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Friday, April 30, 2021

April 30, 2021

किसान-मजदूर दिल्ली बॉर्डर पर 1 मई को ‘मई दिवस’ समारोह मनाएंगे

किसान-मजदूर दिल्ली बॉर्डर पर 1 मई को ‘मई दिवस’ समारोह मनाएंगे


रोहतक : अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस एक मई को दिल्ली बॉर्डर पर पूरे देश-प्रदेश में किसान और मजदूर मिलकर मनाएंगे। यह निर्णय संयुक्त किसान मोर्चा और 10 प्रमुख केंद्रीय श्रम संगठनों की एक ऑनलाइन बैठक में लिया गया। इसमें ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन और एआईयूटीयूसी दोनों ने भागीदारी की।

ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यवान ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में भी किसान संगठन और ट्रेड यूनियन मिलकर एक मई को मजदूर दिवस व्यापक से व्यापक स्तर पर मनाएंगे। उन्होंने कहा कि मई दिवस पर भारत सरकार से मांग की जाएगी कि किसान-विरोधी तीन काले कृषि कानूनों और बिजली बिल के अलावा मजदूर, कर्मचारी विरोधी चार लेबर काेड और सार्वजनिक उद्योगों व संस्थाओं के निजीकरण को तत्काल रद्द किया जाए।

काेराेना महामारी से बचाव के उचित इंतजाम न होने पर किसान-मजदूर संगठनों ने रोष जताया। संगठनों ने मांग की है कि केंद्र और प्रदेश सरकार कोरोना से बचाव के सही-सही इंतजाम करें। धारा 144 और जुर्मानों की बजाय इस बीमारी के प्रति जन-जागृति पैदा करें, सार्वजनिक स्थलों पर व्यापक रूप से सेनिटाइजेशन किया जाए।

फिजूल खर्ची पर सरकार रोक लगाये और लोगों के जीवन व सेहत को बचाने के इंतजाम युद्धस्तर पर किए जाएं। कोरोना महामारी में मरने वालों के हर परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। जिन परिवारों का मुख्य कमाने वाला चला गया, उनके परिवार से एक को सरकारी नौकरी दी जाए। किसान-मजदूर संगठनों के अनेक कार्यकर्ता दिल्ली बाॅर्डरों पर होने वाले मई दिवस समारोहों में भी शामिल होंगे
April 30, 2021

अनिल विज ने दिए आदेश : कोई वीआईपी अस्पताल में आए तो मरीजों का इलाज प्रभावित न हो

अनिल विज ने दिए आदेश : कोई वीआईपी अस्पताल में आए तो मरीजों का इलाज प्रभावित न हो

चंडीगढ़ : स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आदेश दिए हैं कि अस्तपालों में वीआईपी के दौरे के दौरान कोरोना मरीजों का उपचार प्रभावित नहीं होना चाहिए। यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों पर है। विज ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता मरीज और उनका उपचार है। गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल जींद के सामान्य अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान जब वे बाहर खड़े मरीजों के परिजनों से बातचीत करने पहुंचे तो परिजनों ने मुख्यमंत्री से कहा कि यहां के चिकित्सक दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन आपके आने से व्यवस्था बिगड़ गई है। सुरक्षा के नाम पर उनको सुबह आठ बजे ही अस्पताल से बाहर निकाल दिया गया था।

April 30, 2021

असिस्टेंट ब्रांच इंचार्ज से 3 नकाबपोशों ने लूटे 71 हजार रुपए, 4 गांवों की कलेक्शन कर लौट रहे थे अधिकारी

अंबाला : असिस्टेंट ब्रांच इंचार्ज से 3 नकाबपोशों ने लूटे 71 हजार रुपए, 4 गांवों की कलेक्शन कर लौट रहे थे अधिकारी

अम्बाला : बैंककर्मी ने शोर मचाते हुए नकाबपोशों का पीछा करने की कोशिश की, मगर वह बाइक पर होने के कारण तेजी से भाग निकले। नकाबपोशों ने पांडे की पीठ पीछे से जोर से डंडे से वार किया था
हरियाणा के अंबाला जिले में उत्कर्ष इस्मॉल फाइनेंस बैंक के असिस्टेंट ब्रांच इंचार्ज राकेश पांडे से तीन नकाबपोशों ने 71 हजार रुपए छीन लिए। वारदात गांव सेगता पुल से करीब 500 मीटर आगे गांव नग्गल जा रही सड़क पर अंजाम दी गई। राकेश पांडे गांवों से बैंक की किश्तें लेकर बाइक से लौट रहे थे। इसी दौरान बीच रास्ते में उन्हें बाइक पर तीन युवक मिल गए, जिन्होंने चेहरे को कपड़े से ढका हुआ था।

नकाबपोशों ने पांडे की पीठ पीछे से जोर से डंडे से वार किया और 71 हजार 250 रुपए से भरा पीठू बैग छीनकर फरार हो गए। हालांकि पांडे ने शोर मचाते हुए नकाबपोशों का पीछा करने की कोशिश की, मगर वह बाइक पर होने के कारण तेजी से भाग निकले। इसके बाद घायल अवस्था में पांडे नग्गल थाना पहुंचे और आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस ने राकेश पांडे की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके तलाश शुरू कर दी है।

*4 गांवों की कलेक्शन करके लौट रहे थे पांडे*

शिकायतकर्ता राकेश पांडे के मुताबिक, मूलरूप से वह उत्तर प्रदेश के जिला गौरखपुर के गांव बडगो का रहने वाला है। वह अंबाला छावनी स्थित उत्कर्ष इस्माल फाइनेंस बैंक में असिस्टेंट ब्रांच इंचार्ज है। इससे पहले वह यमुनानगर की ब्रांच में था। वह ऑफिस के अलावा फील्ड एरिया से भी ग्रुप लोन कलेक्शन का काम करता हूं।

गुरुवार सुबह वह अपनी बाइक पर गांव खासपुर, सकराहो, नग्गल व सेगता में कलेक्शन के लिए निकला था। सबसे पहले उसने गांव खासपुरा में ग्रुप लोन बारे मिटिंग करके लोन की किस्तें 20,970 रुपए, उसके बाद गांव नग्गल से 16,970 रुपए, फिर गांव सेगता से 30,310 रुपए लेकर शाम साढ़े 4 बजे गांव सेगता से महेश नगर के लिए चला था। उसने 20,970 रुपए की किस्त पेंट की दोनों जेबों में डाल रखी थी तथा गांव नग्गल व सेगता से मिली किस्तों 47,280 रुपए को अपने बैग में डाल रखा था। इसके अलावा अपनी जेब खर्ची के लिए अलग से तीन हजार रुपए डाल रखे थे।

*सेगता पुल के पास पहुंचते ही हुई वारदात*

राकेश पांडे के मुताबिक, जब वह गांव सेगता पुल से करीब 500 मीटर आगे गांव नग्गल पहुंचा तो पीछे से एक बाइक पर तीन नकाबपोश युवक तेजी से आए और उसकी बाइक के आगे अड़ा दी। उनमें से एक युवक बाइक से उतरा और उसकी पीठ पर जोर से डंडा मारा, जिसके बाद वह नीचे गिर पड़ा। फिर युवकों ने उसकी पेंट की जेब पैसे निकाले और बैग छीनकर फरार हो गए।
April 30, 2021

रोहतक में धार्मिक स्थल पर बवाल

रोहतक में धार्मिक स्थल पर बवाल 

रोहतक : के अस्थल बोहर स्थित औघड़ पीर डेरे के साधु रामकुमार नाथ का शुक्रवार को निधन हो गया। डेरे के महंत रमेश नाथ और राजकुमार नाथ को डेरे से बाहर करके कुछ लोगों ने गद्दी पर अन्य महंत को बिठा दिया था। इसको लेकर लंबे समय से धरने-प्रदर्शन भी किए गए। मिशन एकता समिति की अध्यक्ष कांता आलड़िया ने साधु का निधन तनाव में आने से होने की बात कही और समर्थकों के साथ पुलिस अधीक्षक आवास के बाहर धरने पर बैठ गई।

धरने पर बैठी कांता आलड़िया ने आरोप लगाया कि साधु रामकुमार नाथ की मौत के जिम्मेदार बाबा मस्तनाथ मठ के महंत एवं अलवर से सांसद बाबा बालकनाथ और जिला प्रशासन के अधिकारी हैं। इन सबने मिलकर ही डेरे से महंत रमेश नाथ और उनके गुरु भाई राजकुमार नाथ को बाहर निकालते हुए डेरे पर कब्जा कराया था। रामकुमार नाथ औघड़ पीर डेरे के महंत रमेश नाथ के गुरु भाई थे। लंबे समय से दोनों डेरे में साथ रह रहे थे। 27 मार्च को दोनों किसी कार्य से बाहर गए हुए थे। पीछे से अन्य साधु को गद्दी पर बिठा दिया गया। जब विरोध किया तो डेरे पर प्रशासन ने कब्जा करते हुए उसे सील कर दिया। इसके बाद महंत रमेश नाथ और राजकुमार नाथ तनाव में थे। इस तनाव के चलते पिछले दिनों बाबा राजकुमार नाथ की तबियत बिगड़ गई, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार को उनका निधन हो गया। बाबा के निधन की सूचना मिलने पर अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई।

उन्होंने बताया कि बाबा मस्तनाथ मठ के महंत पर पहले भी औघड़ पीर डेरे के साधुओं की समाधियां तोड़ने के आरोप लगाए गए थे। जिसको लेकर कई बार दोनों पक्षों में प्रशासन की मौजूदगी में पंचायतें हुई, लेकिन कोई भी समझौता सिरे नहीं चढ़ पाया है। कांता आलड़िया ने कहा कि डेरे में ही राजकुमार नाथ को समाधि दी जाएगी। यहीं पर डेरे के अन्य साधुओं को समाधि दी गई है। अगर प्रशासन ने डेरे में समाधि नहीं देने दी तो फिर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन और बाबा मस्तनाथ मठ के महंत बाबा बालकनाथ योगी होंगे।
April 30, 2021

जींद में जहरीली लस्सी पीने से एक और व्यक्ति की मौत

जींद में जहरीली लस्सी पीने से एक और व्यक्ति की मौत 

जींद /जुलाना :  23 अप्रैल को उधार की मांगी गई लस्सी पीने से पडाना गांव दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि एक चार वर्ष की बच्ची सहित सात लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी, जिनका उपचार रोहतक, हिसार व जींद के अस्पतालों में चल रहा है। वीरवार को धर्मपाल (55) ने ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद धर्मपाल को हिसार के नीजि अस्पताल में भर्ती करवाया गया था लेकिन तीन दिन पहले उसे जींद के एक नीजि अस्पताल में दाखिल करवाया गया था जहां पर उसने ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया और उसकी चार वर्षीय पोती की हालत गंभीर बनी हुई है। गांव पडाना का छोटू गांव में परचून की दुकान कर अपना तथा अपने परिवार का पेट पालता है। छोटू दो-तीन भैंस भी रखता है। छोटू के घर से उसके परिवार के लोग व कई पड़ौसी पीने के लिए प्रतिदिन लस्सी लेकर जाते हैं। गुरुवार को छोटू दुकान का समान लेने के लिए जींद चला गया। छोटू का भाई 50 वर्षीय रोहताश, पड़ौसी जयनारायण, रामदिया, रविंद्र व खुशीराम का परिवार के लोग लस्सी लेकर गए। यह लस्सी रोहताश, रोहताश की पत्नी मंजू, भाई राजा, पड़ाौसी जय नारायण, धर्मपाल, धर्मपाली की चार वर्षीय पौती प्राचाी, रविंद्र व खुशीराम ने खाना खाने के साथ पी ली। लस्सी पीने के थोड़ी देर बात इन सभी की हालत बिगड़ने लगी। हालत बिगड़ने पर सभी को जींद के सरकारी अस्पताल व निजी अस्पतालों में ले जाया गया। रोहताश, जयनारायण व प्राची को हालत गंभीर होने के कारण डाक्टरों ने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। पीजीआई में पहंुचने से पहले की जय नारायण ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। 23 अप्रैल देर सायं पीजीआई में उपचार के दौरान रोहताश की भी मौत हो गई थी। धर्मपाल की मौत के बाद परिवार पर दूखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इसके अलावा उसकी 4 वर्षीय पौती और राजा का ईलाज अभी भी चल रहा है। दादा की मौत के बाद पोती की हालत गंभीर बनी हुई है।
April 30, 2021

खट्टर-दुष्यंत सरकार का असली चेहरा इतिहास में शर्मनाक, अमानवीय और संवेदनहीन : सुरजेवाला

खट्टर-दुष्यंत सरकार का असली चेहरा इतिहास में शर्मनाक, अमानवीय और संवेदनहीन : सुरजेवाला

कहा- किस कदर तासीर बदल गई है देश व प्रदेश की जिसमें सांस धीमे व आकंड़े तेज चल रहे हैं।
बोले - भाजपा व जजपा सरकार के निक्कमेपन के कारण आज हरियाणा की जनता मौत का ग्रास बन चुकी है
कैथल : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि आज प्रदेश में मरीजों को लेकर अस्पतालों की जो दुर्दशा है उसमें चौंकाने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि हरियाणा में भाजपा-जजपा सरकार है तो यही मुमकिन है।
सुरजेवाला ने कहा कि गुहला-चीका का सरकारी अस्पताल सहित समस्त हरियाणा के अस्पताल राम भरोसे चल रहे हैं। चीका के अस्पताल में मात्र 2 डॉक्टर्स व 3 नर्स हैं, न आईसीयू और न वेंटिलेटर की सुविधा, न अस्पताल में सर्जन,न फिजिशियन व न स्त्री रोग विशेषज्ञ, न आई सर्जन और न ही स्किन स्पेशलिस्ट हैं। बिना तैयारी और बिना सुविधाओं के मरीज दर दर की ठोकरें खाकर मरने की कगार पर है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल की दूसरी लहर चली हुई है, अस्पतालों में मरीजों का कहर बरपा रहा है। खट्टर व दुष्यंत बताएं कि क्या यही कोरोना से लड़ने की तैयारी है। अगर आप जनता को बचाने में असमर्थ हैं तो अब सत्ता छोड़िए और चलने की तैयारी कीजिए।
मुख्यमंत्री खट्टर पर प्रहार करते हुए कहा कि आप न तो जीने देंगे और अगर मर भी गए तो आँकड़े भी बाहर नहीं आने देंगे। क्योंकि इससे भाजपा-जजपा सरकार की विफलता निकालकर जो सामने आती है।
उन्होंने कहा कि खट्टर साहेब। अगर यह वक्त मौत के आंकड़े बताने का नहीं तो बताइये,
◆ कि मरीजों को अस्पतालों में सम्पूर्ण ऑक्सीजन मुहैया क्यों नहीं करवाई जा रही?
◆ आखिर परिजन क्यों सरकार व प्रशासन पर विश्वास कायम नहीं कर पा रहे?
◆ आखिर कब तक हरियाणा की जनता भय व सदमे में मौत का ग्रास बनते रहेगी?
◆ शायद आपको बिलखते परिवार जनों के दर्द व तकलीफ का एहसास होता?
◆ ये एक बेरहम शासक के शब्द ही हों सकते हैं।
◆ सत्ता पर काबिज अहंकारी व नालायक हुक्मरानों को अपनी विफलता व नाकामियों को स्वीकार करना चाहिए।
◆ हर मौत, जो सरकार के निक्कमेपन का नतीजा है, पर शोर मचाने की आवश्यकता है ताकि बहरी भाजपा सरकार के कान में गूँज सुने।
April 30, 2021

टैटू बनाने की दुकान में चल रहा था हुक्का बार, पुलिस ने मारा छापा, देखें फिर क्या हुआ

टैटू बनाने की दुकान में चल रहा था हुक्का बार, पुलिस ने मारा छापा, देखें फिर क्या हुआ

सोनीपत : सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांधी चौक पर टैटू बनाने की दुकान की आड़ में हुक्का बार चलाने का मामला सामने आया हैं। पुलिस ने टीम का गठन कर छापेमारी कार्रवाई करते हुए सात आरोपितों को काबू किया हैं। जिनमें से छह आरोपित हुक्का बार पर हुक्का पी रहे थे। आरोपित कोविड नियमों की अवहेलना करते हुए टैटू की दुकान में चल रहे हुक्का बार को शाम छह बजे के बाद भी खोला गया था। पुलिस ने मामले में हुक्का बार को जारी आदेशों के साथ ही कोविड-19 को लेकर जारी डीसी के आदेशों की अवहेलना का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसआई लोकेश ने सिविल लाइन थाना पुलिस को बताया कि वह टीम के साथ गांधी चौक के पास गश्त कर रहे थे। इसी दौरान सूचना मिली कि गांधी चौक के पास ही न्यू लूक टैटू के नाम से चलाई जा रही दुकान की आड़ में हुक्का बार चलाया जा रहा है। गांव कुमासपुर निवासी सुमित उर्फ टैटू दुकान में टैटू गोदने का काम करता है, लेकिन साथ ही इसकी आड़ में हुक्का बार चला रहा है। प्रदेश में सरकार ने वर्ष 2010 से हुक्का बार पर प्रतिबंध लगा रखा है। साथ ही कोविड संक्रमण के चलते डीसी ने शाम छह बजे के बाद दुकान बंद करने के आदेश दे रखे हैं। उसके बावजूद वह कोविड नियमों की अवहेलना भी कर रहा है। जिस पर एसआई ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर तुरंत रेड के लिए टीम तैयार की। पुलिस ने रेड की तो सुमित उर्फ टैटू वहीं मिला। वह वहां बैठे युवकों को कह रहा था कि हुक्का पी लो यह बिना निकोटिन के तंबाकू का है। पुलिस ने सुमित समेत छह अन्य युवकों को पकड़ लिया। उनकी पहचान आशीष उर्फ आशी, आशुतोष उर्फ आंशू, साहिल, विक्रम, प्रशांत उर्फ शीलू व आरव के रूप में हुई। पुलिस ने मौके से चार कांच के हुक्के, चार चिलम, हुक्का पाइप, 500 ग्राम निकोटिन तंबाकू मिला। पुलिस ने मामले में धारा 188 के साथ ही 4 (2) पॉयजन एक्ट-1919 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपितों को जमानत पर छोड़ दिया
April 30, 2021

तेज तर्रार ऑफिसर भारती अरोड़ा को अंबाला में आईजी की जिम्मेदारी

तेज तर्रार ऑफिसर भारती अरोड़ा को अंबाला में आईजी की जिम्मेदारी

अंबाला : हरियाणा पुलिस की सबसे तेजतर्रार ऑफिसर भारती अरोड़ा अब अंबाला की नई आइजी होंगी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई पूर्ण कुमार की जगह उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। 11 साल बाद नई जम्मिेदारी के साथ भारती अरोड़ा की अंबाला में वापिसी हुई है। 2010 में भारती अरोड़ा अंबाला में एसपी रह चुकी हैं। अंबाला में एसपी नियुक्त होने से पहले भारती अरोड़ा अंबाला में ही एसपी रेलवे के पद पर तैनात थी। गैंगवार को खत्म करने में निभाई अहम भूमिका 2010 से पहले अंबाला में राकेश बॉबी व निशान सिंह गैंग का बोलबाला था। दोनों में गैंगवार की वजह से निरंतर हत्याओं का दौर चल रहा था। अंबाला की नई कप्तान नियुक्त होते ही भारती अरोड़ा से सबसे पहले इस गैंगवार को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई। राकेश बॉबी व उसकी बहन की हत्या के बाद बचे अपराधियों को पुलिस ने जेल पहुंचा दिया था। अब ज्यादातर अपराधी उस समय जुर्म में संलप्ति आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं। अरोड़ा की ही अगुवाई में पुलिस को भ्रष्टाचार मुक्त करने की मुहिम चली थी। साथ ही जेल बंदियों को अध्यात्म के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करने का आगाज हुआ था। भारती अरोड़ा को पुलिस की बड़ी जम्मिेदारी देने के पीछे गृहमंत्री अनिल विज की अहम भूमिका बताई जा रही है। अंबाला को पूरी तरह से अपराध मुक्त करने के लिए ही भारती अरोड़ा को नई जम्मिेदारी दी गई है। आईजी भारती अरोड़ा ने बताया कि अंबाला को अपराधमुक्त करना उनकी बड़ी जम्मिेदारी होगी। इसे पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
April 30, 2021

हरियाणा को ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए रेलवे ने कसी कमर

हरियाणा को ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए रेलवे ने कसी कमर

चंडीगढ़ : भारतीय रेलवे का राज्यों को राहत पहुंचाने के क्रम में ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान लगातार जारी है और यह अभियान महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दल्लिी के बाद अब हरियाणा और तेलंगाना के लिए भी शुरू कर दिया गया है। हरियाणा पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस से दो टैंकरों में ऑक्सीजन प्राप्त करेगा जिसके गुरुवार को ओडिशा के अंगुल से रवाना होने के संकेत हैं। इसके अलावा ओडिशा के राउरकेला संयंत्र से ऑक्सीजन लेने के लिए फरीदाबाद से रवाना हुई रेलगाड़ी अपने मार्ग पर आगे बढ़ रही है। आने वाले दिनों में हरियाणा को ऑक्सीजन एक्सप्रेस के द्वारा ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति होने की संभावना है जिससे राज्य में कोविड-19 मरीजों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनश्चिति हो सकेगी। अभियान को पूरी तत्परता से संचालित करने के क्रम में तीन अतिरक्ति रेलगाड़ियां या तो तरल ऑक्सीजन लेकर गंतव्य की ओर बढ़ रही हैं या खाली रेलगाड़ियां तरल ऑक्सीजन लेने के लिए ऑक्सीजन संयंत्र के लिए रवाना हो चुकी हैं। एक अनुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में भारतीय रेलवे द्वारा कुल तरल मेडिकल 

ऑक्सीजन की ढुलाई का आंकड़ा 640 मीट्रिक टन के स्तर पर पहुंच जाएगा। उत्तर प्रदेश पहुंची पांचवी ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 5 टैंकरों में आज 76.29 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाई गई। इनमें से एक टैंकर वाराणसी उतरा जबकि 4 टैंकरों को लखनऊ पहुंचाया गया। उत्तर प्रदेश के लिए छठी ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपने गंतव्य की ओर दौड़ रही है और इसके कल सुबह यानी 30 अप्रैल, 2021 को लखनऊ पहुंचने की संभावना है, जो 4 टैंकरों में 33.18 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर आ रही है। खाली टैंकरों को लेकर एक अन्य ऑक्सीजन एक्सप्रेस के ऑक्सीजन संयंत्रों से अगली खेप लेने के लिए आज लखनऊ से रवाना होने की संभावना है। भारतीय रेलवे के अनुसार तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर कई बधाएं भीं हैं, जिसमें क्रायोजेनिक टैंकर्स की उपलब्धता, इन्हें लेकर चलने वाली रेलगाड़ियों की अधिक या कम रफ्तार, इन्हें उतारने के लिए उपयुक्त प्रबंध इत्यादि शामिल हैं। साथ ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए मार्गों का नर्धिारण भी एक चुनौती हैं जिसमें प्रयास न्यूनतम व्यस्त रेल मार्गों के इस्तेमाल का रहता है क्योंकि मार्गों में कई आरयूबी और एफओबी भी आते हैं।

Thursday, April 29, 2021

April 29, 2021

जेजेपी ने बड़े स्तर पर पदाधिकारियों की नियुक्ति की, देखिये पूरी सूची

जेजेपी ने बड़े स्तर पर पदाधिकारियों की नियुक्ति की, देखिये पूरी सूची


चंडीगढ़ : जननायक जनता पार्टी ने प्रदेश स्तर पर अपने संगठन का विस्तार करते हुए कई महत्वपूर्ण नियुक्तियां की है। पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी में एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, 8 उपाध्यक्ष, एक प्रधान महासचिव, 9 महासचिव, एक प्रदेश कार्यालय सचिव, एक संगठन सचिव, एक प्रवक्ता, एक पॉलिसी एवं प्रोग्राम कमेटी के चेयरमैन, एक कोषाध्यक्ष, एक चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर और एक सह प्रचार सचिव नियुक्त किए है। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला,  जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने विचार-विमर्श के बाद इन 26 पदाधिकारियों की नई नियुक्तियों की सूची जारी की।

जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने बताया कि पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी में इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए प्रधान महासचिव के पद पर नियुक्त किया हैं। वहीं जेजेपी ने सरदार कुलदीप सिंह मुलतानी को वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया हैं।

उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक रमेश खटक, जगरूप सिंह, छन्नो देवी व बलिंदर सिंह लंडा प्रदेश उपाध्यक्ष होंगे। वहीं नफे सिंह मान, रणदीप कौल, राव अभिमन्यु व कैप्टन छाजूराम को भी प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
जेजेपी ने पूर्व विधायक रामबीर सिंह, पूर्व विधायक शिव शंकर भारद्वाज, पूर्व विधायक सतविंद्र राणा, पूर्व विधायक राम कुमार कटवाल व कुसुम शेरवाल को प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी हैं। वहीं हरज्ञान मोखरा, राव रमेश पालड़ी, पूर्व विधायक कृष्ण कंबोज व शकुंतला परमार को भी प्रदेश महासचिव के पद पर नियुक्त किया है।

पार्टी ने एक बार फिर से रणधीर सिंह को बतौर प्रदेश कार्यालय सचिव के पद पर नियुक्त करते हुए प्रदेश कार्यालय के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं जेजेपी ने देवेंद्र कादियान को प्रदेश संगठन सचिव बनाया है।

इनके अलावा अरविंद भारद्वाज प्रदेश प्रवक्ता, पूर्व उपकुलपति एवं लेखक अभय सिंह मौर्या पॉलिसी एवं प्रोग्राम कमेटी के चेयरमैन, सतबीर लाकड़ा प्रदेश कोषाध्यक्ष, दीपकमल सहारण चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर तथा कैलाश पालड़ी सह प्रदेश प्रचार सचिव होंगे।
April 29, 2021

जींद में सीएम के कारण तड़पता रहा कोरोना मरीज, अस्पताल का दरवाजा बंद कर प्रोटोकॉल निभाते रहे अधिकारी

जींद में सीएम के कारण तड़पता रहा कोरोना मरीज, अस्पताल का दरवाजा बंद कर प्रोटोकॉल निभाते रहे अधिकारी

जींद : ( संजय तिरँगाधारी )  मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल बड़ा या फिर कोरोना मरीज की जान? ये सवाल हम इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि सीएम मनोहर लाल के दौरे की वजह से कोरोना मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अंदर अधिकारी और डॉक्टर मुख्यमंत्री साहब को ये बताते रहे थे कि अस्पताल में सब ठीक है और दूसरी तरफ बंद गेट के बाहर कोरोना मरीज इलाज के लिए तड़पते रहे और उनके परिजन दरवाजा पीटते रहे। 
दरअसल, मुख्यमंत्री मनोहर लाल जींद के सिविल अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान प्रोटोकॉल के तहत अधिकारी और डॉक्टर सीएम मनोहर लाल के साथ थे। जिस वजह से अस्पताल का गेट अंदर से बंद कर दिया गया। करीब 45 मिनट तक गेट बंद रहा और कोरोना मरीज गेट के बाहर व्हील चेयर पर गेट खुलने का इंतजार करते रहे। मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल निभाना बड़ा या कोरोना मरीजों की जान बड़ी?

कई बार कोरोना मरीज के साथ आए लोगों ने दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन अधिकारी और डॉक्टर सीएम सहाब की आओ भगत में व्यस्थ रहे।  एक कोरोना मरीज के परिजन ने बताया कि वो 45 मिनट से यहां खड़े हैं। वो यहां सिटी स्कैन के लिए आए थे, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद है।  इस दौरान मरीज के साथ आई उसकी मां के आंसू निकलने लगे और जब मरीजों की हालात बिगड़ने लगी तो परिजनों के संयम ने जवाब दिया और उन्होंने लगातार दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद पुलिस को दरवाजा खोलना पड़ा और फिर कोरोना मरीजों को वार्ड के अंदर शिफ्ट किया गया। 
April 29, 2021

करनाल, हिसार, गुरुग्राम व रोहतक की जेलों में जेल रेडियो की शुरुआत

करनाल, हिसार, गुरुग्राम व रोहतक की जेलों में जेल रेडियो की शुरुआत

 हरियाणा के गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने सभी जिलों की जेलों, में जेल रेडियो स्टेशन स्थापित करने के दूसरे चरण मेें चार जिलों करनाल, हिसार, गुरूग्राम तथा रोहतक की जेलों में जेल रेडियो की शुरुआत की है ताकि बंदियों के जीवन में सुधार व कुछ नयापन लाने का प्रयास किया जा सके। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने जेल रेडियो की शुरुआत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की और कहा कि जेल रेडियो की यह कोशिश जेलों को सुधार गृह बनाने की तरफ एक बहुत बडा कदम है जो कि सरकार की अनूठी पहलों में से एक है। उन्होंने कहा कि जेल रेडियो के माध्यम से जेलों में संवाद की कमी पूरी होगी। जिससे बंदियों की रचनात्मक एवं मानसिक क्षमता में सुधार होगा जो उनकी ऊर्जा का सकारात्मक प्रयोग होगा। उन्होंने कहा कि जेल रेडियो कार्यक्रम पूरी तरह से जेल की गतिविधियों पर केंद्रित हैं और बंदी ही कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये जा रहे हैं। उन्होंने तिनका-तिनका फाउंडेशन द्वारा जेल रेडियो स्टेशन शुरू कराने की पहल को एक बहुत ही सराहनीय कदम बताया।
April 29, 2021

राम रहीम ने चिट्ठी भेज बताए कोरोना से लड़ने के टिप्स, लिखा- भगवान ने चाहा तो सबका इलाज करवाएंगे

राम रहीम ने चिट्ठी भेज बताए कोरोना से लड़ने के टिप्स, लिखा- भगवान ने चाहा तो सबका इलाज करवाएंगे

सिरसा :  वीरवार को डेरा सच्चा सौदा में डेरे का 73वां स्थापना दिवस मनाया गया। साथ ही जाम ए इन्सां दिवस की 14वीं वर्षगांठ भी मनाई गई। कोरोना संक्रमण के चलते ऑनलाइन नामचर्चा हुई, डेरा अनुयायियों ने घरों में रहते हुए नामचर्चा सुनी। नामचर्चा के दौरान डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह की चिट्ठी पढ़कर सुनाई गई। डेरा प्रमुख वर्तमान में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है और यह उनके द्वारा डेरा अनुयायियों के नाम भेजी पांचवीं चिट्ठी है। डेरा प्रमुख ने चिट्ठी में जहां कोेरोना से बचने के लिए टिप्स बताएं है वहीं सरकार का सहयोग करने का आह्वान किया है। राम रहीम ने लिखा है कि भगवान ने चाहा तो हम जल्‍द ही आकर आपका इलाज करवाएंगे और आप सबका इलाज करवाएंगे।

डेरा अनुयायियों को संबोधित करते हुए डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने लिखा है कि कोरोना महामारी भयानक रूप से फैल रही है। आप घबनाएं ना बल्कि जो सरकार कह रही है उस पर अमल करें। कोरोना मरीजों के लिए साध संगत अपनी एंबुलेंस की सेवा प्रदान करें। कोरोना वारियर्स डाक्टर, नर्सें, पुलिस व एंबुलेंस के ड्राइवरों को किन्नू, संतरा, नींबू पानी व फ्रूट बांटे। कोरोना वाॅरियर्स जहां भी आपको दिखें उन्हें सैल्यूट करें व उनका पूरा सहयोग करें। डेरा प्रमुख ने लिखा कि डेरे की एक साईट बनाएं जिस पर एक प्रेमी डाक्टर उपलब्ध रहे ताकि कोई भ उनसे कोरोना के बारे में ऑनलाइन जानकारी ले सकें।

कोरोना से बचाव के लिए बताए टिप्स
- डेरा प्रमुख ने लिखा कि नीम व गिलोय टहनी पत्तों समेत सौ सौ ग्राम कूट कर उसे दो लीटर पानी में डालकर उसकी भांप 25 लंबे लंबे स्वास लेते छोड़ते हुए या दो मिनट लें। रोजाना सुबह के समय। डेरा प्रमुख ने लिखा कि रोजाना प्रार्थना करें = हे सतगुरु जी पूरी दूनियां को कोरोना से बचाने का रास्ता वैज्ञानिकों व डाक्टर के दिमांग में दें जिससे कोरोना सौ प्रतिशत खत्म हो जाए। हम गुरु रुप में वचन करते हैं कि जो साध संगत अपने एमएसजी पर पूरा भरोसा, एकता व वचन मानेगी, एमएसजी हर पह हर जगह साथ देंगे, संभाल करेंगे।
April 29, 2021

राकेश टिकैत बोले- अब सरकार भी फ्री और किसान भी, तेज होगा आंदोलन

राकेश टिकैत बोले- अब सरकार भी फ्री और किसान भी, तेज होगा आंदोलन

सिरसा : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अभी तक कई राज्यों में हो रहे चुनाव में व्यस्त थी और किसान अपनी फसल निकालने में खेत में बिजी थे। इसलिए अब तक दिल्ली बॉर्डर पर किसानों में हलचल कम नजर आ रही थी। अब सरकार चुनाव से फ्री हो गई है और किसान खेत से। फिर से सरकार को घेरेंगे। जब तक मांग नहीं मानी जाती तब तक आंदोलन जारी रहना चाहिए। वे गुरुवार को प्रेमनगर में आयोजित किसान महापंचायत में एकत्रित लोगों को संबोधित कर रहे थे। मेडिकल कॉलेज के बारे में उन्होंने कहा कि जब तक सरकार मेडिकल कॉलेज प्रेमनगर में नहीं बनाती तब तक आंदोलन जारी रखो और वे जमीन भी जोतते रहो, जो मेडिकल कॉलेज के लिए दान की थी। सरकार को चाहिए कि उसी भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाना चाहिए, जबकि प्रेमनगर में बनाया जाने वाला मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर शहर में बनाया जा रहा है। इसके लिए प्रेमनगर के किसानों ने सरकार को निशुल्क जमीन भी उपलब्ध कराई थी। मेडिकल कॉलेज बनाने और तीन कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर प्रेमनगर स्थित चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था। जाटू खाप.84 के प्रधान सूबेदार राजमल ने महापंचायत की अध्यक्षता की। किसान महापंचायत में राकेश टिकैत के अलावा गुरनाम सिंह चढूनी भी मौजूद थे
हर व्यक्ति को मास्क व हाथ कराए सेनिटाइज महापंचायत में जो भी व्यक्ति पहुंचे, उन सभी को महापंचायत की तरफ से मास्क वितरित किए गए। धरना स्थल से करीब तीन सौ मीटर दूर पंचायत में पहुंचे लोगों के हाथ सेनिटाइज करवाए गए। उसके बाद ही वे महापंचायत आयोजन स्थल तक पहुंचे। महापंचायत में उपस्थित लोगों ने भी सोशल डिस्टेंस का पालन किया। करीब तीन.चार घंटे तक पंचायत का आयोजन रहा।

April 29, 2021

करनाल के नायब तहसीलदार की गाड़ी ने बाइक सवार को मारी टक्‍कर, युवक की मौके पर मौत

करनाल के नायब तहसीलदार की गाड़ी ने बाइक सवार को मारी टक्‍कर, युवक की मौके पर मौत

करनाल :  जिले के असंध के नायब तहसीलदार की गाड़ी ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। हादसे के बाद नायब तहसीलदार रमेश कुमार मौके पर मौजूद रहे।

नायब तहसीलदार ने ही पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। नायब तहसीलदार ने मृतक के शव को खुद अपने हाथों से उठाकर एंबुलेंस में रखा। फिलहाल नायब तहसीदार भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। SHO कमलदीप सिंह हादसे की जांच कर रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, नायब तहसीलदार रमेश कुमार अपनी निजी कार में जींद से असंध आ रहे थे। जैसे ही वे असंध क्षेत्र के गांव बाहरी स्थित बस अड्डे के समीप पहुंचे तो सामने से आ रहे बाइक सवार को टक्कर मार दी। मृतक की पहचाान घरौंडा क्षेत्र के गांव रायपुरा वासी करीब 50 वर्षीय रमनपाल के रूप में हुई है। वह अपने घर से गांव बाहरी स्थित पीर बाबा पर दूध अर्पित करने जा रहा था।
April 29, 2021

मुख्यमंत्री के चोरी छिपे आने पर भड़के किसान, बीजेपी विधायक के आवास का किया घेराव


मुख्यमंत्री के चोरी छिपे आने पर भड़के किसान, बीजेपी विधायक के आवास का किया घेराव 

जींद : जींद में मुख्यमंत्री के अचानक आने पर किसानों में ग़ुस्सा फूट पड़ा है। मुख्यमंत्री की सूचना मिलने पर जींद रेस्ट हाउस में सैंकड़ो किसान काले झंडे लेकर विरोध करने पहुँच गए। किसानों में काफी रोष व्याप्त था। किसानों का आरोप है कि सीएम बिना बताए चुपके से क्यों आये। स्थिति संभालने के लिए तीन तीन डीएसपी पहुंचे, मौके पर डीएसपी पुष्पा खत्री, जितेंद्र खटकड़ और साधु राम भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। किसानों की पुलिस के साथ बहुत खींचतान भी हुई है। 


किसानों ने कहा अब हम विधायक कृष्ण मिड्डा का करेंगे घेराव। इस पर मौके पर एसपी-डीसी ने स्थिति को संभाला।  डीसी ने कहा आपकी आवाज को आगे पहुंचाने का काम करेंगे। लेकिन फिर भी किसान बीजेपी विधायक कृष्ण मिड्ढा को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। उन्होंने विधायक कृष्ण मिड्ढा के आवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। यहां भी पुलिस और किसानो के बीच खूब खींचतान और धक्का मुक्की हुई। किसानो ने बैरिकेडिंग तोड़ने का भी प्रयास किया। 
April 29, 2021

ये कैसा प्रोटोकॉल ! सीएम साहब अंदर तो कोरोना से तड़पते मरीज बाहर !

ये कैसा प्रोटोकॉल ! सीएम साहब अंदर तो कोरोना से तड़पते मरीज बाहर !

जींद  : दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर से बिलख रहा है ! पूरे देश भर में कहीं बेडो की व्यवस्था नहीं है, कहीं ऑक्सीजन नहीं है , तो कहीं करो ना से दम तोड़ चुके मरीजों के संस्कार करने के लिए भी जगह नहीं है ! इन परिस्थितियों को देखकर आप भी अंदाजा लगा चुके होंगे कि राष्ट्र के अंदर हालात कितने भयावह हो चुके हैं ! दम तोड़ती सांसे, बिलखते परिजन, टूटते सपने और बेबस व लाचारी ही आजकल समाचार पत्रों में टेलीविजन चैनलों की हेड लाइन बन रही है ! महामारी के इस दौर में जिस से भी बात की जाए उसका सिर्फ यही कहना होता है की प्लीज भगवान जी बचा लो ! यह शब्द एक इंसान की जिंदगी में तब ही पनपते हैं जब वह अपनी बेबसी की सारी हदें लांघ जाता है !


ऐसे समय में भी क्या राजनेताओं द्वारा अपना प्रोटोकॉल मेंटेन करना और अपनी चकाचौंध को बरकरार रखने के लिए बाहर मरीजों को तड़पते छोड़ देना कहां तक सही है ! क्या हमारे राजनेताओं को उनकी प्रजा के आंसुओं की नाम मात्र फिक्र भी नहीं है ! अपने रुतबे को बरकरार रखने के लिए लाखों सांसों के साथ खेलना किस हद तक सही जिम्मेदार ठहराया जा सकता है ! दरअसल हम बात कर रहे हैं हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आजकल चल रहे प्रदेश के अस्पतालों के दौरों के बारे मे ! दरअसल हरियाणा के मुख्यमंत्री प्रदेश के विभिन्न शहरों में जाकर विभिन्न अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैं और वहां व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं !
अंदर आने की गुहार लगाते रहे परिजन

एक मुखिया के तौर पर वह सही है की मौके पर जाकर हालातों का जायजा लें लेकिन यह कितना सही है कि उनके प्रोटोकॉल के कारण अस्पताल के बाहर करोना से तड़पते मरीज अंदर आने की गुहार लगाते रहे और मुख्यमंत्री साहब खुद अंदर दरवाजे बंद करके निरीक्षण करते रहे ! ताजा मामला जींद से है जहां आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अचानक से बिना किसी सूचना के अचानक जींद पहुंचे ! एक बार तो मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम देख कर अधिकारी भी हड़बड़ाहट में रह गए लेकिन फिर जैसे तैसे मामले को संभाला गया ! वैसे तो मुख्यमंत्री का यह औचक निरीक्षण मुखिया के तौर पर एक तरीके से सही है लेकिन अगर उनका प्रोटोकोल बीच में नहीं आए तो ! जींद पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने जिला नागरिक अस्पताल का निरीक्षण करने का दौरा निकाला और वे सीधे नागरिक अस्पताल चले गए ! इसी समय मुख्यमंत्री का सारा दौरा विवादों में आ गया !
जैसे ही मुख्यमंत्री ने अस्पताल का दौरा करना शुरू किया तो उच्च अधिकारियों ने प्रोटोकॉल की दुहाई देकर दरवाजे बंद कर दिए ! मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दौरे के कारण करीब पौने घंटे तक बेबस और लाचार मरीज बाहर तड़पते रहे जिनमें बुजुर्ग, युवा व महिलाएं भी शामिल थी ! इस दौरान मरीजों के साथ आए परिजन दरवाजे को खुलवाने के लिए दरवाजा खटखटाते रहे लेकिन फिर आड़े आ गया प्रोटोकॉल ! क्या प्रोटोकॉल आम जनता की सांसो से ज्यादा जरूरी है !
बेबसी में निकल पड़े मरीज की माँ के आँसू
इस दौरान कई मरीज अंदर जाने को बेबस दिखे तो कई मरीज वार्ड में दाखिल होने को ! हालात ऐसे थे कि एक मरीज के साथ आई उसकी मां की बेबसी में आंसू निकल आए लेकिन प्रोटोकॉल के आगे उनकी एक न चली ! यह सारा वाकया मीडिया के कैमरे में भी कैद हो गया ! एक मरीज के परिजनों का कहना था कि उन्हें सुबह 8:00 बजे के बाद पानी भी नसीब नहीं हुआ है और वह प्यास से तड़प रहे हैं ! व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने आए मुख्यमंत्री पीड़ितों को और ज्यादा दर्द दे गए ! इस दौरान पीड़ित मरीजों के परिजनों ने के मुखिया जी से व्यवस्था को लेकर शिकायत भी की लेकिन होना क्या था ! मुख्यमंत्री अपनी फॉर्मेलिटी निभा कर वापस चले गए ! अस्पताल के बाहर व्हील चेयर पर मरीजों का तड़पना किस हद तक राहत देने वाला है !
इस दौरान परिजनों ने मुख्यमंत्री जी को शिकायत भी की कि आपके दौरे के कारण हमें कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ! जब परिजनों का संयम जवाब दे गया तो उन्होंने दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया और आखिर में पुलिस को दरवाजा खोलना पड़ा ! अब सवाल यह उठता है कि प्रदेश के मुखिया को महामारी के इस दौर में भी अपने प्रोटोकोल को कायम रखना कितना सही है ! क्या उनको आम जनता की सांसों की जरा सी भी परवाह नहीं है ? क्या एक मुखिया को मानवता के नाते ही सही इस गंभीर संकट में अपने प्रोटोकॉल को नहीं छोड़ देना चाहिए? क्या यह वीआईपी कल्चर इसी तरह लोगों की सांसो के साथ खिलवाड़ करता रहेगा ? क्या इन सवालों पर मुख्यमंत्री जी ध्यान देंगे या फिर यह महज एक सवाल ही बनकर रह जाएंगे ?
April 29, 2021

मुख्यमंत्री मनोहर लाल अचानक पहुंचे जींद, काेराना संक्रमण के हालातों पर मंथन किया

मुख्यमंत्री मनोहर लाल अचानक पहुंचे जींद, काेराना संक्रमण के हालातों पर मंथन किया


जींद : ( संजय तिरँगाधारी )  सीएम मनोहरलाल वीरवार दोपहर को कंटेनमेंट जोन घोषित सामान्य अस्पताल में पहुंचे। इससे पूर्व उन्होंने रेस्ट हाऊस में जिला के अधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण के हालातों के बारे में जानकारी ली और उनके साथ विस्तृत बातचीत की। कोरोना संक्रमण के चलते गोहाना रोड को कंटेनमेंट जोन घोषित किया हुआ है। रेस्ट हाउस, सामान्य अस्पताल कंटेनमेंट जोन में आते है। सामान्य अस्पताल में सीएम महज आठ मिनट ही रहे। वे सीधे नई इमारत में बने ब्लड बैंक में चंद मिनट चिकित्सकों के साथ बातचीत कर बाहर निकल आए। इस दौरान सीएम मनोहरलाल ने बाहर खड़े मरीजों के तिमारदारों से बातचीत की। तिमारदारों ने सीएम के सामने अपना दुखड़ा भी सुनाया। तिमारदारों द्वारा बताई गई समस्याओं के समाधान के दिशा निर्देश देकर गंतव्य की तरफ रवाना हो गए। हालांकि तिमारदारों ने सामान्य अस्पताल के चिकित्सकों की कार्यशैली की खूब सहराना की। वहीं सीएम के सामने लोगों द्वारा रखी गई बातों से चिकित्सकों के पसीने भी छूटते रहे। इस मौके पर विधायक डा. कृष्ण मिढा, डीसी डा. आदित्य दहिया, डीआइजी कम एसपी ओमप्रकाश नरवाल, सीएमओ डा. मनजीत सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष राजू मोर समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।
April 29, 2021

पर्सनल लाेन की किस्त जमा कराने को दोपहर को डेबिट कार्ड से रुपए डाले, शाम तक ठगों ने तीन बार में निकाल लिए

पर्सनल लाेन की किस्त जमा कराने को दोपहर को डेबिट कार्ड से रुपए डाले, शाम तक ठगों ने तीन बार में निकाल लिए



पानीपत : पर्सनल लोन की किस्त जमा करने के लिए युवक ने मॉडल टाउन स्थित ICICI बैंक के ATM से 15 हजार रुपए जमा किए। वह शाम को घर पहुंचा तो उसके मोबाइल पर तीन बार में 15 हजार रुपए निकलने का मैसेज मिला। युवक ने बताया कि रुपये जमा करने के दौरान दो अन्य युवक भी मौजूद थे। पीड़ित को उन्हीं युवकों पर शक है। ओल्ड इंडस्ट्रियल थाना पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू की है।

गांव सौंदापुर निवासी मनजीत कुमार ने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। एक मई को उसके पर्सनल लोन की किस्त कटनी थी। अकाउंट में रुपये नहीं थे तो उसने घर से 15 हजार रुपए लेकर बुधवार दोपहर को मॉडल टाउन स्थित ICICI बैंक के ATM से रुपए जमा किए। रुपए जमा कराने के बाद वह शाम को घर पहुंचा तो उसके मोबाइल पर तीन बार में 15 हजार रुपए निकलने का मैसेज मिला। उसने बैंक में जानकारी ली तो बैंककर्मी ने केस दर्ज कराने को कहा। युवक ने बताया कि उसके डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर ठगी की गई है।

*दो युवक थे ATM में मौजूद*

मनजीत ने बताया कि रुपये जमा करने के दौरान ATM में दो अन्य युवक भी मौजूद थे। दोनों युवकों ने उसका गुप्ता पासवर्ड भी देखा था, लेकिन डेबिट कार्ड उसके पास होने के बावजूद भी रुपए निकल गए। तीनों निकासी रोहतक के लाखनमाजरा स्थित ATM से हुई है।
April 29, 2021

जल्द सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल, टैक्स घटाने पर विचार कर रही मोदी सरकार

जल्द सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल, टैक्स घटाने पर विचार कर रही मोदी सरकार


नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर खासा असर डाला है। बताना लाजमी है कि पेट्रोल - डीजल के बढ़े हुए दाम को लेकर जनता के साथ साथ विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है। तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार आम लोगों को अब कुछ राहत दे सकती है। वित्त मंत्रालय पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने पर विचार कर रहा है। अभी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर चल रही हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक आम जनता पर बोझ कम करने के लिए सरकार टैक्स घटाने पर चर्चा कर रही है। बताया जा रहा है कि पेट्रोल डीजल की कीमतें स्थिर रखने पर विचार किया जा रहा है। सरकार ऐसे हल पर विचार कर रही है जिससे कीमतें स्थिर रखी जा सकें। मार्च के मध्य तक इस पर फैसला किया जा सकता है। टैक्स घटाने से पहले सरकार कीमतों को स्थिर करना चाहती है, जिससे भविष्य में कच्चे तेल की तीमतें बढ़ने पर टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव न करना पड़े। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि वह यह नहीं कह सकती कि ईंधन पर टैक्स कब कम होगा। लेकिन राज्यों और सरकार को टैक्स घटाने के लिए आपस में बात करनी होगी।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें आज मंगलवार को लगातार तीसरे दिन नहीं बदली। राजधानी दिल्ली और मुंबई में इस वक्त पेट्रोल और डीजल इस वक्त अपने उच्चतम स्तर पर है। दिल्ली में पेट्रोल का दाम 91.17 रुपये जबकि डीजल का दाम 81.47 रुपये पहुंच गया है। वहीं मुंबई में पेट्रोल की कीमत 97.57 रुपये व डीजल की कीमत 88.60 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। रॉयटर्स के मुताबिक अब वित्त मंत्रालय तेल की कीमतों पर टैक्स घटाने को लेकर विचार कर रहा है। इसे लेकर वित्त मंत्रालय ने कुछ राज्यों, तेल कंपनियों और पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ चर्चा की है।

सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय चाहता है कि कोई ऐसा रास्ता निकले जिससे सरकार की आमदनी पर भी असर ना पड़े और आम जनता को भी राहत मिल जाए। कच्चे तेल का भारत विश्व में तीसरा बड़ा ग्राहक देश है। कच्चे तेल की कीमतें बीते 10 महीने में डबल हो चुकी है जिसने घरेलू बाजार यानी भारत में तेल की कीमतों पर असर डाला है। देश में टैक्स और ड्यूटी के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम रिटेल में 60 फीसदी तक बढ़ जाते हैं।

कोरोनावायरस महामारी ने अर्थव्यवस्था को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, जिसके कारण बीते 12 महीनों में मोदी सरकार ने दो बार टैक्स बढ़ाया। पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाकर सरकार टैक्स रेवेन्यू बढ़ाना चाहती थी। सरकार ने कच्चे तेल की कम कीमतों का फायदा ग्राहकों को नहीं पहुंचाया।
April 29, 2021

ऑक्सीजन और कोविड उपचार की दवाओं को लेकर ठगी में लगे साइबर अपराधी

ऑक्सीजन और कोविड उपचार की दवाओं को लेकर ठगी में लगे साइबर अपराधी

 हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

चंडीगढ़, 29 अप्रैल - हरियाणा पुलिस ने कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों को ई-कॉमर्स पोर्टल ओएलएक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराने का दावा करने वालों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। ऐसे साइबर अपराधी वर्तमान कोरोना महामारी का फायदा उठाकर ठगी कर सकते हैं।
                पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), हरियाणा, श्री मनोज यादव ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी करते हुए आज यहां बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यापक आवश्यकता के बीच साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी का एक नया तरीका निकाला है। साइबर जालसाज ऑक्सीजन की उपलब्धता के नाम पर जरूरतमंद लोगों को धोखा देने की कोशिश में लगे हैं। चिकित्सा संसाधनों की सख्त जरूरत वालों को ये अपने जाल में फंसा सकते हैं।

 *ऑक्सीजन के नाम पर साइबर ठग हुए सक्रिय* 

               उन्होंने बताया कि तेजी से पैसा बनाने के चक्कर में साइबर जालसाज़ ज़रूरतमंदों को धोखा देने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपना रहे हैं। साइबर ठग ओएलएक्स और फेसबुक/इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर ऑक्सीजन सिलेंडर और कोविड के उपचार मंे इस्तेमाल होने वाली दवाओं की उपलब्धता बारे फर्जी विज्ञापन पोस्ट कर रहे हंै। उनके पास बेचने के लिए कुछ भी नहीं है, केवल मात्र मौजूदा स्थिति का फायदा उठाकर लोगों को ठगने की कोशिश की जा रही है। ओएलएक्स पर ऑक्सीजन की ऑनलाइन कालाबाजारी में लगे हुए ऐसे शातिर हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आसपास क्षेत्रों में सक्रिय हंै।
                उन्होंने लोगों को अत्यधिक सर्तकता बरतते हुए ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए ओएलएक्स सहित अन्य प्लेटफार्म पर आॅक्सीजन की बिक्री का झांसा देने वालों से सावधान रहने की सलाह दी है।
यहां दे कालाबाजारी की सूचना
                 कोविड के बढ़ते से संक्रमण के मद्देनजर पुलिस द्वारा मोबाइल नंबर 7087089947 और टोल-फ्री नंबर 1800-180-1314 भी जारी किया गया है, जहां ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमेडिसविर इंजेक्शन और अन्य जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी पुलिस के साथ साझा की जा सकती है।
 *जमाखोरों को चेतावनी*  
                डीजीपी ने ऑक्सीजन सिलेंडर सहित कोविड के उपचार में इस्तेमाल होने वाली अन्य जीवनरक्षक दवाओं की जमाखोरी, अवैध खरीद या बिक्री के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों पर कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
April 29, 2021

चरम पर पहुंची गर्मी, 1 से बूंदाबांदी के आसार, लेकिन धूल भरी आंधी करेगी परेशान

चरम पर पहुंची गर्मी, 1 से बूंदाबांदी के आसार, लेकिन धूल भरी आंधी करेगी परेशान


पानीपत : बीते दो दिनों से पानीपत में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार को दिन के साथ निकली चिलचिलाती धूप ने लोगों को परेशान किया। मौसम विभाग ने शनिवार से बूंदाबांदी के आसार बताए हैं। हालांकि इससे तापमान में गिरावट की उम्मीद नहीं है। बूंदाबांदी के साथ धूल भरी आंधी परेशान करेगी। गुरुवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहेगा।

अप्रैल के अंत तक गर्मी चरम पर पहुंच रही है। बीते दो दिनों से तेज धूप और लू ने लोगों को परेशान किया है। हालांकि बुधवार देर शाम आसमान में छाए बादलों और तेज हवाओं ने कुछ राहत दी। मौसम विभाग के अनुसार​​ हिमालय के करीब पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचने के कारण शनिवार से हरियाणा के कई जिलों में बूंदाबांदी के आसार बन रहे हैं। बूंदाबांदी के साथ तेज हवा भी चलेगी।
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उधर, मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खींचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 6 मई तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान बादल छाने के साथ बूंदाबांदी और तेज हवा चलेगी। हालांकि इससे दिन और रात के तापमान में अधिक गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। जिस कारण लोगों को गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है।
April 29, 2021

जींद में शुरू हुई सहकारी समिति की 11 नई बसें, यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा

जींद में शुरू हुई सहकारी समिति की 11 नई बसें, यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा


जींद : ( संजय तिरँगाधारी )  नरवाना से हिसार, कैथल, फतेहाबाद, टोहाना, पानीपत, हिसार के लिए सहकारी समिति की 11 नई बसें शुरू हुई हैं। इन रूटों पर सहकारी बसों के चलने से यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। रोडवेज बसों की तरह इन बसों में छात्र बस पास को छोड़ दूसरी फ्री और रियायती दरों पर किराये की छूट वाली सुविधाएं मिलेंगी।  मंडी के पूर्व प्रधान एवं एसडी महाविद्यालय के सचिव जियालाल गोयल, जोरा सिंह डूमरखां, कैलाश सिंगला, रोशन लाल, छोटू ठेकेदार, विरेंद्र कौशिक, सूर्यदेव, मनदीप डूमरखां, अमित डूमरखां, प्रदीप ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

सहकारी समिति की इन बसों के विभिन्न रूटों पर शुरू होने के जहां यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी तो वहीं दूसरे जिलों के साथ बेहतर कनेक्टिविटी होगी। जोरा सिंह डूमरखां ने कैथल और हिसार की बस को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि इन बसों के चलने से यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। सरकार द्वारा लागू 42 तरह की कैटेगरी को फ्री और रियायती दरों पर यात्रा की जो सुविधा मिलती है, वह इन बसों में भी लागू रहेंगी। स्कूल, कॉलेज में पढ़ने के लिए जाने वाली छात्राओं को फायदा होगा। 
जोरा सिंह ने बताया कि सुबह 10 बजकर 10 मिनट और 10 बजकर 20 मिनट पर नरवाना से हिसार के लिए बस चलेगी। सुबह 9 बजकर 20 मिनट और साढ़े 9 बजे नरवाना से कैथल आैर आठ बजकर 30 मिनट और आठ बजकर 40 मिनट पर कैथल से नरवाना की तरफ बसें निकलेंगी। सुबह 9 बजकर 40 मिनट और 10 बजे जींद से पानीपत के लिए बसें चलेंगी। इसके अलावा तीन टाइम जींद से नरवाना के फिक्स किए गए हैं। आरटीए कार्यालय से इंस्पेक्टर राजेश ने बताया कि स्टेज कैरिज स्कीम के तहत बसों को चलाने की अनुमति मिली है। बसों को शुरू कर दिया गया है।
April 29, 2021

किसानों के नाम पर मंडी में घुसते रहे UP के ट्रैक्टर; 4 घंटे फोन पर फोन

हरियाणवी किसानों के नाम पर मंडी में घुसते रहे UP के ट्रैक्टर; 4 घंटे फोन पर फोन किए तो टूटी मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी की नींद

करनाल :  गेहूं खरीद में फर्जीवाड़ा सामने आया है। पता चला है कि बुधवार को एक के बाद हरियाणावी किसानों के नाम पर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के किसानों के ट्रैक्टर मंडी में घुसते रहे। SDM, DC और यहां तक कि जेनल एडमिनिस्ट्रेटर सब कोरोना सेफ्टी प्रोटोकॉल की ड्यूट में व्यस्त थे। नाराज स्थानीय लोगों ने मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी को भी एक-दो बर नहीं, बल्कि पूरे 4 घंटे तक फोन पर फोन किए, तब कहीं उनकी नींद टूटी। हालांकि, तब तक उत्तर प्रदेश का 12 हजार क्विंटल गेहूं मंडी में उतर चुका था। स्थानीय किसानों और आढ़तियों ने इस फर्जीवाड़े पर कार्रवाई की मांग की है।

करनाल मंडी में बुधवार को फर्जीवाड़ा सुबह से चल रहा था। सरेआम UP के गेहूं की एंट्री हरियाणा के किसानों के नाम पर कटे गेट पास होती रही। मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी सुरेंद्र सिंह ऑफिस में बैठकर यह देखते रहे। सुबह से दोपहर तक 100 से ज्यादा ट्रॉलियां पास कर दी गई। गेट नंबर एक से ही ऐसा करीब 12 हजार क्विंटल गेहूं मंडी में उतर गया। इस फर्जीवाड़े की सूचना SDM, डिप्टी कमिश्नर और जोनल एडमनिस्ट्रेटर को दी गई, लेकिन सब कोरोना की ड्यूटी पुगाने में लगे थे।

इन अधिकारियों ने सेक्रेटरी पर फोन किए गए तो सेक्रेटरी 4 घंटे की देरी से गेट नंबर एक पर पहुंचे। उन्होंने UP के गेहूं को कांटे पर तुलने से रोका और मंडी से बाहर ले जाने की बात कही तो सेक्रेटरी को जवाब दिया गया कि यह आढ़ती ने मंगवाया है। नतीजा यह हुआ कि सेक्रेटरी सब देखते रहे।
पता चलने पर करनाल में इस फर्जीवाड़े पर आढ़तियों ने भी हैरानी जताई। आरोप लगाया कि इस फर्जीवाड़े के लिए करीब 20 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से रिश्वत ली जा रही है। वैसे भी यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी करनाल और घरौंडा की मंडी में उत्तर प्रदेश का माल बिकता रहा है। गेट पास हरियाणा के किसानों के नाम पर कटते हैं।

पैसा हरियाणा के किसानों के ही खाते में ही आता है और इसकी गारंटी आढ़ती की होती है। सूत्रों के मुताबिक गहनता से जांच की जाए तो मिलेगा कि बहुत से व्यापारी UP से 1910 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं खरीदकर प्रदेश की सरकार को 1975 रुपए में बेच रहे हैं। इस खेल में संबंधित अधिकारियों का पैसा फिक्स है। इस सिस्टम को समझने में सरकार की एजेंसियां भी फेल साबित हो रही हैं।
April 29, 2021

60 साल के दिव्यांग बुजुर्ग ने महिला पर किया 1 करोड़ का मानहानि का केस

60 साल के दिव्यांग बुजुर्ग ने महिला पर किया 1 करोड़ का मानहानि का केस

चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार के एक ऑफिस में कार्यरत जनरल मैनेजर 60 साल के राकेश खुराना ने एक महिला कर्मचारी पर एक करोड़ का मानहानि का मुकदमा किया है। खुराना 70 फीसदी दिव्यांग हैं। महिला ने उन पर सेक्सुअल हैरासमेंट के आरोप लगाए थे। उस महिला की शिकायत पर पुलिस ने खुराना के खिलाफ केस भी दर्ज किया था, लेकिन हरियाणा सरकार की जांच कमेटी ने उन्हें क्लीन चिट दे दी।

इसके बाद अब खुराना ने उस महिला के खिलाफ मानहानि का केस चंडीगढ़ जिला अदालत में दायर किया है। इस मामले में कोर्ट ने महिला को जवाब देने के लिए नोटिस कर दिया है। मामले की सुनवाई अब 17 मई को होगी। खुराना के वकील अमर विवेक अग्रवाल ने बताया कि उस महिला के खिलाफ डिपार्टमेंट की ओर से कई शोकॉज नोटिस जारी किए गए थे।

उस पर डिपार्टमेंट में गड़बड़ियों के आरोप थे और इन्हीं आरोपों से बचने के लिए उसने खुराना के खिलाफ झूठी शिकायत दी। सबसे पहले डिपार्टमेंट के MD ने सितंबर 2019 में महिला को शोकॉज नोटिस दिया था। उस पर हाउस रेंट अलाउंस के नाम पर गड़बड़ी के आरोप थे। फिर उसे सैलरी के गलत एरिया क्लेम करने के नाम पर शोकॉज नोटिस दिया गया।
20 मई 2020 को उसे एक और शोकॉज नोटिस दिया गया। कुछ दिनों बाद उस महिला ने पुलिस में खुराना के खिलाफ शिकायत दे दी। महिला ने खुराना पर शारीरिक छेड़छाड़ के आरोप लगाए। पुलिस ने उसकी शिकायत पर 3 महीने जांच की। फिर 12 नवंबर 2020 को पुलिस ने खुराना के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। उन्हें 25 नवंबर 2020 को कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई।

इसके बाद मुख्यमंत्री हरियाणा की ओर से कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हरासमेंट का गठन किया गया। इस कमेटी ने अपने लेवल पर मामले की जांच शुरू की। कमेटी ने उसी ऑफिस में काम करने वाली कई महिलाओं और अन्य कर्मचारियों के बयान लिए। जांच के बाद 1 अप्रैल 2021 को कमेटी की रिपोर्ट आई जिसमें खुराना को क्लीन चिट मिल गई। कमेटी ने जांच रिपोर्ट में लिखा कि महिला ने झूठी शिकायत दी थी।
April 29, 2021

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में हांसी की SP ने दिया जवाब, बोलीं- युवराज सिंह ने

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में हांसी की SP ने दिया जवाब, बोलीं- युवराज सिंह ने किया दलित वर्ग का अपमान


चंडीगढ : क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ हांसी में SC/ST एक्ट के तहत दर्ज FIR के मामले में बुधवार को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में हांसी की SP नीतिका गहलोत ने हलफनामा दायर करके मामले की स्टेटस रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में SP की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि जिस शब्द का इस्तेमाल क्रिकेटर युवराज सिंह ने किया था, वह हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में केंद्र के गजट के अनुसार दलित वर्ग से संबंधित है। यह सीधे-सीधे तौर पर दलित वर्ग का अपमान है।

इनकी शिकायत पर 8 महीने में दर्ज हुआ था केस
हरियाणा के हांसी में पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ 14 फरवरी 2021 को हांसी में SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया गया था। यह केस नेशनल अलायंस और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिन्होंने 2 जून 2020 को शिकायत दायर की गई थी। कलसन के मुताबिक युवराज सिंह ने दलित वर्ग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इस शिकायत पर कार्रवाई करने में लगभग 8 महीने का वक्त लग गया।
युवराज सिंह की सफाई
इसके बाद युवराज सिंह की तरफ से पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई तो कोर्ट ने कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। युवराज सिंह ने बताया था कि 1 अप्रैल 2020 को वह सोशल मीडिया पर अपने साथी रोहित शर्मा के साथ चैट कर रहे थे। इस दौरान लॉकडाउन को लेकर चर्चा के दौरान उन्होंने मजाक में अपने साथी युजवेंद्र सिंह और कुलदीप यादव को कुछ शब्द कह दिए थे। यह वीडियो वायरल हो गया और इसके साथ यह संदेश जोड़ा गया कि यह अनुसूचित जाति वर्ग का अपमान है।

युवराज सिंह ने कहा कि वह शब्द उन्होंने अपने दोस्त के पिता के शादी में नाचने पर टिप्पणी के रूप में कहे थे जो मजाकिया अंदाज में थे। इस स्पष्टीकरण के बावजूद FIR दर्ज कर ली गई। युवराज को अंतरिम जमानत देते हुए हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि लोगों को ऐसी बातें करने से बचना चाहिए, जिसका कोई गलत मतलब निकले। यह बात मशहूर लोगों के मामले में ज्यादा लागू होनी चाहिए।

पुलिस ने की स्टेटस रिपोर्ट दायर
बुधवार को हाईकोर्ट में पुलिस की ओर से बताया गया कि युवराज सिंह जांच में शामिल हो चुके हैं। अभी तक की जांच में एक सर्वे करवाया गया था कि युवराज द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द के क्या मायने हैं। स्थानीय लोगों के बीच से इस सर्वे से सामने आया कि यह शब्द अनुसूचित जाति के लोगों के लिए अपमानजनक शब्द के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही पुलिस ने दलील दी कि सर्च करने पर भी गूगल यह बताता है कि यह सब दलित वर्ग के लिए अपमानजनक टिप्पणी के रूप में इस्तेमाल होता है।