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Saturday, August 1, 2020

August 01, 2020

हरियाणा भाजपा के संगठन में फेरबदल का खाका तैयार हुआ नई टीम के साथ नजर आएंगे धनखड़

हरियाणा भाजपा के संगठन में फेरबदल का खाका तैयार हुआ नई टीम के साथ नजर आएंगे धनखड़ पहले जिलाध्यक्षों की सूची जारी होगी, फिर प्रदेश कार्यकारिणी नई टीम की

चंडीगढ़। हरियाणा भाजपा में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही संगठन में फेरबदल की तैयारी हो गई है। आलाकमान की सहमति पर शीघ्र ही नए प्रदेश अध्यक्ष अपनी नई टीम के साथ नजर आएंगे। इस कड़ी में अगस्त में जिलाध्यक्षों की सूची जारी की जाएगी। जिसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के नाम का एलान किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक,संगठन के संविधान में इस तरह का प्रावधान है कि 25 प्रतिशत नए लोगों को जोड़ा जाए। जिसके तहत नए चेहरों को संगठन में जगह मिलना तय हो गया है। साथ ही जो लोग अपेक्षा का शिकार हुए हैं। उन्हें भी संगठन में आगे लाने के लिए कहा गया है। संगठन के तय प्रारूप के तहत ही यह नियुक्तियां की जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक संगठन में खाका बदलने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस कड़ी में वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष ने सभी बड़े नेताओं से मुलाकात का काम भी पूरा कर लिया है। केंद्रीय नेताओं के अलावा हरियाणा से चुने गए भाजपा सांसदों के साथ भी प्रदेश अध्यक्ष की मुलाकातों का सिलसिला जारी है। प्रदेश में सभी स्तरों पर फीडबैक के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।

धनखड़ का लंबा अनुभव


प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को भाजपा की पिछली सरकार में मंत्री पद का अनुभव भी मिल चुका है। वे स्वतंत्र रूप से किसान मोर्चा और राज्यों के प्रभारी के तौर पर भी काम कर चुके हैं। लिहाजा आलाकमान को उनसे यह उम्मीद है कि वे हरियाणा में संगठन को एक नई दिशा देने का काम करेंगे।

बरौदा उपचुनाव में दिखेगी झलक


बरौदा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी किसी भी कीमत पर जीत चाह रही है। पूर्व सीएम हुड्डा का प्रभाव क्षेत्र होने के बावजूद भाजपा यहां कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। लिहाजा बरौदा चुनाव से पहले संगठन के लोगों को सक्रिय कर उन्हें मैदान में उतारने की रणनीति भी तैयार हो रही है। नई कार्यकारिणी के शीघ्र गठन का एक मकसद ये भी है।
August 01, 2020

बैंक के बंद दरवाजे से न लौटना पड़े वापस इसलिए पढ़ लें ये खबर, अगस्त में तो छुट्टियां ही छुट्टियां हैं

बैंक के बंद दरवाजे से न लौटना पड़े वापस इसलिए पढ़ लें ये खबर, अगस्त में तो छुट्टियां ही छुट्टियां हैं


नई दिल्ली: अगस्त त्योहारों का महीना है और इसी वजह से इस महीने बैंकों का कामकाज आयेदिन ठप रहेगा यानि छुट्टी रहेगी।इसीलिए अगर आप बैंक से जुड़ा ज्यादा काम रखते हैं तो ये खबर आपके लिए ही हैं ताकि आप अपना बैंक से जुड़ा काम सुचारू रूप से समय रहते निपटा सकें।

अगस्त महीना शुरू होते ही बैंकों की छुट्टी भी शुरू


अगस्त महीना शुरू होते ही बैंकों की छुट्टी शुरू हो गई है।दरअसल, महीने की पहली तारीख को बकरीद का त्योहार है इस लिहाज से सभी बैंकें बन्द हैं।वहीं, महीने की दूसरी तारीख को रविवार पड़ रहा है इस वजह से सभी बैंक बन्द रहेंगे।इसके बाद महीने की 3 तारीख को भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन है जिसके चलते सभी बैंक बन्द रहेंगे।मतलब, अगस्त के शुरुआत में तीन दिन लगातार बैंक बन्द रहने वाले हैं।

उधर, फिर 4 से 7 तारीख के बीच बैंक खुलेंगे।जिसके बाद 8 अगस्त को महीने का दूसरा शनिवार है और 9 अगस्त को रविवार है इसलिए इन दो दिन बैंक फिर बन्द रहेंगे।

वहीं, महीने की 10 तारीख को बैंक दोबारा खुलेंगे अब चूंकि अगले दो दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जानी है इस कारण से बैंक दो दिन फिर बन्द रहेंगे।इसके बाद 13 को पेट्रियोट डे है इस दिन भी बैंकों में छुट्टी रहेगी।अब 14 अगस्त को बैंक खुलेंगे लेकिन 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस है तो सारे बैंक फिर बन्द रहेंगे।इसके बाद 16 अगस्त को रविवार है बैंकों में फिर छुट्टी रहेगी।

इधर, अब 17 अगस्त से 19 तारीख तक बैंक खुलेंगे।इसके बाद 20 तारीख को श्रीमंत संकरादेव की तिथि के मौके पर छुट्टी रहेगी और इसी तरह 21 को हरितालिका तीज, 22 अगस्त को गणेश चतुर्थी और महीने का चौथा शनिवार है, इसलिए बैंक बंद रहेंगे। अब 23 अगस्त को फिर रविवार है जिसके कारण बैंक बैंकों में छुट्टी रहेगी।।वहीं, 31 अगस्त को इंद्रयात्रा और ओणम के कारण कई राज्यों में बैंकों में छुट्टी रहेगी।

ATM में रहेगा कैश

छुट्टियों के दौरान सबसे ज्यादा किल्लत एटीएम से कैश निकालने में होती है क्योंकि बैंक बन्द होते हैं और इस लिहाज से एटीएम मशीन में कैश नहीं पड़ पाता है।इसलिए ऐसे समय में आप अपनी जरूरत के हिसाब से कैश जरूर रखें या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का माध्यम चुने।फिलहाल, इन छुट्टियों के दौरान एटीएम मशीन में कैश पूरी मात्रा में रहने की बात कही गई है।
August 01, 2020

रक्षाबंधन से पहले अविवाहित,विधवा व तलाकशुदा महिलाकर्मियों को बड़ी राहत


रक्षाबंधन से पहले अविवाहित,विधवा व तलाकशुदा महिलाकर्मियों को बड़ी राहत


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने रक्षा बंधन से पहले अविवाहित, तलाकशुदा व विधवा महिला कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। 500 कैडर पदों वाले विभागों में तैनात इन कर्मचारियों को पहली ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेना होगा। सरकार ने उन्हें स्टेशन का विकल्प भरने में छूट दी है। शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में ऑनलाइन तबादला नीति को लेकर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
सीएम के निर्णय के अनुसार अविवाहित कर्मी से विवाह के बाद व अन्य कर्मचारियों से अलग से विकल्प मांगे जाएंगे। इन महिला कर्मचारियों को उनके विकल्प के अनुसार तीन वर्ष के लिए पहला स्टेशन दिया जाएगा। उसके बाद महिला कर्मचारी यदि ट्रांसफर ड्राइव में भाग लेती हैं तो विकल्प अनुसार पहला,दूसरा या तीसरा स्टेशन देंगे। इसी प्रकार शत-प्रतिशत दिव्यांग या 80 प्रतिशत लोकोमोटिव दिव्यांग कर्मचारी को स्थानांतरण नीति के अनुसार पहली पसंद का स्टेशन दिया जाएगा।  
बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी प्रशासनिक सचिव अध्यापक ऑनलाइन स्थानांतरण नीति को आधार मानकर अपने विभाग में 500 से अधिक कर्मचारियों की ऑनलाइन स्थानांतरण नीति मुख्य सचिव कार्यालय से 31 अगस्त 2020 से पहले-पहले अनुमोदित करवा लें। कर्मचारी की सहमति लेने उपरांत तीन दिन तक विकल्प देने के लिए पोर्टल खोला जाए। जिन विभागों में कर्मचारियों से विकल्प मांगने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, प्रशासनिक सचिव अगस्त माह में किसी भी समय कर्मचारी का ऑनलाइन स्थानांतरण कर सकते हैं।

तबादलों का शेड्यूल

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कृषि विकास अधिकारी (एडमिन काडर) व फील्ड मैन का पहली सितंबर 2020, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के ऑक्शन रिकार्डर के लिए 15 अगस्त, पशुपालन पालन विभाग वीएलडीए व पशु चिकित्सक का 30 अगस्त, पंचायत एवं विकास विभाग ग्राम सचिव एवं कनिष्ठ अभियंता का 16 से 20 अगस्त के बीच, आबकारी एवं कराधान विभाग के लिपिक एवं सेवादार का 20 अगस्त, स्कूल शिक्षा विभाग के लिपिक वर्ग के लिए 13 अगस्त से ऑनलाइन ट्रांसफर शुरू कर दिया जाएगा। 
लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग के कनिष्ठ अभियंता (सिविल) का 15 अगस्त, सहकारिता विभाग (आरसीएस) के उप-निरीक्षक सामान्य का 15 अगस्त, परिवहन विभाग के चालकों व परिचालकों का पहली अगस्त 2020, लिपिक व निरीक्षक का 20 अगस्त से पहली सितंबर तक, महिला एवं बाल विकास विभाग सुपरवाइजर (महिला) किसी भी समय अगले कार्य दिवस या पांच अगस्त, उच्चतर शिक्षा विभाग के असिस्टेंट, एसोसिएट प्रोफेसर (अंग्रेजी व वाणिज्य) के 20 अगस्त से ऑनलाइन तबादले होंगे। बिजली निगमों के कनिष्ठ अभियंता, एलडीसी व यूडीसी के तबादले धान सीजन के बाद अक्टूबर में किए जाएंगे।

कैडर पदों के लिए तैयार कर सकेंगे पॉलिसी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर प्रशासनिक सचिव चाहें तो 500 से कम 400 या 300 कैडर पदों वाले विभागों के कर्मचारियों के लिए भी ऑनलाइन स्थानांतरण नीति तैयार कर सकते हैं। ऑनलाइन स्थानांतरण के मामले में जहां नीति में छूट देकर स्थानांतरण किए गए हैं वे केवल अस्थायी (दो या तीन महीने के लिए) हैं। जैसे ही शैक्षणिक सत्र समाप्त होता है, उन्हें ड्राइव में भाग लेना अनिवार्य होगा। नीति के अनुसार प्रत्येक कर्मचारी को हर वर्ष विकल्प भरने होंगे। वरिष्ठता अंकों के आधार पर विकल्प के अनुरूप स्टेशन दिए जाएंगे।

गंभीर बीमारी का शिकार होने पर नया पोर्टल

कर्मचारी को अचानक किडनी की समस्या या दिल की बीमारी हो जाने पर संबंधित डीसी,एसएमओ व संबंधित विभाग के जिलाध्यक्ष की कमेटी उसकी मेडिकल हिस्ट्री का ब्योरा पोर्टल पर लोड करेगी। जो कर्मचारी के एचआरएमएस से लिंक किया जाएगा। ऐसे मामलों में कमेटी के लिए अलग से नया पोर्टल खोलेंगे। 

इन विभागों में लागू होगी नीति


कृषि एवं किसान कल्याण, सहकारिता, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, विकास एवं पंचायत, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें), परिवहन, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, आबकारी एवं कराधान,पशुपालन एवं डेयरी तथा बिजली विभाग।
August 01, 2020

चोर का केस लड़ते हुए ‘प्यार में गिरफ्तार’ हुई शादीशुदा वकील, छह साल बाद टवेरा चोरी करते सीसीटीवी में दोनों हुए कैद

चोर का केस लड़ते हुए 'प्यार में गिरफ्तार हुई शादीशुदा वकील, छह साल बाद टवेरा चोरी करते सीसीटीवी में दोनों हुए कैद

अम्बाला। ये कहानी फिल्मी सी है। करीब 6 साल पहले चोरी के आरोपी युवक ने जमानत के लिए शादीशुदा महिला वकील को अपना केस दिया। सुनवाई के दौरान ही दोनों एक रिश्ते की गिरफ्त में बंध गए। उसके बाद से युवक जुर्म करता रहा और वकील उसे बचाने की कानूनी तिकड़म करती रही। अब 19 जुलाई को पंजोखरा से फौजी की टवेरा चुराने की घटना के दौरान दोनों सीसीटीवी में कैद हुए तो सारा खुलासा हुआ।
पंजोखरा पुलिस आरोपी पंचकूला के कुलदीप सिंह को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। जबकि वकील को जांच में शामिल करने की तैयारी थी कि वह अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट की शरण में पहुंच गई। शुक्रवार को कोर्ट ने अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज कर दिया। अम्बाला बार एसोसिएशन ने भी महिला वकील की सदस्यता निलंबित कर दी है। चोर और वकील की इस कहानी का पर्दा उठाने वाला मुख्य किरदार पंजाब के पटियाला जिले के गांव झील का फौजी रणबीर सिंह है।
फौजी 19 जुलाई को परिवार के साथ 2009 मॉडल की टवेरा गाड़ी में पंजोखरा गुरुद्वारे में माथा टेकने आया था। इसी दौरान टवेरा चोरी हो गई। फौजी ने गुरुद्वारा व आसपास लगे सभी सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। जिसमें दिखा कि एक महिला एक्टिवा पर बच्चे व युवक को बैठाकर आती है। उसके बाद यही युवक टवेरा चुरा ले जाता है। एक्टिवा पर आगे नंबर प्लेट तो नहीं लगी थी लेकिन वकील के सिंबल का स्टीकर लगा था। इसी से परतें खुलने शुरू हुईं। फौजी सीसीटीवी फुटेज लेकर अम्बाला कोर्ट एरिया में पहुंचा। वहीं उसे यह एक्टिवा दिखी।

2014 में वकील से हुई थी चोरी के आरोपी की मुलाकात


2014 में अम्बाला कैंट थाने में दर्ज चोरी के मामले में कुलदीप आरोपी थी। तब वह जमानत के लिए महिला वकील के पास गया और तभी से दोनों का संपर्क बन गया। वह वकील के साथ घूमने-फिरने लगा और उसकी हर फरमाइश पूरी करता रहा। कुलदीप और इस वकील का नाम चंडीगढ़ में एक हाईप्रोफाइल गोल्ड चोरी के केस में भी आया था।
वकील अम्बाला में शादी से पहले पंचकूला कोर्ट में प्रैक्टिस कर चुकी है। वकील का करीब 8 साल का बेटा है और पति के साथ विवाद चल रहा है। पंजोखरा थाना प्रभारी मोहनलाल कश्यप कहते हैं कि जल्द ही वकील को गिरफ्तार किया जाएगा।
August 01, 2020

32 शहरों में हुईं हजारों गलत रजिस्ट्रियां, गुरुग्राम के बाद अन्य जिलों में भी नपेंगे अधिकारी एनसीआर में जमकर हुआ

32 शहरों में हुईं हजारों गलत रजिस्ट्रियां, गुरुग्राम के बाद अन्य जिलों में भी नपेंगे अधिकारी एनसीआर में जमकर हुआ रजिस्ट्रियों में फर्जीवाड़ा रिकॉर्ड को खुर्द-बुर्द की मिल रही थी सूचनाएं


चंडीगढ़। हरियाणा के 32 शहरों में हजारों गलत रजिस्ट्रियां हुई हैं। गुरुग्राम से शुरू हुई कार्रवाई का असर अन्य जिलों में भी दिखने वाला है। अन्य जिलों में भी रजिस्ट्रियों में हुए फर्जीवाड़े में बड़े स्तर पर राजस्व विभाग के अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। एनसीआर के जिलों में सबसे अधिक गलत रजिस्ट्रियां हुई हैं। 
सरकार को गुरुग्राम जिले में गलत रजिस्ट्रियों के रिकॉर्ड को खुर्द-बुर्द करने की शिकायतें मिल रही थीं। सीएम मनोहर लाल ने पुख्ता जानकारी प्राप्त होने के बाद कार्रवाई का सिलसिला शुरू किया है। बीते सोमवार को सीएम उड़नदस्ते ने प्रदेश की अनेक तहसीलों में छापेमारी की थी। चूंकि,कोरोना बंद के बीच 22 अप्रैल के बाद जिला नगर योजनाकार और शहरी निकायों की एनओसी के बिना गलत रजिस्ट्रियां हुई हैं। 
2016 की नीति अनुसार प्राइम लोकेशन के बड़े प्लाटों का बंटवारा नहीं किया जा सकता,मगर भू माफिया ने इन बड़े प्लाटों को छोटे बनाकर बिना एनओसी के रजिस्ट्रियां करा लीं। यदि 1200 गज या इससे अधिक का प्लाट है तो उसकी रजिस्ट्री बिना एनओसी आसानी से हो सकती है लेकिन छोटे प्लाट व मकान धारकों के लिए यह सुविधा नहीं है। सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा गुरुग्राम,फरीदाबाद, पलवल, झज्जर, रोहतक, हिसार, बहादुरगढ़, अंबाला व पंचकूला जिले में हुआ है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नियमों में हेरफेर कर या उनकी अनदेखी कर जमीन की रजिस्ट्री करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि अब इस गड़बड़ी में शामिल रहे या सहयोग देने वाले टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और अर्बन लोकल बॉडीज के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। 
भविष्य में इस विषय में कोई गड़बड़ी की गुंजाइश न छोड़ने के लिए भी अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्व पर प्रदेश के लोगों का अधिकार है और इसमें गड़बड़ करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ही सीएम से गुरुग्राम के 1 तहसीलदार, 5 नायब तहसीलदार व एक सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार पर कार्रवाई की सिफारिश की थी।

Friday, July 31, 2020

July 31, 2020

डिप्टी सीएम का चला चाबुक, छह तहसीलदार सस्पेंड दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों ना हो -दुष्यंत चौटाला

डिप्टी सीएम का चला चाबुक, छह तहसीलदार सस्पेंड दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों ना हो -दुष्यंत चौटाला

 चण्डीगढ़, 31 जुलाई - गलत रजिस्ट्री करने के कारण हरियाणा में तहसीलदारों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। हरियाणा के डिप्टी सीएम श्री दुष्यंत चौटाला ने  गुड़गांव रेंज के छह तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है,वहीं उनको चार्जसीट कर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली गई है। डिप्टी सीएम ने कड़े शब्दों में कहा है कि भ्रष्ट अधिकारी को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कितना ही बड़ा क्यों ना हो ।
विदित रहे कि कल ही डिप्टी सीएम ने  गुरुग्राम में पत्रकार वार्ता में कहा था कि राजस्व विभाग के दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों को न केवल सस्पेंड किया जाएगा बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर  भी दर्ज करवाई जाएगी।  इसी कड़ी में आज गुड़गांव रेंज के कमिश्नर की रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी सीएम ने तुरंत छह अधिकारियों को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए है। इन अधिकारियों के खिलाफ हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा विनियमन अधिनियम, 1975 का उल्लंघन कर विलेखों (डीड) का पंजीकरण करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है।

जिन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है उनमें गुरुग्राम जिला के सोहना के तहसीलदार बंसी लाल और नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल, बादशाहपुर के नायब तहसीलदार हरि कृष्ण, वजीराबाद के नायब तहसीलदार जय प्रकाश, गुरुग्राम के नायब तहसीलदार देश राज कांबोज, मानेसर के नायब तहसीलदार जगदीश शामिल हैं। इन सभी को अंडर रूल 7 चार्जसीट भी कर दिया गया है।

कादीपुर के नायब तहसीलदार (सेवानिवृत्त) ओम प्रकाश को हरियाणा सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2016 के नियम 12 (2) (बी) के तहत चार्जशीट किया गया है ।
डिप्टी सीएम ने बताया कि कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन कर दस्तावेजों का पंजीकरण करने के लिए इन अधिकारियों के एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि गुरुग्राम रेंज के कमिश्नर को उन पटवारियों की भी एक रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए गए हैं जिन्होंने गलत इरादे के साथ खसरा गिरदावरी में भूमि के नेचर को बदला है।
  डिप्टी सीएम ने कहा कि अन्य जिलों में भी जांच कार्य तेजी से चल रहा है और जिस जिले में भी जो भी राजस्व विभाग का अधिकारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
July 31, 2020

विज दरबार में पहुंचा लाठीचार्ज केस एसपी पानीपत रिपोर्ट से नाखुश गृहमंत्री ने एसपी करनाल को सौंपी जांच, 2 दिन में मांगी रिपोर्ट

विज दरबार में पहुंचा लाठीचार्ज केस एसपी पानीपत रिपोर्ट से नाखुश गृहमंत्री ने एसपी करनाल को सौंपी जांच, 2 दिन में मांगी रिपोर्ट


पानीपत। पानीपत के बिंझौल में तीन बच्चों की मौत के मामले में गुरुवार को पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज का मामला हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के पास पहुंच गया है। विज ने शुक्रवार को इसका संज्ञान लेते हुए तत्काल एसपी पानीपत को इस मामले की रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा। इसके कुछ घंटों के बाद ही पानीपत के डीएसपी खुद रिपोर्ट लेकर विज के निवास स्थान पर पहुंचे। पानीपत पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट से विज नाखुश दिखे और उन्होंने मामले की जांच करनाल एसपी को सौंपी है। विज ने करनाल के एसपी को दो दिन में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है और इस मामले में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

पूरा मामला

पानीपत के बिंझौल गांव का 10 वर्षीय वंश, 9 वर्षीय वरुण और 8 वर्षीय लक्ष्य 7 जुलाई को गांव से पतंग के लिए डोर लेने एक डाई हाउस में गए थे। आरोप है कि जब वह पतंग के लिए डोर खोज रहे थे तो डाई हाउस के मैनेजर ने उनको देख लिया। फिर उसने बच्चों की हत्या कर दी और डाई हाउस के पीछे बहने वाली माइनर में फेंक दिया। 8 जुलाई को तीनों के शव माइनर में मिले थे।
इसको लेकर गुरुवार 30 जुलाई को पीड़ित अपने कश्यप समाज के लोगों के साथ सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से लघु सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन करने आए थे। उनकी मांग थी कि आरोपी गिरफ्तार किए जाएं। गुस्साए लोगों ने जीटी रोड पर दोनों ओर जाम लगा दिया। पहले पुलिस अफसरों और फिर एसडीएम ने समझाया। डीएसपी संदीप की गाड़ी का घेराव किया तो पुलिस ने रोका। धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने लाठियां बरसा दीं। पुलिस समाज के नेताओं को उठाकर गाड़ी में डालकर ले गई। भड़के लोगों ने पुलिस पर पथराव किया।
लघु सचिवालय से लाल बत्ती तक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बल प्रयोग कर खदेड़ा। राहगीरों पर भी लाठियां बरसाईं। इससे मृतक बच्चे अरुण की मां सुनीता, पिता बिजेंद्र, दादा इंद्रसिंह, दादी नीलम, मृतक बच्चे लक्ष्य की मां शकुंतला, नानी रोशनी, मृतक बच्चे वंश की दादी सोना, अनिल, अनीता, अशोक, खुशीराम, नारायणा के रणधीर, भादड़ के ओमप्रकाश और हरबीर, निम्बरी के विनोद सहित करीब 50 लोग घायल हो गए। पथराव में सीआईए-वन प्रभारी राजपाल, सीआईए-2 के हवलदार प्रमोद, सदर थाने के हवलदार संदीप समेत 10 पुलिसकर्मियों को मामूली चोट आई थी।
July 31, 2020

भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष बनते ही नई नीति पर चले ओपी धनखड़,रोहतक में हो रहा मंथन

भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष बनते ही नई नीति पर चले ओपी धनखड़,रोहतक में हो रहा मंथन


रोहतक। भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने संगठन की मजबूती के लिए जमीन पर उतरकर रफ्तार तेज कर दी है। वीरवार को जिला अध्यक्षों के साथ मशविरा करने के बाद शुक्रवार को प्रदेश के पदाधिकारी व जिला प्रभारियों के साथ विचार-विमर्श किया। हिसार रोड स्थित निजी बैंकट हॉल में प्रदेशाध्यक्ष पहुंचे,जहां उनका पदाधिकारियों ने स्वागत किया। बैठक में संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट के अलावा प्रदेश महामंत्री भी मौजूद थे।
प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ रोहतक आने से पहले दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकड़ी और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत से मुलाकात करने पहुंचे। राव इंद्रजीत से उनकी मुलाकात सबको साथ लेकर चलने की रणनीति से जोड़कर देखा जा सकता है। बता दें कि राव इंद्रजीत को प्रदेश संगठन की बैठकों में कम ही देखा जाता रहा है। लेकिन धनखड़ ने प्रदेशाध्यक्षता की कमान संभालने के बाद राव इंद्रजीत से मुलाकात करके यह दिखा कि वे संगठन को मजबूत करने के लिए सबको साथ लेकर चलेंगे।

अपनी नई टीम को लेकर भी ले रहे सुझाव प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ प्रदेश में नई टीम को लेकर पुराने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से भी सुझाव मांग रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपनी नई ईमेल आइडी भी तैयार करके कार्यकर्ताओं से सुझाव भेजने का आह्वान किया है। हर जिला में प्रवास की रणनीति है,लेकिन कोरोना महामारी के चलते फिलहाल
रोहतक में लगातार दो दिन से पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों के साथ मंथन कर रहे हैं।
इसके दाे दिन पहले भाजपा कार्यलय के उद्घाटन के दौरान हिसार में पहुंचे ओपी धनखड़ उन नजदीकी कार्यकर्ताओं के यहां भी गए जो उनसे रूठे हुए थे। ऐसे में तब भी यही बात चली थी कि ओपी धनखड़ अब सबको साथ लेकर चलने की नीति पर चल रहे हैं। विधानसभा चुनावों में हार के बाद भी यही बात सामने आई थी कि उन्‍होंने पांच साल कार्यकर्ताओं से दूरी बनाकर रखी तो उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा,मगर लगता है कि इस बार वे इस गलती को दोहराना नहीं चाहते हैं।
July 31, 2020

हांसी विधायक विनोद भयाना ने आप नेता मनोज राठी को भेजा 1 करोड़ की मानहानी का नोटिस

हांसी विधायक विनोद भयाना ने आप नेता मनोज राठी को भेजा 1 करोड़ की मानहानी का नोटिस


हांसी। विधायक विनोद भयाना ने चुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट पर उनेक प्रदिद्वंदी रहे मनोज राठी को एक करोड़ रुपये की मानहानी का नोटिस भेजा है। करोड़ों की मानहानी का नोटिस मिलते ही आप नेता मनोज राठी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस अपना जवाब देते हुए कहा कि वह अपनी बात पर आज भी कायम हैं।
विधायक विनोद भयाना का नोटिस भेजने वाले अधिवक्ता सुरेंद्र राजपाल ने बताया कि उनके क्लाइंट के प्रति अभद्र व असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया है जिसकी तीन वीडियो क्लिप उनके पास हैं। उन्होंने कहा कि उनके क्लाइंट राजनीतिक आरोपों का जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन इस प्रकार की अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया जिससे विधायक विनोद भयाना की मानहानी हुई है। उन्होंने कहा कि दस दिनों के अंदर मनोज राठी को नोटिस का जवाब देना है।
आप नेता मनोज राठी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विधायक विनोद भयाना पर जो आरोप लगाए हैं उन पर वह आज भी उनका स्टैंड वही है। राठी ने कहा कि विधायक पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े आरोप हैं जो पब्लिक में है। उन्होंने कहा कि विधायक के उनके पास 700 मामले हैं जिन्हें लेकर वह जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह ऐसे नोटिस से डरने वाले नहीं है व भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।
July 31, 2020

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अनुबंध के आधार पर करेगा 2200 डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अनुबंध के आधार पर करेगा 2200 डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने कोरोना के चलते स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध के आधार पर डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती करने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग के 2200 पद भरने के प्रस्ताव पर हरियाणा सरकार ने इसे मंजूरी प्रदान कर दी है। इन भर्तियों से सरकारी खजाने पर करीब 155 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने इस संबंध में स्वास्थ्य निदेशक को इन नियुक्तियों के लिए कार्यवाही शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ की लंबे समय से कमी बनी हुई है। कोरोना संकट के चलते हरियाणा के अस्पतालों में डाक्टरों की कमी और ज्यादा बढ़ गई है। प्रदेश में कोरोना रोगियों के इलाज के दौरान जहां कई नर्स संक्रमित हो चुकी हैं, वहीं रोस्टर के अनुसार डाक्टरों को एकांतवास (क्‍वारंटाइन) में भेजा जा रहा है।
ऐसे में अब अनुबंध पर काम करने वाले सभी स्वास्थ्य कॢमयों को भत्तों की बजाए फिक्स वेतन मिलेगा। सरकार द्वारा डिप्टी मेडिकल ऑफिसर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टैक्नीशियन, रेडियोग्राफर आदि के 2200 पदों को मंजूरी प्रदान की है। हरियाणा सरकार के इस फैसले से खजाने पर 155 करोड़ 26 लाख 80 हजार रुपये का वार्षिक भार पड़ेगा।

शहरी निकायों में तैनात किए जाएंगे एचसीएस


हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय एवं गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि निकाय कार्यों के शीघ्र निपटान के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में एचसीएस अधिकारी तैनात किए जाएंगे। जिलों में उपायुक्तों की व्यस्तता के कारण निकायों के कार्य प्रभावित होते हैं। इन अधिकारियों की नियुक्ति से ऐसे सभी कार्यों को जल्द ही निपटाया जाएगा। इससे लोगों की शिकायतों के निवारण में भी सहायता मिलेगी।
July 31, 2020

प्रदेश में एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर के केस बढ़े पति बाहर दूसरी महिलाओं से बना रहे अनैतिक संबंध,लॉकडाउन में भी आई शिकायतें

प्रदेश में एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर के केस बढ़े पति बाहर दूसरी महिलाओं से बना रहे अनैतिक संबंध,लॉकडाउन में भी आई शिकायतें

आयाेग के पास 2017-18 में कुल 1611 शिकायतें आई,2 साल में 2270 तक पहुंचीं


अम्बाला। घरेलु हिंसा, दहेज प्रताड़ना और रेप के मामलाें के बाद अब एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अपनी पत्नी के अलावा पति बाहर महिलाओं से अनैतिक संबंध बना रहे हैं। ऐसे खुलासे हरियाणा राज्य महिला आयाेग के पास पहुंच रही शिकायताें से हाे रहे हैं।
यह बात भी सामने आई है कि थाने में शिकायत हाेने के बावजूद भी पुलिस आराेपियाें काे नहीं पकड़ती। उलटा पीड़ित पर ही समझाैते के लिए दबाव बनाती है। महिला आयाेग सदस्य एडवाेकेट नम्रता गाैड़ ने बताया कि साल 2017-18 में कुल शिकायतें 1611 थीं। पिछले 2 साल में यह बढ़कर औसतन 2270 तक पहुंच गई हैं। जनवरी से अब तक लाॅकडाउन व अनलाॅक हाेने के बाद भी 451 शिकायतें आ चुकी हैं।

शादीशुदा ने लड़की काे कुंवारा बता की शादी


यमुनानगर में आयाेग के पास शिकायत आई। एक शादीशुदा व्यक्ति ने खुद काे कुंवारा बताकर दूसरी लड़की से शादी कर ली। जब व्यक्ति की पाेल खुली ताे दूसरी पत्नी काे बाेला कि वह पहली पत्नी से तलाक ले लेगा, मगर उसकी पहली पत्नी का भी बच्चा हाे गया। दूसरी पत्नी ने रेप का मामला दर्ज करवा दिया। प्रदेश के सभी जिलाें से ऐसी कई शिकायतें आयाेग के पास पहुंच रही हैं, जाे व्यक्ति शादीशुदा हाेने के बाद भी दूसरी महिलाओं से अनैतिक संबंध बना रहे हैं।

अनमैरिड लड़की काे मां ने घर से निकाला


एक अनमैरिड लड़की ने आयाेग में शिकायत की कि उसकी मां ने उसे घर से निकाल दिया। लड़की से आयाेग सदस्य ने बातचीत की। मामले में शिकायत के बाद आयाेग ने जांच शुरू की है। लड़की के परिजनाें से बातचीत की जा रही है।

तलाक नहीं दिया तो साेशल मीडिया पर पत्नी की डिटेल शेयर कर दी

करनाल में महिला और उसके पति में तलाक के लिए 4 लाख में राजीनामा हुआ। व्यक्ति ने महिला काे 2 लाख रुपए ही दिए और तलाक भी नहीं दिया। यही नहीं व्यक्ति ने अपनी पत्नी की डिटेल साेशल मीडिया पर शेयर कर दी।

हरियाणा राज्य महिला आयाेग सदस्य,नम्रता गाैड़ ने कहा कि 2017 के बाद लगातार शिकायतें बढ़ रही हैं। जनवरी से अब तक 451 शिकायतें आ चुकी हैं। इनमें से 50 शिकायताें का निपटारा हाे चुका है। घरेलु हिंसा, दहेज प्रताड़ना, रेप के साथ-साथ एक्सट्रा मेरिटल अफेयर की शिकायतें अब सबसे ज्यादा आने लगी हैं। वहीं, जितनी भी शिकायतें उनके पास आती हैं, उनमें ज्यादातर महिलाएं बताती हैं कि पुलिस या ताे जबरन समझाैते के लिए दबाव बनाती है या आराेपियाें काे गिरफ्तार नहीं करती।
July 31, 2020

एक हुक्के ने फैलाया कोरोना, अब तक 24 लोग मिले पॉजिटिव

एक हुक्के ने फैलाया कोरोना, अब तक 24 लोग मिले पॉजिटिव


जींद : ( संजय तिरँगाधारी )अगर आप भी हुक्का गुड़गुड़ाने के शौक़ीन हैं तो ये खबर आपके लिए हैं। लेकिन हमारे हरियाणा के गांव में बैठे बुजुर्गों को समझाना आसान नहीं है जो हुक्के का सबसे अधिक शौंक रखते हैं।  
कोरोना काल में सभी इस महामारी से डरे हुए हैं इसलिए एक दूसरे से हाथ मिलाने से पहले भी सोचते हैं लेकिन हरियाणा के जींद जिले के गांव शादीपुर में शायद लोग एक दूसरे का जूठा मुंह लगाने से भी नहीं डरते। ऐसा हो रहा है घर से बाहर बैठ कर हुक्का गुड़गुड़ाने वालों के कारण। दरअसल एक हुक्के के कारण गांव के 24 लोग संक्रमित हो चुके हैं। शादीपुर में आठ जुलाई को एक 31 वर्षीय युवक पॉजिटिव पाया था। यह युवक शादीपुर में फर्नीचर की दुकान चलाता है। चार जुलाई को यह युवक गुरुग्राम में किसी शादी कार्यक्रम में गया था। इसने वापस आने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुलाना में अपना सैंपल दिया। 
आठ जुलाई को इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शादी से वापस आने के बाद यह अपनी फर्नीचर की दुकान पर हुक्का भरके पीता था। उसकी दुकान पर आसपास के लगभग दस दुकानदार हुक्का पीने आते थे। यह सभी शादीपुर के ही रहने वाले हैं। इस युवक के पॉजिटिव में आने के बाद परचून की दुकान चलाने वाला व्यक्ति पॉजिटिव आया। इसी व्यक्ति की पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई।  
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आसपास के दुकानदारों और पॉजिटिव के परिजनों के सैंपल लिए। अब तक दस दुकानदारों समेत उनके 24 परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। एक हुक्के कारण पूरा शादीपुर गांव आज कोरोना की चपेट में आ चुका है। पूरे गांव में इस कारण भय का माहौल है। ग्रामीण अब संभलने लगे हैं और एक-दूसरे के पास हुक्का नहीं पीते।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुलाना के एसएमओ डॉ. नरेश वर्मा ने कहा कि हुक्का कोरोना संक्रमण फैलाने का सबसे आसान माध्यम है। इसमें जब व्यक्ति हुक्का खींचता है तो यह सीधा सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच जाता है। बीड़ी, सिगरेट व हुक्का पीने से लोगों को परहेज करना चाहिए। यह सभी वायरस फैलने के माध्यम हैं। एक हुक्के कारण शादीपुर गांव के 24 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
July 31, 2020

गुरुग्राम में जेल में मादक पदार्थ और मोबाइलों की सप्लाई के आरोप में गिरफ्तार डिप्टी जेलर धर्मबीर चौटाला के बेटे रवि चौटाला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

गुरुग्राम : गुरुग्राम में जेल में मादक पदार्थ और मोबाइलों की सप्लाई के आरोप में गिरफ्तार डिप्टी जेलर धर्मबीर चौटाला के बेटे रवि चौटाला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

गुरुग्राम : गुरुग्राम में जेल में मादक पदार्थ और मोबाइलों की सप्लाई के आरोप में गिरफ्तार डिप्टी जेलर धर्मबीर चौटाला के बेटे रवि चौटाला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी रवि चौटाला ने एक ऑडियो वायरल किया था, जिसमें जेल को उडा़ने और कर्मचारियों के साथ गलत होने की धमकी दी थी।


भोंडसी जेल का डिप्टी जेलर धर्मबीर चौटाला सस्पेंड, कैदियों को मोबाइल और नशा पहुंचाने का था आरोप भोंडसी जेल का डिप्टी जेलर धर्मबीर चौटाला गिरफ्तार, मोबाइल सिम और नशीला पदार्थ बरामद

इस मामले में सीआईए-39 की टीम ने आरोपी रवि चौटाला को सिरसा से गिरफ्तार किया है। आरोपी भौंडसी जेल से निलंबित डिप्टी सुपरिटेंडेट धर्मबीर चौटाला का बेटा है। आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर केस दर्ज किया गया है और देर रात आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
                        

ऑडियो में क्या है खास 

वायरल ऑडियो डिप्टी जेलर धर्मबीर चौटाला के बेटे रवि चौटाला का बताया जा रहा है, जिसमें आरोपी खुद अपना नाम बता रहा है और भौंडसी जेल के कर्मचारियों को बदली करवाने की नसीहत दे रहा है। आरोपी बड़े गैंगस्टरों के साथ मिलकर जेल में बड़ी वारदात करने की धमकी दे रहा है।

कौन है धर्मबीर चौटाला 


धर्मबीर चौटाला भौंडसी जेल में डिप्टी जेलर के पद पर तैनात था, लेकिन जेल विभाग ने धर्मबीर चौटाला को सस्पेंड कर दिया है। वहीं मादक पदार्थों और मोबाइलों की जेल में सप्लाई के आरोप में धर्मबीर चौटाला को उसके घर से गिरफ्तार किया था। आरोपी धर्मबीर चौटाला के घर से 12 मोबाइल, सिम और 210 ग्राम चरस बरामद की गई थी।
July 31, 2020

शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने को लेकर कराया सर्वे:64.5% अभिभावक बोले- 5वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल अभी न खोलें


शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने को लेकर कराया सर्वे:64.5% अभिभावक बोले- 5वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल अभी न खोलें

सर्वे में जानी गई 1.53 लाख से अधिक अभिभावकों की राय नर्सरी से 5वीं तक सरकारी स्कूलों में करीब 11 लाख विद्यार्थी हैं



चंडीगढ़: कोरोना की वजह से बंद स्कूल खोलने के लिए हरियाणा शिक्षा विभाग ने सर्वे कराया है। इसमें 1.53 लाख से अधिक अभिभावकों की राय जानी गई। अभिभावक नर्सरी से 8वीं कक्षा तक स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में सरकार पहले 10 से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है।
नर्सरी से 5वीं तक सरकारी स्कूलों में करीब 11 लाख विद्यार्थी हैं। छठी से 8वीं तक 5.74 लाख विद्यार्थी हैं। 64.5% अभिभावक पहली से 5वीं तक स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं। वे कहते हैं कि स्कूल बाद में खोले जाएं। 11.4% अगस्त में, 9.1% सितंबर में, 14.9% अक्टूबर में स्कूल खोलने की बात कह रहे हैं।

आधे अभिभावक छठी से 8वीं तक भी स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं


प्री-नर्सरी के बच्चों के लिए 72.8% अभिभावक स्कूल सबसे बाद में खोलने की बात कह रहे हैं। 10.3% अगस्त में, 10.7% अक्टूबर में, जबकि बाकी सितंबर में स्कूल खोलने के पक्ष में हैं।

छठी से 8वीं तक 49.7% अभिभावक अभी स्कूल खोले जाने के पक्ष में नहीं हैं। 17.3% अगस्त, 14.5% सितंबर, 18.6% अक्टूबर में खोलने के पक्ष में हैं।

9वीं से 11वीं तक 37.1% बाद में, 28.3% अगस्त, 17.7% सितंबर, 16.9% अक्टूबर में खोलने के पक्ष में हैं।

शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि अभी 10वीं से 12वीं तक के लिए स्कूल खोलने की योजना बनाने के आदेश दिए ।
July 31, 2020

हरियाणा शराब घोटाला बड़े घोटालेबाज,तस्कर व नेताओं पर आंच नहीं,छोटी मछलियाें का शिकार

हरियाणा शराब घोटाला बड़े घोटालेबाज,तस्कर व नेताओं पर आंच नहीं,छोटी मछलियाें का शिकार


चंडीगढ़। हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान हुए शराब घोटाले की 80 दिन की जांच के बाद सरकार के हाथ कुछ खास नहीं लगा। सीनियर आइएएस अधिकारी टीसी गुप्ता के नेतृत्व वाले विशेष जांच दल (एसईटी) ने करीब दो हजार पन्नों की अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है,लेकिन इससे घोटाले के बड़े खिलाडि़यों व सफेदपोश नेताओं पर कोई आंच आने की संभावना नहीं है। बस छोटी मछलियों का ही शिकार होगा।

लॉकडाउन के दौरान करोड़ों का शराब घोटाला


गृह सचिव विजयवर्धन और मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपी गई इस जांच रिपोर्ट का वजन करीब 15 से 20 किलो है। गृह मंत्री अनिल विज ने जांच रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है, लेकिन साथ ही कहा कि अभी इसका अध्यनन किया जाएगा। उसके बाद सरकार एसईटी की जांच के बिंदुओं को बता पाने की स्थिति में होगी। हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान करोड़ों रुपये की अवैध शराब बेची गई थी। शराब के इस अवैध कारोबार में आबकारी एवं कराधान विभाग तथा पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे। अनिल विज के संज्ञान में जब शराब के अवैध धंधे की जानकारी आई तो उन्होंने विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) के जरिये जांच की सिफारिश मुख्यमंत्री कार्यालय को की।

रिपोर्ट में दब गई बड़े घोटालेबाजों की करतूत


मुख्यमंत्री कार्यालय ने एसआइटी बनाने की बजाय एसईटी के गठन की अधिसूचना जारी कर दी। विज अपने पसंदीदा अधिकारी अशोक खेमका से इस घोटाले की जांच कराना चाहते थे,लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस काम के लिए टीसी गुप्ता को चुना। एसईटी में आबकारी एवं कराधान विभाग के एडीशनल  कमिश्नर विजय सिंह और एड़ीजीपी रैंक के आइपीएस अधिकारी सुभाष यादव को शामिल किया।

एसईटी को नहीं मिला आबकारी एवं कराधान तथा पुलिस विभागों से पूरा सहयोग

सुभाष यादव 30 जून को रिटायर हो चुके। विज के सामने जब एसइटी की कम पावर का मुद्दा उठा तो विशेष आदेश जारी कर गृह सचिव ने एसइटी को एसआइटी के समान पावर प्रदान कर दी। सुभाष यादव के स्थान पर एडीजीपी से डीजीपी बन चुके मोहम्मद अकील को एसईटी में शामिल किया गया।
हरियाणा में सबसे पहले सोनीपत के खरखौदा में शराब घोटाला पकड़ा गया,जहां गोदाम से आबकारी एवं कराधान विभाग तथा पुलिस की रखी हुई शराब लॉकडाउन में ही बेच दी गई। धीरे-धीरे फतेहाबाद, सोनीपत, गुरुग्राम, अंबाला, फरीदाबाद, यमुनानगर, झज्जर, हिसार और सिरसा समेत विभिन्न जिलों में लॉकडाउन के दौरान अवैध रूप से शराब की बिक्री के मामले उजागर होने लगे।
शराब ठेकेदारों का स्टाक नहीं मिला,जिसे भारी कीमतों पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में बेच दिया गया। इस काम में आबकारी व पुलिस विभाग के अधिकारियों की भूमिका काफी संदिग्ध रही। पुलिस ने शराब घोटाले के मास्टर माइंड भूपेंद्र सिंह को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर उससे काफी पूछताछ की। तब उसको राजनीतिक संरक्षण की बातें भी सामने आई।
एसईटी प्रमुख टीसी गुप्ता ने गृह सचिव विजयवर्धन को रिपोर्ट सौंपने के बाद इस बारे में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया,लेकिन सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट भले ही काफी मोटी है, लेकिन इसमें कुछ भी ऐसा नहीं है, जिसमें शराब माफिया, राजनेताओं और पुलिस व आबकारी तथा कराधान विभाग के अधिकारियों के गठजोड़ को उजागर किया गया है। रिपोर्ट में सामान्य तौर पर छोटी-मोटी सिफारिशें की गई हैं और निचले स्तर के अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है, लेकिन बड़े मगरमच्छ और राजनेताओं के साथ अधिकारियों को बचाने के संकेत मिल रहे हैं।

पुलिस और आबकारी विभागों के असहयोग से बचेंगे बड़े मगरमच्छ

हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन के चलते 11 मई को टीसी गुप्ता के नेतृत्व में एसईटी का गठन किया था। इस घोटाले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए। बताया जाता है कि जांच में एसईटी को न तो पुलिस ने उम्मीद के मुताबिक सहयोग किया और न ही आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों ने मांगे गए सारे दस्तावेज उपलब्ध कराए। इन दोनों विभागों के असहयोगात्मक रवैये का जिक्र एसईटी की रिपोर्ट में किया गया बताया जाता है। उनके असहयोग की वजह से ही बड़े मगरमच्छों के बचने का रास्ता तैयार हो गया है। बता दें कि पूरे मामले की जांच को लेकर तीन बार डीएसपी का तबादला हो चुका और एसएचओ को सस्पेंड भी किया गया।

कैसे चला लाकडाउन में शराब घोटाले का घटनाक्रम
23 मार्च       हरियाणा में लॉकडाउन
25 मार्च       शराब ठेके बंद करने के आदेश
31 मार्च       शराब ठेकेदारों का कार्यकाल समाप्त
20 अप्रैल     खरखौदा में शराब घोटाला उजागर
1 मई          कई जिलों के मालखाने से शराब गायब
11 मई        एसईटी का गठन
30 मई        आइपीएस सुभाष यादव सेवानिवृत
31 मई        मोहम्मद अकील एसईटी में शामिल
31 मई        एसईटी का कार्यकाल  बढ़ाया
31 जुलाई     एसईटी प्रमुख ने अपनी रिपोर्ट सौंपी।
July 31, 2020

बर्खास्त पीटीआई टीचरों के समर्थन में खाप नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास सरेराह तेल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश

बर्खास्त पीटीआई टीचरों के समर्थन में खाप नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास सरेराह तेल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश, पुलिस ने दबोचा महिला टीचरों सहित अनेकों हुए घायल, पुलिस की बर्बरता को कोसा


जींद : हरियाणा में बर्खास्तगी की मार झेल रहे 1983 आंदोलनरत पीटीआई टीचरों के समर्थन में बिनैन खाप नेता एवं धमतान तपा के पूर्व प्रधान रंगीराम नैन ने शुक्रवार को लघुसचिवालय के बाहर तेल छिड़क कर आत्मदाह करने का प्रयास किया। पुलिस ने खाप नेता को आत्मदाह करने से रोकने के लिए जैसे ही रंगीराम को पकड़ा, त्यों ही धरने पर मौजूद आंदोलनरत पीटीआई टीचरों ने उसे छुड़ाने का प्रयास किया। इस दौरान महिला टीचरों ने जब रंगीराम को छुड़ाने की जमकर मशक्कत की तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद पीटीआई टीचर गुस्से में भर गये और लघुसचिवालय की ओर जाने वाले रोड़ को जाम कर दिया। पुलिस ने पीटीआई टीचरों को जिसमें महिलाओं की भी अच्छी-खासी तादाद थी, उनको तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजी। इस दौरान जहां कई महिला समेत अन्य बर्खास्त टीचरों को चोटें पहुंची, वहीं पुलिस कर्मियों को भी हल्की-फुल्की चोटें लगी। गुस्साएं बर्खास्त पीटीआई टीचरों ने खाप नेता रंगीराम नैन को छुड़ाने के लिए एक-दो पुलिस कर्मियों को भी इधर-उधर पटक दिया। डीएसपी कप्तान, सीआईए इंचार्ज वीरेंद्र खर्ब, सिविल लाईन थाना प्रभारी राजपाल सिंह और खुफिया तंत्र के अधिकारियों-कर्मचारियों के अलावा भारी पुलिस बल ने मोर्चा संभाले रखा और रंगीराम नैन को अपनी गिरफ्त में ले लिया। लाठीचार्ज में चोटिल हुई बर्खास्त महिला टीचर कविता, सुमित्रा ने कहा कि वे खाप नेता रंगीराम नैन को पुलिस से बचाने के लिए गई थी। किंतु पुलिस ने निर्दयता के साथ उन पर लाठियां भांजने का काम किया। इस दौरान उनके कपड़े भी फट गये। यहां तक मौके पर कोई भी महिला पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थी। महिलाओं पर सरेराह की गई इस बर्बरता की शिकायत वे महिला आयोग को करेगी। दिलबाग जाखड़ ने कहा कि यदि सरकार में जरा सी भी नैतिकता है तो वह महिला टीचरों पर अत्याचार करने वाले पुलिस अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करें।

आत्मदाह का प्रयास करने वाले रंगीराम पर होगी कानूनी कार्रवाई : डीएसपी


डीएसपी कप्तान ने कहा कि रंगीराम नैन ने खुद पर तेल छिड़ककर आत्मदाह करने का प्रयास किया तो पुलिस ने उसे रोकने का काम किया। आंदोलनरत बर्खास्त टीचरों ने जबरदस्ती रंगीराम को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने का प्रयास किया तो पुलिस को उन्हें तितर-बितर करना पड़ा। अगर वहां कोई माचिस की तीली भी जला देता तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसलिए पुलिस ने अपनी ड्यूटी को निभाया है। रंगीराम नैन को गिरफ्त में लिया गया है और उसके खिलाफ जो भी कानूनी कार्रवाई होगी, वह अमल में लाई जाएगी।

खाप नेता ने आत्मदाह का पहले ही कर दिया था ऐलान


बर्खास्त पीटीआई टीचरों के समर्थन में खाप नेता रंगीराम नैन ने तीन दिन पहले देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर इच्छा मृत्यु की स्वीकृति मांगी थी। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया था कि यदि तीन दिन में सरकार ने बर्खास्त पीटीआई टीचरों को बहाल नहीं किया तो वे आत्मदाह कर लेंगे। 
July 31, 2020

धोखाधड़ी:कैथल मंडी के 300 से ज्यादा आढ़तियों से 40 करोड़ रुपए ठगे, सांसद के आदेश पर केस दर्ज

धोखाधड़ी:कैथल मंडी के 300 से ज्यादा आढ़तियों से 40 करोड़ रुपए ठगे, सांसद के आदेश पर केस दर्ज


लेखराज एंड सन्स राइस मिलर के पार्टनरों ने धान खरीदने के नाम पर की धोखाधड़ी

5 महीने से पुलिस थानों के चक्कर लगा रहे थे आढ़ती

मंडी से खरीदी थी करीब 150 करोड़ की धान, 40 करोड़ की नहीं की पेमेंट


कैथल : जिला के प्रमुख राइस मिलरों में शामिल अशोक कुमार मिगलानी व उसके 4 पार्टनरों के खिलाफ धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। इन पर नई अनाज मंडी के करीब सवा 300 आढ़तियों के 40 करोड़ रुपए हड़पने के आरोप हैं। रुपए मांगने पर आढ़तियों को जान से मारने की धमकी भी दी गई। आढ़ती मामले की शिकायत एसपी शशांक कुमार को कई बार कर चुके थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मंगलवार को कैथल में लगे खुले दरबार में आढ़ती अपनी शिकायत लेकर सांसद के पास पहुंचे थे। जिस पर सांसद ने मौके पर एसपी को कॉल लगाकर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए। सांसद के आदेश के बाद पुलिस ने अगले ही दिन 4 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर दिया।

3 साल पहले भी हुई थी धोखाधड़ी


: वर्ष 2017-18 में भी नई अनाज मंडी के आढ़तियों के साथ 15 से 20 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। उस समय भी शहर के प्रमुख राइस मिलर ने धान खरीदने के बाद पेमेंट नहीं की थी। आढ़तियों ने आरोपी के घर के सामने धरना दिया था। आढ़तियों का आरोप है कि दो बड़ी धोखाधड़ी में नई अनाज मंडी के आढ़तियों को भारी नुकसान हो चुका है।
मंडी से खरीदी थी करीब 150 करोड़ की धान, 40 करोड़ की नहीं की पेमेंट
आढ़तियों का आरोप है कि अपने भाईयों से व्यापार अलग करने के बाद जींद रोड कैथल स्थित मॉडल टाउन निवासी अशोक कुमार मिगलानी ने वर्ष 2012 से नई अनाज मंडी से धान खरीदनी शुरू की थी। अशोक के साथ बिजनेस में उसके बेटे अरुण कुमार, सिद्धार्थ मिगलानी, हुडा सेक्टर-20 निवासी सुरेंद्र कुमार मिगलानी व सुरेंद्र की पत्नी पूनम मिगलानी शामिल है। कुछ साल तक इनका नई अनाज मंडी के आढ़तियों के साथ लेन-देन ठीक रहा।
धान की खरीद करने के बाद लगभग तय समय पर ही पेमेंट कर देते थे। बाद में इन्होंने पेमेंट देने में गड़बड़ी शुरू कर दी। वित्त वर्ष 2017-18 व 2018-19 में नई अनाज मंडी के कमीशन एजेंटों से करीब 150 करोड़ रुपए की धान खरीदी। जिसमें से करीब 110 करोड़ रुपए की पेमेंट कर दी, लेकिन 40 करोड़ रुपए हड़प गए। कई महीने तक यह कहकर टरकाते रहे कि इस महीने पेमेंट कर देंगे, अगले महीने पेमेंट कर देंगे। रुपए नहीं मिलने पर आढ़तियों ने घर जाना शुरू कर दिया तो वे जान से मारने की धमकी देने लगे। अब मंडी के आढ़तियों ने उन्हें माल देना ही बंद कर दिया है।

रुपए मांगने पर आढ़तियों को बनाया बंधक


आढ़तियों का आरोप है कि आरोपी राइस मिलर शहर छोड़कर जाने की पूरी तैयारी में हैं। लॉकडाउन से पहले एक आरोपी दुबई जाकर आया है। उन्होंने अपना ज्यादातर सामान जैसे मशीनें आदि भी बेच दी हैं। आढ़तियों ने बताया कि एक महीना पहले आरोपी ने रुपए देने की बात कहकर आढ़तियों को अपने घर बुलाया। 10-15 आढ़ती घर गए तो दोनों गेट बंद करके उन्हें बंधक बना लिया। पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने आढ़तियों को बाहर निकाला।
सिटी थाना, एसएच, डाॅ. नन्ही ने कहा कि फूड ग्रेन डीलर एसोसिएशन नई अनाज मंडी के प्रधान कृष्ण मित्तल की शिकायत पर अशोक कुमार, अरुण कुमार, सिद्धार्थ मिगलानी, सुरेंद्र कुमार मिगलानी व पूनम पर धोखाधड़ी करने, रुपए हड़पने, जान से मारने की धमकी देने सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया।
July 31, 2020

आवास बोर्ड हरियाणा प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के

आवास बोर्ड हरियाणा प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के 

आवास बोर्ड हरियाणा प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लोगों को किफायती आवास मुहैया करवाकर उनके 'अपना घर' के सपने को हकीकत में बदलने का काम कर रहा है।

चंडीगढ़, 30 जुलाई- आवास बोर्ड हरियाणा प्रदेश के गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लोगों को किफायती आवास मुहैया करवाकर उनके 'अपना घर' के सपने को हकीकत में बदलने का काम कर रहा है। अब बोर्ड ने प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के वर्ष 2022 तक 'सबको आवास' के लक्ष्य की तरफ एक कदम और बढ़ाते हुए प्राइवेट कॉलोनाइजरों द्वारा गरीबी रेखा से नीचे एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों के लिए विकसित तकरीबन 20 हजार फ्लैटों का कब्जा दिया है।

        बोर्ड के मुख्य प्रशासक अंशज सिंह ने बताया कि अब ये फ्लैट बीपीएल एवं ईडब्ल्यूएस से उसी श्रेणी में आबंटन के एक वर्ष के बाद जबकि किसी अन्य वर्ग को आबंटन के पांच साल के बाद हस्तांतरित किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि फ्लैटों की पूरी कीमत देने के बाद आबंटन के पांच वर्ष के बाद कन्वेंस डीड भी करवाई जा सकती है।

        गौरतलब है कि आवास बोर्ड द्वारा पहले इन फ्लैटों के आबंटन हस्तांतरण (अलॉटमेंट ट्रांसफर) के लिए कोई नीति नहीं थी। लेकिन अब बोर्ड द्वारा इनके आबंटन हस्तांतरण के लिए 'निजी लाइसेंसशुदा कॉलोनियों में आवास बोर्ड हरियाणा द्वारा निर्मित बीपीएल परिवारों के लिए ईडब्ल्यूएस आवास इकाइयों के हस्तांतरण हेतु नीति' के नाम से एक विस्तृत नीति तैयार की गई है। राज्य सरकार द्वारा पहली जुलाई, 2020 को इस नीति को स्वीकृति प्रदान की गई है।
July 31, 2020

हरियाणा में लॉकडाउन का उल्लंघन: फरीदाबाद में रोक के बावजूद मदरसे में चल रही थी क्लास, वीडियो बनता देख शिक्षक भागा


हरियाणा में लॉकडाउन का उल्लंघन फरीदाबाद में रोक के बावजूद मदरसे में चल रही थी क्लास, वीडियो बनता देख शिक्षक भागा

इस हालत में बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा था, वीडियो बनता टीचर भाग गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

बिना मास्क, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के एक कमरे में चल रहा था मदरसा

वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस पहुंची और आरोपी शिक्षक को हिरासत में लिया


फरीदाबाद : सरकार तो अनलॉक-3 में भी स्कूल-कॉलेजों को न खोलने की बात कर रही है। लेकिन फरीदाबाद के बसंतपुर डूब क्षेत्र में सरेआम मदरसे में छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। जब यहां कोई वीडियो बनाने पहुंचा तो ऐसा हड़कंप मचा कि टीचर भागता नजर आया। हालांकि, बाद में यह वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस पहुंची तो आरोपी टीचर को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक, पल्ला थाना क्षेत्र के डूब क्षेत्र बसंतपुर में एक मदरसे में शिक्षक 25-30 बच्चों को बुलाकर पढ़ा रहे थे। इन बच्चों की उम्र पांच से दस साल तक के बीच थी। किसी ने न तो मास्क लगा रखा था और न ही शिक्षक द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा था।
किसी ने इसकी वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। क्योंकि, प्रशासन ने किसी भी शिक्षण संस्थान अथवा कोचिंग आदि को खोलने पर रोक लगा रखी है। हैरानी की बात ये है कि मदरसे में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रही, बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस मौके पर पहुंचकर बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस प्रवक्ता एवं एसीपी धारणा यादव का कहना है कि शिक्षक मदरसे में नहीं बल्कि अपने घर पर कोचिंग पढ़ा रहा था। गुरुवार को पहले दिन ही बच्चों को बुलाया था। चूंकि शिक्षक ने सरकार के आदेशों का उल्लंघन किया है। इसलिए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
July 31, 2020

कुरुक्षेत्र :कुरुक्षेत्र में सन्निहित सरोवर के घाट से पितरों के थान हटाए, अब दूसरी जगह बसेगी पुरखों की दुनिया

कुरुक्षेत्र :कुरुक्षेत्र में सन्निहित सरोवर के घाट से पितरों के थान हटाए, अब दूसरी जगह बसेगी पुरखों की दुनिया


केडीबी ने चलवाई मशीन, हटाने पर लोगों में रोष, अब शिफ्ट करने को विधायक दिलाएंगे जगह

तर्क-केडीबी बोली-जगह पर 40-50 साल पुराना कब्जा, लोगों के अपने घर या जगह में ही बनाने चाहिए पितरों के स्थान


कुरुक्षेत्र : जब किसी घर में कोई कुंवारा ही मर जाता है तो उसकी आत्मा को घर से दूर रखने के लिए खेत या कहीं बाहर पितर का थान बनाने की हरियाणा में परंपरा बरसों से चली आ रही है। कुरुक्षेत्र एरिया में रहने वाले लोगों ने ऐसे पितर थान सन्निहित सरोवर तीर्थ के घाट पर बना रखे थे। ये थान यहां दशकों पहले से बनते आ रहे हैं। लेकिन यह जगह कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की है।
केबीडी इस जगह का सौंदर्यीकरण करने के लिए पिछले ढाई साल से इन्हें हटाने की कोशिशें कर रहा था। इसके लिए केडीबी ने नोटिस देकर यहां से थान हटाने का समय भी दिया था। अब गुरुवार को केबीडी ने पितरों, भौरखों व सतियों के तौर पर बने स्ट्रक्चर को अर्थ मूविंग मशीन से तोड़ दिया। घरों से तो पितर पहले से ही बाहर थे।
अब सरोवर घाट पर भी उनके लिए स्थान नहीं रहा। इसकी जानकारी जैसे ही संबंधित परिवारों को लगी, सभी केडीबी कार्यालय पहुंच गए। इसे लेकर तनाव बढ़ गया। बाद में विधायक सुभाष सुधा के हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई बीच में ही रोक दी गई। अब एक सप्ताह का समय दिया गया है। इन सतियों, भौरखों व पितरों की दुनिया यहां से कहीं दूसरी जगह बसाई जाएगी। इसके लिए विधायक और प्रशासन जगह दिलवाएगा।
केडीबी के सीईओ कपिल शर्मा व मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा का कहना है कि यह जगह केडीबी की है। सन्निहित सरोवर पर खसरा नंबर 146/2 मिन की 86के-15एम जगह केडीबी की है। पूर्वी किनारे पर लैंड स्केपिंग होगी। यहां सौंदर्यीकरण किया जाएगा। साथ ही यहां महिलाओं के लिए कपड़े बदलने के लिए ब्लॉक व टॉयलेट बनाया जाएगा। यहां पेड़ों की कटाई नहीं होगी।

कई दशक से बने हैं पितरों, भौरखों और सतियों के थान


सन्निहित सरोवर के पूर्वी घाट पर कई दशक से भौरखों, पितरों व सतियों के निमित्त छोटे-छोटे थान बने हैं। कुछ लोगों को कहना है कि इनमें से कुछ तो आजादी के पहले के भी हैं। ये स्थान उन लोगों ने बनाए, जो कभी दूसरे जिलों, गांवों से आकर शहर में बसे हैं। त्योहारों, शादी विवाह जैसे खुशी के मौकों पर पितर पूजन की परंपरा है। इसके लिए लोगों को पैतृक गांव में पितरों के स्थान पर जाना पड़ता था। ऐसे में कुछ लोगों ने सन्निहित किनारे खाली पड़ी जगह पर पितरों के निमित्त थान बना दिए। ब्राह्मण एवं तीर्थोंद्वार सभा के प्रधान पवन शर्मा पौनी कहते हैं कि पहले कुछ ही लोगों ने थान बनाए था। अब यहां पैर रखने तक की जगह नहीं है।
दिखाई तेजी, बारिश में चली अर्थमूविंग मशीन : ढाई साल बाद गुरुवार को अचानक से केडीबी ने कार्रवाई में तेजी दिखाई। बारिश के बीच ही सन्निहित पर अर्थमूविंग मशीन की मदद से पितरों व भौरखों के लिए बने स्थान को ढहा दिया। केडीबी अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में पहले ही नोटिस दिया हुआ है। सन्निहित पर कई बार सूचना लगाई गई। अब भी 30 जुलाई तक का समय दिया था। जब किसी ने पितरों के स्थान नहीं हटाए तो यह कार्रवाई करनी पड़ी।

*लोगों में हड़कंप से गहराया तनाव*

: कार्रवाई का पता चलते ही संबंधित लोगों में हलचल मच गई। कई लोग पता चलते ही मौके पर पहुंचे । लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। रोष के चलते कार्रवाई कुछ देर थमी रही। इसके बाद लोग एकजुट होकर केडीबी कार्यालय पहुंचे।

विधायक का हस्तक्षेप, दिलाएंगे जगह


: इसी बीच विधायक सुभाष सुधा व सांसद नायब सैनी भी केडीबी कार्यालय पहुंच गए। दोनों स्वामी ज्ञानानंद महाराज को अयोध्या के लिए तीर्थों की मिट्टी व पानी सौंपने पहुंचे थे। यहां लोगों ने विधायक के समक्ष कार्रवाई पर रोष जताया। बोले पहले कहा था कि यहां से स्थान नहीं हटाया जाएगा, लेकिन अब अचानक केडीबी ने इन्हें तोड़ दिया। इससे उन सब की आस्था पर चोट की गई। इस पर विधायक ने कार्रवाई रुकवा दी। एक सप्ताह तक की मोहलत ली। जल्द ही शहर या आसपास में जगह दिला कर यहां स्थित भौरखे व सतियों के स्थान को शिफ्ट कराया जाएगा। इसके बाद ही केडीबी अपनी कार्रवाई करे।
एसडीएम साहब के आते ही तोड़फोड़
विधायक ने इस संबंध में एसडीएम और केडीबी सीईओ कपिल शर्मा से बातचीत की। कहा कि एसडीएम साहब आते ही तोड़फोड़ कर दी। बता दें कि कपिल शर्मा ने एक दिन पहले ही बतौर एसडीएम कार्यभार संभाला था। उक्त जगह खाली कराने के लिए प्रोसेस पूर्व सीईओ गगनदीप सिंह की तरफ से शुरू की गई थी।

*पैसा जा चुका वापस, अब सौंदर्यीकरण*

सन्निहित के पूर्वी किनारे पर लैंडस्केपिंग होगी। इसके तहत सौंदर्यीकरण किया जाएगा। वहीं महिलाओं के कपड़े आदि बदलने के लिए टायलेट व ब्लॉक बनना है। अमावस्या जैसे मौकों पर यहां काफी महिलाएं स्नान व लता बदलने की रस्म निभाने आती हैं। वहीं रोजाना सैकड़ों महिला श्रद्धालु व पर्यटक भी पहुंचते हैं। बताया जाता है कि यहां करीब एक करोड़ की लागत से काम होने हैं। उक्त ब्लॉक के लिए 40 लाख का बजट भी मिला था, लेकिन उसे वापस भेजना पड़ा। केडीबी मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा का कहना है कि अब श्रीकृष्णा प्रोजेक्ट के तहत यहां डेवलपमेंट व सौंदर्यीकरण होगा। इसके लिए बजट स्वीकृति है।

तीर्थों व विकास के लिए की गई कार्रवाई


केडीबी अधिकारियों का कहना है कि ढाई साल से यह प्रोसेस चल रहा है। इसके लिए लोगों को काफी मोहलत दी। करीब 40-50 साल से यहां एक तरह से कई लोगों ने कब्जा किया है। कई ऐसे परिवार हैं, जिनके पास शहर में अपनी खुद की जगह है, लेकिन उन्होंने भी यहां स्थान बनाए हैं। पितरों के स्थान घर या खेत में बनाए जा सकते हैं। कुरुक्षेत्र के तीर्थों व विकास के लिए ही इन्हें हटाया जा रहा है।

केडीबी का कदम आस्था पर चोट : अरोड़ा


वहीं कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा का कहना है कि केडीबी का यह कदम आस्था पर चोट है। पहले दूसरी जगह मुहैया कराई जानी चाहिए थी। ताकि लोग खुद ही इन्हें यहां शिफ्ट कर लेते, लेकिन यहां मशीन चला कर पितरों के मंदिरों को तोड़ दिया गया। कहा कि जल्द अलग जगह मुहैया कराई जाए।
July 31, 2020

राजनीति से आउट हुई बबीता फौगाट

राजनीति से आउट हुई बबीता फौगाट

चंडीगढ़। राजनीति से आउट हो चुकी बबीता फौगाट ने फिर से सरकारी नौकरी का रूख कर लिया है। हरियाणा सरकार ने करीब एक साल के अंतराल के बाद दंगल गर्ल बबीता फौगाट को खेल विभाग में उप-निदेशक के पद पर तैनाती दी है। बबीता के अलावा जींद जिला की कविता को भी इसी पद पर तैनाती मिली है।
खेल विभाग के प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी ने दोनों खिलाडिय़ों की ए ग्रेड के पद पर नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। विधानसभा चुनाव में चरखी दादरी से चुनाव लडऩे वाली बबीता फौगाट तीसरे नंबर पर रहीं थी। अब प्रदेश सरकार ने उन्हें खेल विभाग में नियुक्ति दी है।
प्रदेश सरकार की आउटस्टैंंिडंग स्पोट्र्स पर्सन पॉलिसी के तहत बबीता और कविता को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोनों खिलाडिय़ों के नियुक्ति आदेश में साफ किया गया है कि वे व्यावसायिक खेलों में भाग नहीं ले पाएंगी। हालांकि वे प्रदेश और देश के लिए खेलना जारी रख सकेंगी।
बबीता फौगाट कुश्ती की प्लेयर है और 2014 के कॉमन वेल्थ खेलों में गोल्ड मैडल हासिल किया था। खेल कोटे से बबीता को हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर नियुक्त किया गया। बबीता के पिता पहलवान महाबीर सिंह फौगाट, डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला की जननायक जनता पार्टी में सक्रिय रहे। वह जेजेपी के खेल प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे लेकिन 2019 के विधानसभा चुनावों से पहले महाबीर फौगाट ने जेजेपी छोडक़र भाजपा ज्वाइन कर ली।
इसी दौरान बबीता फौगाट ने भी हरियाणा पुलिस की नौकरी से इस्तीफा दिया और वे भाजपा में शामिल हो गई। भाजपा ने उन्हें चरखी दादरी हलके से चुनावी रण में भी उतारा लेकिन वे तीसरे नंबर पर रहीं। इसके बाद बबीता फौगाट अपने कई ट्वीट की वजह से सुर्खियों में रहीं। तब्लीगी जमातियों के मामले में उन्होंने विवादास्पद टिप्पणी की थी। अब राज्य सरकार ने बबीता को खेल कोटे के तहत खेल विभाग की डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया है।

Thursday, July 30, 2020

July 30, 2020

हरियाणा के युवाओं को नौकरी के लिए नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, बस करना होगा...

हरियाणा के युवाओं को नौकरी के लिए नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, बस करना होगा...


गुरुग्राम। हरियाणा के युवाओं को अब रोजगार की तलाश में चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अब कंपनी खुद उनसे संपर्क करेंगी। इसके लिए रोजगार विभाग हरियाणा ने कंपनियों के लिए एक वेब पोर्टल rozgar.hrex.gov.in तैयार किया है। इस पोर्टल पर कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं अन्य के डेटाबेस को भी जोड़ा गया है। तो अगर अभी तक आपने रोजगार कार्यालय में अपनी पंजीकरण नहीं कराया है तो जल्द से जल्द करा लें। उसके बाद कंपनी आपके पास खुद कॉल करेगी। 
मंडल रोजगार कार्यालय की उप निदेशक सुमन गहलोत ने बताया कि लॉकडाउन के बाद हरियाणा ने अपने यहां उद्योग खोलने की पहल की। उद्योग खुलने के बाद उद्योगों के लिए काम करना चुनौतीपूर्ण हो गया, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में लोग अपने गृह जिलों में पलायन कर गए। ऐसे में बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा सरकार के कुशल मार्गदर्शन में वेबपोर्टल तैयार किया गया। इस वेब पोर्टल पर जाकर उद्योग अपनी मांग के अनुसार चयन कर सकते हैं। इस संबंध में मंडल रोजगार कार्यालय कि ओर से सभी नियोक्ताओं और एचआर हेड को लेटर भेजकर सूचित भी किया गया है।
इस वेबपोर्टल का इस्तेमाल करने के लिए उद्योगों को यूजर आईडी व पासवर्ड भी दिए गए हैं। इस पोर्टल का इस्तेमाल उद्योग और श्रम विभाग में रजिस्टर्ड उद्योग कर सकते हैं। श्रम विभाग के पास रजिस्टर्ड ई मेल आईडी ही उस उद्योग की यूजर आईडी होगी, जबकि पासवर्ड UEP@123 होगा। इस पासवर्ड को उद्योग अपनी सुविधा के अनुसार बदल सकते हैं। इस बारे में जानकारी के लिए रोजगार कार्यालय के कर्मचारी रंजीत सिंह रावत के मोबाइल नंबर-7988556741 या सुरेन्द्र सिंह चौहान के मोबाइल नंबर-9958221110 पर संपर्क कर सकते हैं। 
July 30, 2020

भिवानी नगर परिषद का ईओ 35 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

भिवानी नगर परिषद का ईओ 35 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार


भिवानी : भिवानी बुधवार देर रात बुधवार देर शाम नगर परिषद के ईओ दीपक गोयल को हिसार विजिलेंस  की टीम ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार  किया है। विजिलेंस की टीम ने यह कार्रवाई शहर के एक ठेकेदार द्वारा की गई शिकायत  के आधार पर की है। वहीं दूसरी तरफ नप के ईओ ने बताया कि बुधवार को वो चंडीगढ़ गए हुए थे नगर परिषद के चेयरमैन रण सिंह यादव का उनके पास फोन आया था। उन्होंने कहा था कि आपका ट्रांसफर हो गया है, इसीलिए चंडीगढ़ से जब भी आप लौटे तो सीधे कार्यालय में आ जाए। वह उनसे वहीं पर मिलेंगे इसी के चलते देर शाम 7 बजे चंडीगढ़ से लौटने के बाद वो कार्यालय में आए थे। इस बारे में जैसे ही नगर परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों को पता चला तो सभी नप में पहुंच गए। 

 - नगर परिषद में कार्रवाई के लिए आए अधिकारियों में स्टेट विजिलेंस हिसार के डीएसपी बिजेंद्र अत्री, सब इंस्पेक्टर अजीत, सब इंस्पेक्टर नरेंद्र, एएसआई रवि प्रकाश व हेड कांस्टेबल इंद्रपाल शामिल है। बिजेंद्र अत्री ने बताया कि उन्हें ठेकेदार विशाल यादव ने शिकायत दी थी कि उनके द्वारा किये गये गली निर्माण के कार्यों की फाइलों पर साइन करने के लिए अधिकारी 35 हजार रुपये मांग रहा है। इस पर उन्होंने टीम का गठन किया तथा ठेकेदार ने जो पैसे अधिकारी को देने थे, हमने सभी नोटों के नंबर लिख लिए थे। ईओ द्वारा पैसे लिए जाने के बाद जब उनके कमरे से पैसे मिलें तो वो ही पैसे थे, जिनके नंबर ठेकेदार ने लिखवाए थे। उन्होंने बताया कि नोटों पर रंग भी लगाया गया था। नगर परिषद के ईओ ने भी फाइलों को पास करने की एवज में पांच प्रतिशत कमीश्न की मांग की थी तथा कमीश्न नहीं देने पर फाइलों पर साइन नहीं किए जा रहे थे। 

 इससे पहले भी अधिकारी ले चुका था रिश्वत


इस बारे में शिकायत करने वाले ठेकेदार की विशाल यादव ने बताया कि उसने शहर के तीन वार्ड में गलियों का नर्मिाण कार्य किया था उसके करीब 14 लाख रुपये के बिल पास होने थे। कुछ दिन पहले भी फाइल पर साइन करने के लिए अधिकारी दीपक गोयल ने उनसे 40000 रुपये लिए थे। अब फिर से फाइल पर साइन करने के लिए 35 हजार रुपये मांगे गए थे। इसकी शिकायत उन्होंने विजिलेंस से की थी। बुधवार 7:37 पर अधिकारी ने उनसे 35 हजार रुपये अंदर वाले कक्ष में लिए थे। 

सीएम अनाउंसमेंट वाली फाइल पर साइन करने से किया था मना


 : ईओ गोयल इस बारे में ईओ दीपक गोयल ने बताया कि ठेकेदार की तीन फाइलें थी, इनमें से दो फाइलें सीएम अनाउंसमेंट की थी तथा सीएम अनाउंसमेंट कि जो फाइलें होती है उनका पैसा ऊपर से आता है इसलिए जब तक उच्च अधिकारियों की तरफ से पैसा प्राप्त नहीं होता, तब तक वो फाइलों पर साइन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने कहा कि वो उनसे अकेले में बात करना चाहता है इसलिए वो उसके साथ अंदर चले। उनके मन में इस प्रकार का कोई डर नहीं था, इसलिए वह ठेकेदार के साथ अंदर चले गए। ठेकेदार ने कहा कि अब उनका ट्रांसफर हो गया है तथा उसके द्वारा जो काम किए गए है वो उनके यहां रहते ही हुए हैं, इसलिए अब जो नए अधिकारी आएंगे हो सकता है वो फाइलों पर साइन न करें, इसलिए वो उन की फाइल पर साइन कर दें। उन्होंने बताया कि ठेकेदार द्वारा अनुरोध करने पर उन्होंने बाहर आकर टेबल पर साइन किए। अगर उन्होंने रिश्वत ली होती तो वो साइन भी अंदर रूम में ही करते।
July 30, 2020

बरसात की वजह से कच्चा मकान गिरा, 5 साल की बच्ची की मौत, तीन घायल

बरसात की वजह से कच्चा मकान गिरा, 5 साल की बच्ची की मौत, तीन घायल


करनाल। करनाल जिले के घरौंडा कस्बे के कैरवाली गांव में गुरुवार सुबह एक मकान गिर गया। अंदर परिवार के चार सदस्य सोए हुए थे। इस हादसे में एक 5 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई,जबकि तीन घायल हैं। करनाल में बुधवार शाम से ही बारिश हो रही है।
कैरवाली गांव में रहने वाले ओमपाल का मकान कच्चा था। वह बारिश नहीं सह सका। तेज बारिश की वजह से गुरुवार सुबह 7 बजे मकान की छत गिर गई, इसके बाद दीवारें भी गिर गई। ओमपाल (40) उसकी पत्नी प्रियंका (35), बेटा सूरज (11) और बेटी आशू (5) अंदर ही सो रहे थे जबकि एक बेटी बाहर थी।
मकान गिरने से परिवार के चार सदस्य अंदर ही दब गए। आवाज सुनकर गांव वाले दौड़े। आनन-फानन में उन्हें बाहर निकाला गया। इस हादसे में पांच साल की बच्ची आशू की मौत हो गई। जबकि ओमपाल, प्रियंका और सूरज को चोट आई हैं। उनका इलाज करवाया जा रहा है। एक बेटी जो बाहर थी वह बच गई।
July 30, 2020

ओमप्रकाश चौटाला ने अजय चौटाला को लेकर दिया फिर बड़ा बयान

ओमप्रकाश चौटाला ने अजय चौटाला को लेकर दिया फिर बड़ा बयान

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सिरसा। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने गुरुवार को फिर से अपने बेटे अजय चौटाला पर हमला बोला है। उन्होंने ने कहा कि जो लोग हमें छोड़कर गए थे, हमें अपना परिवार नहीं मानते हैं। ऐसे लोग देवीलाल को दादा मानने की बजाय रामकुमार गौतम को दादा मान रहे थे और आज वो गौतम भी उनको छोड़कर भाग गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सतलुज यमुना लिंक नहर के पानी पर हरियाणा का हक है हरियाणा पंजाब से अपना हक मांग रहा है। सुप्रीम कोर्ट भी हरियाणा के पक्ष में निर्णय दे चुका है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सरकारों ने माना है,ये सुप्रीम कोर्ट की जिम्मेवारी है कि फैसले को लागू करवाने के लिए दोनों सरकारों को मजबूर करें। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि हरियाणा में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। कोरोना संकट के दौर में सरकार ने जनता को लूटने का काम किया है। प्रदेश की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नाकामयाब रही है। आज जनता तो क्या सरकार में शामिल मंत्री व विधायक, अधिकारी भी खुश नहीं हैं। वहीं उन्होंने ने बरौदा उपचुनाव को लेकर कहा कि इस उपचुनाव में इनेलो जीत दर्ज करेगी। आज सत्ता में बने हुए लोग सत्तापक्ष को छोडकर इनेलो में शामिल हो रहे हैं।
July 30, 2020

पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग को लेकर पत्रकारों ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग को लेकर पत्रकारों ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन 


अम्बाला, 30 जुलाई : भारतीय पत्रकार कल्याण मंच (रजि.) अम्बाला का एक 7 सदस्यीय शिष्टमंडल हरियाणा प्रांत के प्रधान महासचिव सुभाष शर्मा की अध्यक्षता में वीरवार को उपायुक्त कार्यालय में सिटी मैजिस्ट्रेट से मिले व उनको राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए मंच ने राष्ट्रपति से मांग की कि देश भर के समस्त पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। उन्होंने राष्ट्रपति महोदय से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग भी की। ज्ञापन में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के लिये लापरवाही बरतने के मामले में गाजियाबाद एसएसपी को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने व संबंधित पुलिस चौकी प्रभारी को  बर्खास्त किए जाने तथा सभी हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाने की मांग की। सीटीएम ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों के ज्ञापन को राष्ट्रपति के पास भिजवा देंगे। मंच के हरियाणा प्रान्त के प्रधान महासचिव सुभाष शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार भी अब सुरक्षित नहीं रहे हैं। अक्सर देखने में आता है कि केंद्र एवं प्रदेश की सरकारें विपदा पडऩे पर मीडिया कर्मियों को समय पर न तो सुरक्षा मुहैया करवाती है और न ही पत्रकारों पर आए दिन होने वाले हमलों को गंभीरता से ले रही है। इसके चलते देश भर के पत्रकारों पर आए दिन असामाजिक तत्व न केवल हमले कर रहे है अपितु उनकी हत्याएं तक भी कर रहे है। भारतीय पत्रकार कल्याण मंच ने राष्ट्रपति से मांग की कि वे भारत सरकार एवं प्रांतीय सरकारों को देश भर के समस्त पत्रकारों को किसी भी प्रकार की विपदा पडऩे पर तुरंत सुरक्षा मुहैया करवाने के निर्देश जारी करे ताकि जहां पत्रकारों की जान-माल की हिफाजत हो सके वही पत्रकारों के परिवारों पर भी किसी भी प्रकार का संकट न आए। शिष्टमंडल में वरिष्ठ पत्रकार बाबू राम पंवार, सन न्यूज समााचार पत्र के सम्पादक महेश कुमार, शाने अम्बाला के सम्पादक हरप्रकाश पांडे, गुडगांव मेल के संवाददाता तेजपाल शर्मा, जगप्रस्तुति समाचार पत्र के प्रैस फोटोग्राफर एकांश शर्मा, देवनारायण तिवारी आदि मौजूद रहे। 

फोटो कैप्शन - भारतीय पत्रकार कल्याण मंच (रजि.) अम्बाला का शिष्टमंडल उपायुक्त कार्यालय में सिटी मैजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते हुए।
July 30, 2020

पानीपत में 3 बच्चों की मौत का मामला: पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट लोगों ने लगाया जाम, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

पानीपत में 3 बच्चों की मौत का मामला पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट लोगों ने लगाया जाम,पुलिस ने किया लाठीचार्ज, दौड़ा-दौड़ाकर पीटा


पानीपत। जुलाई महीने में पानीपत के बिझौंल गांव में हुई तीन बच्चों की मौत मामले में गुरुवार को हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पानीपत लघु सचिवालय के बाहर धरने पर पहुंच गए। यहां उन्होंने जब जीटी रोड जाम कर दिया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। वाटर कैनन की मदद से लोगों को खदेड़ा गया। पुलिस अब जाम लगाने वालों पर कार्रवाई कर रही है। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने हाइवे कर दिया था जाम।
बीती 7 जुलाई को गायब हुए तीन बच्चों के शव 8 जुलाई को नहर में मिले थे। इसके बाद से परिजनों ने हत्या का आरोप एक डाई हाउस के मैनेजर पर लगाया था। उस मामले में अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
गुरुवार सुबह 11 बजे ग्रामीण बड़ी संख्या में पानीपत लघु सचिवालय के बाहर आ गए। वे प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए, इसके बाद उन्होंने जाम लगा दिया। जीटी रोड जाम हो गया तो पानीपत में वाहनों की कतारें लग गई। आनन-फानन में पुलिस हरकत में आई। सबसे पहले ट्रैफिक का रूट डायवर्ट कर वाहनों को निकाला गया।
इसके बाद देखते ही देखते बड़ी संख्या में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। दमकल की गाड़ी को बुलाया गया। पुलिस ने पहले ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया।

ग्रामीणों के वाहन भी कब्जे में ले लिए गए


वैटर कैनन चलाई गई। जैसे ही वाटर कैनन चली भीड़ इधर-उधर भागने लगी। भीड़ के पीछे पुलिसकर्मी भी दौड़े और लाठीचार्ज शुरू कर दिया।
पुलिस का कहना है कि रोड खाली करवाने की बात पर ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद वाटर कैनन और लाठीचार्ज का सहारा लिया गया। पुलिस ने ग्रामीणों की गाड़ियों को कब्जे में ले लिया है। पुलिस का ये भी कहना है कि पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में विरोध करने पहुंचे थे।

पूरा मामला

पानीपत के बिंझौल गांव का 10 वर्षीय वंश, 9 वर्षीय वरुण और 8 वर्षीय लक्ष्य 7 जुलाई को गांव से पतंग के लिए डोर लेने एक डाई हाउस में गए थे। आरोप है कि जब वह पतंग के लिए डोर खोज रहे थे तो डाई हाउस के मैनेजर ने उनको देख लिया। फिर उसने बच्चों की हत्या कर दी और डाई हाउस के पीछे बहने वाली माइनर में फेंक दिया। 8 जुलाई को तीनों के शव माइनर में मिले थे।
July 30, 2020

सावधान! पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को ऐसे लग रहा है चूना

सावधान! पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को ऐसे लग रहा है चूना


महेंद्रगढ़ : पेट्रोल पंपों पर काफी दिनों से तेल का खेल चल रहा है। यह तेल का खेल ऐसा है कि इससे ग्राहक को भी नहीं पता चलता कि उनके साथ क्या चालाकी की गई है। कुछ जानकार लोग बेशक इस चालाकी को पकड़ लें, मगर अधिकांश लोग इस चालाकी को सहज नहीं पकड़ पाते हैं। यह चालाकी ऐसी है कि ग्राहक तो अपने वाहन में तेल डलवाता है तो उसे लगता है कि उसने जो मात्रा बताई उतना तेल डल गया है, मगर यह नहीं पकड़ पाता कि उसने जो तेल डलवाया है, वह डला है या अन्य कोई तेल। तेल का यह खेल जिला के लगभग सभी पेट्रोल पंपों पर चल रहा है। जिसके कारण ग्राहक की जेब ढीली हो जाती है, जबकि पेट्रोल पंप संचालक की कमाई ज्यादा होती है। 

 - आप पेट्रोल पंप पर तेज डलवा रहे हैं तो एक बार यह भी जान लें कि पेट्रोप पंप का कारिंदा आपको कौन सा पेट्रोल डाल रहा है। अधिकतर पेट्रोप पंप पर तैनात कारिंदे आपको साधारण तेल की बजाए एक्सट्रा प्रीमियम तेल डाल देते हैं। पेट्रोल पंपों पर कई दिनों से तेल का खेल चल रहा है। इस खेल में पेट्रोल पंप पर कार्यरत कारिंदे बड़ी चालाकी से आपको साधारण तेल की बजाए एक्सट्रा प्रीमियम तेल डालते हैं, जो साधारण तेल से करीब तीन रुपए महंगा होता है। हालांकि एक्सट्रा प्रीमियम तेल के बारे में कहा जाता है कि यह माइलेज ज्यादा देता है, मगर जानकार यह भी बताते हैं कि माइलेज में कोई ज्यादा फर्क नहीं आता, जबकि रेट में यह प्रति लीटर तीन रुपए महंगा हो जाता है। अगर इतने का ही साधारण तेल ज्यादा डलवा ले तो हिसाब बराबर हो जाएगा। ऐसे में पेट्रोल लेने जा रहे ग्राहकों के साथ एक प्रकार की ठगी हो रही है। एक पेट्रोल पंप संचालक से बताया कि साधारण तेल के मुकाबले एक्सट्रा प्रीमियम तेल अच्छा होता है। इससे माइलेज बढ़ती है तथा इसमें चिकनाहट ज्यादा होने के कारण इंजन भी अच्छा रहता है। 

 मांगने पर ही मिलता है साधारण तेल

 पेट्रोप पंपों पर जाकर आपने साधारण तेल डालने के बारे में कहा तो ही आपको साधारण तेल मिलेगा। अगर आपने वहां पर कहा कि 100 रुपए का तेल डाल दो तो आपको एक्सट्रा प्रीमियम डाल दिया जाएगा। बाद में अगर आपने उनको टोका तो जवाब मिलेगा कि आपने साधारण तेल डालने के बारे में कहा ही नहीं। अगर आप साधारण तेल के बारे में कहते तो वह डाल दिया जाता। जो डाला गया है वह अच्छा तेल है। महेंद्रगढ़ में तीन में से दो के पास है एक्सट्रा प्रीमियम तेल शहर में तीन पेट्रोल पंप संचालित हैं। इनमें से क हिंदुस्तान पेट्रोलियम, एक भारत पेट्रोलियम व एक इंडियन आयल का पंप संचालित है। इनमें से भारत पेट्रोलियम के पास छोड़ दे तो अन्य दोनों पर एक्सट्रा प्रीमियम तेल मिलता है। जो साधारण तेल के मुकाबले तीन से चार रुपए महंगा है। Also Read - भिवानी नगर परिषद का ईओ 35 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार क्या है साधारण व एक्सट्रा प्रीमियम के रेट शहर में साधारण तेल हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पर 78 रुपए 49 पैसे प्रति लीटर मिलता है, जबकि एक्सट्रा प्रीमियम 81 रुपए 84 पैसे प्रति लीटर मिल रहा है। वहीं इंडियन आयल के पेट्रोल पंप पर साधारण तेल 78 रुपए 51 पैसे प्रति लीटर व एक्सट्रा प्रीमियम तेल 81 रुपए 25 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। कोई शिकायत करेगा तब कार्रवाई की जाएगी अभी इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं आयी है। कोई शिकायत करेगा तब कार्रवाई की जाएगी। उससे पहले वे इसकी जांच करवाएंगे। यदि ऐसा पाया गया तो सम्बंधित पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। - सुभाष सिहाग, जिला खाद एवं आपूर्ति निरीक्षक। महेंद्रगढ़।
July 30, 2020

पुलिसवालों की हत्या में आरोपित युवतियों से हवालात में दुष्कर्म का आरोप

पुलिसवालों की हत्या में आरोपित युवतियों से हवालात में दुष्कर्म का आरोप


गोहाना। बुटाना चौकी के दो पुलिस कर्मचारियों की हत्या में संलिप्त युवतियों से हवालात में सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा है। एक युवती की मां ने अदालत में शिकायत देकर दोनों युवतियों के साथ हवालात में 10-12 पुलिस कर्मचारियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। इस मामले में पुलिस ने अदालत में अपना पक्ष रख दिया। अदालत ने जेल अधीक्षक को दोनों युवतियों का मेडिकल परीक्षण कराने के आदेश दिए। बरोदा थाना के अंतर्गत बुटाना चौकी के एसपीओ कप्तान सिंह और सिपाही रविंद्र 29 जून की रात को गश्त करने निकले थे। दोनों पुलिस कर्मचारी जब चौकी से करीब 800 मीटर दूर बंद पड़े हरियाली बाजार के सामने पहुंचे थे, तो वहां दो युवतियां और चार युवक आवारागर्दी करते मिले। पुलिस कर्मचारी जब उन्हें पूछताछ के लिए चौकी ले जाने लगे थे तो उनकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। 30 जून को मुख्य आरोपित जींद निवासी अमित को जींद में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया।
पुलिस ने एक जुलाई को आरोपित संदीप को गिरफ्तार किया था। दोनों युवतियों को तीन जुलाई को गिरफ्तार करके दो दिन के रिमांड पर किया था। 7 जुलाई को आरोपित जींद जिले में गांव पाथरी निवासी नीरज और भिवानी में गांव घुसकानी निवासी विकास को गिरफ्तार कर लिया था। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद सभी आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल जा चुके हैं।
एक युवती की मां ने अदालत में शिकायत दी कि हवालात में 10-12 पुलिस कर्मचारियों ने दोनों युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म किया। अदालत ने जेल अधीक्षक को दोनों युवतियों का मेडिकल परीक्षण कराने के आदेश दिए।पुलिस ने अदालत के समक्ष अपना पक्ष रख दिया है।
उदय सिंह मीणा (एएसपी, गोहाना) का कहना है कि जिस दिन युवतियों को गिरफ्तार किया गया, उसी दिन मेडिकल परीक्षण करवाकर अदालत में पेश किया। रिमांड पूरा होने के बाद दोबारा मेडिकल परीक्षण कराकर अदालत में पेश किया था। हवालात में दोनों युवतियों को महिला पुलिस कर्मचारियों की निगरानी में रखा गया।
July 30, 2020

शिक्षकों के तबादले अगले माह व पदोन्नतियां भी जल्द, हटाए गए पीटीआइ पर संशय

शिक्षकों के तबादले अगले माह व पदोन्नतियां भी जल्द, हटाए गए पीटीआइ पर संशय


चंडीगढ़। हरियाणा में 13 अगस्त के बाद जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेंड) शिक्षकों के अंतर जिला स्थानांतरण शुरू कर दिए जाएंगे। इसके अलावा वर्ष 2017 में भर्ती पीआरटी (प्राथमिक शिक्षक) को स्थायी जिले अलॉट करने सहित सभी वर्गों की स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अगस्त में ही सामान्य तबादले कर दिए जाएंगे।

बस्तियों में सरकारी स्कूल खोलने के लिए होगा सर्वे

शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ और स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रतिनिधिमंडल को यह भरोसा दिलाया। संघ के राज्य प्रधान सीएन भारती, राज्य महासचिव जगरोशन ने सबसे पहले 1983 पीटीआइ को बहाल करने का मुद्दा उठाया। इस पर शिक्षा मंत्री ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि शहरों की बाहरी बस्तियों में विद्यालय खोलने के लिए सर्वे कराया जाएगा। एसीपी और मेडिकल प्रति पूर्ति मामलों की स्वीकृति अतिरिक्त मुख्य सचिव से निदेशक स्तर पर हस्तांतरित कर दी गई हैं। शिक्षकों के प्रत‍िनिधि व शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर की वार्ता में एसीपी के 7,500 मामलों को ऑनलाइन स्वीकृत कर दिया जाएगा। इसके अलावा वार्ता के दौरान कई अन्‍य मांगों पर सहमति बनी। शिक्षा मंत्री ने इन मांगों को पूरा करने पर सहमति जताई।

कंप्यूटर शिक्षकों और लैब सहायकों को एक्सटेंशन


शिक्षा विभाग में लगे चार हजार से अधिक कंप्यूटर शिक्षक और लैब सहायक अब अगले साल 31 मई तक काम कर सकेंगे। वित्त विभाग ने कंप्यूटर शिक्षकों का कार्यकाल पहली जुलाई से अगली मई तक बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकारी स्कूलों में 2112 कंप्यूटर शिक्षक और 2237 लैब सहायक अनुबंध पर सेवाएं दे रहे हैं। पहली बार 31 अगस्त 2013 में अनुबंध आधार पर कंप्यूटर अध्यापकों व लैब सहायकों की नियुक्ति की गई थी। तभी से इन्हें एक्सटेंशन मिलती आ रही है।