Breaking

Monday, May 24, 2021

May 24, 2021

हिसार में हजारों की संख्या में पहुंचे किसान, भारी पुलिस बल और RPF की टुकड़ियां तैनात

हिसार में हजारों की संख्या में पहुंचे किसान, भारी पुलिस बल और RPF की टुकड़ियां तैनात
हिसार : हरियाणा के हिसार में आज किसानों का प्रदर्शन है। आज अलग अलग जगहों से हजारों की संख्या में किसान हिसार पहुंचे हैं, जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं।
हिसार में किसानों के प्रदर्शन के बाद केस दर्ज करने के मामले में आज अलग अलग जगहों से भारी संख्या में किसान प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। किसानों ने हाल ही में 300 से ज्यादा किसानों पर दर्ज हुए केस वापस लेने की मांग की है।

आपको बता दें कि पिछले रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने सीएम का विरोध करना चाहा था जिसमें किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी हिसार पहुंच चुके हैं। सभी किसान हिसार के क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हो रहे हैं। हरियाणा के अलग अलग हिस्सों से काफी संख्या में किसान यहां पर पहुंचे हुए हैं। वहीं यहां से ही हिसार कमिश्नर के कार्यालय के घेराव के लिए किसान रवाना होंगे।

https://youtu.be/YHZ6jgtIQ5U

इस मामले में पहले दिन तो आपस में बैठक समझौता हो गया था, लेकिन एक दिन छोड़कर अगले दिन किसानों पर केस दर्ज करवाए गए। इसी से नाराज किसानों ने आज हिसार में प्रदर्शन का ऐलान किया है।

इधर जिला प्रशासन ने छह जिलों से अलग अलग पुलिस के जवान और RPF की टुकड़ियां बुलाई है। सुरक्षा के लिहाज से यहां पर पुख्ता बंदोबस्त किये गए हैं।

गांव में शामिल होने के लिए मुंढाल से 500, खेदड़ से 55 ट्रैक्टर सरसोद से 28 ट्रैक्टर भदावड़ से 58 ट्रैक्टर बिचपड़ी से 27 ट्रैक्टर सिवानी बोरान से 55 ट्रैक्टर बिठमड़ा से 48 ट्रैक्टर डाटा से 60 ट्रैक्टर सिसाय से 75 ट्रैक्टर धनाना से 82 ट्रैक्टर समेत अन्य बड़े-बड़े गांवों से सैकड़ों की संख्या में और भी ट्रैक्टर ट्राली हिसार के लिए रवाना हो चुकी हैं।
May 24, 2021

डिस्ट्रीब्यूटरी में तैरती मिली आयरन फोलिड एसिड की सिरप, अस्पतालों में मरीज धक्का खाने को मजबूर

डिस्ट्रीब्यूटरी में तैरती मिली आयरन फोलिड एसिड की सिरप, अस्पतालों में मरीज धक्का खाने को मजबूर

नारनौल : मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर विभाग कितना गंभीर है, इसका अंदाजा नोलपुर डिस्ट्रीब्यूटरी में तैरती आयरन फोलिड एसिड की दवाइयों से लगा सकते हैं। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की लचर कार्यशैली की आलोचना करते हुए मामले की जांच कराने की गुहार लगाई है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने पांच हजार की आबादी पर उप स्वास्थ्य केंद्र खोल दिए। वहां नियुक्त स्वास्थ्य कर्मचारियों को मरीजों की देखभाल, टीकाकरण तथा दवा वितरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जच्चा-बच्चा मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के लिए विभाग द्वारा स्कूल व गांवों में महिलाओं का चेकअप किया गया था। रिपोर्ट में अधिकतर महिलाएं एनिमिया समस्या से पीडि़त मिली, जिस कारण उन्हें प्रसव के दौरान जानलेवा खतरा हो सकता बीवी है। बचाव के लिए सरकार ने स्कूलों में छात्राओं को आयरन की टेबलेट खिलानी आरंभ कर दी। दूसरी ओर प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा कैंप में महिलाओं की जांच होती है। एनिमिया की पुष्टि होने पर उन्हें आयरन फोलिड एसिड दवाइयां निशुल्क मुहैया कराई जाती हैं। दवाइयां वितरण की जिम्मेदारी एएनएम स्टॉफ को सौंपी गई है।

ग्रामीणों ने बताया कि नीरपुर की तरफ से बहकर आए दवाइयों के पैकेटों को देखकर भ्रूण होने का संदेह था। नहर विभाग के कर्मचारी की मदद से पैकेटों को निकाला गया, जांच में आयरन फोलिड एसिड की सिरप मिली। जिनका कवर अधिक भीगा हुआ नहीं था। जिसके आधार पर ग्रामीणों ने कुछ समय पहले ही फैंकी होने का अनुमान लगाया है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को दवाइयां उपलब्ध नहीं हो रही। ईधर जीवन रक्षक दवाइयां नहरों में फैंकी जा रही हैं। जिससे सरकार की योजना तथा खर्च किया गया बजट नकारा साबित हो रहा है। एक्सपायरी डेट की नहीं हैं सिरप ग्रामीणों के मुताबिक दवाइयों का उत्पादन फरवरी 2020 में हुआ था। जनवरी 2022 में एक्सपायर होनी थी। अभी करीब 6 महीने तक मरीजों के इलाज में इस्तेमाल हो सकता था। सिरप के कवर पर नॉट फॉर सेल तथा सरकार सप्लाई का मार्का है। जिससे ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की करतूत होने का अंदाजा व्यक्त किया है। मामले की जांच कमेटी से कराएंगे सीएचसी के एसएमओ डा. अरुण कालरा ने बताया कि नहर में आयरन फोलिड एसिड दवाइयों को फैंकना गंभीर मामला है। दवाइयों को कब्जे में लेकर मामले की जांच के कमेटी का गठन करेंगे। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई को अंजाम देंगे। उन्होंने बताया कि स्कूलों में भी आयरन फोलिड एसिड की सिरप सप्लाई होती हैं। जिनका बीते 17-18 महीने से इस्तेमाल नहीं हो रहा। किस स्तर पर लापरवाही हुई है, जांच के बाद ही बताना संभव होगा।
May 24, 2021

जींद में किसान नेताओं ने नहीं मानी पुलिस की अपील, हिसार में आईजी को घेरने का फैसला

जींद में किसान नेताओं ने नहीं मानी पुलिस की अपील, हिसार में आईजी को घेरने का फैसला 

जींद :  हिसार कमिश्नर कार्यालय का घेराव करने के लिए जींद जिले से भी काफी संख्या में किसान जाएंगे। पुलिस प्रशासन ने ने शनिवार को किसान नेताओं के साथ मीटिंग कर कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए हिसार घेराव में शामिल ना होने के लिए कहा था। लेकिन किसान नेताओं ने अधिकारियों की अपील को मानने से इंकार कर दिया।
भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने बताया कि 24 मई को हिसार कमिश्रर ऑफिस का घेराव करने के लिए किसान हिसार पहुंचेंगे। उनका घेराव शांतिपूर्वक होगा। अगर पुलिस उनके साथ ज्यादती करती है, तो वे भी कड़े कदम उठाएंगे। जैसा व्यवहार प्रशासन का होगा, वैसा ही उनका होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अपने वायदे से मुकरे हिसार प्रशासन के खिलाफ कमिश्नर ऑफिस का घेराव किसान और मजदूर करेंगे। जो किसानों के साथ बातचीत हुई थी, उस बातचीत में हुए समझौते के बाद भी प्रशासन ने विभिन्न धाराओं के तहत किसानों पर मामले दर्ज किए। अगर सोमवार को कमिश्नर कार्यालय के घेराव के बावजूद भी किसानों पर दर्ज मामले वापस नहीं लिए गए, तो और कड़े कदम उठाए जाएंगे।
किसान घेराव के लिए चंडीगढ़ जा सकते हैं। प्रदेशभर में थानों का घेराव करने व विधायक और सांसदों के आवासों का घेराव करने का भी फैसला लिया जा सकता है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जो फैसला लेंगे, उसी के अनुसार किसान आगे बढ़ेंगे। खटकड़ टोल पर रविवार को किसान नेताओं ने घेराव को लेकर रणनीति बनाई और फैसला लिया गया कि उचाना के हर गांव से किसान गाड़ियों से हिसार जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हिसार में सीएम मनोहर लाल का कार्यक्रम पूरी तरह से किसान, जवान को लड़वाने का षड्यंत्र था। सीएम हिसार से जा चुके थे। लेकिन सीएम के जाने के बाद भी वहां पर बैरिकेडिंग की गई थी, जैसे सीएम अभी गए नहीं हो। प्रशासन किसानों को ये समझाने में फेल रहा कि सीएम जा चुके है। किसानों को सीएम का विरोध करना था। इसलिए किसान हिसार गए थे। प्रशासन ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले फैंके। महिलाओं पर लाठीचार्ज किया।
 

Sunday, May 23, 2021

May 23, 2021

हरियाणा में एक हफ्ते का और बढ़ा लॉकडाउन, जाने क्या रहेगी नियम व शर्ते

हरियाणा में  एक हफ्ते का और  बढ़ा लॉकडाउन, जाने क्या रहेगी नियम व शर्ते 

हरियाणा सरकार ने 'महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा' की पाबंदियों को 1 हफ्ते के लिए बढा दिया है. अब ये पाबंदियां 31 मई तक लागू रहेंगी. अब सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक ऑड-इवन फॉर्मूला के आधार पर खुलेंगी दुकानें. अकेले में बनी दुकानें पूरा दिन खुली



May 23, 2021

गुरमीत राम रहीम को 48 घंटे की पैरोल के बाद भी 12 घंटे में वापस आना पड़ा सुनारिया जेल

गुरमीत राम रहीम को 48 घंटे की पैरोल के बाद भी 12 घंटे में वापस आना पड़ा सुनारिया जेल, जानिये वजह

गुरुग्राम : साध्वी यौन शोषण मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सुनारिया जेल प्रशासन ने 48 घंटे की पैरोल दी थी, लेकिन 12 घंटे के भीतर ही राम रहीम को वापस जेल आना पड़ा।

दरअसल दो दिन पहले राम रहीम को सुनारिया जेल की तरफ से अपनी बीमार मां से मिलने और देखभाल के लिए 48 घंटे की पैरोल दी गई थी। राम रहीम अपनी बीमार मां के लिए कई बार पैरोल मांग चुके हैं।

इस बार उन्होंने जेल प्रशासन से इमरजेंसी पैरोल की मांग की थी, जिसके बाद जेल प्रशासन ने जिला प्रशासन से इस बारे में जानकारी मांगी थी। वहीं राम रहीम को 48 घंटे की पैरोल दे दी गई थी।
जिसके बाद शुक्रवार की सुबह करीब सवा छह बजे राम रहीम को जेल से गुरुग्राम लेकर जाया गया और वहां मेदांता में राम रहीम की मां का इलाज चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राम रहीम को मानेसर में स्थित एक फार्म हाउस में रखा गया था।
राम रहीम को जेल से पैरोल दिये जाने के बाद स्वर्गीय पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के खूंखार कैदी को पैरोल देकर सरकार उसे वापस सिरसा लाना चाहती है।

अब बताया जा रहा है कि 48 घंटे की पैरोल मिलने के बावजूद भी राम रहीम को महज 12 घंटे ही जेल से बार रहने दिया गया। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि सुरक्षा कारणों के चलते वापस राम रहीम को जेल में लाया गया।
इससे पहले राम रहीम को स्वास्थ्य जांच के लिए रोहतक पीजीआई में भी लेकर गए थे, जहां पर करीब 21 घंटे तक राम रहीम को रखा गया था लेकिन भीड़ जुटने के अंदेशे के चलते पीजीआई प्रशासन ने वापस सुनारिया जेल भेज दिया था।
May 23, 2021

कोरोना ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर सफाई कर्मचारियों के परिवारों को 20 लाख मुआवजा

कोरोना ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर सफाई कर्मचारियों के परिवारों को 20 लाख मुआवजा
चंडीगढ : हरियाणा सरकार की ओर से कोविड काल के दौरान सफाई कर्मचारियों को कोरोना वारियर्स का दर्जा पहले ही दिया जा चुका है, वहीं अब सरकार इन्हीं सफाई कर्मचारियों के लिए एक राहत भरा फैसला लेकर आई है। ड्यूटी के दौरान मौत हो जाने की सूरत में अब उनको 20 लाख की राशि मुआवजे के तौर पर दी जाएगी। शहरी स्थानीय निकाय और गृहमन्त्री अनिल विज ने घोषणा की है कि कोरोना ड्यूटी के दौरान यदि किसी सफाई कर्मचारी की कोरोना से मौत हो जाती है तो सरकार की तरफ से उसके परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा राशि दी जाएगी। विज ने बताया कि हरियाणा सरकार ने पहले डॉक्टरों और पुलिस कर्मियों को मुआवजा राशि देने का ऐलान किया था। जिसके तहत डॉक्टरों को 50 लाख और पुलिस कर्मियों को 30 लाख देने का ऐलान पहले ही किया जा चुका है। विज ने कहा कि सरकार की तरफ से की गई ये घोषणा सफाई कर्मचारियोें को राहत देने का काम करेगी और साथ ही उन्हें अपने काम को पूरे मनोबल से पूरा करने का साहस भी देगी
*आईजी वाईपूर्ण कुमार ने दी शिकायत ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र से मांगी दवा *
कोरोना महामारी के बाद प्रदेश में आए ब्लैक फंगस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि जितने इंजेक्शन मिल सकते हैं, हमारी ओऱ से हासिल कर रहे हैं और हमने केंद्र से हरियाणा के लिए दवा मांगी है। हमने केंद्र से 12 हजार इंजेक्शन की मांग की है। वहीं बिमारी की गंभीरता को देखते हुए विदेशों से दवा मंगवाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अनिल विज ने बताया कि इस बीमारी की गंभीरता और इंजेक्शन की कमी को देखते हुए हमने एक्सपर्ट कमिटी को कहा है कि बीमारी की गंभीरता के हिसाब से मरीजों को इलाज दिया जाए। विज ने कहा को मरीज ज्यादा गंभीर हैं, उनकी इलाज पहले दिया जाए। विज ने बताया कि जो इंजेक्शन मिल रहे हैं वो जरूरत के हिसाब से बहुत कम हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पीजीआई रोहतक के वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम को ब्लैक फंगस के लिए कोई वैकल्पिक दवा खोजने की जिम्मेदारी दी है। ताकि जब ब्लैक फंगस के इंजेक्शनों की कमी है तब तक कोई वैकल्पिक दवा मरीजों को दी जा सके। 
*बीपीएल परिवारों का सारा खर्च सरकार देगी* 
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बीपीएल परिवारों के कोरोना इलाज को लेकर कहा है कि सरकार ने बहुत बड़ा फैसला लिया है। यह बीपीएल परिवार है उनके इलाज का सारा ख़र्च सरकार देगी। विज ने कहा कि ये बहुत बड़ा फैसला है और इससे गरीबों का पूरा लाभ मिलेगा।
May 23, 2021

हरियाणा में बुजुर्गों के लिए खुशखबरी, खाते में आई 2500 रुपये पेंशन

हरियाणा में बुजुर्गों के लिए खुशखबरी, खाते में आई 2500 रुपये पेंशन

चंड़ीगढ़ : प्रदेश के बजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को पेंशन वृद्धि का इंतजार खत्म हो गया है। प्रदेश सरकार ने इनकी पेंशन में में 250 रुपए की वृद्धि की हुई पेंशन खातों में पहुंच गई है। अब बुजुर्गों, विधवा, विकलांगों को पेंशन 2500 रुपये मिली है। हालांकि इसकी घोषणा पहले की थी लेकिन एक अप्रैल से यह लागू हुई है।
अब लाभार्थियों को इसी माह से बढ़ी हुई पेंशन मिलेगी। वर्तमान समय में प्रदेश में श्रेणियों के तहत कुल 29 लाख 19 हजार 104 पेंशन भोगी हैं। जिनमें से 29 लाख 624 को बैंक खातों के साथ पेंशन की अदायगी हो रही है। 29 लाख 18 हजार 921 के बैंक खाते आधार कार्ड साथ लिंक हो चुके हैं।
सरकार ने गत वर्ष पेंशन 2250 रुपए की थी। अब हरियाणा के पेंशन भोगियों को मई में मिलने वाली पेंशन 2500 रुपए के हिसाब से मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सवा साल के कार्यकाल में 500 रूपए की वृद्घि यह दर्शाती है कि हमारी गठबंधन सरकार ने चौधरी देवीलाल के विजन पर चलकर बुजुर्गों के सम्मान में ऐतिहासिक कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब जहां 1500 रूपए तथा दिल्ली 2000 रूपए प्रति माह ही बुजुर्गों को पेंशन दे रहा है वहीं हमारा राज्य अप्रैल से 2500 रूपए प्रतिमाह देने वाला राज्य होगा।
May 23, 2021

पहलवान सुशील कुमार पंजाब से गिरफ्तार, दिल्ली लेकर पहुंचेगी पुलिस

पहलवान सुशील कुमार पंजाब से गिरफ्तार, दिल्ली लेकर पहुंचेगी पुलिस

नई दिल्ली : दिल्ली में बीते दिन छात्रसाल स्टेडियम में हुई हत्या को लेकर दिल्ली पुलिस ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को पंजाब में गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने पहलवान सुशील कुमार पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

आपको बता दें कि पुलिस का पूरे मामले को लेकर कहना है कि प्रथम दृष्या जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड को सुशील पहलवान व उनके साथियों ने अंजाम दिया है। जिसको लेकर सुशील से पूछताछ करनी जरूरी है। फिल्हाल पुलिस ने इस हत्याकांड को लेकर प्रिंस दलाल नामक युवक को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने मौके से एक डबल बैरल गन भी बरामद की थी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि मंगलवार की देर रात मॉडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानो के दो गुटों में झगड़ा हुआ था। झगड़ा इतना बढ़ गया था कि सागर, सोनू महाल और अमित कुमार घायल हो गए थे। इस बीच सागर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। वहीं अन्य का इलाज चल रहा है।
प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला है कि मॉडल टाउन में सुशील पहलवान का एक फ्लैट है जो उन्होंने सागर को रहने के लिए दिया था। हाल ही में उसने सागर को यह फ्लैट खाली करने के लिए कहा था। इसे लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते मंगलवार रात सागर की पीट पीटकर हत्या कर दी गई।
वहीं बता दें कि मरने वाला सागर मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला था। उसके पिता दिल्ली पुलिस में हवलदार है। वह कुश्ती में जूनियर नेशनल चैंपियन रह चुका है। वह दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में प्रैक्टिस करता था। वह सीनियर नेशनल कैम्प का हिस्सा था। घायल हुआ उसका साथी सोनू महाल कुख्यात बदमाश काला जठेड़ी का साथी है। वह हत्या एवं लूट के मामले में पहले गिरफ्तार हो चुका है।
May 23, 2021

अंग्रेजी दवाओं के खिलाफ बोलकर फंसे रामदेव! IMA ने कहा- नफ़रत फैला रहे हैं, इनपर केस दर्ज हो

अंग्रेजी दवाओं के खिलाफ बोलकर फंसे रामदेव! IMA ने कहा- नफ़रत फैला रहे हैं, इनपर केस दर्ज हो

नई दिल्ली : कोरोना महामारी से लड़ने में स्वास्थ्य विभाग हर संभव तरीके से लगा हुआ है। देश के तमाम डॉक्टर, नर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स सीमित संसाधनों और भारी-भरकम मानसिक दबाव के बीच काम कर रहे हैं।
ऐसे में रामदेव ने एलोपैथी के डॉक्टरों, वैज्ञानिकों के मनोबल को तोड़ने वाला बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है।
रामदेव इस वीडियो में साफ साफ कहते नजर आ रहे हैं कि,
“लाखों लोगों की मौत एलोपैथी की दवा खाने से हुई है। जितने लोगों की मौत हॉस्पिटल ना जाने की वजह से हुई है, ऑक्सीजन ना मिलने के वजह से हुई है, उससे ज्यादा मौतें एलोपैथी की दवाइयां खाने से हुई हैं।”
बाबा रामदेव के इस बयान के आने के बाद से डॉक्टरों के मन में जायज़ गुस्सा है।
नई दिल्ली के VMMC और सफदरजंग हॉस्पिटल के रेसिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसियेशन ने बाबा रामदेव के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए उनके बयानों को मद्देनजर रखते हुए महामारी रोग अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज करने की मांग की है।
रेसिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसियेशन के बयान में लिखा गया है कि एलोपैथी चिकित्सा शैली पर इस तरह की टिप्पणी विज्ञान का तिरस्कार है।
बाबा रामदेव जैसे प्रसिद्ध व्यकतित्व से जब इस तरह के बयान सामने आते हैं तो संभव है कि समाज के कुछ हिस्सों में इससे नफरत भड़क उठे।
एक तरफ एलोपैथी के सभी कर्मचारी पूरी जान लगा कर कोविड19 के खिलाफ अपनी परवाह किए बिना दिन रात लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ बाबा रामदेव के इस तरह आपत्तिजनक बयान सामने आ रहे।
इससे फ्रंटलाइन पर काम कर रहे लाखों कर्मचारियों के मनोबल औऱ ऊर्जा को हानि पहुंचेगी।
डॉक्टरों के इस संयुक्त ने बाबा रामदेव की टिप्पणी को हेट स्पीच की श्रेणी में रखकर कार्यवाही करने की मांग की गई है। बाबा रामदेव निशचित तौर पर आयुर्वेद के समर्थक हैं और अपने ब्रांड पतंजलि से भी इसका प्रचार करते नहीं थकते हैं।
साथ ही कोरोना महामारी के फैलने के बाद उन्होंने कोरोनिल किट लॉन्च की। कोरोनिल किट कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए कितनी कारगर है इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन फिर भी टीवी पर चलने वाले प्रचारों के वजह से ग्रामीणों में इसे लेकर भ्रम बना हुआ है।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद सरकार की नाकामी किसी से छुपी नहीं है, लेकिन फिर भी रामदेव बाबा ने डॉक्टरों और वैज्ञानिकों पर सवाल खड़ा किया।
बाबा रामदेव का बयान पूरी स्वास्थ्य प्रणाली और लाखों की तादाद में दिन रात काम कर रहे स्वास्थ कर्मियों की नीयत पर सवाल खड़ा करने के समान है।
अब देखना ये है कि क्या इस तरह के लापरवाही भरे और नफरत भड़काने वाले बयान पर उन पर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी या नहीं।
May 23, 2021

हरियाणा के इस जिले में अपनों की अस्थियां भी लेने नहीं आ रहे परिजन

कोरोना का खौफ ऐसा की हरियाणा के इस जिले में अपनों की अस्थियां भी लेने नहीं आ रहे परिजन

फरीदाबाद : कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को ऐसे तोड़ा की श्मशान घाट में जलने वाली चिताओं के बाद अपनों की अस्थियों को भी ले जाने से लोग कतराने लगे हैं। बल्लभगढ़ के तिगांव रोड स्थित श्मशान घाट में 60 से 70 ऐसी अस्थिया हैं। जिन्हें लोग लेने अभी तक नहीं आए।

बता दें कि हिंदू धर्म के अनुसार चिता जलने के बाद अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया जाता है पर कोरोना महामारी ने लोगों के अंदर ऐसा भय पैदा कर दिया है कि लोग अब अपनों की अस्थियां श्मशान घाट से लेने भी नहीं आ रहे। श्मशान घाट के प्रबंधक दिनेश देशवाल की मानें तो यहां रखी ये अस्थियां उन लोगों की हैं जिनकी कोरोना से मौत हुई है। इनमें कुछ ऐसी भी हैं जो दिल्ली, गुरुग्राम, यूपी के लोग फरीदाबाद के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित होने पर भर्ती हुए थे और उनकी अस्पताल में ही मौत हो गई। उनका भी अंतिम संस्कार इस श्मशान घाट में किया गया था। जिनकी अस्थिया यहां रखी हुई हैं।
दिनेश देशवाल ने बताया कि हमारी परंपरा के अनुसार इन अस्तियों को गंगा में प्रवाहित किया जाता है पर पिछले 1 महीने से ये अस्थियां इस श्मशान घाट में ऐसे ही रखी हुई हैं। इन अस्थियों के परिवार वालों को फोन करके इन्हें ले जाने के लिए कहा जाता है तो वे लोग कोरोना, लॉकडाउन और बीमारी का बहाना बनाने लग जाते हैं। इन अस्थियों को लेकर दिनेश देशवाल ने ये भी कहा कि अगर लोग इन अस्थियों को लेने नहीं आते तो वह खुद इन्हें अपने श्मशान घाट के कमेटी के लोगों के साथ मिलकर गंगा में हिंदू धर्म अनुसार प्रवाहित कर देंगे।
May 23, 2021

पंजाब कांग्रेस के नए प्रधान होंगे सिद्धू?

पंजाब कांग्रेस के नए प्रधान होंगे सिद्धू? 

चंडीगढ़ : विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में अंदर की उथल-पुथल बढ़ती जा रही है। कहीं न कहीं अब पंजाब में कांग्रेस विभाजित होती नजर आ रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टकराव की स्थिति किस मोड़ पर जाकर क्या परिणाम देगी?..कुछ नहीं कहा जा सकता| वहीं, खबर यह भी है कि नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा अन्य पार्टी नेताओं में भी कैप्टन से नाराजगी का माहौल है। इस बीच यह चर्चा भी खूब जोरों पर है कि पार्टी में शांति कायम करने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का नया प्रधान बनाया जा सकता है।
बतादें कि, अभी पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ हैं और अब उनकी जगह नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश प्रधान बनने की बात उछल रही है। कहा जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू लोगों के बीच एक मशहूर चेहरा हैं और वह अपने जरिये चुनाव में कांग्रेस को लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं। फिलहाल, पार्टी में कई नेताओं का यह भी मानना है कि नवजोत सिंह सिद्धू पर पार्टी को ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। सिद्धू सिर्फ अमृतसर तक ही सीमित हैं…उनके तिरछे चलने से पार्टी की फिजा पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला ।
सिद्धू सिर्फ दबाव बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
इन नेताओं का कहना है कि पंजाब में पार्टी के पास अभी कैप्टन से बड़ा चेहरा नहीं है। पार्टी कैप्टन को नजरअंदाज करती है, तो उसके लिए जीत आसान नहीं होगी। इधर, पार्टी भी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार के बाद पंजाब पार्टी नेतृत्व कैप्टन पर दबाव डालने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है । ऐसे में पार्टी को अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री कैप्टन के नेतृत्व में ही लड़ना होगा।
पार्टी हाईकमान को भी लगता है कि कैप्टन ही पंजाब में उसकी नैया को पार लगा सकते हैं। कांग्रेस मानती है कि किसान आंदोलन के बाद भाजपा को पंजाब चुनाव में बहुत ज्यादा कुछ मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में तमाम नाराजगी के बावजूद सिद्धू कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ेंगे और कैप्टन के सहारे ही पंजाब में कांग्रेस की दोबारा वापसी हो सकेगी। लेकिन पार्टी हाईकमान सिद्धू वाली टेंशन को भी दूर करने में जुटी हुई है। पार्टी हाईकमान को डर है कि यहां कांग्रेस में यह आपसी कलह चुनाव में कहीं न कहीं तो नुकसान पहुंचाने का काम कर ही सकती है । ऐसे में पार्टी हाईकमान कोई रिस्क नहीं लेना चाहती।
बतादें कि, इससे पहले चर्चा चली थी नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस छोड़कर दोबारा भाजपा में जायेंगे।लेकिन इसी बीच पंजाब कांग्रेस के प्रभारी बनकर आये उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने सिद्धू को मनाने की पुरजोर कोशिश की और वह एक पल इसमें सफल होते हुए भी नजर आये। सिद्धू जो कैप्टन से दूरी बनाकर रखे हुए थे। दोनों ने साथ बैठकर लंच किया और बाद में भी काफी दिन साथ-साथ दिखे। परन्तु यह सब ज्यादा दिन तक नहीं चल सका। नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर फिर बदल गए। अब देखना तो यह होगा कि सिद्धू के तेवर ठीक करने के लिए कांग्रेस क्या करती है और जैसे कि यह चर्चा जोरों पर है कि उन्हें पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनाया जा सकता है तो क्या ऐसा होगा…?

Saturday, May 22, 2021

May 22, 2021

खेत में बने कमरे में चोरी-छिपे बेच रहा था शराब

खेत में बने कमरे में चोरी-छिपे बेच रहा था शराब, 432 बोतल के साथ आरोपी गिरफ्तार

जींद (संजय तिरँगाधारी ): हरियाणा के जिला जींद के गांव खरकरामजी में एक शख्स खेतों में बने कमरे में चोरी-छिपे शराब बेचते हुए गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से शराब की 432 बोतल बरामद की गई है। वहीं एक अन्य मामले में आरोपी ने कमरे में ही एक अवैध शराब की भट्टी बना रखी थी, जहां से के साथ भारी मात्रा में लाहन बरामद की गई है।
थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि जींद सदर थाना की टीम अपराधों की रोकथाम के लिए सिंधवी खेड़ा गांव में मौजूद थी। उनको गुप्त सूचना मिली कि अनिल वासी खरकरामजी अपने खेत में बने कमरे में अवैध शराब बेच रहा है। जिस सूचना पर टीम द्वारा मौके पर जाकर रेड की गई व आरोपी अनिल को काबू करके उसके कब्जे से 432 बोतल अवैध शराब बरामद की गई है। आरोपी के खिलाफ थाना सदर जींद में कोरोना महामारी के दौरान सरकार द्वारा जारी आदेशों की अवहेलना करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम व आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि थाना सदर के अंतर्गत पुलिस चौकी सीआरएसयू इंचार्ज मोनिका देवी ने गुप्त सूचना के आधार पर गावं असरफगढ़ से नाजायज शराब बनाते हुए चलती भट्टी सहित आरोपी सुरेन्द्र वासी असरफगढ़ को काबू करके उसके कब्जे से 60 लीटर लाहण बरामद किया है। आरोपी के खिलाफ थाना सदर जीन्द में आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। 
(हरियाणा की खबरें फेसबुक, ट्विटर ,टेलीग्राम ,इंस्टाग्राम ,यूट्यूब पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर ( www.haryanabulletinnews.com सर्च करें।)


May 22, 2021

मध्य प्रदेश से नशा खरीद कर पंजाब व हरियाणा में करता था सप्लाई

मध्य प्रदेश से नशा खरीद कर पंजाब व हरियाणा में करता था सप्लाई

कैथल : सीआईए-टू पुलिस ने एक अंतराज्जीय नशा तस्करी रैकेट को भंडाफोड़ कर ड्रेन पुल चीका रोड कैथल के पास से एक बंद बॉडी आयशर कैंटर चालक को काबू किया है। वहीं कैंटर की बॉडी अंदर स्पेशल तौर पर नशा तस्करी के लिए तैयार करवाए गए गुप्त केबिन से करीब 6.50 लाख रुपये मूल्य का 128 किलो 600 ग्राम डोडापोस्त बरामद किया गया। सीआईए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर सोमबीर की अगुवाई में सहायक उपनिरिक्षक प्रदीप कुमार की टीम सरकारी गाड़ी पर रात्रीकालीन गश्त दौरान ड्रेन पुल चीका रोड़ कैथल के पास मौजूद थी। गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिलने उपरांत पुलिस द्वारा यहीं पर नाकाबंदी करके कैथल साइड से आने वाले बंद बॉडी आयशर कैंटर की विशेष तौर पर निगरानी करनी शुरू की गई। जहां कुछ समय बाद कैंटर नंबर एचआर38आर-7691 के चालक सोहन लाल उर्फ मोनी निवासी अगौंध हाल निवासी चीका को काबू कर लिया गया
एसपी ने बताया कि पुलिस द्वारा दी गई सूचना उपरांत मौके पर पहुंचे एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार कैथल ईश्वर सिंह के समक्ष रात्रि समय संदिगध कैंटर व चालक की नियमानुसार कार्रवाई तहत तलाशी ली गई। जिसके दौरान बंद बॉडी का लॉक खुलवाने उपरांत बंद बॉडी अंदर मात्र 8 पुराने टायर पड़े मिले। पुलिस ने जब बारीकी से जांच की तो जांच के दौरान बंद बॉडी कैंटर अंदर लोहे की चद्दर वैल्ड करवा कर एक गुप्त केबिन बने होने का शक हुआ। इसके बाद पुलिस द्वारा बंद बॉडी के उपर से तिरपाल हटाकर चेक करने उपरांत लोहा प्लेट पर दो नट लगे हुए मिले। दोनों नटों को खोलकर उपरी लोहा प्लेट हटाने उपरांत उक्त गुप्त केबिन के अदंर खुले तौर पर भरा गया डोडा पोस्त बरामद हुआ। इसको जांच के दौरान डोडा पोस्त को 7 कट्टों में भरकर वजन किया गया तो तस्कर के कब्जे से करीब 6.5 लाख रुपये मूल्य का 128 किलो 600 ग्राम डोडापोस्त बरामद हुआ। 

थाना शहर में मामला दर्ज करके आरोपी को मौके पर पहुंचे सीआईए-टू पुलिस के सहायक उपनिरिक्षक दलशेर सिंह द्वारा गिरफ्तार करके डोडा पोस्त व कैंटर को जब्त कर लिया गया। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि आयशर कैंटर के मालिक गुरमीत सिंह उर्फ मीतु निवासी अगौंध के द्वारा नशे की तस्करी करने के लिए अपने उपरोक्त आयशर कैंटर की खुली बॉडी उतरवा कर बंद बॉडी लगवाई गई। इसके दौरान बॉडी के अगले हिस्से में लोहे की चद्दर वैल्ड करवा कर गोपनीय केबिन तैयार करवाया गया था। गुप्त केबिन में कैंटर बॉडी की अगली साइड बाई तरफ अंदर रखे नशे की निकासी के लिए विशेष जगह बनाई गई थी। नशे की तस्करी करने के लिए आरोपी गुरमीत द्वारा कैंटर पर माहिर चालक मोहन लाल को बतौर चालक नियुक्त किया हुआ था, जो मध्य प्रदेश से नशा खरीद कर पंजाब व हरियाणा में नशा सप्लाई का धंधा करते थे।
May 22, 2021

स्ट्राइड का रिकार्ड मेनटेन नहीं मिलने पर तीन मेडिकल स्टोर सील, कई जगह की गई जांच

स्ट्राइड का रिकार्ड मेनटेन नहीं मिलने पर तीन मेडिकल स्टोर सील, कई जगह की गई जांच

रेवाडी : कोरोना वायरस के साथ उभरकर निकलने ब्लैक फंगस को लेकर अब स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह एक्टिव हो गया है। शुक्रवार को स्ट्राइड का स्टोक मेनटेन नहीं मिलने पर ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर की टीम ने तीन मेडिकल स्टोर को सील कर दिया। इसके अलावा भी काफी सारे मेडिकल स्टोर पर जांच की गई। टीम की कार्रवाई से दिनभर मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मचा रहा। तीन दिन पहले ही प्रशासन ने बगैर डॉक्टर की प्रिस्क्रप्शिन के उसकी बिक्री पर रोक लगाने के साथ ही मेडिकल स्टोर संचालकों को रिकार्ड मेनटेन रखने का आदेश दिया था। इसमें लापरवाही बरतने पर लाइसेंस रद्द करने के साथ एफआईआर दर्ज करने की भी बात की थी। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिल रही थी कि कुछ मेडिकल स्टोर पर स्ट्राइड का स्टोक मेनटेन नहीं रखा जा रहा है। कुछ इसकी बिक्री अब भी कर रहे है। इसके बाद ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर अमनदीप चौहान सुबह ही शहर के मेडिकल स्टोर पर जांच करने के लिए निकले। सबसे पहले विराट अस्पताल के साथ औम मेडिकल स्टोर व उसके सामने पारस मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। इस दौरान स्ट्राइड का स्टोक चेक किया तो दोनों ही मेडिकल स्टोर पर स्टाक मेनटेन नहीं मिला। उसके बाद ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर ने दोनों मेडिकल स्टोर को सील कर दिया है। इसके साथ ही आगामी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। वहीं उसके बाद यह टीम कसौला चौक पर श्री श्याम मेडिकल स्टोर पर पहुंची। यहां भी स्ट्राइड का स्टोक मेनटेन नहीं मिलने पर मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया है। इसके साथ ही और भी कई मेडिकल स्टोर पर जांच की गई, जहां स्टॉक मेनटेन मिला

डीसी ने लाइसेंस रद्द के साथ दी थी एफआईआर की चेतावनी कोरोना के बीच ब्लैक फंगस के रूप में सामने आई नई चुनौती से निपटने के लिए कुछ दिन से सरकार के निर्देश पर प्रशासन पूरी तरह एक्टिव है। डीसी यशेन्द्र सिंह ने मैडिकल स्टोर संचालकों को 18 मई को आदेश दिया था कि संकटकाल में दवाओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला में अब बगैर डॉक्टर की सलाह प्रिस्क्रप्शिन के स्टेरॉयडस की बिक्री नहीं होगी। जिले में कोई भी मैडिकल स्टोर बगैर डॉक्टर की प्रिस्क्रप्शिन के स्ट्राइड बेचते पाये जाने पर लाईसैंस रद्द करने के साथ एफआईआर भी दर्ज कराने के आदेश दिए थे। तीन संदिग्ध केस आ चुके सामने कोरोना के बीच जिले में ब्लैक फंगस के तीन संदिग्ध केस सामने आ चुके है। तीनों ही केस 18 मई को सामने आए थे। उसके बाद तीनों को हायर सेटर रेफर कर दिया गया था। इसके अलावा भी कुछ ऐसे मरीज सामने आए है, जो कोविड से ठीक होने के बाद आंखों में जलन या सूजन से परेशान है। हालांकि अभी तक जिले में ब्लैक फंगस का कोई कंफर्म केस नहीं है।
May 22, 2021

जींद में ओवरचार्जिंग की शिकायत पर बालाजी अस्पताल पर छापा

जींद में ओवरचार्जिंग की शिकायत पर बालाजी अस्पताल पर छापा

जींद : रोहतक रोड स्थित बाला जी अस्पताल में उपचाराधीन मरीज से ओवरचार्जिंग की शिकायत पर काला बाजारी रोकने के नोडल अधिकारी एवं रोडवेज महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार सायं छापेमारी की। टीम ने यहां उपचार करवा रहे कोविड मरीजों का डाटा एकत्रित किया और रिकार्ड को कब्जे में ले लिया। इसके साथ ही यहां मरीजों को दी जा रही दवाओं की भी सूची भी तैयार की गई। टीम द्वारा जांच के बाद ही रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की बात कही है। बाला जी अस्पताल में कोविड मरीजों का उपचार किया जाता है। निजी अस्पताल कोविड-19 उपचार की एवज में ज्यादा रुपये न वसूलें, इसके लिए दाम निर्धारित किए गए हैं लेकिन निजी चिकित्सालयों की मनमानी मरीजों तथा परिजनों पर अक्सर भारी पड़ जाती है। इसी के चलते अस्पताल में उपचाराधीन मरीज के परिजन ने डीसी को शिकायत दी थी कि बाला जी अस्पताल में कोविड उपचार के नाम पर ओवरचार्जिंग की जा रही है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए रोडवेज जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा, नागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ डा. रघुवीर पूनिया, जिला औषधि नियंत्रक डा. मनदीप मान तथा आईएमए महासचिव डा. सुशील मंगला की टीम मौके पर पहुंची और अस्पताल रिकार्ड, इंडोर फाइल, इंडो रजिस्टर, ओपीडी रजिस्टर, लैब रजिस्टर, डेली डायरी आदि रिकार्ड को कब्जे में ले लिया। टीम द्वारा यहां पाया गया कि कोविड के कुल 36 मरीज भर्ती हैं। टीम ने मरीजों की दी जाने वाली दवा संबंधित रिकार्ड भी टीम ने कब्जे में लिया। इसके साथ ही यहां न तो स्वास्थ्यकर्मी पीपी किट पहने मिले और न ही उपचार संबंधित अन्य सुविधाएं पाई गई।
अप्रैल से अबतक भर्ती सभी मरीजों से की जाएगी पूछताछ ओवरचार्जिंग को लेकर टीम ने सख्ती भरा रूख अपनाया है। टीम द्वारा अप्रैल माह से अबतक जितने भी कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है सभी से पूछताछ की जाएगी। इस दौरान यह जांचा जाएगा कि निजी अस्पताल द्वारा इन मरीजों से कोविड उपचार के नाम पर कहीं ओवरचार्जिंग तो नहीं की गई है। यदि ऐसा पाया जाता है तो अस्पताल संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आईएमए ने किए हैं रेट निर्धारित आईएमए महासचिव डा. सुशील मंगला ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए आईएमए ने जिले में जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए रेटों में 20 प्रतिशत की कटौती की हुई है। साथ ही सिटी स्कैन की कीमत में भी काफी कमी की गई है। सिटी स्कैन जहां चार हजार रुपये में किया जा रहा था जिसकी फीस अब घटा कर 2800 रुपये कर दी गई है। इसके अलावा उपचार खर्च में भी कटौती की गई है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि यह सेवा का समय है। अस्पताल रिकार्ड को कब्जे में ले जांच शुरू : जीएम जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने बताया कि शिकायत मिली थी कि कोविड उपचार के नाम पर बालाजी अस्पताल में ओवरचार्जिंग की जा रही है। शिकायत के आधार पर अस्पताल में छापेमारी कर रिकार्ड को कब्जे में लिया है। इसके अलावा मरीजों को दी जा रही दवाओं की भी डिटेल तैयार करवाई गई है। उपचाराधीन मरीजों व ठीक होकर जा रहे मरीजों से ओवरचार्जिंग को लेकर पूछताछ की जा रही है। यदि कहीं भी लापरवाही पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
May 22, 2021

करोना माहामारी के चलते गांव निडानी को किया गया सेनेटाइज

करोना माहामारी के चलते गांव निडानी को किया गया सेनेटाइज


जींद : करोना माहामारी के चलते आज बराह मण्डल के गांव निडानी, पड़ाना में गांव को सेनेटैज किया है महामारी से निपटने के लिए जो भी प्रयास संभव है वे किए जा रहे हैं इस कार्य को करने में लगे हर व्यक्ति का मैं तह दिल से शुरु गुजर हूं। कार्य करवाने में बराह मण्डल के अध्यक्ष श्री महावीर पाथरी जी मण्डल के महामंत्री दलबीर सिंह पड़ाना, वरिष्ट उपाध्यक्ष हरकेश शर्मा जी गांव निडानी के ग्राम सचिव श्री रामनिवास नेहरा जी जो की आपने पद की जिम्मेदारी को अच्छे से निभा रहे हैं। बड़ी ही ईमानदारी के साथ कार्य को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं।गांव निडानी के  समशेर सिंह जी आपनी सूझ बूझ से गांव में बीमारी की रोक थाम के लिए कार्य कर रहे है।
May 22, 2021

करोना महामारी में आपनी सेवा दे रहे बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ता

करोना महामारी में आपनी सेवा दे रहे बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ता


जींद : बराह मण्डल के बीजेपी महामंत्री दलबीर सिंह पड़ाना ने बताया की मण्डल के अध्यक्ष  महावीर पाथरी के आदेशा अनुसार उनके मण्डल के 25 गांव में इस करोना महामारी से बचने के लिए जो टीम बनाई गई थी वह टीम आपने कार्य पर तैनात हैं। हर दिन हर समय इस कार्य में लगे मण्डल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरकेश शर्मा ,युवा मोर्चा के अध्यक्ष आनंद शर्मा जी,महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती रामदुलारी  आपनी जिमेवरी को बड़ी ही सान से निभा रहे हैं।ओर जिस भी व्यक्ति को मास्क, सेनेटाइज कुछ दवाइयों की जरूरत होती है उनको देने का कार्य करते हैं मण्डल के हर गांव के ग्राम सचिव को फोन करके या उनसे मिलकर गांव को सेनेटैज करने का कार्य भी तेजी से कर रहे हैं। कुछ गांव की पंचायतें इस काम के लिए तैयार नहीं हैं उस गांव में मण्डल के कार्यकर्ता आपनी सेवा दे रहे हैं।
May 22, 2021

ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला तो खेतों में पेड़ों के नीचे जा बैठा युवक

ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला तो खेतों में पेड़ों के नीचे जा बैठा युवक

तीन दिन में कोरोना को हराया


पानीपत : कोरोना महामारी के चलते ऑक्सीजन सिलेंडर मिल पाना मुश्किल हो रहा है और बिना ऑक्सीजन के लोगों की जान जा रही है। लेकिन पानीपत के एक युवक ने प्राकृतिक ऑक्सीजन पाकर कोरोना को मात दी है।
जी हां, पानीपत के नंगला गांव निवासी प्रदीप कुमार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। प्रदीप कुमार एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। करीब दस दिन पहले प्रदीप कुमार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी।

प्रदीप कुमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद होम आईसोलेट किया गया था, लेकिन कुछ समय में ही प्रदीप की तबीयत बिगड़ने लगी और ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा। प्रदीप को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
ऑक्सीजन लेवल घटता देख प्रदीप के परिजनों ने ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए कई जगह हाथ पैर मारे लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला जिसके बाद प्रदीप कुमार अपने खेतों में पेड़ों के नीचे जा बैठे।

खेतों में प्रदीप कुमार ने रोजाना 8 से 10 घंटे तक पेड़ों के नीचे गुजारे, परिजनों ने प्रदीप का खाना खेतों में ही पहुंचा दिया। तीन दिन में वहां पर प्रदीप की ऑक्सीजन लेवल सामान्य हो गया। धीरे धीरे सीने का दर्द भी सही हो गया।
इसके बाद जब प्रदीप को लगा की उसकी सेहत में काफी सुधार है और उसको किसी प्रकार की अब दिक्कत नहीं है तो उसके बाद प्रदीप ने अपना कोरोना टेस्ट करवाया जिसमें उसकी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई।

आर्य डिग्री कॉलेज के बॉटनी डिपार्टमेंट के हैड डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि उनका पूरा परिवार कोरोना से पीड़ित था। डॉक्टरों की सलाह पर दवाई लेने के साथ सभी ने अधिकतर समय खेतों और पेड़ों के नीचे बिताया।
May 22, 2021

जींद के प्रख्यात सारंगी वादक मजीद खां का निधन

जींद के प्रख्यात सारंगी वादक मजीद खां का निधन


जींद : ( संजय कुमार ) जिले के शाहपुर गांव निवासी प्रख्यात सारंगी वादक मजीद खां साहब के निधन पर सर्व रंगकर्मी लोक कलाकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं सरस्वती कला मंच जुलाना के अध्यक्ष रवि शंकर शर्मा ने गहरा शोक व्यक्त किया है और उनके निधन को हरियाणवी लोक कला जगत की एक महान तर्कशक्ति बताया है। रविशंकर शर्मा ने सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी मांग की है उन्होंने बताया कि मजीद खान साहब जिनकी आयु 87 वर्ष थी ने सारंगी वादन में प्रदेश में देश के कोने कोने तक हर हरियाणवी संस्कृति को जन जन तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। इन्हे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता मजीद हालांकि बहुत गरीब थे मगर गरीब होते हुए भी एक लंबा संघर्ष करते हुए अपने कला के हुनर के माध्यम से लोक कला संस्कृति के लिए लंबे समय तक कार्य किया। उन्होंने कहा कि 10 दिन पहले उनके बड़े सुपुत्र साधु राम की भी कोरोना के कारण मौत हो गई और परिवार में कोई भी कमाने वाला नहीं रहा , जिसके चलते मजीद खान का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इसलिए वे सरकार से मांग करते हैं कि मजीद खां के परिवार के साथ साथ और देश के उन सभी कलाकारों को चिकित्सा सुविधा वह आर्थिक मदद मुहैया करवाई जाए। जो बीमारी व आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कई सालों से सर्व रंगकर्मी लोक कलाकार संघ हरियाणा के लोक कलाकारों को जिन्होंने अपनी कला के माध्यम से संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाया है और वे बूढ़े हो चुके हैं।
उनका स्वास्थ्य बीमा आर्थिक मदद पेंशन सुविधा वरिष्ठ खिलाड़ियों की तर्ज पर वरिष्ठ कलाकारों के बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देने वह नियमित तौर पर कार्यक्रम उपलब्ध करवाने जैसी मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री से करते आ रहे हैं । तीन प्रमुख मांगों में संघ ने माननीय मुख्यमंत्री जी से बैठकर विरासत को जिंदा रखने की प्रमुख मांग की थी मगर आज तक कोई भी कदम सरकार की तरफ से नहीं उठाया गया। आज जबकि लगभग डेढ़ साल से प्रदेश के कलाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं जिन्हें कोई भी स्वास्थ्य सुविधा वह आर्थिक मदद सरकार से नहीं मिली इसलिए संघ सरकार से मांग करता है कि पूर्ण काल के चलते वरिष्ठ कलाकारों के परिवारों को स्वास्थ्य सुविधा एवं आर्थिक सुविधा जल्द से जल्द दी जाए। ताकि प्रदेश के कलाकार जो आज कठिन दौर से गुजर रहे हैं । उनको मदद मिल सके लोक कलाकार संघ के कलाकारों ने स्वर्गीय मजीद खां साहब को श्रद्धांजलि देते हुए श्रद्धांजलि भी दी और 2 मिनट का मौन भी रखा। इस मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रविशंकर शर्मा, अंकित शर्मा, गौतम सत्यराज, दीपक आर्य, मनीषा नागर, सुमन ढिल्लो , सत्यवान रोहिल्ला, ज्योति प्रजापत, सहित अन्य कलाकार मौजूद रहे।
May 22, 2021

किसान को थमा दिए 10-10 रुपए के 17 हजार के सिक्के

किसान को थमा दिए 10-10 रुपए के 17 हजार के सिक्के 

पहले जमा कराने को कहा, अब खड़े कर दिए हाथ


जींद / सफीदों : बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा एक अजीबोगरीब कारनामा किया गया है। मामला हरियाणा में जींद जिले के सफीदों में सामने आया। शहर में महात्मा गांधी रोड पर बैंक की शाखा है। जहां एक किसान को 10-10 रुपए के 17 हजार रुपए के सिक्के थमा दिए गए और अब वापस जमा करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। पीड़ित किसान ने प्रशासन और बैंक अधिकारियों को मामले की शिकायत देकर इंसाफ देने और कार्रवाई करने की मांग की है।

पीड़ित किसान गांव मलार निवासी वजीर ने बताया कि उसकी फसल की करीब एक लाख रुपए की पेमेंट बैंक में आई थी। वह पेमेंट निकलवाने गया तो बैंक ने उसे 17 हजार रुपए के 10-10 रुपए के सिक्के थमा दिए। उसने कहा कि वह इनका क्या करेगा तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि अभी ले जाए। अगर नहीं चलते तो बैंक में वापस जमा कर देना।
काफी कोशिशों के बाद भी इतने सिक्के किसी ने नहीं लिए तो वह बैंक में जमा कराने आया। लेकिन बैंक कर्मियों ने कहा कि वह एक साथ इतने सिक्के जमा नहीं कर सकते। हर रोज 1000 के सिक्के जमा कराएं। उसने कहा कि कोरोना काल चल रहा है और सख्ती के कारण रोज आना-जाना संभव नहीं। हर रोज 1000 जमा कराने यानी उसे लगातार 17 दिन आना पड़ेगा।
किसान ने बताया कि उसकी सुनवाई नहीं हो रही है और न ही बैंक में कोई सहयोग कर रहा है। इसलिए उसने अधिकारियों को मामले की शिकायत दी है।
May 22, 2021

पंचकूला के इस अस्पताल पर लगा महामारी में मुनाफाखोरी का आरोप, स्वास्थ्य मंत्री ने बनाई जांच कमेटी

पंचकूला के इस अस्पताल पर लगा महामारी में मुनाफाखोरी का आरोप, स्वास्थ्य मंत्री ने बनाई जांच कमेटी


पंचकुला : 18 मई को हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने पंचकूला के पारस अस्पताल को लेकर कई खुलासे किए थे। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि अस्पताल कोविड मरीजों से मनमानी फीस वसूल रहा है। ऐसे अस्पतालों के लाइसेंस रद्द होने चाहिए । अब इस पूरे मामले में गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने संज्ञान लिया है.. अनिल विज ने विधानसभा स्पीकर की चिट्ठी पर एक कमेटी गठित करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने आईएएस डॉ. शालीन (महानिदेश, चिकित्सा शिक्षा विभाग) की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है।
इस कमेटी में डॉ. वीके बंसल (अतिरिक्त महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं विभाग) और वित्त विभाग के मुख्य लेखा अधिकारी स्तर का एक अधिकारी शामिल होगा.. गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने पंचकूला के पारस अस्पताल पर लोगों से इलाज के कई गुना पैसे वसूलने का खुलासा किया था। विधानसभा स्पीकर ने कहा था कि इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखेंगे, जिसमें ऐसे असपतालों का लाइसेंस रद्द करने और कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
May 22, 2021

ऑक्सीजन देने से मना किया, कंपनी मालिक एवं कर्मचारियों पर केस दर्ज

ऑक्सीजन देने से मना किया, कंपनी मालिक एवं कर्मचारियों पर केस दर्ज

सोनीपत ; बहालगढ़ स्थित दिव्या एयर प्रोडेक्ट कंपनी के खिलाफ कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन देने से मना करने के साथ ही कंपनी के मालिक व कर्मियों पर सुरक्षा में तैनात पुलिस टीम से अभद्रता करने के आरोप लगे हैं। इसे लेकर राई थाना में कंपनी के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। एक मामले में सोनीपत जिलाधीश की तरफ से शिकायत पत्र दिया गया है तो दूसरे मामले में एसआई की शिकायत पर केस दर्ज हुआ है। राई थाना पुलिस दोनों मामलों में जांच कर रही है। डीसी श्यामलाल पूनिया की तरफ से राई थाना में शिकायत भेजी गई है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए दिव्या एयर प्रोडक्ट कंपनी से ऑक्सीजन मुहैया करानी थी। इसके लिए डीसी ने आदेश जारी कर 3 मई को राई औद्योगिक क्षेत्र के एजीएम ऋषि चौहान की कंपनी में ड्यूटी लगाई थी। बाद में एजीएम ऋषि चौहान ने डीसी को 8 मई को पत्र भेजकर सूचित किया था कि दिव्या एयर प्रोडक्टस कंपनी में फर्म संचालक की तरफ से ऑक्सीजन देने से इंकार कर दिया है। डीसी श्यामलाल पूनिया ने प्लांट के खिलाफ राई थाना में शिकायत दी। पुलिस ने कानूनी राय लेने के बाद उसके आधार पर प्लांट के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। 
एसआई ने दर्ज कराया अभद्रता व सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मुकदमा एसआई गगनदीप सिंह ने राई थाना की बहालगढ़ चौकी में पुलिस को बताया था कि वह एसपी के आदेश पर अपनी टीम के साथ 29 अप्रैल को दिव्या ऑक्सीजन प्लांट पर सुरक्षा के तैनात थे। यहां पर बीडीपीओ राजेश ड्यूटी मजिस्ट्रेट थे। उन्होंने बताया कि उस रात प्लांट के दो कर्मचारी आपस में झगड़ा कर रहे थे। जब वह उनका बीच बचाव करने लगे तो एक कर्मचारी ने उनका गला पकड़ लिया था और गाली-गलौज की थी। काफी समझाने पर भी वह नहीं माना था और अन्य कर्मियों को बुला लिया था। इसी बीच दिव्या ऑक्सीजन प्लांट का मालिक राजबीर दहिया व उसका बेटा अभिषेक दहिया वहां पहुंच गए थे।
उन्होंने एसआई गगनदीप सिंह व ड्यूटी मजिस्ट्रेट बीडीपीओ राजेश के गाली-गलौज व साथ हाथापाई की। दोनों ने उसके हाथ पकड़कर उसे प्लांट से बाहर धकेलते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। एसआई गगनदीप सिंह की शिकायत पर राई थाना पुलिस ने राजबीर दहिया व उनके बेटे अभिषेक दहिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायत मिली : दिव्या एयर प्रोडक्ट के खिलाफ पुलिस के पास शिकायत आई थी। जिसके आधार पर मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। -बिजेंद्र सिंह, थाना प्रभारी, राई।