर पाएंगी बहनें


भाई-बहन के सबसे बड़े त्योहार पर कोरोना का साइड इफेक्ट


सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के चलते लिया निर्णय


चंडीगढ़ : रक्षा बंधन पर्व पर हरियाणा रोडवेज की बसों में इस बार बहनों को नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि काेरोना के केस प्रदेश में बढ़ने और केंद्र सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है। यदि पर्व पर बसों में फ्री यात्रा की इजाजत दी जाती है तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा।
2006 से लगातार रक्षाबंधन की पूर्व संध्या से लेकर अगले दिन तक महिलाओं और बच्चों को सरकारी बसों में फ्री यात्रा का लाभ मिलता रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर से इसकी शुरुआत कराई गई थी।

रोडवेज को 850 करोड़ रुपए से अधिक का घाटा

रोडवेज को कोरोना काल में 850 करोड़ से अधिक का घाटा हो चुका है। 52 की जगह महज 30 सीटों पर ही सवारियां लेकर रोडवेज की 1307 से अधिक बसें चल रही हैं। यूपी में रोडवेज की 44 बसें जा रही हैं, जबकि राजस्थान में 80 बसें चल रही हैं। पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर में बसें नहीं जा रही।