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Tuesday, June 22, 2021

June 22, 2021

हरियाणा में स्कूलाें का समय बदला

हरियाणा में स्कूलाें का समय बदला
चंडीगढ़ : हरियाणा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के विद्यालयों में समय में बदलाव करने के बारे में आदेश जारी किए हैं। 22 जून से विद्यालयों का समय प्रातः 8:30 बजे से बाद दोपहर 12:30 बजे तक रहेगा। "मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रमज़ के मध्यनजर विभाग द्वारा विद्यालयों के कार्य घंटों में बदलाव किया गया है। इस दौरान सभी अध्यापक विद्यालय मुखिया के मार्गदर्शन में अपने-अपने विद्यालयों के नामांकन एवं अवस्थान्तर को समुचित करने के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति की सहायता से कार्यवाही करेंगे। पंचकूला सेक्टर 5 स्थित हरियाणा शिक्षा विभाग में सेकेंडरी शिक्षा सहायक निदेशक ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, विद्यालय मुखिया एवं विद्यालय प्रभारी को निर्देश जारी किए हैं।
June 22, 2021

छह साल की तृषा का नाम इंडियन रिकार्ड में दर्ज

छह साल की तृषा का नाम इंडियन रिकार्ड में दर्ज
सिरसा :  शहर के चिकित्सक वीपी गोयल की 6 वर्षीय पोती तृषा गोयल का नाम ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हुआ है, जिससे जिला सिरसा गौरवान्वित हुआ है। डॉ. वीपी गोयल ने बताया कि पोती तृषा महज 53 सैकेंड में आवर्त सारणी का पूरा पाठ पढ़ लेती है जिसके चलते उसका नाम इंडियन रिकार्ड ओएमजी में दर्ज हुआ है। तृषा पूरे विश्व के प्रदेशों के नाम याद करने की तैयारी में जुटी है, ताकि एक और रिकार्ड दर्ज हो सके। काबिलेगौर है कि तृषा दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा है और स्कूल ने तृषा की प्रतिभाओं को देखते हुए उसे गूगल गर्ल नाम भी दिया है। 6 जून को तृषा छह वर्ष की हो गई है। कम उम्र में तृषा ने इस उपलब्धि को हासिल किया है, जिसका श्रेय अपने दादा डॉ. वीपी गोयल, पिता डॉ. तुषार गोयल व मां डॉ. शिखा गोयल सहित गुरुजनों को दिया है।
June 22, 2021

सुप्रीम स्कूल में मनाया गया सातवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

*सुप्रीम स्कूल में मनाया गया सातवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस*
जींद : ( संजय तिरंगाधारी ) इस बार भी कोरोना की वजह से सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म पर योग दिवस की थीम घर पर योग और घर-घर योग् रखी गई। इस माध्यम से बच्चों ने व अध्यापकों ने योग करते हुए विडियो प्रेषित किये व अध्यापकों द्वारा सभी बच्चों को योग अभ्यास करवाया गया इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य सत्येंद्र त्रिपाठी द्वारा बच्चों को प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया व योग के महत्व को बताते हुए कहा कि योग को प्राचीन भारतीय कला का एक प्रतीक माना जाता है। भारतीय योग को जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जावान बनाए रखने के लि‍ए महत्वपूर्ण मानते हैं।इस दिन को मनाने का उद्देश्य योग के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के साथ लोगों को तनावमुक्त करना भी है । योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी विरासत है, योग साधना में जीवन शैली का पूर्ण सार समाहित किया गया है। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सरत अत्री व अन्य सदस्य बलवान शर्मा, विकास शर्मा अध्यापक राजकुमार, राजेन्द्र, मोहित बब्बर, पूजा क्वात्रा, रितु जागलान, करूणा ने भी योग दिवस पर भाग लिया।

Monday, June 21, 2021

June 21, 2021

रेल और कोयले के बाद तेल और गैस भी निजी हाथों में बेचेगी सरकार!

रेल और कोयले के बाद तेल और गैस भी निजी हाथों में बेचेगी सरकार! 100% FDI का मसौदा किया तैयार

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 7 साल के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था की जो बदहाली हुई है वो किसी से छुपी नहीं है। निजीकरण, बेरोजगारी, जीडीपी का गिरना, रूपए का मूल्य घटते जाना – ये सब कुछ भाजपा सरकार के आने के बाद लगातार होता चला जा रहा है।
रेल, जंगल, कोयला आदि जैसे देश के बहुमूल्य संसाधनों का निजीकरण करने के बाद अब ये सरकार तेल एवं गैस क्षेत्र के उपक्रमों को बेचने को तैयार है।
मोदी सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने तेल एवं गैस क्षेत्र के उपक्रमों में स्वतः मंजूर मार्ग से 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की अनुमति देने के प्रस्ताव पर विमर्श करने के लिए कैबिनेट नोट का मसौदा जारी किया है।
मामले से जुड़े सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा है कि यह मसौदा उन उपक्रमों के लिए है जो विदेशी निवेश के लिए सैद्धांतिक रूप से तैयार हैं।
आसान भाषा में कहा जाए तो बी.पी.सी.एल के विदेशी निवेश का पूरा रास्ता अब साफ है। देश की दूसरी सबसे बड़ी तेल रिफायनरी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्परेशन लिमिटेड (BPCL) केंद्र की मंजूरी के बाद पूरी तरह निजी हाथों में बिक जाएगा।
निजीकरण के बिना केंद्र की बीपीसीएल में 52.98 फीसदी की हिस्सेदारी है। यदि इस कदम को मंत्रीमंडल की मंजूरी प्राप्त हो जाती है तब ये 52.98 फीसदी की हिस्सेदारी भी निजी हाथों में होगी।
ऐसा करने के लिए FDI नीति में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस से संबंधित नया प्रावधान भी जोड़ा जाएगा।
फिलहाल बीपीसीएल की 52.98 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए वेदांता समूह ने अपना रुचि पत्र केंद्र को दिया है। इसके अलावा बीपीसीएल की दावेदारी में गलोबल समूह भी सामने आ रहे हैं जिनमें अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट जैसी नामी कंपनियां भी हैं।
1952 में बीपीसीएल की शुरूआत की गई थी। तब से लेकर अब तक भारत पेट्रोलियम लाखों लोगों के घर चलाने का सहारा बनी है।
एक लंबे सफर के बाद भारत पेट्रोलियम देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की कंपनी बनी और आज नरेंद्र मोदी की सरकार ने उसे बाजार में बिकने को रख दिया है।
इसके पहले ही एस्सार की हिस्सेदारी रूस के हाथों, रिलायंस की हिस्सेदारी ब्रिटिश कंपनी के हाथों और अडानी गैस फ्रांसिसी कंपनी के हाथों में है। बीपीसीएल भी अब इस कतार में शामिल हो जाएगी।
भारतीय शेयर मार्केट में 20 फीसदी विदेशी निवेशक हैं। निर्यात की प्रक्रिया भी निगेटिव में चल रही है।
मोदी सरकार ने पिछले 7 सालों के कार्यकाल एक भी बड़ी संस्था की नींव तक नहीं डाली है, लेकिन लगभग सभी राष्ट्रीय हित की संस्थाओं का निजीकरण जरूर कर दिया है।
इसके बाद भी हमारे आपके बीच कई ऐसे अंधभक्त हैं जो इतने बड़े पैमाने में हो रहे निजीकरण को भी किसी तरह प्रधानमंत्री मोदी का मास्टरस्ट्रोक ठहरा देंगे।

Sunday, June 20, 2021

June 20, 2021

संबित पात्रा पर भड़के टिकैत

संबित पात्रा पर भड़के टिकैत, चित्रा से बोले- इस बेहूदा आदमी को यहां से हटाओ, डॉक्टर होकर ज़हर उगलता है

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के सितारे पिछले कुछ दिनों से गर्दिश में चल रहे हैं। अगले कुछ दिनों में न्यूज चैनलों की डिबेट्स में गालियां और अपशब्द सुनने का रिकाॅर्ड संबित पात्रा के नाम बनता हुआ नजर आ सकता है।
दरसअल संबित पात्रा राजनीतिक विरोधियों पर इतने अभद्र, अश्लील और वाहियात बातें कहते हैं जिससे कोई भी सभ्य इंसान क्रोधित हो जाता है।
ताजा मामला आज तक न्यूज चैनल का है। किसानों के मुद्दे पर डिबेट शो चल रहा था। एंकर के रुप में चित्रा त्रिपाठी मौजूद थीं जबकि भाजपा प्रवक्ता के तौर पर संबित पात्रा और दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत मौजूद थे।
टिकैत अपनी बात कहते कहते महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र करने लगें जिस पर संबित पात्रा टोकाटोकी करने लगे।
राकेश टिकैत ने पात्रा की बातों को अनसुना करते हुए कहा कि मैं इस बेहुदा इंसान से बात नहीं करुंगा। टिकैत ने कहा कि ये कौन है, जो बीच में टोक रहा है… हटाओ इसे, मुझे इससे बात नहीं करनी है।
चित्रा जी, मैं सिर्फ आपसे बात करुंगा। इस बेहुदा आदमी से बात नहीं करुंगा। टिकैत ने कहा कि आप डाॅक्टर हो, जहर मत उगलो नहीं तो आपकी सारी बकैती यहीं निकाल देंगे।किसान हैं हम दलाल नहीं।
टिकैत ने बहस में भाग लेने की शर्त रखते हुए कहा कि पहले इस आदमी को हटाओ, तब मैं बात करुंगा। इसके बाद एंकर चित्रा त्रिपाठी ने किसी तरह से मामले को शांत कराया, तब जाकर किसी तरह से बहस आगे बढ़ाया जा सका।
दो दिन पहले संबित को कांग्रेस प्रवक्ता डाॅ रागिनी नायक ने जमकर लताड़ लगा दी और कहा कि जिसे तुम टीवी चैनलों पर अपना बाप बताते हो न, तुम सब जयचंद हो।
मालूम हो कि संबित पात्रा ने एक बार कन्हैया कुमार के साथ बहस में नरेंद्र मोदी को देश का बाप बता दिया था. इस पर कन्हैया ने कहा था तेरे बाप होंगे… मेरे नहीं हैं।
इतना ही नहीं कुछ दिनों पूर्व ही संबित पात्रा को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत भी झाड़ पिला चुकी हैं। उन्होंने संबित की बदतमीजी पर कहा था कि संबित तुम गंदी नाली के कीड़े हो।
संबित पात्रा को कई दफे कांग्रेस के एक अन्य प्रवक्ता गौरव बल्लभ भी सरेआम बेइज्जत कर चुके हैं, फिर भी संबित सुधरने का नाम नहीं लेते।
लगता है कि एक दिन वो टीवी डिबेट्स में सबसे ज्यादा गाली सुनने वाले प्रवक्ता का रिकाॅर्ड बना कर ही मानेंगे।
June 20, 2021

मोदी-शाह-ईरानी को कांग्रेस ने भेजी साइकिलब

मोदी-शाह-ईरानी को कांग्रेस ने भेजी साइकिल, कहा-पेट्रोल 70 के नीचे था तब विरोध कर रहे थे, अब कहाँ हैं?
नई दिल्ली : भारत में पेट्रोल और डीजल की बढ़ रही कीमतों ने आम आदमी की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है। देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमतें 100 का आंकड़ा पार कर चुकी हैं।
इस मामले में मोदी सरकार को विपक्षी दलों द्वारा सवालों के कटघरे में खड़ा किया जा चुका है।
बीते महीने से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा था। अब कई महानगरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर हो जाने की वजह से लोग परेशान हो चुके हैं।
देश में बढ़ रही पेट्रोल डीजल की कीमतों पर मोदी सरकार को घेरते हुए आज कांग्रेस द्वारा भाजपा के मंत्रियों को साईकिल भेंट की गई है।
इस मामले में कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी वी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “2014 के पहले जब पेट्रोल 70 रुपए के नीचे था तो भाजपाई साइकिल लेकर कोहराम मचाते थे।
आज पेट्रोल के दाम 100 के पार है और भाजपाई कही नजर नही आ रहे। पुरानी यादों को ताजा करते हुए आज प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, पेट्रोलियम मंत्री और ‘कपड़ा मंत्री’ को युवा कांग्रेस द्वारा साइकिल भेजी गयी है।”

https://twitter.com/srinivasiyc/status/1402912947211444228?s=20

गौरतलब है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी और अमित शाह द्वारा पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर तत्कालीन मनमोहन सरकार को काफी बदनाम करने की कोशिश की गई थी।
यहाँ तक कि पेट्रोल और गैस सिलेंडर के दामों के लेकर भाजपा नेताओं द्वारा तत्कालीन मनमोहन सरकार के खिलाफ धरने भी दिए गए।
उस दौरान भाजपा के फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी ने तत्कालीन पीएम को चूड़ियाँ भेंट में भेजी थी। लेकिन आज जब पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर के ऊपर जा चुके हैं तो ये सभी नेता चुप्पी साधे हुए हैं।
इस मामले में बोले से पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी बचते नजर आते हैं।
हाल ही में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बयान दिया है कि सरकार की आमदनी वित्त वर्ष 2020-21 में कम हो गई है। लेकिन सरकारी खर्च बढ़े हैं। ऐसे में पेट्रोल-डीजल के दाम करने का ये सही वक़्त नहीं है।
June 20, 2021

महम के विधायक ने धर्म बेटी बना दिए पांच लाख

तंगहाली में जी रही स्ट्रेंथ लिफ्टर के आए अच्छे दिन, महम के विधायक ने धर्म बेटी बना दिए पांच लाख

हर माह देंगे दस हजार रुपये की डाईट मनी, गरीबी व तंगहाली में जी रही खिलाड़ी को मिली मदद
रोहतक :महम के विधायक बलराज कुंडू शनिवार को गांव सिसर पहुंचे और गरीबी की मार झेल रही स्ट्रेन्थ लिफ्टिंग खिलाड़ी सुनीता कश्यप को अपनी धर्म की बेटी मानते हुए उन्हें अपनी तरफ से पांच लाख रुपये की नगद आर्थिक सहायता के अलावा साढ़े तीन लाख रुपये की स्पोर्ट्स किट तथा बेहतर तैयारियों के लिए अपनी जेब से 10 हजार रुपये प्रतिमाह डाईट मनी के तौर पर देने की घोषणा की।

 ग्राम पंचायत से सुनीता के परिवार के लिये प्लॉट उपलब्ध करवाने की अपील भी की और कहा कि सबसे पहला कार्य इस परिवार के सिर पर अपनी खुद की छत होना है। प्लॉट की व्यवस्था गाँव करवा दे, मकान बनाने में मदद को मैं कश्यप परिवार के साथ खड़ा हूँ। स्ट्रेन्थ लिफ्टिंग में इंटरनेशनल स्तर पर गोल्ड मैडल जीत कर देश का नाम रोशन कर चुकी सुनीता के परिवार की दयनीय हालत के बारे में सोशल मीडिया के जरिये बलराज कुंडू को जानकारी मिली थी जिसके बाद वे आज अचानक सिसर खास गाँव पहुंचे और सुनीता एवं उसकी माता व पिता ईश्वर सिंह कश्यप से मिले।

परिवार की खराब आर्थिक स्थिति और मकान की दयनीय हालत के बारे में बताते हुए सुनीता भावुक हो उठी तो बलराज कुंडू ने उसका सिर पुचकारते हुए कहा कि गरीबी और तंगहाली का वक्त पीछे छूट गया है, आज से वह उनकी धर्म बेटी है।उन्होंने सुनीता को अभी से आगामी इंटरनेशनल चैंपियनशिप की तैयारी में जुट जाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि स्ट्रेन्थ लिफ्टिंग के साथ अब वेट लिफ्टिंग की तैयारी करो।
उन्होंने सुनीता से कहा कि वह देश के लिये ओलंपिक में गोल्ड जीतकर सिसर गांव ही नहीं अपने हरियाणा और भारत का नाम रोशन करना है। बलराज कुंडू ने सरकार से भी आग्रह किया कि ऐसे प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की अनदेखी करने की बजाय सरकार उनकी सुध ले तो ये खिलाड़ी हमारे प्रदेश व देश का नाम विश्व में ऊंचा करने की काबलियत रखते हैं।
*सोशल मीडिया पर वायरल हुई जानकारी*

महम के गांव सिसर खास की रहने वाली स्ट्रेन्थ लिफ्टिंग की इंटरनेशनल खिलाड़ी सुनीता के बारे में सोशल मीडिया पर खबरें वायरल हुई, कि कैसे अथाह प्रतिभा होने और इंटरनेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल लाने वाली सुनीता इन दिनों गरीबी और तंगहाली में अपना जीवन काटने को मजबूर है। उनके घर की हालत भी बेहद दयनीय है। मीडिया रिपोर्टस को देखकर ही विधायक बलराज कुंडू आज सीधे सुनीता के घर मदद करने पहुंचे थे।

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June 20, 2021

हरियाणा में अभी नहीं होगा मंत्रिमंडल में विस्तार, सीएम ने दी जानकारी

हरियाणा में अभी नहीं होगा मंत्रिमंडल में विस्तार, सीएम ने दी जानकारी
चंडीगढ़ : हरियाणा के गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज ने उनकी दिल्ली यात्रा औऱ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात को पूरी तरह से निजी व शिष्टाचार भेंट बताया। साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार औऱ कईं तरह की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि इस तरह की फिलहाल कोई बात नहीं हैं। मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं पर भी अनिल विज ने विराम लगा दिया। विज ने कहा कि ऐसी चर्चाएं ना ही तो उन्होंने सुनी हैं और न ही ऐसी चर्चाएं कहीं हैं। सीएम बोले अभी मंत्रिमंडल विस्तार नहीं दूसरी तरफ दो दिनों तक दिल्ली में रहे सीएम मनोहरलाल ने भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कहा कि अभी इस तरह की कोई बात नही है। जब विस्तार होगा बता दिया जाएगा।
June 20, 2021

बाबा का ढाबा के मालिक ने की सुसाइड करने की कोशिश, जानिए वजह

बाबा का ढाबा के मालिक ने की सुसाइड करने की कोशिश, जानिए वजह

नई दिल्ली :  पिछले एक वर्ष के दौरान फर्श से अर्श पर और फिर अर्श से फर्श पर आकर इंटरनेट जगत की सनसनी बनें ‘बाबा का ढाबा’ के मालिक कांता प्रसाद को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार की रात को तनाव के चलते कांता प्रसाद ने बड़ी मात्रा में नींद की गोलियां खाकर सुसाइड करने का प्रयास किया है। इसके बाद कांता प्रसाद को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
दक्षिणी जिले के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि बृहस्पतिवार रात सवा ग्यारह बजे पुलिस को सफदरजंग हॉस्पिटल से सूचना मिली कि बाबा का ढाबा संचालक कांता प्रसाद ने नींद की गोलियां खा लीं हैं और बाबा की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला है कि बाबा का ढाबा मालिक कांता प्रसाद ने कारोबार में हुएं नुकसान के चलते आत्महत्या करने का प्रयास किया है। वहीं हस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक बाबा ने शराब के साथ नींद की गोलियों का सेवन किया है जिस वजह से बाबा की हालत गंभीर बनी हुई है।
आपको बता दें कि पिछले साल सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बाबा का ढाबा मालिक कांता प्रसाद अपने आंसुओं के साथ इंटरनेट मीडिया की सनसनी बनें थे। दरअसल दिल्ली के चर्चित फूड ब्लॉगर गौरव वासन ने यह वीडियो बनाकर लॉकडाउन की वजह से उनकी बेबसी को दिखाया गया था। वीडियो में दिखाया गया था कि लॉकडाउन के चलते कैसे उनका काम ठप्प हो गया है और उनके ढाबे पर कोई भी खाना खाने नहीं आ रहा है। इस वीडियो के वायरल होते ही बॉलीवुड एक्ट्रेस सहित कई सेलिब्रिटीज ने बाबा की मदद के लिए लोगों से अपील की।
इसके बाद बाबा कांता प्रसाद को लाखों रुपए की आर्थिक मदद मिली और उनके ढाबे पर खाना खाने वालों की लंबी कतार देखने को मिली।
इसके बाद मदद से मिलें रुपयों से बाबा ने एक रेस्तरां खोला, लेकिन दोबारा कोरोनावायरस संक्रमण और लॉकडाउन ने बाबा को घाटे में पहुंचा दिया। हालात इस कदर बदतर हुए कि लाखों का घाटा झेलने के बाद कांता प्रसाद को फिर से ढाबा चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा। बताया जा रहा है कि रेस्तरां खोलने के बाद हुएं नुकसान को वह काफी समय से आहत थे और इसी वजह से वो आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो गए।
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Saturday, June 19, 2021

June 19, 2021

टिकैत ने मीडिया पर साधा निशाना, बोले- इनके कैमरे किनके इशारे पर काम करते हैं, सबको पता है!

टिकैत ने मीडिया पर साधा निशाना, बोले- इनके कैमरे किनके इशारे पर काम करते हैं, सबको पता है!
नई दिल्ली : इसे देश का दुर्भाग्य न कहा जाए तो क्या कहा जाए। जो अन्नदाता कड़ी मेहनत से अन्न उपजाता है और देश का पेट भरता है। वो पिछले 7 महीने से खुले आसमान के नीचे धरना, प्रदर्शन पर बैठा हुआ है लेकिन सरकार के कान पर जूं भी नहीं रेंग रहा है।
सरकार समाधान की बजाय आंदोलन को बदनाम करने की कोशिशों में जुटी हुई है। कभी आंदोलन को खालिस्तानी बताया जाता है तो कभी पाकिस्तानी बता दिया जाता है लेकिन सरकार कभी बैठकर किसानों के दर्द को समझने को तैयार नहीं है।
आंदोलन के नेतृत्वकर्ता और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को मसले का समाधान खोजना चाहिए लेकिन सरकार आरोपों की खोज कर रही है जिससे की आंदोलन को बदनाम किया जा सके।
यह किस प्रकार का लोकतंत्र है जिसमें देश भर के किसान सात महीने से आंदोलन पर बैठे हुए हैं लेकिन सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है।
टिकैत ने साफ तौर पर कहा कि किसान किसी किस्म का संशोधन नहीं बल्कि पूरी तरह से इन कृषि कानूनों में बदलाव चाहता है।
हम पहले भी कहते रहे हैं और अब भी कह रहे हैं कि जब तक इन काले कृषि कानूनों को केंद्र सरकार वापस नहीं ले लेती, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
राकेश टिकैत का कहना है कि ये तीनों कृषि कानून किसानों के लिए किसी डेथ वारंट से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें पता है कि ये लड़ाई लंबी है लेकिन अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए भारत का किसान लंबी लड़ाई के लिए तैयार है. भारत सरकार को हर हाल में इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा।
किसान भी जिद पर अड़े हुए हैं। पंजाब, हरियाणा की मिट्टी का असर तो हम सब जानते ही हैं। बात खेत की हो या देश के सीमाओं की.. दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में इन दोनों प्रदेशों के लोग सबसे आगे रहते हैं।
केंद्र की मोदी सरकार को लगता है कि ये किसान एक दिन थक कर भाग जाएंगे, पर अब तक ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं दिया।
कड़ाके की ठंड के मौसम में इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी। गर्मी और बरसात सब कुछ झेल लिया आंदोलनकारियों ने। आंदोलन की आंच अब तक कमजोर होती हुई नजर नहीं आ रही।
ये अलग बात है कि फिलहाल आंदोलन मीडिया के कैमरे की निगाहों से दूर है। मीडिया के कैमरे आजकल किनके इशारे पर चमकते हैं, ये तो आपको पता ही होगा !
June 19, 2021

डेरा प्रेमी ने हनीप्रीत पर लगाया धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप, मामला दर्ज

डेरा प्रेमी ने हनीप्रीत पर लगाया धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप, मामला दर्ज

करनाल : हाल ही में डेरा प्रमुख राम रहीम की तबियत खराब होने पर उसे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद कई तरह के चर्चाएं सामने आई थी। वहीं अब एक नई चर्चा सामने आई है जिसमें डेरा प्रेमी ने हनीप्रीत व उसके पति रह चुके विश्वास गुप्ता और ससुर एमपी गुप्ता पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि यह ऐसा पहला मामला है जिसमें एक डेरा प्रेमी ने ही हनीप्रीत पर आरोप लगाया हो। यह आरोप मोहाली निवासी डेरा प्रेमी कुलवंत सिंह ने लगाए हैं तथा एसएसपी करनाल को देते हुए कार्रवाई करने की मांग की है।

कुलवंत सिंह ने शिकायत में बताया है कि सोशल मीडिया पर उसने विश्वास गुप्ता और एमपी गुप्ता की एक वीडियो देखीं हैं, जिसमें बाप-बेटा ने कहा है कि डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी द्वारा उसे फोन पर जान से मारने की धमकी दिलवाई गई है। जबकि धमकी भरा फोन एमपी गुप्ता को उसी के करीबी ने पैसे के लेन-देन को लेकर किया था, जिसका खुलासा खुद करनाल पुलिस कर चुकी है।

शिकायतकर्ता ने गुप्ता परिवार के ब्यान के 9 हिस्सों पर ऐतराज जताते हुए, विश्वास गुप्ता की पूर्व पत्नी हनीप्रीत पर भी मिलीभगत करके डेरा प्रमुख पर झूठे आरोप लगाने व धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर कार्यवाही की मांग की है। ये ऐसा पहला मामला है जब डेरा प्रेमी द्वारा हनीप्रीत पर मुकदमा दर्ज करने की मांग उठी है।

शिकायतकर्ता ने साथ में यह भी बताया है कि हनीप्रीत विश्वास गुप्ता की पूर्व पत्नी है। वह अगस्त 2017 के पंचकूला दंगे की मास्टर माइंड है, इस दंगे में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। हनीप्रीत द्वारा उसके पति और ससुर पर किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई न करना ही तीनों की मिलीभगत को दर्शाता है।
June 19, 2021

लॉकडाउन में बंद पड़े राइस मिल को बिजली विभाग ने भेज दिया 90 करोड़ का बिल

लॉकडाउन में बंद पड़े राइस मिल को बिजली विभाग ने भेज दिया 90 करोड़ का बिल

सिरसा :  बिजली विभाग की गडबडियों के किस्से तो आपने सुने ही होंगे। लेकिन हरियाणा के सिरसा में विभाग की एक लापरवाही चर्चा का विषय बन गयी है। कालांवली इलाके में चलने वाली एक राइस मिल को तकनीकी गड़बड़ी की वजह से विभाग ने 90 करोड़ से ज्यादा का बिल भेज दिया है। लॉकडाउन के दौरान बंद पड़ी मिल के ऊपर इतना भारी भरकम बकाया देखकर राइस मिल संचालक के होश उड़ गए, उसका कहना है कि आमतौर पर जहां पांच-छ लाख का बिल आता था उसकी जगह इस बार पूरे 90 करोड़ रुपये का बिल भेजा गया है।

यह पूरा मामला सिरसा के कालांवली इलाके में चलने वाले गणेश राइस इंडस्ट्रीज का है। बिजली विभाग ने इस मिल के संचालक को बीते दिनों 90.137 करोड़ रुपये का बिजली का बिल भेजा है। राइस मिल के संचालक ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, कि भारी भरकम बिजली बिल का ऐसा मामला पहली बार सामने आया है।

उन्होंने कहा कि आमतौर पर मिल में जितनी बिजली खपत होती है उसके मद्देनज़र 5-6 लाख के बीच में ही बिल आता है, लेकिन इस बार तो हद हो गयी। उन्होंने कहा कि फैक्टरी चलने के दौरान इतना बिल आम बात है लेकिन अभी लॉकडाउन की वजह से काम-धंधा बंद है, फैक्टरी भी बंद पड़ी है ऐसे में 90 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिल समझ से परे है।

उधर 90 करोड़ से ज्यादा का बिल भेजे जाने का मामला सामने आने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में इस भारी भरकम बकाया राशि की जांच की गई। तो पता चला कि सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी से राइस मिल के ऊपर 90 करोड़ रुपये का बिल जनरेट हो गया।


सब डिविजनल ऑफिसर रवि कुमार ने ANI को बताया, कि नए सॉफ्टवेयर में आई गड़बड़ी की वजह से राइस मिल के ऊपर इतना बकाया बिल दिख रहा है। इस गड़बड़ी को जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। बता दें यह गड़बड़ी सॉफ्टवेयर की कमी के कारण आई थी।
June 19, 2021

अर्बन एस्टेट के मकान से जेवरात चोरी

अर्बन एस्टेट के मकान से जेवरात चोरी
जींद : ( संजय कुमार ) अर्बन एस्टेट स्थित एक बंद पड़े मकान से अज्ञात व्यक्ति सोने के जेवरात चोरी कर ले गया। चोरी की वारदात का कई दिनों बाद पता चला, जब परिजनों ने सोने के जेवरातों का संभाला। सिविल लाइन थाना पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ चोरी करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(हिसार) नारनौंद हलका के रहने वाले नरेश कुमार ने सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह 10 जून 2020 से 26 मई 2021 तक अर्बन एस्टेट स्थित 1302 नम्बर मकान में किराये पर रहा। इसके बाद 6 अप्रैल से 18 मई 2021 के बीच उसके मकान में कोई अज्ञात व्यक्ति घुसकर सोने के जेवरात चोरी कर ले गया। पिछले दिनों जब वह वापस नारनौंद जाने के लिए सामान पैक कर रहा था तो उनको सोने के जेवरात नहीं मिले। मकान में सोने की चेन, सोने के झूमके, 2 सोने की अंगूठी और एक आर्टिफिशियल गले का सैट था। मकान से सब गायब मिला। जांच अधिकारी एसआई महेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ चोरी करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
June 19, 2021

पुलिस लाइन में पहुंची नागरिक अस्पताल की टीम

67 लिए सैम्पल, 59 को किया वैक्सीनेट
-पुलिस लाइन में पहुंची नागरिक अस्पताल की टीम
जींद : ( संजय कुमार ) स्वास्थ्य विभाग की कोरोना मोबाइल टीमें लगातार सैंपलिंग में जुटी हैं। इसी के तहत पुलिस लाइन में सैंपलिंग व वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया। अभियान के तहत 67 कोविड सैंपल लिए गए, जबकि 59 लोगों को वैक्सीनेट किया गया। नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला टीम के साथ मौके पर रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति लापरवाही ही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देती है। ऐसे में अब हम सबका परम कर्तव्य बन गया है कि कोरोना संक्रमण के लिए जरूरी मास्क,  फिजिकल डिस्टेंसिंग, हैंडवाशिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अभी भी कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड है और लगातार वैक्सीनेशन और सैंपलिंग कार्य किया जा रहा है। डा. भोला ने कहा कि 
किसी भी व्यक्ति को या उसके परिवार के अन्य सदस्यों को जिन्हें सर्दी,  खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई, स्वाद या गंध नहीं आने की शिकायत है ऐसे लोगों को तत्काल कोरोना जांच करवानी चाहिए। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि कोरोना के प्रति लापरवाही बिल्कुल न बरतें और वैक्सीन अवश्य लगवाएं। डा. रवि ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रतिदिन अलग-अलग जगहों से कोरोना के सैंपल ले रही है। इसके साथ ही आमजन को कोराना के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। विभाग का प्रयास है कि हर हाल में कोराना महामारी को फैलने से रोका जाए। 
इस मौके पर मोबाइल टीम में डा. रवि राणा, कुलदीप, रोहताश, अनिल, अशोक, दीपक, सुनील, वैक्सीनेशन टीम में कमलेश, सुदेश देवी, रजनीबाला, सोनिया व सैंपलिंग टीम में संजय, बिजेंद्र, सोनू व बलराज शामिल रहे।
June 19, 2021

डॉक्टरों से हिंसा पर केंद्र का राज्यों को पत्र

डॉक्टरों से हिंसा पर केंद्र का राज्यों को पत्र
नई दिल्ली: डॉक्टरों के साथ हिंसा के मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक विस्तृत समीक्षा करके यह सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है कि संशोधित महामारी रोग अधिनियम के कार्यान्वयन के अलावा स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा व भलाई के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे अपने पत्र में कहा कि कि स्वास्थ्य कर्मियों की हर मोर्चे पर कोविड-19 प्रबंधन में सबसे अहम भूमिका है।
हाल ही में असम, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक समेत कुछ जगहों से डॉक्टरों, स्वास्थ्य क्षेत्र के कर्मियों तथा अन्य पेशेवरों के खिलाफ हिंसा की खबरें आईं। उन्होंने कहा कि इस तरह के वाकये हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र के कर्मियों के मनोबल को प्रभावित करते हैं जिन्होंने कोविड-19 प्रबंधन में सभी चुनौतियों के खिलाफ अनुकरणीय प्रतिबद्धता दिखाई।
बता दें , कुछ दिन पहले असम के होजई जिले में डॉक्टर पर हमले के बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। इस पत्र में आईएमए ने शाह से स्वास्थ्य संबंधी हिंसा के खिलाफ एक प्रभावी और मजबूत कार्रवाई को मंजूरी देने का अनुरोध किया गया था।
बता दें कि असम के होजई जिले में फुलताली मॉडल अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत के बाद पुरुषों के एक समूह द्वारा एक ऑन-ड्यूटी डॉक्टर पर हमला किया गया था। जिसके बाद से राज्य के डॉक्टरों में नाराजगी देखी गई। वहीं आईएमए ने भी घस घटना की कड़ी निंदा की थी।
June 19, 2021

दिल्ली में मुलाकातें, हरियाणा में चर्चा गर्म

दिल्ली में मुलाकातें, हरियाणा में चर्चा गर्म : सीएम मनोेहर लाल दूसरे दिन भी दिल्ली में रहे सक्रिय, गृह मंत्री अनिल विज लौटे
चंडीगढ़ :  सूबे के मुख्यमंत्री मनोहरलाल की केंद्रीय नेताओं के साथ में मुलाकातों का दौर जारी रहा, वहीं राजधानी हरियाणा में चर्चाओं का दौर गर्म रहा। सीएम गुरुवार की देर शाम को जहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर प्रदेश की सियासत, किसान आंदोलन और छहः सौ दिन पूरे होने सहित कईं तरह की जानकारी साझा की थी। वहीं, शुक्रवार को भी मुख्यमंत्री मनोहरलाल दिल्ली में व्यस्त रहें उन्होंने दो केंद्रीय मंत्रियों प्रकाश जावडेकर और गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ में मुलाकात की कुछ अन्य नेताओं के साथ भी मुलाकात के बाद शनिवार को दोपहर बाद ही उनकी वापसी होगी। उधर, एक दिन पहले दिल्ली पहुंचे हरियाणा के गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के बाद में वापस लौट आए हैं। 
मंत्रीमंडल विस्तार और फेरबदल जैसी चर्चाओं को पंख लगे सीएम और गृहमंत्री के अचानक ही दिल्ली जाने और वहां पर वरिष्ठ नेताओं के साथ में मुलाकातों के दौर के साथ ही राजधानी चंडीगढ़ में मंत्रीमंडल विस्तार और फेरबदल जैसी चर्चाओं को पंख लग गए हैं। एक दिन पहले और शुक्रवार को भी चर्चाओं का दौर जारी था। कुल मिलाकर सीएम द्वारा गत दिवस हरियाणा प्रदेश के राज्यपाल सत्यदेव आर्य के साथ में मुलाकात, उसके पहले दिल्ली दौरा सभी बातों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। उधर, विज के भी दिल्ली जाने और राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात को लेकर माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल में विस्तार और राज्य के सियासी हालात को लेकर हाईकमान ने फीडबैक ले लिया है। जिसके बाद में जल्द ही फैसला लिया जा सकता है।
बता दें कि सीएम हरियाणा ने गुरुवार को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र शेखावत के साथ में मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान अंबाला सीट से सांसद और राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया भी मौजूद थे। इसके अलावा सीएम ने केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री प्रकाश जावडेकर के साथ उनके आवास पर बैठक की है। कुल मिलाकर शुक्रवार की रात और शनिवार को दिल्ली में सीएम कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ में मुलाकात कर विचार मंथन करने की तैयारी में हैं। जिसके काऱण राज्य में कईं तरह की चर्चाओं को पंख लग गए हैं। मंत्रीमंडल में अभी दो मंत्रियों के पद खाली पड़े हुए हैं, जिसमें एक भाजपा के हिस्से और दूसरा पद जजपा गठबंधन के पास में जाना है। इन दोनों ही पदों पर लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है। कुल मिलाकर आने वाला सप्ताह कईं मायनों में अहम होगा। 
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर लौटे विज गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज गुरुवार को दिल्ली पहुंचकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बीती रात मिले थे। विज राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ में लंबी चर्चा के बाद में शुक्रवार को दोपहर बाद हरियाणा अंबाला अपने आवास के लिए निकल गए थे। विज वैसे, तो बीती रात ही इसे निजी और शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं लेकिन राजधानी चंडीगढ़ में इसको लेकर कईं तरह की चर्चाएं चल रहीं हैं। सूत्र बताते हैं कि विज ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रदेश के सियासी माहौल, किसान आंदोलन के साथ-साथ कईं विषयों को लेकर लंबी चर्चा की है। शुक्रवार को कुछ नेताओं के साथ में निजी मुलाकात के बाद में वे हरियाणा लौट आए हैं। 

 छह सौ दिनों पर पीसी के बाद में दोनों नेता दिल्ली के लिए रवाना वीरवार को मनोहरलाल सरकार की ओर से राजधानी चंडीगढ़ में छह सौ दिन पूरे हो जाने को लेकर पीसी आयोजित की गई थी। जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सरकार के कामकाज को लेकर मीडिया को विस्तार से जानकारी दी थी। इस पीसी में राज्य सरकार में वरिष्ठ मंत्री अनिल विज और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के अलावा मंत्रीमंडल के अधिकांश मंत्री मौजूद रहे थे। इसके बाद में सीएम जहां अपने स्पेशल विमान से दिल्ली गए थे। वहीं, अचानक ही हरियाणा के गृह एवं सेहत मंत्री विज भी सड़क मार्ग से दिल्ली गए थे। विज ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकातकी, तो वहीं सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
June 19, 2021

श्रीगंगानगर इंटरसिटी एक्सप्रेस हर रोज चलेगी

श्रीगंगानगर इंटरसिटी एक्सप्रेस हर रोज चलेगी
रोहतक : कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आने के बाद रेलवे यातायात को भी पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। सप्ताह में दो दिन चलने वाली श्रीगंगानगर इंटरसिटी एक्सप्रेस अब रोज चलेगी। इसका ठहराव रोहतक जंक्शन पर भी होगा। इस रेलगाड़ी में रोहतक से हर रोज करीब 200 से 250 यात्री सफर करते है। यह ट्रेन दिल्ली से दोपहर को 12.30 पर चलकर 2.30 बजे रोहतक पहुंचेगी। इसके बाद वह आगे भठिंडा जाएगी। पहले गंगा नगर इंटरसिटी रेलगाड़ी सप्ताह में दो दिन ही चलती थी। भठिंडा से चलकर सोमवार व बुधवार को रोहतक जंक्शन पर आती थी। वहीं वापसी में दिल्ली से भठिंडा की ओर मंगलवार व बृहस्पतिवार को चलती थी। 200 से 250 यात्री करते हैं सफर
कोरोना संक्रमण के कारण श्रीगंगानगर इंटरसिटी रेलगाड़ी को एक सप्ताह में दो बार चलाया जा रहा था। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस रेलगाड़ी को रेलवे ने हर रोज के लिए शुरू कर दी है। इस रेल गाड़ी में रोहतक से करीब 200 से 250 यात्री सफर करते है। जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली। उधमपुर-कोटा ट्रेन का रोहतक जंक्शन पर ठहराव गर्मियों में यात्रियों के लिए चलाई जा रही उधमपुर-कोटा स्पेशल ट्रेन का रोहतक जंक्शन पर ठराव दिया गया। यह ट्रेन कोटा से चलाई है। इस ट्रेन का ठहराव रोहतक जंक्शन पर दिया गया है। उधमुपर जाने वाले यात्रियों को यह ट्रेन रोहतक से पकड़नी पड़ेगी। इंटरसिटी एक्सप्रेस अब चलेगी हर रोज : बीएस मीणा अन्य रेलगाड़ियों को लेकर जो कोई निर्देश समय-समय पर रेलवे की ओर से मिलेंगें, उस हिसाब से यात्रियों को सुविधा दी जाएगी। फिलहाल गंगानगर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन अब प्रतिदिन चलेगी। पहले यह ट्रेन सप्ताह में केवल दो दिन ही चलती थी। अब हर रोज यह ट्रेन चलने से यात्रियों को लाभ मिलेगा। - बीएस मीणा, स्टेशन अधीक्षक, रोहतक
June 19, 2021

स्विस बैंक में भारतीयों ने जमा किए रिकॉर्ड 20 हजार करोड़, लोग बोले-अब अन्ना-रामदेव कहाँ छुपे हैं ?

स्विस बैंक में भारतीयों ने जमा किए रिकॉर्ड 20 हजार करोड़, लोग बोले-अब अन्ना-रामदेव कहाँ छुपे हैं ?
नई दिल्ली : कोरोना काल में जहां कई भारतीय परिवार ऐेसे थे जिनका रोजगार समाप्त हो गया। कई भारतीय घर ऐसे थे जहां खाने पीने तक का संकट छा गया था।
लॉकडाउन ने एक तरह से मध्यमवर्गीय और गरीब परिवारों को आर्थिक रुप से तोड़ कर रख दिया था तो वहीं कई लोग ऐसे थे जिन्होंने किसी तरह से स्वयंसेवी और सामाजिक संगठनों की मदद से अपनी और अपने परिजनों का पेट पाला।
भारतीय अर्थव्यवस्था को भी इस दौर ने बड़ा झटका लगा लेकिन जो आंकड़े सामने आए हैं वो कुछ दूसरा पक्ष ही दिखा रहे हैं।
गुरुवार को स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने एक आंकड़ा जारी किया, उसके मुताबिक वर्ष 2020 में स्विस बैंकों में सबसे ज्यादा रकम भारतीयों और भारतीय कंपनियों के जमा हुए हैं।
कोरोना के दौर में कई ऐसे भारतीय अमीर थे जिनके धन दौलत में भारी वृद्धि हुई और इनमें से बड़ी संख्या में अमीरों ने अपने पैसे स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा किए।
केंद्रीय बैंक स्विट्जरलैंड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वहां के बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा किए गए रकम में भारी बढोतरी हुई है और अब यह रकम 2.55 अरब स्विस फ्रैंक यानी कि 20,700 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। ये आंकड़ा पिछले 13 वर्षों में सर्वाधिक है।
सवाल उठता है कि जो नरेंद्र मोदी विदेशी बैंकों से काला धन लाने के नाम पर सत्ता में आए थे, उन्हीं के शासन काल में स्विस बैंकों में धन राशि जमा करने का रिकॉर्ड बन गया।
केंद्रीय बैंक, स्विट्जरलैंड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में स्विस बैंकों में भारतीयों की 6625 करोड़ रुपये जमा थे। वर्ष 2020 में यह बढ़कर 20,706 करोड़ रुपये हो गई।
इसमें 4000 करोड़ रुपये से ज्यादा कस्टमर डिपॉजिट…… 13,500 करोड़ रुपये बॉन्ड, सिक्योरिटीज व अन्य वित्तीय विकल्पों से, 3100 करोड़ रुपये दूसरे बैंकों के माध्यम से, 16.5 करोड़ रुपये ट्रस्ट के जरिए जमा हुए हैं।
इसके पहले स्विस बैंकों में ऐसा ही रिकॉर्ड 2006 में भी बना था। उस दौरान स्विस बैंकों में भारतीयां की जमा राशि लगभग 6.5 अरब स्विस फ्रैंक्स थी। हालांकि ये आंकड़ा बाद के दिनों में गिरने लगा।
अगर वर्ष 2011, 2013 और 2017 को छोड़ दिया जाए तो स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों अथवा कंपनियों द्वारा जमा की जाने वाली धन राशि में गिरावट देखने को मिली।
मालूम हो कि इस आंकड़े में भारतीय नागरिकों के सभी तरह के फंड्स को संलग्न कर रिपोर्ट जारी किया जाता है।
ये आंकड़े स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों के काले धन की राशि को नहीं दर्शाते हैं, अर्थात ये पूरे आंकड़े कानूनन रुप से जमा धन राशि की है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को देश के सामने यह बताना चाहिए कि कैसे कोरोना की महामारी में इतने व्यापक पैमाने पर देश का पैसा स्विस बैंकों में जमा हो गया क्योंकि काला धन वापस लाने के नाम पर ही देश की जनता ने उन्हें बहुमत दिया था।
वहीं इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता यश मेघवाल ने अन्ना हजारे और बाबा रामदेव पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि

https://twitter.com/YashMeghwal/status/1405762537191215108?s=20

 “साल 2020 में स्विस बैंक में जमा भारतीयों का काला धन 20,000 करोड़ रुपया बढ़ गया है, हैरत की बात नहीं कि अन्ना हज़ारे और लाला रामदेव दोनो मुँह छुपाए बैठे हैं।”
June 19, 2021

पौकरीखेड़ी हत्याकांड की जांच करने पहुंचे एडीजीपी संदीप

पौकरीखेड़ी हत्याकांड की जांच करने पहुंचे एडीजीपी संदीप
-9 साल पहले हुआ था मां-बेटे का कत्ल
-हाईकोर्ट के निर्देश पर एसआईटी कर रही जांच
जींद : ( संजय कुमार ) गांव पोकरी खेड़ी में अगस्त 2012 को हुए मां-बेटा हत्याकांड की गुत्थी 9 साल बाद भी नहीं सुलझ पाई है। हाईकोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को रोहतक रेंज में तैनात एडीपीजी संदीप खिरवाल गांव में पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। करीब एक घंटे तक एडीजीपी गांव में रहे और महिला सुमित्रा के ससुर व आसपास के लोगों से घटना संबंधित जानकारी ली। गौरतलब है कि 20 अगस्त 2012 को पोकरी खेड़ी गांव में फौजी केवल सिंह की पत्नी सुमित्रा व 15 वर्षीय बेटे विजय का रात को मर्डर कर दिया गया था। मर्डर किसने किया और इसके पीछे किसका हाथ है, इसका नौ साल बाद भी पुलिस इस मामले में कोई सुराग नहीं लगा पाई। बाद में सीआरपीएफ में तैनात उसके पति केवल सिंह ने सीबीआई की जांच की मांग को लेकर वर्ष 2016 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। सितंबर 2019 में हाईकोर्ट ने इस मामले में एडीजीपी संदीप खिरवाल के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया और तीन माह में जांच करने के निर्देश दिए। एसआइटी ने बाद में हत्या का सुराग देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम की भी घोषणा की, लेकिन अब तक इस मामले में कोई सुराग नहीं लग पाया। बाद में लाकडाउन लगने के चलते एसआइटी जांच नहीं कर पाई और हाईकोर्ट में भी इसकी सुनवाई टलती रही। अब एसआइटी को 30 जुलाई को हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई में इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। इसलिए एडीजीपी संदीप खिरवाल अपनी टीम के साथ गांव पोकरीखेड़ी में पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया।
*-एएसपी नीतीश अग्रवाल भी एसआइटी में शामिल-*
एसपी वसीम अकरम ने बताया कि डबल मर्डर के मामले में गठित की गई एसआइटी प्रमुख एडीजीपी रोहतक रेंज संदीप खिरवाल ने पोंकरीखेड़ी पहुंच गवाहों से बातचीत की है व वारदात स्थल को जांचा है। इस एसआइटी में सफीदों के एएसपी नितिश अग्रवाल को भी शामिल किया गया है। पुलिस इस दोहरे हत्याकांड को सुलझाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
June 19, 2021

फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह का PGI में हुआ निधन

फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह का PGI में हुआ निधन, कोरोना निगेटिव आने के बाद बिगड़ी थी तबीयत
चंडीगढ : महीने भर कोरोना से जूझने के बाद फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह  जिंदगी की जंग हार गए हैं।

इसी हफ्ते उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का देहांत भी कोरोना की वजह से हो गया था, मिल्खा सिंह ने 91वीं साल में अपनी अंतिम सांस ली है वहीं निर्मल मिल्खा सिंह 85 वर्ष की थीं।

बीते दिनों ही मिल्खा सिंह कोरोना निगेटिव हुए थे, लेकिन अचानक से उनकी तबीयत नाजुक होने लगी इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उनकी मौत हो गई है।

इसी हफ्ते पत्नी की मौत हो जाने के बाद वे मिल्खा सिंह अपनी पत्नी के दाह संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके थे क्योंकि वे खुद भी आईसीयू में भर्ती थे।
चंडीगढ़ के PGIMER अस्पताल ने भी एक स्टेटमेंट जारी करके उनके निधन की सूचना दी है। अस्पताल ने अपने स्टेटमेंट में बताया है ”मिल्खा सिंह 3 जून को PGIMER अस्पताल में भर्ती हुए थे। 13 तारीख तक यहां उनका कोरोना का इलाज चलता रहा।

अंततः वे कोरोना नेगेटिव आ गए। हालांकि बाद में पोस्ट कोविड दिक्कतें आने के कारण उन्हें कोविड अस्पताल से मेडिकल ICU में भर्ती कर दिया गया। लेकिन डॉक्टरों की टीम के द्वारा की गई पूरी कोशिशों के बाद भी वे क्रिटिकल कंडीशन से बाहर नहीं आ सके और 18 जून की रात 11।30 बजे वे स्वर्ग के लिए प्रस्थान कर गए।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा है ”हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है”

आपको बता दें कि फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह साल 1960 में हुए रोम ओलंपिक की 400 मीटर दौड़ के फाइनल मैच में चौथे स्थान पर रहे थे।
June 19, 2021

हड़ताल पर रहे निजी अस्पतालों के चिकित्सक

हड़ताल पर रहे निजी अस्पतालों के चिकित्सक 
जींद : ( संजय कुमार ) इंडियन मेडिकल एसोसिएशन  के राष्ट्रीय आह्वान पर सभी निजी अस्पतालों के चिकित्सक जिले में हड़ताल पर रहे। इसके चलते सुबह आठ से दो बजे तक ओपीडी पूरी तरह से बंद रही। चिकित्सक रानी तालाब के पास नेहरु पार्क में एकत्रित हुए और यहां धरना देते हुए रोष सभा की। बाद में एसडीएम दलबीर सिंह को ज्ञापन भी सौंपा गया। निजी अस्पतालों के दोपहर बाद दो बजे तक बंद रहने से मरीजों को परेशानी हुई। हालांकि इमरजेंसी सेवाएं बहाल रही।
नेहरु पार्क में आइएमए के महासचिव डा. सुशील मंगला ने बताया कि पिछले काफी समय से चिकित्सकों पर हमले हो रहे हैं और आइएमए द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि चिकित्सकों को सुरक्षा प्रदान की जाए लेकिन सरकार द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। कोरोना काल के दौरान जब भी चिकित्सकों पर हमले हुए तो उस समय केंद्र सरकार ने केवल कानून में थोड़ा बदलाव कर दिया जो सिर्फ महामारी के दौरान लागू रहेगा। उन्होंने मांग की कि इसे एक केंद्रीय कानून बनाया जाना चाहिए। इससे मरीज के तिमारदारों द्वारा चिकित्सकों पर हमला किए जाने पर तुरंत केस दर्ज किया जाए। सभी चिकित्सकों के संस्थानों को सुरक्षित संस्थान घोषित किया जाए। चिकित्सकों की सुरक्षा के मानक तय किए जाएं। चिकित्सकों पर हमला किए जाने के मामलों की जांच फास्ट ट्रैक अदालत में की जाए। वरिष्ठ चिकित्सक व राज्य प्रतिनिधि डा. प्रमोद बंसल, आइएमए प्रधान डा. अजय गोयल ने कहा कि आइएमए चाहती है कि मेडिकेयर कानून को केंद्रीय कानून बना दिया जाए ताकि यह कानून आईपीसी की धारा के तहत आ सके। इसके अलावा बाबा रामदेव को उनके द्वारा किए गए बयान को लेकर गिरफ्तार किया जाए। बाद में चिकित्सकों ने मांगों को लेकर ज्ञापन एसडीएम दलबीर सिंह को सौंपा। 
इस मौके पर डा. मदनलाल गेरा, डा. सत्यवान, डा. सुभाष, डा. अनिल, डा. मनोज, डॉ सोनल सिंघल, डा. कंवरसेन गोयल, डा. रमेश, डा. कुलदीप, डा. सुरेश जैन, डा. राकेश, डा. चमन सहित अनेक चिकित्सक मौजूद रहे।
फ़ोटो-एसडीएम को ज्ञापन सौंपते चिकित्सक
June 19, 2021

भूपेंद्र हुड्डा का सीएम को जवाब : आप जिसे मेरी राजनीतिक पीड़ा बता रहे, वो हर प्रदेशवासी का दर्द

भूपेंद्र हुड्डा का सीएम को जवाब : आप जिसे मेरी राजनीतिक पीड़ा बता रहे, वो हर प्रदेशवासी का दर्द 
चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर जिसे मेरी राजनीतिक पीड़ा बता रहे हैं, वो हर हरियाणवी की मानवीय पीड़ा है। हुड्डा ने कहा कि उन्हें इस बात की पीड़ा है कि जिस हरियाणा को हमने साढ़े नौ साल की कड़ी मेहनत से देश का नंबर वन राज्य बनाया था, उसे बीजेपी के कुशासन ने देश के फिसड्डी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया। हुड्डा ने कहा कि भाजपा और बीजेपी-जेजेपी सरकार में हुए इस नकारात्मक विकास पर हर प्रदेशवासी को पीड़ा महसूस हो रही है। बहरहाल हरियाणावासी भी आपकी तरह एक-एक दिन गिनकर निकाल रहे। लेकिन, हैरानी की बात ये है कि सत्ता में बैठे हुए लोगों को प्रदेश के ये हालात देखकर पीड़ा नहीं होती। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उन्हें प्रदेश के किसानों की हालत देखकर पीड़ा होती है। क्योंकि वो 7 महीने से अपनी जायज मांगों को लेकर सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं। नवंबर-दिसंबर की कड़कड़ाती ठंड झेलने के बाद किसान जून की चिलचिलाती गर्मी झेलने को मजबूर हैं। यह पूरे देश के लिए पीड़ादायक है। उन्हें इस बात की पीड़ा है कि आज हरियाणा के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।

 https://twitter.com/BhupinderSHooda/status/1405870986948276226?s=19

 देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है और अपराध व नशे के चंगुल में फंस रहा है। जो राज्य कभी दूसरे प्रदेशों के लोगों को भी रोजगार देने में सक्षम था, वो आज खुद के युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार भले ही आंखें मूंदकर बैठी हो। लेकिन एक हरियाणवी, एक राजनीतिज्ञ, जिम्मेदार विपक्ष और एक इंसान होने के नाते उन्हें रोज-रोज होने वाली हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती, फिरौती, चोरी और अपहरण की वारदातों को देखकर पीड़ा होती है। CM जिसे मेरी राजनीतिक पीड़ा बता रहे हैं, वो हर हरियाणवी की मानवीय पीड़ा है। जिस हरियाणा को 9.5 साल की कड़ी मेहनत से देश का No.1 राज्य बनाया, उसे BJP के कुशासन ने फिसड्डी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया। क्या सत्ता में बैठे लोगों को प्रदेश के हालात देखकर पीड़ा नहीं होती? — Bhupinder S 
Hooda (@BhupinderSHooda) June 18, 2021 
https://twitter.com/BhupinderSHooda/status/1405870986948276226?s=19
June 19, 2021

हिसार में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का विरोध, किसानों ने दिखाए काले झंडे

हिसार में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का विरोध, किसानों ने दिखाए काले झंडे 

हिसार : तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने शुक्रवार को हिसार दौरे पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के काफिले का विरोध किया और एयरपोर्ट चौक पर उनके काफिले को काले झंडे दिखाए गए। विरोध प्रदर्शन को देखते पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखाई दिया और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। डिप्टी सीएम के एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आंदोलनकारी वहां से चले गए। इस दौरान डिप्टी सीएम ने एयरपोर्ट पर अधिकारियों की बैठक ली और विकास कार्यों को लेकर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को सेक्टर-13 में अपनी नानी के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए शुक्रवार को पहुंचना था। आंदोलनकारियों के विरोध को देखते दुष्यंत चौटाला के दौरे को गुप्त रखा गया था। मीडिया तक को इसकी जानकारी नहीं दी गई। इसी बीच आंदोलनकारियों को भनक लग गई कि दुष्यंत चौटाला सेक्टर-13 में पहुंच चुके हैं और इसके बाद वे हिसार एयरपोर्ट से आएंगे, जहां अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। आंदोलनकारियों का अनुमान था कि दुष्यंत चौटाला अर्बन एस्टेट स्थित अपने आवास पर भी आएंगे, लेकिन कुछ देर इंतजार करने पर उन्हें पता चला कि दुष्यंत एयरपोर्ट पहुंचकर हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे। इस पर वे एयरपोर्ट पहुंच गए। संयुक्त किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार की अध्यक्षता में आंदोलनकारियों ने एयरपोर्ट चौक पर दुष्यंत के काफिले को काले झंडे दिखाते हुए सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की व उनकी लंबित मांगों को पूरा करने की मांग की।