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Tuesday, September 22, 2020

September 22, 2020

कान में किसी भी तरह की समस्या को इग्नोर न कर ईएनटी डॉक्टर को तुरंत कंसल्ट करना चाहिए : डॉ. भोला

कान में किसी भी तरह की समस्या को इग्नोर न कर ईएनटी डॉक्टर को तुरंत कंसल्ट करना चाहिए : डॉ. भोला

जींद : ( संजय तिरँगाधारी )कान शरीर का नाजुक अंग, इससे न करना तुम जंग, परदे पर लग गई चोट तो जीवन भर का लग जाएगा रोग। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कर्ण एवं श्रवण सुरक्षा को लेकर आगामी सप्ताह तक पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीएमओ डा. मनजीत सिंह के दिशा-निर्देशन में मंगलवार को नागरिक अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि सभी तरह की आवाजों को सुनने के लिए हमारे कानों का सही रहना जरूरी है लेकिन कई बार बीमारी या लापरवाही की वजह से लोग हियरिंग लॉस का शिकार हो जाते हैं। अगर समय रहते इसका उपचार करवाया जाए तो इससे बचा जा सकता है। डा. भोला ने बताया कि कई बार जब तक हमें पता चलता है कि सुनने में कोई दिक्कत हो रही है तब तक कान के 30 प्रतिशत हियर सेल्स नष्ट हो जाते हैं। कान में किसी भी तरह की समस्या हियरिंग लॉस का कारण बन सकती है। कान से वैक्स का बहना, सर्दी, जुखाम रहना और कान में दर्द होना, कान लाल होना, कान में अत्यधिक मात्रा में वैक्स बनना, वैक्स साफ  न होने के कारण इंफेक्शन होना या पस पडऩा, पस का बाहर निकलना, बुखार होना, कानों में सीटी जैसी आवाजें सुनाई देना इसके मुख्य कारण हैं। जब भी ऐसा हो तो इसे तुरंत प्रभाव से गंभीरता से लेना चाहि। डा. भोला ने बताया कि कान में किसी भी तरह की समस्या को इग्नोर न कर ईएनटी डॉक्टर को तुरंत कंसल्ट करना चाहिए। डॉक्टर कान के अंदरूनी भाग की जांच कर इंफेक्शन का पता लगाते हैं और ऑटोमाइकोटिक प्लग लगा कर इंफेक्शन को साफ  करते हैं। कान में डालने के लिए एंटी फंगल या एंटी बैक्टीरियल ईयर ड्रॉप्स और एंटीबायोटिक दवाइयां दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को लेकर तो अभिभावकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। जब भी सर्दी-जुखाम के बाद कान दर्द हो रहा हो तो ईएनटी सर्जन को तुरंत दिखाना चाहिए। नियमित तौर पर कान की सफाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कानों को लेकर छोटी सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसलिए हमेशा अपने कानों का ध्यान रखना चाहिए। समय-समय पर अपनी श्रवण क्षमता की जांच जरूर करनी चाहिए और समस्या को इग्नोर न कर इलाज कराना चाहिए।

Friday, September 18, 2020

September 18, 2020

समीक्षा बैठक:800 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं

समीक्षा बैठक:800 से कम लिंगानुपात वाले गांवों में विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं

कन्या भ्रूण हत्या करना व करवाना महापाप है तथा जघन्य अपराध है। इसके साथ-साथ यह एक कानूनी अपराध भी है। जिला में कन्या भ्रूण हत्या की पूर्ण रोकथाम के लिए हम सभी को अथक प्रयास करने होंगे और धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं तथा जन प्रतिनिधियों का सहयोग जरूरी है। यह बात डीसी डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, पीएनडीटी एक्ट, पोक्सो एक्ट सहित विभिन्न महत्वाकांक्षी अभियानों के तहत आयोजित समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करते हुए कहीं।

उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे समय-समय पर कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए छापामार कार्यवाही करें और जिला के जिन गांवों में 800 से कम लिंगानुपात है, उन गांवों में अधिकारी विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाएं।

उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे 11 से 14 वर्ष तक की जो भी बच्चियां स्कूल नहीं जा रही हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से स्कूल के साथ जोड़ा जाए, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रह सके। बैठक में नगराधीश अनुभव मेहता, डीईओ दयानंद सिहाग, सीएमओ डॉ. मनीष बंसल, डीईईओ देवेन्द्र सिंह मौजूद रहे।
September 18, 2020

अलर्ट:डेंगू के बाद फैला वायरल फीवर, अस्पताल की ओपीडी में हर रोज पहुंच रहे हैं बुखार से पीड़ित 200 से ज्यादा मरीज

अलर्ट:डेंगू के बाद फैला वायरल फीवर, अस्पताल की ओपीडी में हर रोज पहुंच रहे हैं बुखार से पीड़ित 200 से ज्यादा मरीज

जिले में कोरोना संक्रमण के साथ नागरिक डेंगू व वायरल फीवर से भी ग्रस्त हो रहे हैं। सिविल अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन बुखार से ग्रस्त 200 से ज्यादा मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। अस्पताल के 7 मेडिसिन वार्डों में भर्ती 21 मरीजों में से 17 बुखार से पीड़ित है। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार अभी तक 14 डेंगू पेशेंट मिले हैं लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में यह संख्या 50 से पार पहुंच चुकी है।

शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा कोई वार्ड व गांव शेष नहीं जहां बुखार से ग्रस्त मरीज न हो लेकिन शहरी क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप अधिक फैल रहा हैं। विभाग के रिकार्ड में डेंगू मरीजों की संख्या भले ही 14 तक पहुंची हो लेकिन वास्तव में जिले में डेंगू के 50 से अधिक मरीज है। प्राइवेट अस्पताल संचालक अपने स्तर पर मरीज में डेंगू का पता लगाते हैं और उनका उपचार करते है।

इस संबंध में वे मौखिक रूप से परिजनों को मरीज में डेंगू के लक्ष्ण होने के बारे में बताते हैं लेकिन सभी मरीजों के सैंपल जांच के लिए सिविल अस्पताल में नहीं भेजते। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग लगातार सर्वे व एंटी लारवा अभियान चलाए हुए हैं और जिस घर में डेंगू का लारवा मिलता है उस मकान मालिक को नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं। विभाग को पिछले लगभग डेढ़ महीने में लगभग 400 स्थानों पर डेंगू का लारवा मिल चुका है।

जानें कहां-कहां फैला है डेंगू

शहर के सेक्टर 13, डाबर कॉलोनी, बावड़ी गेट क्षेत्र, जीतुवाला जोहड़ क्षेत्र, दादरी गेट क्षेत्र, हनुमान गेट, नया बाजार, कीर्ति नगर, विद्यानगर, गांव सैय आदि क्षेत्रों में अभी तक कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। यहां एंटी लारवा अभियान के दौरान 300 से ज्यादा घरों में डेंगू का लारवा मिल चुका है। 15 दिन पहले तक जिले में डेंगू के 4 मरीज थे, लेकिन अब तक 14 मरीज मिल चुके हैं।

हर गांव और शहर में हैं बुखार के रोगी

वायरल फीवर जिले में लगभग हर गांव व शहर के वार्ड में फैला हुआ है। इसके चलते सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में बुखार से ग्रस्त मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सिविल अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन बुखार से ग्रस्त 200 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं।

नोडल ऑफिसर एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. संध्या गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंगू एंटी लारवा अभियान चलाए हुए हंै। विभाग की टीमों को अभी तक लगभग 400 स्थानों पर डेंगू का लारवा मिला है। जिन घरों में लारवा मिला है उन्हें नोटिस दिए गए हैं। वायरल फीवर भी चल रहा है। लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।

September 18, 2020

कोरोना से स्वस्थ हुए मरीजों के लिए अलग से ओपीडी सेवा शुरू होगी, जानें क्यों

कोरोना से स्वस्थ हुए मरीजों के लिए अलग से ओपीडी सेवा शुरू होगी, जानें क्यों

फरीदाबाद :  कोरोना संक्रमण  को मात देने वाले लोग सामान्य मरीजों के बीच जाकर चिकित्सकीय परामर्श नहीं ले सकेंगे। निजी अस्पतालों  में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजों के लिए अलग से ओपीडी सेवा शुरू होगी।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रणदीप सिंह पूनिया ने सभी निजी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देश में कहा गया है कि जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही स्वस्थ होने वालों में भी तेजी आई है। हालांकि संक्रमण को मात देने वाले मरीजों में हृदय, तंत्रिका संबंधी, गुर्दा सहित अन्य परेशानियां बढ़ रही हैं। ऐसे में उनका सामान्य मरीजों की ओपीडी में जाकर चिकित्सकीय परामर्श लेना घातक हो सकता है। सामान्य ओपीडी में कोरोना संक्रमित मरीज भी मौजूद हो सकते हैं।
September 18, 2020

हिसार में सीएम फ्लाइंग का छापा:रिफाइंड में केमिकल मिला बनाते थे देसी घी, 1643 लीटर घी जब्त

हिसार में सीएम फ्लाइंग का छापा:रिफाइंड में केमिकल मिला बनाते थे देसी घी, 1643 लीटर घी जब्त

सीएम फ्लाइंग टीम ने सदर थाना पुलिस के साथ मिर्जापुर रोड स्थित उद्योग विहार काॅलोनी में घी बनाने वाली श्री गणेश फूड प्रोडेक्ट फैक्ट्री पर छापा मारा। यहां से 1643 लीटर घी बरामद हुआ है। फूड सेफ्टी ऑफिसर ने पैक्ड घी के तीन सैंपल लिए। डिब्बों पर बैच नंबर व एमएफजी नंबर तक अंकित नहीं मिला। फैक्ट्री मालिक अर्जुन इन्कलेव वासी रवि और सिवानी वासी कृष्ण कुमार घी बनाने का लाइसेंस नहीं दिखा पाए। टीम को मौके से एक प्लास्टिक डिब्बे में रसायन केमिकल फ्लेवर प्राप्त हुआ, जोकि 88 ग्राम हुआ था।

फैक्ट्री में रिफाइंड ऑयल में कैमिकल युक्त सेंट मिला दीप गोपाल कुकिंग मीडियम, मधु सुदन कुकिंग मीडियम व श्री कन्हैया किंग कुक मीडियम के नाम से नकली घी तैयार किया जाता है। नकली घी तैयार करने के लिए भटि्ठयां, 2 घरेलू गैस सिलेंडर, इलेक्ट्रोनिक कांटा, 50 खाली रैपर, 15 लीटर के 10 टीन रिफाइन ऑयल, 1100 लीटर मधु सुदन कुकिंग मीडियम नकली घी, श्री कन्हैया कुकिंग मीडियम नकली घी 15 लीटर वाले प्लास्टिक के 5 पीपे कुल 75 लीटर, 360 लीटर दीप गोपाल नकली घी टेटरा पैकिंग (गत्ते वाली ) एक लीटर वाली, 15 लीटर वाले 3 तीन पीपे दीप गोपाल नकली घी कुल 45 लीटर, दीप गोपाल नकली घी दो लीटर वाली 24 पीपी कुल 48 लीटर तैयार मिला था।

एफएसओ ने कन्हैया किंग के चार सैंपल, मधु सुदन कुकिंग मीडियम नकली देशी घी के चार सैंपल, दीप गोपाल कुकिंग मीडियम के चार सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए हैं। फूड सेफ्टी ऑफिसर डॉ. अरविंद्र जीत सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

Thursday, September 17, 2020

September 17, 2020

पांडू पिंडारा के मेले पर लगाया था प्रतिबंध, फिर भी उड़ीं धारा 144 की धज्जियां

पांडू पिंडारा के मेले पर लगाया था प्रतिबंध, फिर भी उड़ीं धारा 144 की धज्जियां

जींद : ( गौतम सत्यराज ) कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रशासन द्वारा ठोस एतिहातिक कदम उठाए जा रहे है। इसी कड़ी में अमावस्या के अवसर पर 17 सितम्बर को सरकार ने ब्रह्मसरोवर पर स्नान करने वालों पर रोक लगा दी थी। इसी के तहत जींद के पांडू पिंडारा तीर्थ स्थल पर अबकी बार मेले के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। श्रद्धालुओं व लोगों को मेलों में पहुंचने से रोकने के लिए जिला की सीमाओं पर पुलिस द्वारा नाके लगाए गए थे। 

जिलाधीश डॉ आदित्य दहिया द्वारा मना किए जाने के बाद भी पांडू पिंडारा अमावस्या का मेला लगा लेकिन अबकी बार वो भीड़ नज़र नहीं आई जो हर बार नज़र आती थी, क्योंकि इस बार पांडू पिंडारा लगने वाले मेले में अधिक लोग इकट्ठा न हो, इसके लिए वहां धारा 144 भी लागू की गई थी। इसलिए कोई भी व्यक्ति पांडू पिंडारा तीर्थ स्थल पर न पहुंचे। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस मेले में श्रद्धालु फिर नज़र आए। 
थाना व चौकी प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए गए थे कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नाके लगाए। हां पर धारा-144 की अवहेलना में यदि कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसके विरूद्व आई पी सी की धारा 188 के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

तड़के से ही श्रद्धालुओं ने सरोवर में स्नान तथा पिंडदान शुरू कर दिया जो मध्यान्ह के बाद तक चलता रहा। इस मौके पर दूर दराज से आएं श्रद्धालुओं ने अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया तथा सूर्यदेव को जलार्पण करके सुख समृद्धि की कामना की।  श्रद्धालु पांडू पिंडारा तीर्थ पर स्नान के लिए पहुंचे यहां पर महिलाएं भी स्नान करने के लिए पहुंची थी | लेकिन यहां पर महिला पुलिस महिलाओ को स्नान करने से मना करती नज़र आई | 

Sunday, September 13, 2020

September 13, 2020

ट्रेन में सीट अब टिकट से नहीं बल्कि रर्जिवेशन करवाने पर मिलेगी

जींद : ट्रेन में सीट अब टिकट से नहीं बल्कि रर्जिवेशन करवाने पर मिलेगी

 जींद : ( संजय तिरँगाधारी )  कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च महीने में लगे लॉकडाउन  के छह महीने बाद अब रेलवे ने जींद यात्रियों के लिए बेशक अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव जींद जंक्शन पर सुनिश्चित किया हो लेकिन अभी जींद जंक्शन के काउंटर से किसी यात्री ने इस ट्रेन मेें अभी रिजर्वेशन नहीं करवाया है। बता दें कि रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 12 सितंबर से 40 स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इसमें अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव जींद  जंक्शन पर सुनिश्च किया गया है। 12 सितंबर से दिल्ली-डिब्रूगढ़ से लालगढ़ रूट पर 05909 अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ। यह ट्रेन 12 सितंबर को डिबरूगढ़ से सुबह नौ बजकर 25 मिनट पर चली, जो 14 सितंबर की शाम सात बज कर दस मिनट पर जींद जंक्शन पर पहुंचेगी।
 
 यहां दो मिनट के ठहराव के बाद यह फिर ट्रेन लालगढ़ के लिए रवाना हो जाएगी। वापसी में 05910 अवध-असम एक्सप्रेस लालगढ़ से शाम सात बजकर 50 मिनट पर वहां से चलेगी और अगले दिन सुबह लगभग चार बजे जींद जंक्शन पर पहुंचेगी। हालांकि सितंबर माह में जींद जंक्शन से किसी यात्री ने टिकट बुक नहीं करवाई। जींद रेलवे जंक्शन के रिजर्वेशन अधिकारी विक्रम सिंह के अनुसार नवंबर व दिसबंर माह के लिए अभी से ऑनलाइन रिजर्वेशन बुक हो गई हैं। फिलहाल जींद जंक्शन से किसी यात्री ने नहीं करवाया रिजर्वेशन जींद जंक्शन के एसएस जयप्रकाश ने बताया कि सितंबर से अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन डिब्रूगढ़ से चलकर 14 सितंबर को शाम के समय जींद जक्शन पर पहुंचेगी। जींद जंक्शन पर काउंटर से किसी यात्री ने कोई टिकट रिजर्वेशन नहीं करवाया है। हालांकि रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग कायम करने के लिए आरपीएफ की ड्यूटी लगा रखी है।

 आज परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंटेंरस टैस्ट की परीक्षा को लेकर परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए रेलवे ने जींद से दिल्ली के बीच एक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। यह ट्रेन सुबह के समय जींद से चलेगी और शाम को वापस नई दिल्ली से चलेगी। इसके चलने से परीक्षार्थियों को खासी राहत मिलेगी। रेलवे इस स्पेशल ट्रेन को केवल एक दिन के ही चलाएगा। यह स्पेशल ट्रेन जींद जंक्शन से सुबह साढ़े 8 बजे नई दिल्ली के लिए चलेगी और उसके बाद शाम को 7 बजकर 10 मिनट पर वापस जींद के लिए रवाना होगी। इस ट्रेन में सफर करने से पहले परीक्षार्थियों तथा अन्य यात्रियों को एक बात का विशेष ख्याल रखना पड़ेगा। 
 इस ट्रेन में सफर करने से पहले यात्रियों को टिकट रिर्जेवशन करवानी होगी। तभी इस ट्रेन में सफर कर सकेंगे अन्यथा किसी भी स्टेशन पर यात्री को टिकट नहीं मिलेगी। बिना रिर्जेवेशन करवाए यात्री को सफर से वंचित रहना पड़ेगा। इस स्पेशल ट्रेन के लिए रेलवे ने टिकटों की रिर्जेवेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। रेलवे स्टेशन मास्टर जयप्रकाश ने बताया कि रविवार को होने वाली नीट की परीक्षा को लेकर रेलवे ने जींद से नई दिल्ली के लिए एक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। यह ट्रेन जींद जंक्शन से सुबह साढ़े 8 बजे चलेगी जो कि वापसी के समय नई दिल्ली से शाम को 7 बजकर 10 मिनट पर जींद के लिए रवाना होगी। इस स्पेशल ट्रेन में सफर करने को लेकर यात्रियों को रिर्जेवेशन करवानी होगीए तभी इस ट्रेन में सफर कर सकते हैं। जबकि किसी भी स्टेशन पर यात्रियों को टिकट नहीं मिलेगी। इसके अलावा 15909 अवध-असम एक्सप्रेस का भी संचालन शुरू हो गया हैए जो कि 14 सितंबर को जींद जंक्शन पर पहुंच जाएगी।

Saturday, September 12, 2020

September 12, 2020

शिक्षा:डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत छात्रवृति के लिए मांगे ऑनलाइन आवेदन

शिक्षा:डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत छात्रवृति के लिए मांगे ऑनलाइन आवेदन

कल्याण विभाग ने डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत वर्ष 2020-21 के लिए छात्रवृति के लिए 30 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय द्वारा दी गई जानकारीनुसार पात्र छात्र विभाग की वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लूडॉटएससीबीसीहरियाणाडॉटकॉम पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति, डीएनटीएस, टपरीवास तथा पिछड़ा वर्ग के वे विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं, जिनके परिवार की सालाना आय चार लाख रुपये से अधिक ना हो। उन्होंने बताया कि यदि विद्यार्थियों को आवेदन में किसी प्रकार की दिक्कत आती है तो वे जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय या मुख्यालय के हेल्पलाइन नंबर 0172-2771250 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आवेदन 11 सितंबर से शुरू किए जा चुके हैं।

टीआईटी कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय ई-कॉफ्रेंस 18-19 को

तकनीकी शिक्षण संस्थान टीआईटीएस में 18-19 सितंबर को एआईसीटीई की ओर से दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय ई कॉन्फ्रेंस रिसेन्ट ट्रेंड इन टैक्सटाइल का आयोजन फैशन एंड अपेरल विभाग द्वारा किया जाएगा। काॅन्फ्रेंस संयोजक डाॅ. यामिनी ने बताया कि आईआईटी दिल्ली से प्रो. वीके कोठारी एवं प्रो. कुशल सेन, यूनिवर्सिटी ऑफ हुडरसफील्ड से प्रो. परीक्षित गोस्वामी, आरएमआईटी यूनिवर्सिटी वियतान से प्रो. राजकिशोर नायक मुख्य रूप से शिरकत करेंगे। टीआईटीएस निदेशक प्रो. डाॅ. जीके त्यागी संरक्षक एवं कॉन्फ्रेंस चेयर की भूमिका का निर्वहन करेंगे। ई-कॉन्फ्रेन्स में लगभग 160 से अधिक शोधकर्त्ता, वैज्ञानिक, प्राध्यापक आदि अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे।
September 12, 2020

यूटिलिटी:अब किसानों को सिंचाई में नहीं आएगी समस्या, विभाग ने शुरू की कुसुम योजना,पूरे प्रदेश में प्रथम फेस में लगाए जाएंगे 50 हजार पंप

यूटिलिटी:अब किसानों को सिंचाई में नहीं आएगी समस्या, विभाग ने शुरू की कुसुम योजना,पूरे प्रदेश में प्रथम फेस में लगाए जाएंगे 50 हजार पंप

किसानों को सिंचाई में आने वाली समस्या को दूर करने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए ही कुसुम योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के जरिए देश में किसानों को सिंचाई में किसी तरह की समस्या ना आए। इसके लिए खेतों में सौर पंपों को लगाने का काम शुरू किया गया है। यह योजना नवीं एवं नवीकरणीय सौर ऊर्जा विभाग द्वारा शुरू की गई है। पूरे प्रदेश में प्रथम फेस में 50 हजार पंप लगाए जाएंगे। सिरसा जिला में 3150पंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिला में किसानों ने पंप लगवाने के लिए 7 हजार ऑनलाइन आवेदन किए हैं। बता दे कि हरियाणा में सबसे ज्यादा आवेदन सिरसा जिला के हैं।

कुसुम योजना के तहत किसान पंप के लिए आवेदन कर रहे हैं व उनका सर्वे भी सरकार द्वारा निर्धारित कंपनी किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत 3हाॅर्स पाॅवर, 5 हॉर्स पॉवर, 7.5 हॉर्स पावर व 10 हॉर्स पॉवर के AC व DC प्रकार के सौर पंप 75 प्रतिशत अनुदान पर दिए जा रहे हैं। पंप लगाने के लगाने के विभाग द्वारा शर्तें भी निर्धारित की गई।

जिसमें आवेदक के खेत में सिंचाई हेतु ड्रिप सिस्टम, स्प्रिंकलर सेट अथवा अंडर ग्राउंड पाइप में से कोई एक साधन उसके खेत में हो। डार्क जोन में यह भी जरूरी है कि किसान के खेत में पानी की डिग्गी हो या पुराने बोर पर डीजल का प्रयोग कर सिंचाई करता हो तथा उसने नई बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन न किया हो। 20 सितंबर तक किसानों को पंप लगाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभी तक 1500 किसानों के खेतों विभाग के पास पैसे जमा हो गए है। जिनका कंपनी द्वारा सर्वे करवाकर पंप लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

सोलर पंपिंग प्रोग्राम के तहत लगे 50 पंप

सोलर पंपिंग प्रोग्राम के तहत किसानों के खेतों में 5 हॉर्स पॉवर, 7.5 हॉर्स पावर के 50 से ज्यादा सोलर पंप लगाए जा चुके हैं। लॉकडाउन की वजह से यह काम 4 माह तक रूक गया था। अब गांवों में कंपनियों द्वारा पंप लगाने का कार्य जाेरों पर है। डबवाली, रानियां, ओढां व नाथूसरी चोपटा खंडों में पंप लगाए जा रहे हैं।

सक्षम युवाओं ने गांवों में कैंप लगा करेंगे जागरूक

खेतों में सोलर पंप लगाने के लिए गांवों में विभाग द्वारा 40 सक्षम युवाओं की ड्यूटियां भी लगाई गई थी। सक्षम युवाओं ने गांव-गांव जाकर गोष्ठी व कैंप आयोजित करके सोलर पंप के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी। वहीं सबसिडी के बारे में भी बताया। पंप के फायदों के साथ-साथ बिजली बचत के बारे में बताया।

घर की बिजली से नहीं चलेंगे सोलर पंप

नवी एवं नवीकरणीय विभाग के परियोजना अधिकारी मनोज जैन ने बताया कि कुछेक किसान खेतों में लगे सोलर पंप को घरों में मिल रही बिजली से चलाने की कोशिश कर रहे हैं। ्योंकि घरों की बिजली से सोलर पंप नहीं चलेंगे। केवल सौर ऊर्जा से ही पंप चलेंगे। मनोज जैन ने कहा कि किसान सौर ऊर्जा के माध्यम से ही पंप चलाएं।
September 12, 2020

निर्देश:बैंक अधिकारी पीएम स्वनिधि योजना के पात्रों को अधिक से अधिक लाभ दें: ईओ

निर्देश:बैंक अधिकारी पीएम स्वनिधि योजना के पात्रों को अधिक से अधिक लाभ दें: ईओ

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की समीक्षा के लिए एडीएम कार्यालय में बैठक आयोजित हुई। जिसमें नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार, एडीएम आरके कटारिया, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन से विशाल गुप्ता व अन्नू गुप्ता सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यकारी अधिकारी अशोक ने कहा कि अब तक जिले में 171 आवेदन स्वीकृत किए जा चुके हैं।

यह योजना प्रधानमंत्री की फ्लेगशिप योजना है। इसलिए सभी बैंक अगले दो दिनों में इस योजना के पात्रों को लाभ दें। ताकि इसकी जानकारी चीफ सेक्टरी को दी जा सके। क्योंकि योजना का प्रतिदिन रिव्यू किया जाता है। इसलिए इस योजना को लेकर कोई भी कोताही न बरते। सरकार भी इसके लिए गंभीर है। एलडीएम ने बताया कि अब तक जिले में 171 आवेदन स्वीकृत किए जा चुके हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत स्ट्रीट वेंडरों को दस हजार रुपए का ऋण बिना किसी गारंटी के लिए दिया जा रहा है। नगर परिषद ने इस योजना के लिए कैथल सिटी में 1301 स्ट्रीट वेंडरों की पहचान की थी। इसमें से 700 के करीब स्ट्रीट वेंडरों को प्रमाण पत्र जारी करने का काम चल रहा है।

इसी प्रमाण पत्र के आधार पर बैंकों से ऋण मिलेगा। इसके लिए परिषद की ओर से ऋण मेला भी लगाया गया था और पात्रों का ऑन लाइन आवेदन भी करवाया गया था। इस योजना के पीछे मुख्य उद्देश्य है कि इन स्ट्रीट वेंडरों को बैंक से जोड़ा आए और उन्हें सूदखोरों से बचाया जाए, ताकि वे ब्याज के चक्र से बच सकें।
September 12, 2020

कार्रवाई:3 डिपो धारकों की प्रतिभूति राशि जब्त, सरकारी दरों पर राशन उपलब्ध करवाने के लिए जिला में 458 दुकानें संचालित

कार्रवाई:3 डिपो धारकों की प्रतिभूति राशि जब्त, सरकारी दरों पर राशन उपलब्ध करवाने के लिए जिला में 458 दुकानें संचालित

जन वितरण प्रणाली में अनियमितता पाए जाने पर खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा अगस्त मास के दौरान तीन राशन डिपो धारकों की प्रतिभूति राशि जब्त की गई हैं। उन्होंने बताया कि जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत उपभोक्ताओं को सरकारी दरों पर राशन उपलब्ध करवाने के लिए जिला में कुल 458 दुकानें संचालित हैं, जिनमें से ग्रामीण क्षेत्र में 362 तथा शहरी क्षेत्र में 96 सरकारी दुकानें हैं।

डीसी अजय कुमार ने बताया कि खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा उपभोक्ताओंं को आवश्यक वस्तुओं का वितरण समय पर व मिलावट रहित करना सुनिश्चित करने के लिए राशन की सरकारी दुकानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने पर विभाग द्वारा तीन डिपो धारकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी प्रतिभूति राशि जब्त की गई है।

ग्रामीण क्षेत्र में 362 और शहरों में है 96 डिपो

उन्होंने बताया कि जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत उपभोक्ताओं को सरकारी दरों पर राशन उपलब्ध करवाने के लिए जिला में कुल 458 दुकानें संचालित हैं, जिनमें से ग्रामीण क्षेत्र में 362 तथा शहरी क्षेत्र में 96 सरकारी दुकानें हैं।
September 12, 2020

कुरुक्षेत्र:डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी दुर्घटना सहायता योजना के तहत मिलेगी 1 लाख तक की आर्थिक मदद : बराड़

योग्य प्रार्थी जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में कर सकता है आवेदन

डीसी शरणदीप कौर बराड़ कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के 18 वर्ष से 70 वर्ष के मध्य आयु के नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी दुर्घटना सहायता योजना चलाई की जा रही है। जिसके तहत दुर्घटना में मृत्यु या अपंगता होने पर एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने का प्रावधान है। इसमें पात्र लाभार्थियों को किसी भी प्रकार के प्रीमियम का भुगतान नहीं करना होगा।

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत आने वाले केस इस योजना में कवर नहीं होंगे। यह एक दुर्घटना बीमा योजना है। इसके तहत दुर्घटना में मृत्यु या अपंगता होने पर एक लाख रुपए का बीमा कवर मिलेगा। नई योजना के दायरे में केवल वही हरियाणा निवासी और राज्य के मूल निवासी आएंगे, जो कि नामांकन न होने या किसी अन्य कारण से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत लाभ उठाने में सक्षम नहीं हैं।

इस योजना के तहत मृत्यु, रेल, सड़क या हवाई दुर्घटनाओं, दंगों, हड़ताल और आतंकवाद जैसी दुर्घटनाओं के कारण स्थायी दिव्यांगता, सांप के काटने, डूबने, विष, करंट लगने, ऊंचाई से गिरने, मकान या भवन के गिरने, अग्नि, विस्फोट, हत्या, जानवरों के हमले, भगदड़ और घुटन, पाला मारने, लू लगने, बिजली गिरने, जलने, भुखमरी (केवल मृत्यु) और प्रसव के दौरान मातृ मृत्यु जैसे मामले शामिल हैं। योजना में व्यावसायिक खतरों जैसे कि थ्रेशिंग मशीन या औद्योगिक मशीन या किसी अन्य अप्राकृतिक घटना के कारण मृत्यु या पूर्ण स्थायी दिव्यांगता भी शामिल हैं।

इन्हें नहीं मिलेगा योजना का लाभ

योजना के तहत युद्ध और इससे संबंधित खतरे, परमाणु जोखिम और जानबूझ कर स्वयं को चोट पहुंचाने, आत्महत्या या आत्महत्या का प्रयास, मादक पेय या मादक पदार्थों के कारण, यात्री के रूप में हवाई यात्रा के अलावा हवाई गतिविधियों में लिप्त होने तथा आपराधिक इरादे से किसी भी कानून का उल्लंघन करने के मामले शामिल नहीं हैं। योजना के तहत पीएमएसबीवाई के अंतर्गत स्वीकृत लाभ का 50 प्रतिशत लाभ मिलेगा।
September 12, 2020

कोरोना काल में खुलेंगे स्कूल:20-20 के बैच में स्कूलों में आएंगे विद्यार्थी, कंधे पर रिबन और हाथ में उसी रंग का होगा बैंड, ऑक्सीजन लेवल जांचा जाएगा, फोन में आरोग्य सेतु एप भी जरूरी

कोरोना काल में खुलेंगे स्कूल:20-20 के बैच में स्कूलों में आएंगे विद्यार्थी, कंधे पर रिबन और हाथ में उसी रंग का होगा बैंड, ऑक्सीजन लेवल जांचा जाएगा, फोन में आरोग्य सेतु एप भी जरूरी

शुक्रवार को निगदू के राजकीय स्कूल में स्टेट मुख्यालय व जिले से विभिन्न टीमों को भेजा गया, जिन्होंने तैयारी का जायजा लिया।

आज से शुरू होगी दो स्कूलों में शूटिंग, केंद्र को भेजी जाएगी वीडियो,विद्यार्थियों के बबल बनाने होंगे। एक बबल में 20 विद्यार्थी होंगे

करनाल: छह माह से बंद पड़े स्कूलों को खोलने से पहले व्यापक तैयारियां करनी होंगी। कक्षाओं में आने वाले विद्यार्थियों के बबल बनाने होंगे। एक बबल में 20 विद्यार्थी होंगे। हर विद्यार्थी को कंधे पर अपने बबल के कलर का रिबन लगाना होगा। इनमें रेड, ब्ल्यू, ग्रीन, येल्लो, पिंक आदि शामिल होंगे। विद्यार्थी को अपने बबल के कलर का बैंड भी कलई में पहनना होगा। एक बबल के विद्यार्थी दूसरे बबल के विद्यार्थियों से नहीं मिल पाएंगे।
तीन गेट से एंट्री होगी और इन्हीं से लौटकर घर चले जाएंगे। करनाल के निगदू में 12वीं कक्षा के और सोनीपत के बाजीदपुर में 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 4 दिनों तक वीडियो शूट किए जाएंगे। हरियाणा शैक्षणिक सत्र चालू करने के लिए समूचे देश का मार्गदर्शन करेगा, क्योंकि यह वीडियो केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे। हर विद्यार्थी के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर दी है, जबकि स्कूल में विद्यार्थियों के ऑक्सीजन स्तर को नापने के लिए आक्सीमीटर होंगे।
हर बच्चे का पूरा रिकार्ड रखा जाएगा, फिर उसे शिक्षा निदेशालय को भेज दिया जाएगा। अभिभावकों से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए हैं। यह वीडियो सभी विद्यार्थियों व अभिभावकों को भेजे जाएंगे। इसमें केंद्र द्वारा जारी एसओपी का पालन किया जाएगा। संबंधित विभागों की टीमों ने शुक्रवार को निगदू के राजकीय स्कूल का निरीक्षण किया और हर व्यवस्था का जायजा लिया। शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक नंद किशोर वर्मा ने निगदू स्कूल में हर व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंप दी है। टीमें चारों दिन स्कूल में मौजूद रहेंगी।

सबके जूते होंगे सेनिटाइज, थर्मल स्कैनिंग भी जरूरी

आज से निगदू के राजकीय स्कूल में 12वीं कक्षा के लिए 120 विद्यार्थियों को शूटिंग के लिए बुलाया जाएगा। इनमें छह बबल बनाए गए हैं। प्रति बबल 20 विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। हर बबल के विद्यार्थियों के जूते स्कूल में एंट्री से पूर्व ही सेनेटाइज होंगे। यही नहीं हाथों को भी सेनेटाइज करना होगा। थर्मल स्कैनिंग के बाद ही एंट्री मिलेगी। 40-40 मिनट के पीरियड होंगे, जबकि कुल तीन घंटे पढ़ाई कराई जाएगी।

हेल्थ व स्वच्छता विशेषज्ञों की टीम ने लिया जायजा

शुक्रवार को निगदू में स्टेट मुख्यालय व जिले से टीमों को भेजा गया, ताकि कोई कमी न रहे। इस टीम में हेल्थ विशेषज्ञ, स्वच्छता विशेषज्ञों सहित शिक्षा विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी विषयों के टीचर्स को अपनी तैयारी करके आने को कहा गया है। साथ ही हर टीचर को बताया गया है कि उनको किस तरह के शिक्षा देनी है। हर बबल के विद्यार्थी आएंगे, पढ़ेंगे और जाएंगे। उनके वीडियो शूट होंगे।

एक-दूसरे से मिल नहीं पाएंगे बबल के विद्यार्थी

सबसे खास बात यह है कि स्कूल के टीचर्स और प्रोटोकॉल अधिकारी यह ध्यान रखेंगे कि एक बबल के विद्यार्थी दूसरे बबल के विद्यार्थियों के संपर्क में नहीं आएंगे। यानी एक कलर के विद्यार्थी ही एक जोन में रहेंगे। दूसरे जोन में जाने की किसी को जाने की इजाजत नहीं होगी। इस अवधि में जहां विद्यार्थियों के हाथ धुलवाए जाएंगे, वहीं उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की हिदायत दी जाएंगी।

सरकार लेगी निर्णय, किन कक्षाओं की होगी पढ़ाई

फिलहाल यह तय नहीं किया गया है कि 9वीं से 12वीं कक्षा तक स्कूल खाेले जाएंगे या नहीं। ऐसी संभावना है कि पहले 10वीं व 12वीं कक्षा की पढ़ाई शुरू हो सकती है। यह अक्टूबर में ही होने की संभावना है। वहीं, इसके बाद 9वीं व 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जा सकता है। सरकार को निर्णय करना है कि किन कक्षाओं के विद्यार्थियों को स्कूल में बुलाया जाए।
September 12, 2020

एक और ट्रेन शुरू:14 सितंबर को जींद जंक्शन पर 172 दिन बाद जींद-बठिंडा मार्ग पर ट्रेन, स्टेशन अधीक्षक ने महामारी से निपटने को बनाई रणनीति

एक और ट्रेन शुरू:14 सितंबर को जींद जंक्शन पर 172 दिन बाद जींद-बठिंडा मार्ग पर ट्रेन, स्टेशन अधीक्षक ने महामारी से निपटने को बनाई रणनीति

जींद रेलवे जंक्शन स्टेशन पर बनाए गए सोशल डिस्टेंसिंग के गोलदारे, स्टेशन पर मेन इंट्री गेट पर होगी थर्मल स्कैनिंग व हैंडवॉश करने के बाद ही प्रवेश कर सकेंगे यात्री

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) 12 सितंबर से अवध-असम ट्रेेन का संचालन शुरू हो जाएगा, यह ट्रेन डिब्रूगढ़ से चलकर 14 सितंबर को यहां पहुंचेगी। यात्रियों को काेराेना से बचाने की रणनीति तैयार कर ली है। महामारी के चलते 22 मार्च से रेल सेवा बंद पड़ी है और अब 172 दिन बाद 14 सितंबर को ट्रेन बहाल हो रही है। दिल्ली-जींद-बठिंडा मार्ग पर ट्रेन चलाने को लेकर रेलवे ने हरी झंडी दे दी है। अभी तक जींद जंक्शन से कोई भी पैसेंजर या एक्सप्रेस ट्रेन नहीं गुजर रही।
जींद से फिलहाल दिल्ली, बठिंडा, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत की तरफ रेलवे ट्रैक हैं लेकिन इन पर अभी तक कोई भी ट्रेन कोरोना काल के बाद शुरू नहीं हो पाई है। अब रेलवे ने 12 सितंबर से 40 और ट्रेनों को चलाने के लिए जो हरी झंडी दी है, उसमें एक एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली-जींद बठिंडा मार्ग पर भी चलेगी। इन ट्रेनों को चलाने का सर्कुलर भी रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने जारी कर दिया है।
जींद जंक्शन पर ट्रेन आने को लेकर स्टेशन अधीक्षक ने स्टेशन पर ही सोशल डिस्टेंसिंग के एक मीटर में गोलदारे बनाए हैं और यात्रियों की मेन गेट से इंट्री के दौरान थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। इसके लिए प्रत्येक प्लेटफार्म पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है और अगर किसी ने नियमों की अवहेलना की तो जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसके लिए यात्रियों को जागरूक करने के लिए कर्मचारियों ड्यूटी लगाई है।

रिजर्वेशन कराने पर ही सफर की अनुमति

रेलवे प्रशासन के अनुसार ट्रेन में रिजर्वेशन कराए हुए यात्रियों को ही सफर करने की अनुमति दी जाएगी। बिना रिजर्वेशन के ट्रेन में किसी भी यात्री को सफर करने की अनुमति नहीं होगी। ट्रेनों की रिजर्वेशन गुरुवार से शुरू हो चुकी है।

यह रहेगा ट्रेन का शेड्यूल

12 सितंबर से दिल्ली-डिब्रूगढ़ से लालगढ़ रूट पर 05909 अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। ट्रेन 12 सितंबर को डिब्रूगढ़ से सुबह 9:25 बजे चलेगी और उसके बाद 14 सितंबर को शाम को 7:10 पर जींद जंक्शन पर पहुंचेगी। यहां 2 मिनट के ठहराव के बाद यह फिर लालगढ़ के लिए रवाना हो जाएगी। वापसी में 05910 अवध असम एक्सप्रेस लालगढ़ से शाम 7:50 बजे चलेगी और दूसरे दिन 15 सितंबर को सुबह 4 बजे के करीब जींद जंक्शन पर पहुंचेगी।

जींद जंक्शन पर होगा अवध-असम का ठहराव

अवध-असम एक्सप्रेस का ठहराव जींद जंक्शन पर 14 सितंबर को किया जाएगा। इसके साथ ही महामारी से बचने के लिए स्टेशन पर सोशल डिस्टेंसिंग के गोलदारे बनाए गए हैं और यात्रियों की मेन गेट से इंट्री पर थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। जयप्रकाश, स्टेशन अधीक्षक जींद जंक्शन रेलवे।
September 12, 2020

तनातनी:काठमंडी में अतिक्रमण करने और हटाने पर आपस में उलझे व्यापारी

नगर निगम टीम कार्रवाई करने पहुंची तो हुआ विवाद

काठमंडी में अतिक्रमण करने और हटाने काे लेकर व्यापारी आपस में भिड़ गए। दाेनाें ओर से समर्थक और दुकानदार आमने-सामने आ गए। करीब एक घंटे तक हंगामा चला, आराेप-प्रत्याराेप लगाए। नाैबत हाथापाई तक आ गई। बाद में कुछ लाेगाें ने शांत कराया। साै साल से ज्यादा पुरानी काठमंडी में अवैध निर्माण और अतिक्रमण की शिकायतें हैं। ऐसे में निगम टीम गुरुवार सुबह साढ़े 10 बजे काठमंडी पहुंची।

तहबाजारी टीम भी थी। टीम में भवन शाखा से बीआई सुमित ढांडा, तहबाजारी इंचार्ज सुरेंद्र वर्मा शामिल थे। टीम ने व्यापारियों से बातचीत की और उनसे प्राॅपर्टी संबंधी दस्तावेज दिखाने की बात कहीं। ऐसे में अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई का समर्थन करने वाले और कार्रवाई का विरोध करने वाले दाेनाें ही पक्ष आपस में उलझ गए। निगम टीम ने व्यापारियाें काे कहा कि दाे दिन तक अपने दस्तावेज लेकर निगम पहुंच जाएं।

रामधारी मल आर्य एंड संस और पड़ाेसी रामस्वरूप महावीर प्रसाद फर्म के मालिक भिड़े

काठ मंडी में रामधारी मल-राजकुमार एवं रामधारी मल एंड संस के साथ एक अन्य फर्म रामस्परूप महावीर प्रसाद फर्म का शाेरूम है। इन दाेनाें दुकानाें समेत सभी दुकानाें के आगे शामलाती चाैक है जाे नगर निगम के अधीन आता है। कभी सभी दुकानदार मिलजुल काम करते थे, लेकिन समय के साथ व्यापारियाें में गुटबाजी हाे गई। इसके बाद ताे अतिक्रमण काे हटाने व करवाने के मामले में शिकवा-शिकायत राेज नगर निगम व प्रशासन के जाने लगी। व्यापारियाें ने आपस में सीएम विंडाे भी लगा रखी है।

क्यों भिड़े व्यापारी

रामधारी मल एंड संस के संचालक राधे आर्य का कहना है कि उन्हाेंने अवैध निर्माण काे लेकर आपत्ति उठाई थी। वह अपने लाखाें की लागत से बने शेड गिराने काे तैयार है, लेकिन अवैध अतिक्रमण नहीं हाेने देंगे। शामलात चाैक पर कुछ लाेगाें ने अवैध अतिक्रमण किया हुआ है। वह कल अन्य दुकानदाराें के साथ दुकानाें की रजिस्ट्रियां लेकर नगर निगम कार्यालय जाएंगे और आयुक्त के सामने प्रस्तुत करेंगे। वहीं रामस्वरूप महावीर प्रसाद फर्म के संचालक अनिल कुमार का कहना है कि पड़ाेसी फर्म के संचालक कई सालाें से परेशान कर रहे हैं तथा राजनीतिक धाैंस दिखाकर अवैध अतिक्रमण काे स्वयं बढ़ावा दे रहे हैं। उन्हाेंने सामने बने मकान के पास भी अतिक्रमण किया हुआ है। अनिल कुमार ने कहा कि मंडी के सभी दुकानदार उनके साथ है तथा ज्यादती किसी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि उनका अतिक्रमण है ताे वह स्वयं हटा देंगे।
September 12, 2020

जींद : भिवानी रोड फाटक पर आरओबी बनेगा या अंडरपास, पीडब्ल्यूडी और रेलवे ने किया ज्वाइंट सर्वे

जींद : भिवानी रोड फाटक पर आरओबी बनेगा या अंडरपास, पीडब्ल्यूडी और रेलवे ने किया ज्वाइंट सर्वे

 जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) शहर में भिवानी रोड रेलवे फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज बनेगा या अंडरपास  इसे लेकर लोक निर्माण विभाग  के अधिकारियों ने रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर ज्वाइंट सर्वे  किया और यू आकार के अंडरपास की संभावनाएं तलाशी। इस दौरान भिवानी रोड के दुकानदार भी मौजूद रहे, जो पिछले काफी समय से आरओबी(रेलवे ओवर ब्रिज) का विरोध कर यू आकार का अंडरपास बनाने की मांग करते आ रहे हैं।
भिवानी रोड रेलवे फाटक पर आरओबी निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग ने पिछले साल सितंबर में 16 करोड़ रुपये का टेंडर छोड़ा था। इसके बाद नवंबर में संबंधित ठेकेदार ने आरओबी निर्माण के लिए पाइल टेस्टिंग कार्य शुरू किया लेकिन इसका दुकानदारों ने विरोध कर दिया। दुकानदार अंडरपास की मांग करते रहे और इसे लेकर विधायक से लेकर डिप्टी सीएम तक मिले और अपनी समस्या से अवगत करवाते हुए रेलवे ओवर ब्रिज की बजाय अंडरपास बनाने की मांग की। आखिर में दुकानदारों के लगतार विरोध और विधायक कृष्ण मिढ़ा के हस्तक्षेप करने के बाद निर्माण कार्य की फाइल सीएम कार्यालय भेजी गई। सीएम कार्यालय द्वारा अंतिम बार इसका सर्वे करने के लिए लोक निर्माण विभाग और रेलवे को पत्र भेजा, जिसके बाद वीरवार को रेलवे अधिकारियों तथा लोक निर्माण विभाग ने ज्वाइंट सर्वे किया।

यू आकार के अंरपास बनने की प्रबल संभावना

भिवानी रोड दुकानदारों के अनुसार वीरवार को सर्वे के बाद रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यू आकार के अंडरपास की संभावना है। इससे दुकानदारों की प्रॉपर्टी को कोई नुकसान होगा नहीऔर फाटक भी हट जाएगी । यहां पर लाइट व्हीकल के गुजरने के लिए अंडरपास बनाया जा सकता है। इसमें साढ़े तीन मीटर ऊंचाई वाले वाहन निकल सकेंगे। बड़े वाहन रजबाहा नंबर 7 पर बने अंडरपास से होकर जा सकेंगे। भिवानी रोड सीधा बस स्टैंड से जुड़ जाएगा।

दाे-तीन दिन में हो जाएगा फाइनल : नैन

लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन नवनीत नैन ने बताया कि दो या तीन दिन में यह फाइनल हो जाएगा कि यहां पर रेलवे ओवर ब्रिज बनेगा या अंडरपास बनाया जाएगा। वीरवार को किए गए सर्वे की रिपोर्ट को मुख्यालय भेजा जाएगा।

Friday, September 11, 2020

September 11, 2020

विरोध का अनोखा तरीका:गंदे पानी और टूटी सड़कों से परेशान लोग हारमोनियम और ढोलक लेकर पहुंचे निगम दफ्तर, कव्वाली गाकर किया प्रदर्शन

विरोध का अनोखा तरीका:गंदे पानी और टूटी सड़कों से परेशान लोग हारमोनियम और ढोलक लेकर पहुंचे निगम दफ्तर, कव्वाली गाकर किया प्रदर्शन

फरीदाबाद में नगर निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करते हुए वार्ड-5 के निवासी, फरीदाबाद के नगर निगम कमिश्नर के दफ्तर के बाहर हुआ प्रदर्शन, फरीदाबाद वार्ड-5 के लोग समस्याओं को लेकर पहुंचे

शासन या प्रशासन के कानों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लोग एक से एक तरीका निकालते हैं। टूटी सड़कों, ओवर फ्लो सीवरेज और गंदे पानी से परेशान फरीदाबाद के वार्ड-5 के लोग शुक्रवार को नगर निगम कमिश्नर के दफ्तर के बाहर पहुंच गए। वे ज्ञापन तो लेकर आए ही थे लेकिन साथ में हारमोनियम, ढोलक भी लेकर पहुंचे थे। उन्हें देखने वालों को पहले तो समझ नहीं आया लेकिन जब वे नीचे बैठकर समस्याओं से जुड़ी कव्वाली गाने लगे तो लोगों को पता चला कि वे प्रशासन के कानों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए कव्वाली गा रहे हैं।

फरीदाबाद वार्ड-5 के लोगों ने निगम कमिश्नर को शिकायत दी है कि पिछले साढ़े तीन साल से उनके वार्ड के हालत बेहद खराब हैं। सीवर ओवरफ्लो हैं, सड़कें टूटी पड़ी है। सीवरेज साफ करवाने के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ता है। गली नंबर-74 के हालात इतने बुरे हैं कि पिछले 2 महीने से गली में गंदा पानी भरा हुआ है। इसके अलावा भी समस्याएं हैं।

इन सभी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो मजबूरी में उन्हें ये फैसला करना पड़ा कि कव्वाली गाकर प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई है। वहीं अब यह देखना विशेष रहेगा कि जिला प्रशासन कितनी जल्दी इस पर कार्रवाई करता है।
September 11, 2020

जिला प्रशासन अलर्ट:डेरा प्रमुख के अस्पताल का वीडियो वायरल, सिरसा में जांच करने पहुंची टीम

जिला प्रशासन अलर्ट:डेरा प्रमुख के अस्पताल का वीडियो वायरल, सिरसा में जांच करने पहुंची टीम

डेरा सच्चा सौदा से जुड़े अस्पताल की महिला स्टाफ की ओर से वायरल किए एक वीडियो को लेकर सिरसा जिला प्रशासन अलर्ट हो गया। जैसे ही डेरा के अस्पताल का नाम आया सिरसा डीसी ने वीडियो की सच्चाई जानने के लिए एसडीएम जयवीर यादव के नेतृत्व में टीम गठित की। गुरुवार सुबह टीम डेरा सच्चा सौदा सिरसा के शाह सतनाम सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंची।

वहां पर अस्पताल के प्रबंधन से एसडीएम और डीएसपी ने वायरल वीडियो के बारे में जानकारी मांगी। जिस पर डेरा अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि यह वीडियो सिरसा का नहीं है। राजस्थान के गुरुसर मोडिया यानि डेरा प्रमुख के गांव के अस्पताल का है। जिसकी पुलिस को भी शिकायत दी है।

वीडियो में अस्पताल स्टाफ ने लगाए छेड़खानी के आरोप


पिछले कुछ दिनों से सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरुमीत राम रहीम इंसा के जन्म स्थान गुरुसर मोडिया राजस्थान में बने अस्पताल की लड़कियों की एक वीडियो वायरल हो रही है। ये लड़कियां खुद को शाह सतनाम अस्पताल की नर्सें बता रही हैं और वीडियो के जरिये इंसाफ मांगा है।

लड़कियां बता रही हैं कि उनके साथ ज्यादती हो रही है। उनके साथ छेड़खानी होती है। लड़कियों ने कमरे में बैड के नीचे लगी चिप को भी दिखाया है, जिसमें उनकी बातों को रिकॉर्ड करने की बात कही है। पहले इस प्रकार की चिप बाथरुम में भी लगी मिली थी।

Wednesday, September 9, 2020

September 09, 2020

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने विकसित की मूंग की रोग प्रतिरोधी किस्म एमएच-1142

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने विकसित की मूंग की रोग प्रतिरोधी किस्म एमएच-1142

हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों ने इस वर्ष मूंग की नई रोग प्रतिरोधी किस्म एमएच 1142 को विकिसत कर एक और उपलब्धि को विश्वविद्यालय के नाम किया है। मूंग की इस किस्म को विश्वविद्यालय के अनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग के दलहन अनुभाग द्वारा विकसित किया गया है।
विश्वविद्यालय द्वारा विकसित इस किस्म को भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि एवं सहयोग विभाग की 'फसल मानक, अधिसूचना एवं अनुमोदन केंद्रीय उप-समिति' द्वारा नई दिल्ली में आयोजित 84वीं बैठक में अधिसूचित व जारी कर दिया गया है। बैठक की अध्यक्षता भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के फसल विज्ञान के उप-महानिदेशक डॉ. टी.आर. शर्मा ने की थी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने कृषि वैज्ञानिकों द्वारा इस उपलब्धि पर बधाई दी और भविष्य में भी निरंतर प्रयासरत रहने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा मूंग की आशा, मुस्कान, सत्त्या, बसंती, एमएच 421 व एमएच 318 किस्में विकसित की जा चुकी हैं।

उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के लिए की गई है विकसित

खरीफ मौसम में बोई जाने वाली मूंग की एमएच 1142 किस्म को भारत के उत्तर-पश्चिम व उत्तर-पूर्व के मैदानी इलाकों में काश्त के लिए अनुमोदित किया गया है। इन क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिमी बंगाल व असम राज्य शामिल हैं।

ये होगी किस्म की खासियत

विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. सहरावत ने बताया कि खरीफ में काश्त की जाने वाली मूंग की इस किस्म की खासियत यह है कि इसकी फसल एक साथ पककर तैयार होती है। इस किस्म की फलियां काले रंग की होती हैं व बीज मध्यम आकार के हरे व चमकीले होते हैं। इसका पौधा कम फैलावदार, सीधा एवं सीमित बढ़वार वाला है, जिससे इसकी कटाई आसान हो जाती है। यह किस्म विभिन्न राज्यों में 63 से 70 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसकी औसत पैदावार भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार 12 क्विंटल से 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक आंकी गई है।

इन रोगों के प्रति होगी रोगरोधक क्षमता

इस किस्म की खास बात यह है कि इसमें पीला मौजेक, पत्ता झूरी, पत्ता मरोड़ जैसे विषाणु रोग तथा सफेद चुर्णी जैसे फफूंद रोगों की प्रतिरोधी है। इसके अतिरिक्त मूंग की इस किस्म में सफेद मक्खी व थ्रिप्स जैस रस चूसक कीट एवं अन्य फली छेदक कीटों का प्रभाव भी पहले वाली किस्मों की तुलना में बहुत कम होगा।

किस्म विकसित करने में इन वैज्ञानिकों की मेहनत लाई रंग

मूंग की एमएच 1142 किस्म विश्वविद्यालय के अनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग के दलहन अनुभाग के कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजेश यादव, श्रीमति डॉ. रविका, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. पी.के. वर्मा और ए.के. छाबड़ा की अथक मेहनत का परिणाम है। इस उपलब्धि को प्राप्त करने में डॉ. एस.के. शर्मा, डॉ. ए.एस. राठी, डॉ. तरूण वर्मा व डॉ. रोशन लाल का भी विशेष योगदान रहा।

अगले वर्ष से होगा बीज उपलब्ध : डॉ. ए.के. छाबड़ा

पादप एवं पौध प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ए.के. छाबड़ा ने बताया कि खरीफ के मौसम के लिए सिफारिश की गई इस किस्म का बीज अगले वर्ष किसानों के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
September 09, 2020

हरियाणा से जुड़ेगा दिल्ली-वड़ोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे, इन जिलों को मिलेगा फायदा

हरियाणा से जुड़ेगा दिल्ली-वड़ोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे, इन जिलों को मिलेगा फायदा

चंडीगढ़ : केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 148 बी को पनियाला मोड़ से सीधा आगे बढ़ाते हुए अलवर के साथ से निर्माणाधीन दिल्ली बड़ोदरा मुंबई एक्सप्रेस वे मार्ग से जोड़ने का निर्णय लिया है। यह सूचना भूतल परिवहन मंत्रालय ने अपने पत्र दिनांक 8 सितम्बर 2020 द्वारा नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव को 9 अगस्त 2020 को केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री गडकरी को उनके द्वारा लिखे गए अर्ध सरकारी पत्र के जवाब में भेजी है।

नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में इसका विस्तार से विवरण देते हुए बताया कि पिछले कई महीनों से वह इसके लिए केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों से लगातार संपर्क में थे तथा इसी कड़ी में 9 अगस्त को उन्होंने माननीय गडकरी जी को भी इस सड़क का महत्व एवं आवश्यकता का विवरण देते हुए एक पत्र लिखा था।
मंगलवार सायं काल उन्हें इस पत्र के जवाब में मंत्री के मंत्रालय से उक्त निर्णय की जानकारी मिली। डॉ यादव ने इस रोड़ का विस्तार से महत्व बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 148बी का दिल्ली- वडोदरा- मुंबई एक्सप्रेस मार्ग से जोड़ने का मतलब है न केवल महेंद्रगढ़ जिला अपितु पूरे उत्तरी भारत का सीधे मुंबई से जुड़ना।

यह मार्ग निर्मित होने के बाद पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर एवं साथ लगते राजस्थान समेत पूरे उत्तरी भारत का मुंबई सहित पश्चिमी भारत के शहरों के लिए सबसे छोटा मार्ग होगा। इन राज्यों से आने वाले वाहन अंबाला से सीधा राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 152डी से नारनौल होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 148 बी से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस मार्ग पर पहुंच जाएंगे। इससे धन एवं समय दोनों की बचत के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों के प्रदूषण में कमी आएगी तथा के एम पी समेत दिल्ली की सीमा से लगते हुए मार्गों पर भी यातायात का बोझ घटेगा ।

महेंद्रगढ़ जिले के आधारभूत ढांचे के विकास की श्रंखला में यह एक और महत्वपूर्ण कड़ी होगी। यह मार्ग भविष्य में उत्तरी भारत के व्यस्ततम मार्गो में से एक होगा जो दक्षिणी हरियाणा एवं विशेषत: महेंद्रगढ़ जिले को उत्तरी भारत को जाने वाले वाहनों के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने में सहायक होगा।

सीधा मुंबई मार्ग से जुड़ने से हरियाणा के बीचो-बीच गुजरने वाला यह मार्ग पूरे हरियाणा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। महेंद्रगढ़ जिले में इस रोड की लंबाई 80 किलोमीटर से अधिक है जो अपार विकास की संभावनाओं का द्योतक है। डॉक्टर यादव ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री का इसके लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
इसके साथ ही भिवानी महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मवीर एवं अलवर के सांसद महंत बालक नाथ व हरियाणा एवं राजस्थान की सरकारों का भी डॉ यादव ने उनके सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अब हम उज्जवल भविष्य के प्रवेश द्वार तक पहुंच गए हैं।